Breaking

Showing posts with label उत्तर हरियाणा. Show all posts
Showing posts with label उत्तर हरियाणा. Show all posts

Friday, May 22, 2020

May 22, 2020

बात वही पर मानता कोई नही- हरियाणा के निजी स्कुलो को शिक्षा विभाग के चौथे आदेश - ना बदले ड्रेस, ना बदले किताब और ले केवल फ़ीस

बात वही पर मानता कोई नही - हरियाणा के निजी स्कुलो को शिक्षा विभाग के चौथे आदेश - ना बदले ड्रेस, ना बदले किताब और ले केवल फ़ीस
हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने कोविड-19 के दृष्टिïगत प्रदेश के निजी स्कूलों द्वारा ली जाने वाली फीस से संबंधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आने वाले निजी स्कूलों में अनुपालना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि निर्देशों में स्पष्टï किया गया है कि निजी स्कूल मासिक आधार पर केवल ट्यूशन फीस ही लें, अन्य प्रकार के फंड जैसे बिल्डिंग फंड, रखरखाव फंड, प्रवेश शुल्क, कंप्यूटर शुल्क आदि कोविड-19 की असामान्य स्थिति के कारण स्थगित कर दिए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई अभिभावक अप्रैल तथा मई 2020 माह की ट्यूशन फीस स्थगित करने का अनुरोध करता है तो स्कूल प्रबंधक/प्रधानाचार्य द्वारा लॉकडाऊन के मद्देनजर इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया जाए। बाद में,यह दो माह की ट्यूशन फीस आगामी तीन महीनों में बराबर किश्तों के आधार पर जमा करवा ली जाए।
उन्होंने बताया कि सभी निजी स्कूलों को ट्यूशन फीस में वृद्घि न करने लॉकडाऊन की अवधि का यातायात शुल्क न वसूलने, स्कूल यूनिफार्म व पाठ्य-पुस्तकों में बदलाव न करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
(मनोज) ये क्या हो रहा है निजी स्कूलों को विभाग बार बार कहता है कि  ना बदले ड्रेस, ना बदले किताब और ले केवल फ़ीस लेकिन हर जिले से खबर आ रही है निजी स्कुल मनमानी से बाज नहीआ रहे है आखिर क्यों ?

बार बार वही बात कही जा रही है लेकिन बात निजी स्कूलों पर कब और क्या कार्यवाही होगी इसका सबको इन्तजार है इसी प्रयास मे हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ ने भी मुहीम चलाई है आप भी मुहीम का हिस्सा बने

नियम न मानने वाले हरियाणा के निजी स्कूलों के खिलाफ पोल-खोल अभियान -हरियाणा बुलेटिन न्यूज़

अगर आप भी निजी स्कूलों के खिलाफ कोई मुहीम चला रहे है तो हमे बताए
May 22, 2020

आठ राज्यों में 19 ट्रेनें हरियाणा से पहुंचाएंगी प्रवासी मजदूर -तीन पूर्वोत्तर भी जाएंगी, 22 से 27 मई तक होगा ट्रेन का संचालन

(मनवीर)चंडीगढ़, 22 मई।  सरकार 22 से 27 मई तक बिहार, छतीसगढ़, नगालैंड, त्रिपुरा, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, असम व मेघालय के लिए 19 ट्रेन भेजेगी। इनमें बिहार के लिए 15, छतीसगढ़ के लिए एक व पूर्वोत्तर राज्यों के लिए 3 ट्रेन भेजने की अनुमति मिल चुकी है। इन ट्रेन में श्रमिकों को उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाया जाएगा। एडीजीपी सीआईडी अनिल कुमार राव ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की घोषणा के बाद इच्छुक प्रवासी श्रमिक और खेतिहर मजदूरों को उनके गृह राज्यों में नि:शुल्क भेज रहे हैं। अब तक 2 लाख 38 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिकों को विभिन्न विशेष श्रमिक ट्रेन व बसों के माध्यम से सरकार के खर्चे पर गृह राज्यों में पहुंचाया जा चुका है। 22 मई को ट्रेन गुरुग्राम से चलकर वाया गुवाहाटी होते हुए दीमापुर (नगालैंड) जाएगी। उसमें अरुणाचल, मेघालय, नागालैंड व असम के यात्री जाएंगे। 23 मई को गुरुग्राम से चलकर वाया गुवाहाटी होते अगरतला (त्रिपुरा) जाने वाली ट्रेन में त्रिपुरा व असम राज्य के लोग, 25 मई को गुरुग्राम से चलकर वाया गुवाहाटी होते हुए जिरीबाम (मणिपुर) जाने वाली ट्रेन में मणिपुर राज्य के लोगों को गृह राज्य भेजेंगे।
हरियाणा से 21 मई से 23 मई तक मध्यप्रदेश के लिए भी 5 ट्रेन चलानी प्रस्तावित थीं, लेकिन प्रदेश में औद्योगिक इकाइयां शुरू होने से मध्यप्रदेश के श्रमिकों ने गृह राज्य जाने का इरादा बदल दिया है। जिस कारण इन ट्रेन को रद्द करना पड़ा है। हरियाणा में वर्तमान में मात्र 72 शेल्टर-होम में करीब 9400 प्रवासी श्रमिक रुके हुए हैं।
May 22, 2020

खुल गए रेलवे स्टेशनों के रिजर्वेशन काउंटर्स, जाइये टिकट कराइये लेकिन मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखिएगा

(मनवीर)नई दिल्ली: कोरोनाकाल में रेलवे द्वारा चलाई जा रहीं ट्रेनों(श्रमिक स्पेशल ट्रेन को छोड़कर)में यात्रा करने के जहां अबतक आप सिर्फ ऑनलाइन टिकट ही बुक करा सकते थे वहीं अब ऐसा नहीं है।रेलवे ने आपके लिए स्टेशनों के रिजर्वेशन काउंटर्स खोल दिये हैं।इसके साथ ही आप कॉमन सर्विस सेंटर्स और टिकट एजेंट्स के जरिये भी टिकट बुक करा सकते हैं।
भारतीय रेलवे ने जोनल रेलवे को निर्देश दिए गए हैं कि स्‍थानीय जरूरत और स्थिति के मुताबिक रिजर्वेशन काउंटर के खोलने के समय का फैसला स्‍वयं लें।भारतीय रेलवे ने जोनल रेलवे को यह साफ साफ कहा है कि साफ-सफाई का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाए और टिकटों की बुकिंग के दौरान लोगों से सोशल डिस्टेंसिग का पालन करवाया जाए।
रेलवे के अनुसार सभी संभावित यात्रियों के लिए टिकट बुकिंग की सुविधा को आसान बनाने की दिशा में यह निर्णय लिया गया है।इन बुकिंग सुविधाओं से उन यात्रियों पर बोझ काफी कम हो जाएगा, जो यात्रा करने के लिए टिकट काउंटरों पर निर्भर हैं।
रेलवे ने अपने एक बयान में कहा कि यह समय भारत को सामान्‍य स्थिति की ओर ले जाने का है।सभी बुकिंग सुविधाओं को फिर से खोलना यात्री रेल सेवा को दोबारा सामन्‍य स्‍तर पर लाने की ओर रेलवे अग्रसर है।ये 25 मार्च को लॉकडाउन लागू होने के बाद से बंद हो गए थे।
May 22, 2020

यूजीसी ने एक बड़ा फैसला सुनाते हुये स्टूडेंट्स को बड़ी राहत दी है। अब छात्र को एक साथ दो डिग्री कोर्सेस करने की छूट दे दी है ।

(मनवीर)यूजीसी ने एक बड़ा फैसला सुनाते हुये स्टूडेंट्स को बड़ी राहत दी है। अब छात्र को एक साथ दो डिग्री कोर्सेस करने की छूट दे दी है। यानी अब आप एक यूनिवर्सिटी से कोर्स करते हुए, किसी और अन्य यूनिवर्सिटी से दूसरा कोर्स कर सकते हैं। पिछले कई सालों से स्टूडेंट्स को यह शिकायत रहती थी कि एक साथ दो कोर्स क्यों नहीं कर सकते जबकि कई बार उनके भविष्य की योजनाओं के लिये यह आवश्यक होता था। लेकिन पहले एक साथ एक ही वर्ष में दो डिग्री कोर्स करना गलत माना जाता था। अब स्टूडेंट ऐसा कर सकते हैं।
हालांकि यह इजाजत एक शर्त के साथ मिली है, जिसके तहत इन दो डिग्री कोर्सेस में से एक तो रेग्यूलर कोर्स हो सकता है पर दूसरा ओपेन, डिस्टेंस लर्निंग या फिर ऑनलाइन मोड से किया जा सकने वाला कोर्स होना चाहिये। यानी दोनों डिग्री कोर्स रेग्यूलर नहीं हो सकते। एक प्रपोजल पर विचार करते हुये यूजीसी ने यह निर्णय लिया है।
यूजीसी की दी हुयी इस छूट की सबसे खास बात यह है कि स्टूडेंटस दो अलग-अलग स्ट्रीम से भी कोर्स करने का चुनाव कर सकते हैं। यानी साइंस और ह्यूमैनिटीज़ एक साथ चुने जा सकते हैं बशर्ते आपका संस्थान इसकी आज्ञा दे रहा हो। दो अलग-अलग संस्थानों या यूनिवर्सिटी से आप एक साथ पढ़ाई कर सकते हैं या अगर एक ही संस्थान दोनों तरह को कोर्स ऑफर करता है तो वहां से भी इसे कर सकते हैं।
कमेटी ने इस बारे में बात करते हुये कहा, चूंकि रेग्यूलर कोर्सेस के साथ मिनिमम अटेंडेंस का इश्यू जुड़ा होता है इसलिये कमेटी ने दूसरा कोर्स डिस्टेंस लर्निंग से करने का विकल्प रखा है। यूजीसी सेक्रेटरी रज़नीश जैन का मानना है कि इससे स्टूडेंट्स के लिये कैरियर के अन्य मार्ग खुलेंगे।
May 22, 2020

मुनाफाखोरी व जमाखोरी रोकने को अब तक 5223 छापे मारे गए जिनमे 763 चालान किये गये व 21 आपराधिक मामले हुए दर्ज

(मनोज)चंडीगढ़, 22 मई- हरियाणा सरकार द्वारा आवश्यक वस्तुओं की थोक व परचून दरों में कोई अनावश्यक बढ़ौतरी न हो पाए तथा मुनाफाखोरी व जमाखोरी को रोकने के लिये आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और इस कड़ी में थोक एवं परचून विक्रेताओं द्वारा अनियमितताएं बरते जाने पर 763 चालान किये गये है व 21 आपराधिक मामले दर्ज करवाये गये हैं तथा आवश्यक वस्तुओं के मूल्य वृद्धि के सम्बन्ध में अब तक 5223 छापे मारे गए हैं।
        इस संबंध में जानकारी देते हुए खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा भी समीक्षा के दौरान राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की प्रशंसा की गई है तथा अन्य राज्यों को हरियाणा को आदर्श राज्य मानते हुये इस द्वारा उठाये गये विभिन्न आवश्यक कदमों को अपनाने के लिये कहा गया है।
        उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा प्रतिदिन 25 आवश्यक वस्तुओं के थोक व परचून दरों, पूर्ति एवं उपलब्धता पर कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि राज्य में जमाखोरी, कालाबाजारी एवं मूल्य वृद्धि को नियंत्रण में रखा जा सकें। सभी उपायुक्तों द्वारा अपने-अपने जिलों में आवश्यक वस्तुओं जैसे कि दाल, चीनी, नमक, गेहूँ, आटा, आलू व प्याज इत्यादि की दरें निर्धारित की गई है और सभी दुकानदारों को अपनी दुकानों पर रेट लिस्ट प्रदर्शित करने बारे विभिन्न निर्देश दिये गए है ताकि वे उपभोक्ताओं से आवश्यक वस्तुओं के निर्धारित से ज्यादा दाम वसूल न कर सकें। उन्होंने बताया कि इस बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार संबंधित जिला स्तर पर किया गया है।
        प्रवक्ता ने बताया कि फेस मास्क एवं हैंड सैनीटाइजर की निर्धारित दरों पर बिक्री एवं उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिये संबंधित जिला प्रशासन एवं खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा टीम गठित की गई है। गठित टीमों द्वारा पूरे राज्य में अब तक 1353 ड्रग होलसेलर एवं 11697 रिटेल कैमिस्टस की जांच की गई है।
        राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के खुले बाजारों में सभी आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति व उपलब्धता थोक विक्रेताओं के माध्यम से सुनिश्चित की गई है और वर्तमान में राज्य में घरेलू गैस (एल.पी.जी.) की कोई किल्लत नहीं हैं तथा गैस एजेंसियों द्वारा होम डिलीवरी सुनिश्चित की जा रही है। इसके अलावा, पैट्रोल व डीजल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
May 22, 2020

डिस्ट्रेस राशन टोकन (डीआरटी) के वितरण की प्रक्रिया में लाएं तेजी

(मनोज)चंडीगढ़, 22 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रकों (डीएफएससी) को निर्देश दिए कि शेष पात्र लाभार्थियों को डिस्ट्रेस राशन टोकन (डीआरटी) के वितरण की प्रक्रिया में तेजी लाएं और यह सुनिश्चित करें कि लाभार्थियों को बिना किसी परेशानी के दुकानों से मुफ्त राशन मिले। प्रदेश में अब तक 4,86,124 डीआरटी  वितरित किए गए हैं और इस योजना से 12,90,847 लोग लाभान्वित हुए हैं।
        मुख्यमंत्री आज यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उपमुख्यमंत्री, श्री दुष्यंत चौटाला, जिनके पास खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग का कार्यभार भी है, ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया।
        मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि प्रदेश में राशन कार्ड धारकों को अप्रैल, मई और जून महीने का दोगुना राशन मिल रहा है, लेकिन कई प्रवासी परिवार ऐसे, हैं जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं। ऐसे परिवार भोजन से वंचित न रहें, जैसा कि मुख्यमंत्री द्वारा वायदा किया गया था, यह सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार ने उन्हें डीआरटी के माध्यम से राशन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि पहली बार पात्र लाभार्थियों को डीआरटी वितरित करने के लिए लोकल कमेटियों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि अब यह योजना भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत योजना का हिस्सा है। जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रकों को डिस्ट्रेस राशन टोकन जारी करते समय गरीब लोगों के प्रति अधिक संवेदनशीलता बरतने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड -19 संकट के दौरान प्रभावित लोगों को तुरंत राहत प्रदान करने के लिए उठाए जा रहे कदमों के मामले में हरियाणा देश में सभी राज्यों में सबसे आगे है।
        श्री मनोहर लाल ने कहा कि राशन डिपो पर पर्याप्त मात्रा में राशन उपलब्ध कराया गया है और डीएफएससी यह सुनिश्चित करें कि डिस्ट्रेस राशन टोकन के साथ राशन डिपो में आने वाले लोगों को बिना किसी असुविधा के राशन मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पहले ही प्रतिबद्ध हैं कि प्रदेश में कोई भी गरीब भूखा नहीं सोएगा।
        बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनन्द अरोड़ा, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी.के. दास, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव श्री वी. उमाशंकर और खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक श्री चंदर शेखर खरे उपस्थित थे।
May 22, 2020

प्रवासी घर वापसी जारी है - आज अम्बाला, पानीपत, बिहार व गुरुग्राम से चली स्पेशल ट्रेने

(मनोज)चंडीगढ़, 22 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि हरियाणा राज्य की उन्नति व विकास में प्रवासी श्रमिकों का उल्लेखनीय योगदान है इसलिए कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते राज्य सरकार द्वारा इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में पहुंचाने के लिए रोजाना विशेष श्रमिक रेलगाड़ियों को प्रदेश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से चलाया जा रहा है और इसी श्रृंखला में आज हरियाणा से चार विशेष श्रमिक रेलगाड़ियों को भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि आज अंबाला से एक रेलगाड़ी के माध्यम से लगभग 1600 प्रवासी श्रमिकों को कटिहार (बिहार), भिवानी से 1460 से अधिक प्रवासी श्रमिकों को कटिहार (बिहार), पानीपत से 1400 प्रवासी श्रमिकों को मुज़फ़्फ़रपुर (बिहार) तथा गुरूग्राम से लगभग 1400 प्रवासी श्रमिकों को दीमापुर (नागालैण्ड) भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि विविधताओं के बावजूद हम सब देशवासी एक हैं और इसी भावना व सोच के साथ हरियाणा सरकार ने लॉकडाउन में फंसे और अपने घर जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को हरियाणा सरकार के खर्च पर उनके गृह राज्यों में भिजवाने की शुरूआत की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के किसी भी भाग में रहने वाले सभी भारतीय एक हैं और इनकी दुख-तकलीफ को दूर करना हम सब भारतीयों का दायित्व है।

--अंबाला से कटिहार (बिहार) के लिए रवाना हुई विशेष श्रमिक रेलगाड़ी--

        प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजने की श्रृंखला में आज लगभग 1600 प्रवासी श्रमिकों को लेकर विशेष ट्रेन अंबाला से कटिहार के लिए रवाना की गई। अम्बाला छावनी से कटिहार के लिए ट्रेन करीब 2 बजे रवाना हुई। इस ट्रेन में कटिहार जिले के साथ-साथ अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, माधोपुर, सहरसा व सुपौल के श्रमिक शामिल हैं। इन प्रवासी श्रमिकों में अम्बाला जिलें के 875, पंचकूला जिला के 92, यमुनानगर से 450, कुरुक्षेत्र से 180 प्रवासी शामिल हैं।  इस रेलगाड़ी में प्रवासी मजदूरों के साथ-साथ बच्चे भी थे। राज्य सरकार की ओर से प्रवासी श्रमिकों को फूड पेकैट, पानी की बोतल, मास्क व सैनिटाईजर भी उपलब्ध करवाया गया।

--भिवानी से कटिहार (बिहार) के लिए रवाना हुई विशेष श्रमिक रेलगाड़ी--

        भिवानी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक से श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिहार के कटिहार के लिए रवाना हुई। रेलगाड़ी में लगभग भिवानी से 750, चरखी दादरी से 250, हिसार से 318 और हांसी से 148 प्रवासी श्रमिक सवार हुए। यह रेलगाड़ी करीब 1408 किलोमीटर की दूरी तक करके 22 घंटे में बिहार के कटिहार पहुंचेगी।

--पानीपत से मुजफरपुर (बिहार) के लिए रवाना हुई विशेष श्रमिक रेलगाड़ी--

        आज पानीपत जंक्शन से विशेष श्रमिक ट्रेन को मुजफरपुर के लिए रवाना किया गया है। इस विशेष श्रमिक ट्रेन में 1400 श्रमिक मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, दरभंगा, पश्चिमी चम्पारन, पूर्वी चम्पारन, मधुबनी, शिवहर और सीतागढ़ के लिए रवाना किए गए।  इस ट्रेन में 631 श्रमिक समालखा से और 769 श्रमिक पानीपत से भेजे गए हैं।

--गुरूग्राम से दीमापुर (नागालैण्ड) के लिए रवाना हुई विशेष श्रमिक रेलगाड़ी--

        गुरूग्राम रेलवे स्टेशन से आज देश के उत्तरपूर्वी राज्यों को विशेष ट्रेन भेजनी शुरू की गई है और इस कड़ी में पहली ट्रेन गुरूग्राम से गुवाहाटी-दीमापुर के लिए रवाना हुई जिसमें 1400 प्रवासी श्रमिक अपने घरों के लिए रवाना हुए हैं। हरियाणा सरकार द्वारा उत्तरपूर्वी राज्यों के प्रवासी श्रमिकों को लाॅकडाउन में घर पहुंचाने के लिए की गई रेल व्यवस्था से यात्री काफी खुश थे। सभी प्रवासी नागरिकों की सकुशल घर वापसी की कामना करते हुए उन्हें वहां जाकर भी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने के लिए प्रेरित किया गया।

--श्रमिकों को मुहैया करवाई गई सुविधाएं—

        प्रवासी मजदूरों को शैल्टर होम से रोडवेज की बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन तक लाया गया। प्रवासी मजदूरों को उनके गृह प्रदेश रवाना करने से पूर्व सभी जरूरी इंतजाम किए गए। जहां एक तरफ रेलवे प्लेटफार्म को वैक्यूम क्लीनर मशीन से बार-बार साफ किया जा रहा था, तो वहीं दूसरी ओर प्रत्येक प्रवासी श्रमिक के हाथों को भी सैनिटाइज किया गया तथा उनके लिए भोजन व पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई।  इन प्रवासी श्रमिकों को निशुल्क ट्रेन की टिकट के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई है, ताकि रास्तें में प्रवासी श्रमिकों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। ट्रेन की प्रत्येक बोगी में प्रवासी श्रमिक सामाजिक दूरी के साथ बिठाए गए थे।

--श्रमिकों की आंखों में थी खुशी की चमक—

अम्बाला में राज्य सरकार की देखरेख से खुश नजर आए एक श्रमिक पवन ने बताया कि मैं तो पहली बार अम्बाला आया था, किसी फैक्ट्री में काम करता था। मुझे नहीं पता था कि कोरोना के कारण वापिस जाना पड़ेगा, लेकिन राज्य सरकार के अधिकारियों ने श्रमिकों का पूरा ख्याल रखा, हमें किसी प्रकार से तंग नहीं होने दिया। बातचीत के दौरान पवन ने कहा कि जब लॉक डाउन खुल जाएगा, मैं दोबारा अपने साथियों के साथ अम्बाला जरूर आना चाहूंगा। अम्बाला एक अच्छा इलाका है, यहां के लोग अच्छे हैं।

--जय हो हरियाणा सरकार, हम पहुंचेगे अपने घर बिहार—

भिवानी से रवाना हुई स्पेशल श्रमिक ट्रेन में सवार होने के दौरान प्रवासी श्रमिक खिले-खिले से नजर आए। उनके चेहरों पर खुशी साफ तौर पर झलक रही थी। ट्रेन में सवार होने के दौरान मधेपुरा निवासी कंचन ने बताया कि वे अपने पति मुकेश के साथ बैंक कॉलोनी में रह रहीं थी। वे यहां पर एक फैक्ट्री में काम कर रहे थे, लेकिन लॉक डाउन होने के कारण वे अपने घर जा रहे हैं। इसके लिए हरियाणा सरकार का लाख-लाख शुक्र है। पूर्णिया निवासी रिंकू देवी ने बताया कि वे दादरी क्षेत्र में काम करते थे। वे अब मजबूरी में ही घर जा रहे हैं और उनका किराया भी नहीं लगा है। इसी प्रकार, सुपौल निवासी रूकमणी ने कहा कि सरकार की जितनी तारीफ करें, कम है साहेब। अपने बच्चों के पेट पालने के लिए यहां आए थे, यहां सब सही चल रहा था। लॉक डाउन नहीं लगता तो वे यहां से नहीं जाते।
पानीपत से रवाना हुई रेलगाड़ी में सवार होने के दौरान गोपालगंज जाने वाले निरंजन, राजेश पासवान ने बताया कि वे पानीपत में पेंटिंग का काम करते थे। लॉकडाउन के बाद वे वापिस आएंगे। इसी तरह, दरभंगा जाने वाले पप्पू पासवान ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते वे अपने घर जा रहे हैं, वे यहां टैंट की दुकान पर काम करते थे और दोबारा काम शुरू होने पर वापिस आएंगे। उन्होंने केन्द्र व प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं द्वारा दिए गए सहयोग की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके सहयोग को वे हमेशा याद रखेंगे। सरकार ने जिस लग्र के साथ उनकी घर जाने की यह मंशा पूरी की है, वे सरकार का धन्यवाद करते हैं।
गुरूग्राम रेलवे स्टेशन पर रवाना होने वाली रेलगाड़ी के माध्यम से असम जा रहे 40 वर्षीय गोपाल ने अपने भाव प्रकट करते हुए कहा कि हरियाणा ने उन्हें रोजगार दिया और स्थिति सामान्य होने के बाद वे दोबारा यहां आएंगे क्योंकि यहां रोजगार बहुत है और काम करके इतना पैसा जुटा लेते हैं जिससे अपना खर्च निकालकर घर पर भी पैसा भेज पाते हैं। नागालैंड जा रहे 22 वर्षीय एक प्रवासी श्रमिक तितुजो ने तो यहां तक कहा कि हरियाणा का गुरूग्राम शहर मुंबई की तरह सपने पूरे करने वाला शहर है, केवल व्यक्ति की काम करने की इच्छा होनी चाहिए। तितुजो ने बताया कि लाॅकडाउन से पहले स्थिति यह थी कि मुंबई की तरह गुरूग्राम भी कभी सोता नहीं था, यहां 24 घंटे काम चलता था।

Thursday, May 21, 2020

May 21, 2020

लाश को देखकर पुलिस भी रह गई दंग, मरने तक पत्नी पर ताबड़तोड़ वार करता रहा पति

(विनय) रोहतक के गांव भैणी महाराजपुर गांव में अवैध सं बंधों को लेकर पत्नी की हत्या करने वाला आरो पित ग्राम पंचायत सदस्य ने आखिरी सांस तक गर्दन पर धारदार हथियार रगड़ता रहा और वार करता रहा। जिस समय पुलिस और एफएसएल टीम वहां पर पहुंची तो मृतका अनिता बैड पर खून से लथपथ हालत में पड़ी थी, जिसके पैर जमीन पर टिके हुए थे। वहां के हालात देखकर लग रहा था कि मरने से पहले अनिता ने खुद को बचाने की भी कोशिश की थी, लेकिन वह जिंदगी बचाने में कामयाब नहीं हो सकी। आरो पित सत्यवान के अंदर इस कदर गुस्सा था कि उसने गर्दन को आखिरी हिस्से तक काटा हुआ था। पुलिस भी इस तरह का मंजर देख हैरान रह गई।

शव को देख लग रहा था कि उसने एक बार धारदार ह थियार से गले पर वा र किया होगा और फिर उसे रगड़ता रहा। जिससे अनिता के गले में खाने और सांस की नली समेत रीड की हड्डी भी काटी गई थी। पीछे के हिस्से पर गर्दन मामूली उलझी हुई थी, जो अलग होकर गिरने वाली थी। पता चला है कि रात करीब दो बजे के आसपास वा रदात को अंजाम दिया गया, जिसके बाद आ रोपित सुबह करीब पौने चार बजे खुद थाने पहुंचा। इस बीच वह काफी देर तक शव के पास ही बैठा रहा। पुलिस को कहा कि पत्‍नी के कारण समाज में बेइज्‍जती हो रही थी।
गांव के सरपंच शैलेंद्र धतरवाल ने बताया कि इसी साल जनवरी माह में अनिता उक्त युवक के घर भी चली गई थी। वह एक दिन और रात वहीं पर रूकी। इसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था। बाद में ग्राम पंचायत सदस्य सत्यवान ने पुलिस में शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस ने वहां आकर अनिता को सत्यवान के साथ भिजवाया था। इसके बाद वह कुछ दिनों के लिए अपने मायके में भी चली गई थी। करीब एक माह पहले अनिता का भाई उसे ससुराल छोड़कर गया था। इस प्रकरण के बाद ही दोनों बच्चों को बुआ के घर भेज दिया गया था।

सत्यवान के परिवार में उसके अलावा चार भाई और है। जिस युवक के साथ अनिता का सं बंध था उस पक्ष की तरफ से दो दिन पहले थाने में शिकायत दी गई थी। जिसमें बताया कि उनके परिवार की लड़की के साथ सत्यवान और उसके चार भाइयों ने छेड़छाड़ की है। मामला पता चलने के बाद सरपंच शैलेंद्र धतरवाल और गांव के लोग पुलिस के पास पहुंचे। जिन्होंने बताया कि ऐसा कोई मामला नहीं है। सत्यवान और उसके भाइयों को फंसाने की कोशिश की जा रही है। तब जाकर मामला शांत हुआ था।

जिस मकान में सत्यवान रहता था उसी कैंपस में उसके बाकी भाई भी अपने परिवार के साथ अलग-अलग रहते हैं। रात के समय आ रोपित ने पत्नी को मौत के घाट उतार दिया, लेकिन किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी। आरोपित के थाने पहुंचने के बाद जब पुलिस घर पहुंची तब जाकर परिजनों को मामले का पता चला।

—–पत्नी की हत्या के बाद आरोपित पति खुद ही थाने पहुंच गया था। इस मामले में मृतका के पिता की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
May 21, 2020

हर जिले में चलेंगी रोडवेज की बसें - वीरेंद्र दहिया (परिवहन विभाग के निदेशक)

(मनोज) हरियाणा रोडवेज की करीब दो माह से बंद पड़ी सेवाओं को अब एक बार फिर से शुरु करने की तैयारी कर ली है। परिवहन विभाग की तरफ से जिलों की सेवा को शुरु करने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। प्रदेश के 24 डिपो से 22 जिलों में बसें चलाने की पुख्ता तैयारी कर ली है और माना जा रहा है कि आज से एक जिले से दूसरे जिले की बस सुविधा शुरु हो जाएगी।
परिवहन विभाग के निदेशक वीरेंद्र दहिया ने एक समाचारपत्र को बताया कि बसों के संचालन को यात्रियों की संख्या के हिसाब से किया जा रहा है। जहां 30 यात्री होंगे तो बसों को चलाया जाएगा। वहीं छोटी बसों को भी चलाने पर विचार है। जहां पर 10-15 सवारियां होंगी उन रुट्स पर छोटी बसों को चलाया जाएगा।
वीरेंद्र दहिया ने बताया कि अलग-अलग जगहों से बसों को चलाने की मांग आ रही है। वहीं कंटोनमेंट जोन में फिलहाल बसों का संचालन नहीं होगा। इसके अलावा सिर्फ ऑनलाइन बुकिंग के जरिये ही टिकट खरीद सकते हैं और रोडवेज बसों में यात्रा की जा सकती है।

May 21, 2020

जुर्माना नहीं भरने वाले स्कूलों का रुकेगा परिणाम व सरकारी स्कूलों के कार्यालय खुलेगे

(मनोज) हरियाणा शिक्षा बोर्ड (Haryana Board of Education) की ओर से लगाई गई जुर्माना राशि नहीं भरने वाले स्कूलों का बोर्ड परिणाम (Results) जारी नहीं होगा। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी ने इस बारे में आदेश जारी कर दिए हैं। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा आयोजित करवाई गई वार्षिक परीक्षा मार्च 2019 में जिन निजी विद्यालयों (Private School) के अध्यापकों व प्राध्यापकों की ड्यूटी पर्यवेक्षक के रूप में बोर्ड कार्यालय द्वारा लगाई गई थी तथा उनमें से अनुपस्थित रहे पर्यवेक्षकों के सम्बन्धित विद्यालयों पर 5000 रुपए जुर्माना लगाया था। इनमें से कई स्कूलों ने जुर्माना राशि नहीं भरी। उन्होंने बताया कि जिन विद्यालयों द्वारा निर्धारित समय तक जुर्माना नहीं भरा जाएगा उनका वार्षिक परीक्षा मार्च-2020 का परिणाम रोक लिया जाएगा। यह जानकारी देते हुए बोर्ड अध्यक्ष डा. जगबीर सिंह एवं सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि साथ ही ऐसे विद्यालयों को जुर्माना राशि ऑनलाइन भरने के लिए 20 मई से 25 मई तक का समय दिया जा रहा है। इसके बाद भी जो स्कूल संचालक इस मामले में कोताही बरतेंगे तो उन स्कूलों के बच्चों का परीक्षा परिणाम रोका जाएगा। वे बोर्ड की वेबसाइट पर दिए गए पोर्टल पर जुर्माना राशि भर सकते हैं |

सरकारी स्कूलों के कार्यालय खुलेगे, खरीद सकेगे 4000 तक का ये सामान 


हरियाणा सरकार ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों के कार्यालय खोलने का निर्णय लिया है ताकि लॉकडाऊन के कारण दो महीने से बंद पड़े प्रशासनिक कार्यों को निपटाया जा सके।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल शिक्षा निदेशालय ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी, स्कूल मुखिया/प्रभारी एवं डीआईईटी, बीआईईटी, जीईटीटीआई के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए  हैं कि सभी सरकारी स्कूलों व अन्य शैक्षणिक संस्थानों के कार्यालय समयानुसार ही खोले जाएं।
उन्होंने बताया कि स्कूल मुखियाओं को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, हरियाणा द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सोशल-डिस्टेंसिंग बनाने, मास्क लगाने, सैनेटाइजर आदि का प्रयोग कर स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार द्वारा सभी स्कूलों को साबुन, सैनेटाइजर, फेस मास्क, हैंडवाश, टॉयलेट क्लीनर आदि खरीदने के लिए 2500 रूपए से लेकर 4000 रूपए तक की एकमुश्त राशि भी दी जा रही है।
प्रवक्ता के अनुसार अगर स्कूल मुखिया को मिड-डे मिल व पाठ्य-पुस्तकों के वितरण या स्कूल के किसी अन्य कार्य के लिए सहयोग की आवश्यकता है तो किसी प्रभारी अध्यापक को बुला सकता है। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजनों, गर्भवती महिलाओं, क्रोनिक रोग से ग्रस्त स्टॉफ के सदस्यों को अभी स्कूल आने से छूट दी गई है। स्कूल के कार्यालयों, अनिवार्य फर्नीचर व कक्षों को सैनेटाइजर करना जरूरी है।
उन्होंने आगे जानकारी दी कि नए शैक्षणिक वर्ष के लिए सभी सरकारी स्कूलों में एक सप्ताह के अंदर स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों की प्रथम बैठक का आयोजन कर दाखिला अभियान, शत-प्रतिशत नामांकन, अवस्थांतर तथा ड्रापआऊट रेट को शून्य करने की योजना करने के निर्देश दिए हैं।

May 21, 2020

कुरुक्षेत्र में 70 कोरोना योद्धा कर्मचारियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, हटाए जाने पर दे रहे थे धरना

(अरुण) जिन कोरोना योद्धा को कल तक प्रदेश सरकार यहां तक की केंद्र सरकार फूल बरसा कर सम्मानित कर रही थी, आज उन्हीं कोरोना योद्धा को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के बाहर से गिरफ्तार किया गया। उनका सिर्फ कसूर यह था कि वह पिछले कई दिनों से अपने हक को लेकर सड़कों पर बैठे हुए थे और अपनी लड़ाई शांतिपूर्वक ढंग से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लड़ रहे थे।

प्रदेश की और केंद्र की सरकार ने भी बड़े-बड़े दावे किए थे कि कोविड-19 को भी नौकरी से नहीं हटाया जाएगा मगर यहां तो धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में एक ही झटके में इन 70 सफाई कर्मचारियों को एक ही कलम से हटा दिया गया और छिन गया इनके रोजी रोटी का निवाला

कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड कार्यालय के बाहर पिछले कई दिनों से धरना दे रहे सफाई कर्मचारियों को आज कुरुक्षेत्र पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके साथ साथ जननायक जनता पार्टी के थानेसर विधानसभा से चुनाव लड़ चुके योगेश शर्मा और आम आदमी पार्टी के थानेसर विधानसभा से चुनाव लड़ चुके सुमित हिंदुस्तानी सहित तमाम नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

पूरे विश्व में विख्यात ब्रह्मसरोवर पर यह साफ सफाई का कार्य करते थे। सफाई कर्मचारी जो कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड कार्यालय के बाहर पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे थे आज इनका धरना प्रदर्शन उग्र हो गया और कुरुक्षेत्र पुलिस को इन्हें पकड़कर एक विशेष बस द्वारा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय थाने में ले जाया गया।

कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सीओ गगनदीप सिंह ने बताया कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने हटाए गए सफाई कर्मचारियों में से 30 सफाई कर्मचारियों को रख भी लिया था। मगर यह पिछले कई दिनों से अपनी और अन्य मांगों पर अडिग थे उसी को देखते हुए यह सफाई चरण कर्मचारी पिछले कई दिनों से कोविड-19 का उल्लंघन कर रहे थे आज इनको कुरुक्षेत्र पुलिस ने बसों में पकड़कर ले गए हैं और इनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने के आदेश भी दे दिए हैं।

डीएसपी अजय राणा ने बताया कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड से हटाए गए 70 कर्मचारी पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे आज पुलिस ने इनको गिरफ्तार कर पुलिस थाने लाया गया है।
May 21, 2020

पानी का कनेक्शन को लेकर हुआ झगड़ा, बीच बचाव करने पहुंची महिला सरपंच पर भी किया हमला

(पंकज कुमार) रेवाड़ी, 21 मई। बावल के गांव साल्हावास में बुधवार को नल का कनेक्शन लेने वाले एक परिवार पर पड़ोसी परिवार ने हमला बोल दिया और देखते ही देखते घमासान शुरू हो गया। इस हमले में एक महिला सहित दो लोग घायल हो गए। बीच-बचाव करने आई गांव की महिला सरपंच पर भी हमला किया गया। 
जानकारी के अनुसार गांव साल्हावास में नरेंद्र नाई अपने घर पर पानी का कनेक्शन लगवा रहा था। उसका आरोप है कि पड़ोस में रह रहे विशराम, लाल, रामस्वरूप आदि चार लोग कनेक्शन के विरोध में उतर आए और उसके परिवार पर हमला बोल दिया। पत्थरों से किए गए हमले में वह और सुनीता गंभीर रूप से घायल हो गए। झगड़े को रोकने के लिए बीच-बचाव करने आई महिला सरपंच सुमन देवी पर भी उन्होंने हमला बोल दिया। दोनों घायलों को गंभीर हालत में रेवाड़ी से रोहतक रेफर कर दिया गया है। सरपंच सुमन देवी ने कहा कि उस पर हुए हमले से वह घायल हो गई। आरोपी लगातार नरेंद्र व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। इस हमले से पीडि़त परिवार घबराया और डरा हुआ है। गढ़ी बोलनी पुलिस चौकी के प्रभारी दौलतराम ने कहा कि पीडि़त पक्ष की ओर से मिली शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है। घायलों का मेडिकल करा दिया गया है।

आओ इसी खबर की वीडियो देखे 

May 21, 2020

लॉक डाउन की वजह से टला हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का दसवीं का परीक्षा परिणाम

भिवानी ब्रेकिंग --
लॉक डाउन की वजह से टला हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का दसवीं का परीक्षा परिणाम 
 -अब 30 या 31 मई को घोषित हो सकता है परीक्षा परिणाम
-बोर्ड अध्यक्ष डॉ जगबीर सिंह ने की पुष्टि 

Wednesday, May 20, 2020

May 20, 2020

60 से अधिक प्रमुख अमेरिकी कंपनियों के सीईओ/शीर्ष प्रबंधन प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की चर्चा

(मनोज)चंडीगढ़, 20 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा ‘संयुक्त राज्य अमेरिका भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी)’ की चेयरपर्सन  निशा बिस्वाल की अध्यक्षता में कल देर सायं ऑनलाइन वीडियो कान्फ्रेंसिंग हुई, जिसमें घरेलू स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देने, ऑटोमोबाइल घटक विनिर्माण को एयरोस्पेस मशीनरी विनिर्माण में परिवर्तन करने और 5-जी, एज, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और गवर्नेंस तथा इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग में ब्लॉक-चेन जैसे क्षेत्रों की पहचान की गई जिनमें आगे बढऩे के काफी अवसर हैं। इस बैठक में बोइंग, कोका कोला, बैक्सटर, वॉलमार्ट, स्ट्राइकर, मास्टर कार्ड, ट्रॉय कॉर्पोरेशन, जीई और इंटेल जैसी 60 से अधिक प्रमुख अमेरिकी कंपनियों के सीईओ/शीर्ष प्रबंधन प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री  मनोहर लाल ने कहा कि पिछले दो महीनों से हम में से प्रत्येक ने एक ऐसे जीवन का अनुभव किया है जिसमें ‘लोकल’ और ‘ग्लोबल’ के बीच का अंतर पूरी तरह से गायब हो गया है। हम सभी ने केवल आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं के साथ घर से काम किया है और देखा है कि आर्थिक जीवन धीमा हो गया है। उन्होंने कहा कि हमारा जीवन बिना यात्रा, दिनचर्या और मनोरंजन रहित हो गया है। 
उन्होंने कहा कि सुरक्षित रहने और अपने प्रियजनों को सुरक्षित रखने की संतुष्टि है। उन्होंने कहा कि अगर यह वायरस 20 साल पहले आता तो मानवीय अस्तित्व को बहुत ज्यादा खतरा हो सकता था। मुख्यमंत्री ने कहा, इसलिए मैं आप सभी को विश्व भर में हासिल किए गए अविश्वसनीय रूप से सकारात्मक सार्वजनिक स्वास्थ्य परिणामों के लिए बधाई देता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन उपायों के प्रतिकूल मानव, सामाजिक, राजकोषीय और आर्थिक प्रभाव हर दिन सामने आए हैं। अन्य सभी सरकारों की तरह हमने इन्हें कम करने की पूरी कोशिश की। हमने हरियाणा में किसी को भूखा नहीं सोने दिया और कोरोना वायरस के प्रसार को रोककर रखा।

लॉकडाउन मे बने नए विभाग एमएसएमई, हाऊसिंग फोर ऑल और सिटीजन रिसोर्स इन्फोरमेशन

मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाऊन अवधि में हमने कई शासन-सुधारों को शुरू कर उनका प्रभावी ढंग से उपयोग किया है। उन्होंने बताया कि मार्च से मई तक हमने 3 नए विभाग बनाए जिनमें एमएसएमई, हाऊसिंग फोर ऑल और सिटीजन रिसोर्स इन्फोरमेशन शामिल हैं। इसके अलावा, हमारी सरकार ने ज्यादा कीमती भूमि की चिंता को दूर करने के लिए लीज के आधार पर विनिर्माण इकाइयों के लिए भूमि आवंटन का एक नया निवेशक अनुकूल तत्व जोड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे सकल घरेलू उत्पाद के 10 प्रतिशत के बराबर आर्थिक प्रोत्साहन की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि हम वृद्धिशील सुधारों को नहीं देख रहे हैं बल्कि एक क्वांटम-लीप लगा रहे हैं। उन्होंने इस पैकेज के भूमि, श्रम, तरलता और कानून समेत चार पहलुओं को रखा। उन्होंने आश्वासन दिया कि इन पहलुओं में से प्रत्येक पर हरियाणा आने वाले दिनों, हफ्तों और महीनों में भारत के सभी राज्यों में सबसे आगे रहेगा।

एचएसआईआईडीसी के एमडी अनुराग अग्रवाल रहेगे सम्पर्क मे

इस अवसर पर कान्फ्रैंस के प्रतिभागियों ने हरियाणा सरकार और उसके अधिकारियों द्वारा राज्य में विशेष रूप से गुरुग्राम और फरीदाबाद में कोविड-19 की स्थिति के प्रबंधन में किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने हरियाणा में अपने आगे के निवेश के लिए अपने प्रोजेक्ट प्रस्तावों और विचारों को साझा किया।
मुख्यमंत्री ने एचएसआईआईडीसी के एमडी अनुराग अग्रवाल को वच्र्युवल-वेब-डेस्क के माध्यम से उक्त कंपनियों से व्यक्तिगत तौर पर नियमित रूप से आगे की कार्रवाई के लिए संपर्क बनाए रखने की जिम्मेवारी सौंपी। उन्होंने निशा बिस्वाल को ‘संयुक्त राज्य अमेरिका भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी)’ की ओर से किसी व्यक्ति को नियुक्त करने का सुझाव भी दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि आज की चर्चा के परिणामस्वरूप हरियाणा में आने वाले सभी निवेशों को हरियाणा सरकार द्वारा सुविधा प्रदान की जाएगी।
       यूएसआईबीसी की चेयरपर्सन निशा बिस्वाल ने कहा कि कोविड-19 के बाद दुनिया भर में अपने उत्पादन में विविधता लाने की इच्छुक अमेरिकी कंपनियों के विनिर्माण अड्डों की स्थापना के लिए हरियाणा सबसे उपयुक्त है।
इस अवसर पर बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और एचएसआईआईडीसी के अध्यक्ष  राजेश खुल्लर, उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव उद्योग ए.के. सिंह और प्रबंध निदेशक एचएसआईआईडीसी  अनुराग अग्रवाल शामिल थे।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में बोइंग के सलिल गुप्ते, महेश पलासीकर, जीई मैन्युफैक्चरिंग, प्रेसिडेंट और सीईओ साउथ एशिया, नितिन एट्रोली, केपीएमजी (सलाहकार) आधिकारिक प्रबंध भागीदार, निवृति राय, कंट्री हेड, इंटेल इंडिया, विवेक वशिष्ठ, लीड ऑपरेशंस आईबीएम ग्लोबल प्रोसेस सर्विसेज, नीलिमा द्विवेदी, माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन ग्रुप हेड, एड्रियन क्रिएगमैन, ट्रॉय कॉर्पोरेशन, निदेशक, उत्पाद पंजीकरण, मीनाक्षी, स्ट्राइकर, उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, अश्मिता सेठी यूटीसी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, अध्यक्ष और देश प्रमुख, अनाम शर्मा, कोका-कोला इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, सौरभ सिंह, नोकिया सॉल्यूशंस एंड नेटवक्र्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, राकेश स्वामी, जीई हेल्थकेयर, सीनियर डायरेक्टर, आनंद विजय झा, वॉलमार्ट, उपाध्यक्ष और प्रमुख-सार्वजनिक नीति और संचार, रविंदर डांग महाप्रबंधक, बैक्सटर इंडिया, श्रीनाथ वेंकटेश, अध्यक्ष, डेनहर, भारत, मीनाक्षी नेवतिया, स्ट्राइकर वीपी और एमडी, पंकज भारद्वाज एवरी डेनिसन (विनिर्माण) वीपी एंड जनरल मैनेजर, पलाश रॉय चौधरी स्मार्टई (ई-वाहन) के अध्यक्ष और एमडी शामिल हुए।

May 20, 2020

बागवानी विभाग की भावांतर भरपाई योजना मे फसल पंजीकरण की अंतिम तारीख 31 मई, 2020 तक बढाई - जय प्रकाश दलाल (कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री)

(मनोज)चंडीगढ़, 20 मई- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जय प्रकाश दलाल ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए, भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत फसल पंजीकरण की अंतिम तारीख 31 मई, 2020 कर दी गई है, ताकि अधिक से अधिक किसान इस योजना का लाभ उठा सकें।  उन्होंने कहा कि बागवानी विभाग द्वारा पंजीकरण के लिए विशेष अभियान चलाकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है, और किसान स्वयं सर्व सेवा केंद्र, ई-दिशा केंद्र, मार्केटिंग बोर्ड, बागवानी विभाग, कृषि विभाग और इन्टरनेट कियोस्क के माध्यम से मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर fasalhry.in के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं।
        उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी मार्किट कमेटियों को दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं कि किसानों की सब्जियों के उत्पाद का विपणन सुनिििश्चत करें। इस दौरान अगर सब्जियों के भाव सरकार द्वारा निर्धारित संरक्षित मूल्य से कम रहते हैं तो सरकार द्वारा भावांतर की भरपाई की जाएगी।
        कृषि मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन की वजह से सब्जियों की खपत में कमी आई है। उन्होंने कहा कि किसानों की मदद के लिए डायरेक्ट मार्किटिंग का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि लगभग 110 किसान उत्पादक संघों के माध्यम से हरियाणा के विभिन्न शहरों में लाइसेंस जारी करवाकर लगभग 8 हजार क्विंटल प्रतिदिन का सीधे उपभोक्ता तक विक्रय किया जा रहा है जिससे किसानों को सीधा लाभ पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि जो भी किसान सीधा विपणन करना चाहें तो उसको लाईसेंस जारी किया जा सकता है।
        उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा यह भी प्रयास किया जा रहा है कि हरियाणा के किसानों की सब्जियों को दिल्ली की आजादपुर मंडी में बिना रूकावट के भेजा जा सके। उन्होंने कहा कि 5 बॉर्डर-मार्गों द्वारा प्रतिदिन लगभग 150 वाहनों के माध्यम से सब्जी उत्पाद का यातायात किया जा रहा है जोकि किसी भी अन्य राज्य से कई गुणा ज्यादा है, इससे बिक्री में मदद होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा लगभग 3 लाख 70 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में सालाना सब्जी का उत्पादन करता है, जिसमें से लगभग 50 प्रतिशत रबी व जायद सीजन के दौरान होता है। इस समय मुख्यत: टमाटर, शिमला मिर्च, घिया, तौरी, करेला, खीरा, मिर्च, भिंडी  इत्यादि का उत्पादन हो रहा है।
        उन्होंने कहा कि किसान किसी भी समस्या के समाधान  और अधिक जानकारी के लिए अपने जिला स्तर के जिला उद्यान अधिकारी व सब्जी मंडी में जिला विपणन प्रवर्तन अधिकारी, मार्केटिंग बोर्ड से सम्पर्क कर सकते हैं।

May 20, 2020

हरियाणा आज कार्यक्रम मे घोषणा, अब छोटे धंधे के लिए 50 हजार रुपये तक के ऋण का 2 प्रतिशत ब्याज व शिक्षा ऋणों का तीन महीने का ब्याज देगी हरियाणा सरकार

(मनोज)चंडीगढ़, 20 मई- लॉकडाउन 4.0 में प्रदेश ने प्राय: प्राय: सभी आर्थिक गतिविधियों की शुरूआत के बावजूद सभी मजदूरों, किसानों, गरीबों, व्यवसायियों और उद्यमियों का निरंतर साथ निभाते रहने का संकल्प लेते हुए आज हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा के विद्यार्थियों द्वारा लिए गये शिक्षा ऋणों पर तीन महीने का ब्याज हरियाणा सरकार द्वारा देने जैसे कई नये प्रकल्पों की घोषणा की है।
        मुख्यमंत्री आज ‘हरियाणा आज’ कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेशवासियों को संबोधित कर रहे थे।

36 हजार विद्यार्थियों को 40 करोड़ रुपये का लाभ

 मनोहर लाल ने कहा कि ऐसे कई विद्यार्थी हैं, जिन्होंने अपनी शिक्षा हेतु ऋण लिया हुआ है। ऐसे सभी विद्यार्थी, जो इस वर्ष अपनी शिक्षा पूर्ण करने वाले हैं या जिन्होंने पिछले वर्ष अपनी शिक्षा पूर्ण कर ली थी, परन्तु इस महामारी के कारण अपनी नौकरी अथवा व्यवसाय प्रारम्भ नहीं कर पाए हैं, उनके शिक्षा ऋण के तीन महीने के ब्याज का भुगतान हरियाणा सरकार करेगी। इससे लगभग 36 हजार विद्यार्थियों को 40 करोड़ रुपये का लाभ पहुंचेगा।

2 प्रतिशत ब्याज देगी हरियाणा सरकार

इसी प्रकार, भारत सरकार के मुद्रा लोन की ‘शिशु योजना’ के तहत 50 हजार रुपये तक की लोन राशि के कुल ब्याज में से 2 प्रतिशत ब्याज हरियाणा सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। इस ऋण के लिए उन्हें किसी भी प्रकार के कोलैटरल देने की आवश्यकता नहीं होगी। इस योजना के तहत हरियाणा के 5 लाख लोगों को ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 लाख गरीब लोगों को अपना छोटा-मोटा धंधा शुरू करने के लिए 15 हजार रुपये तक ऋण केवल 2 प्रतिशत ब्याज पर हरियाणा सरकार उपलब्ध करवाएगी। ये ऋण Differential Rate of Interest (DRI) योजना के तहत दिलवाए जाएंगे, जिसमें बैंक 4 प्रतिशत ब्याज लेते हैं। इसमें से 2 प्रतिशत ब्याज हरियाणा सरकार द्वारा दिया जाएगा। 

15 लाख 9 हजार 108 परिवारों को दिए 636 करोड़ रुपये

        उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीने से कोरोना महामारी के कारण आर्थिक गतिविधियां सीमित हो गई हैं। परिणामस्वरूप न केवल परिवारों की आमदनी प्रभावित हुई है बल्कि सरकार के राजस्व में भी अत्यधिक कमी आई। लेकिन सरकार का यह दृढ़ संकल्प था कि इस संकट में हम किसी भी व्यक्ति को भूखा नहीं सोने देंगे और किसी भी परिवार को आय की कमी के कारण उनकी दैनिक जरूरतों की पूर्ति में कोई दिक्कत नहीं आने देंगे। इस संकल्प को ध्यान में रखते हुए हमने पिछले तीन महीनों में 15 लाख 9 हजार 108 परिवारों को 636 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई है। यह राशि लाभार्थियों के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की गई है।
        मुख्यमंत्री  ने कहा कि किसी को भी भूखा न सोने देने व अंत्योदय के हमारे संकल्प को ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार द्वारा 27 लाख से अधिक परिवारों को नि:शुल्क राशन भी निरंतर उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, ऐसे 3 लाख 70 हजार 925 परिवार, जिनके पास कोई भी राशन कार्ड नहीं हैं, उनको भी Distress Ration Token अर्थात व्यथित राशन टोकन के माध्यम से नि:शुल्क राशन भी निरंतर उपलब्ध करवाया जा रहा है। साथ ही, अब तक 2 करोड़ 62 लाख खाने के पैकेट तथा 12 लाख 22 हजार से अधिक सूखे राशन के पैकेट भी वितरित किये हैं।
 मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में लाखों प्रवासी मजदूर कार्य कर रहे हैं, जो लॉकडाउन के कारण अपने मूल प्रदेशों में वापिस जाना चाहते हैं। उनके लिए हमने बसों एवं ट्रेनों की नि:शुल्क व्यवस्था की है। अब तक हरियाणा से हमने कुल 53 ट्रेन एवं 4257 बसों के द्वारा 2 लाख से अधिक मजदूर भाइयों को उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाया है। पिछले तीन महीने के दौरान मजदूर भाइयों के लिए 600 से अधिक शेल्टर होम्स भी चलाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत न हो।

ऋण आवेदन के लिए एक पोर्टल जल्द बनेगी

उन्होंने कहा कि 18 मई से लॉकडाउन में कई प्रकार की रियायत दी गई हैं एवं बहुसंख्यक आर्थिक गतिविधियों की अनुमति दे दी गई है। अब एक तरह से अर्थव्यवस्था की गाड़ी को हरी झण्डी दिखा दी गई है। हालांकि अनेक व्यावसायियों को अपना काम पुन: प्रारम्भ करने के लिए सरकारी सहायता की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवसायों को पुन: प्रारम्भ करने के लिए बैंक सर्वोपरि दायित्व निभाएंगे। लेकिन विभिन्न बैंकों से ऋण लेने के लिए आवेदकों को अक्सर विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है। चूंकि पिछले तीन महीने में सरकार द्वारा आम आदमी तक मदद पहुंचाने के लिए ई-गर्वनैंस का व्यापक इस्तेमाल किया गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए हम ऋण आदि के आवेदन के लिए एक पोर्टल बनाने जा रहे हैं, जहां पर किसी भी बैंक से, किसी भी तरह के लोन, जोकि व्यवसायों को प्रारम्भ करने के लिए आवश्यक है, के लिए आवेदन किया जा सकता है। राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि ऐसे सभी लोन आवेदन बैंकों द्वारा अविलम्ब स्वीकृत किये जा सकें।
 मनोहर लाल ने कहा कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत 20 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक पैकेज घोषित किया गया था और उसी को आगे बढ़ाते हुए हरियाणा सरकार अपने किसानों, मजदूरों, गरीबों, व्यावसायियों और उद्यमियों इसी पैकेज का पूरा लाभ पहुंचाने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है और इसके लिए प्रदेश सरकार अपने स्तर पर कुछ अन्य योजनाएं भी चलाएगी।


May 20, 2020

हरियाणा में बना नया विभाग एमएसएमई निदेशालय, उपमुख्यमंत्री संभालेंगे कमान

(मनोज)चंडीगढ़। कोरोना महामारी के चलते लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के लघु, सूक्ष्म व मध्यम उदयोगों यानी एमएसएमई (MSME) पर खासा प्रभाव पड़ा है और इसके चलते हरियाणा सरकार ने इन उद्योगों को वापस पटरी पर लाने के लिए एक कमेटी का गठन करते हुए एमएसएमई निदेशालय (MSME Directorate) बनाया है और इसकी कमान भी उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को सौंपी गई है। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि एमएसएमई के लिए सरकार जल्द एक पोर्टल भी जारी करेगी और इसके जरिये लघु उद्योग से जुड़े सभी लोगों की सहायता करते हुए उन्हें केंद्र सरकार द्वारा की गई घोषणाओं का लाभ पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। 
नये एमएसएमई निदेशालय के बारे में बताते हुए उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश सरकार ने उद्यमियों की सुविधा और उन्हें ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने के लिए एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम श्रेणी की औद्योगिक इकाइयां) निदेशालय बनाया है। सरकार ने एमएसएमई निदेशालय के लिए एक कमेटी का भी गठन कर दिया है, जिसमें वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एवं एमएसएमई के निदेशक विकास गुप्ता को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है तो वहीं मुख्य सचिव इसकी अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने बताया कि इस कमेटी में एसीएस फाइनेंस, एसीएस उदयोग, बैंक प्रतिनिधि, दो एमएसएमई से जुड़े लोग भी शामिल है। उन्होंने कहा कि यह कमेटी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम श्रेणी के औद्योगों को लाभ पहुंचाने के लिए कार्य करेगी। 
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आगामी तीन दिनों में गठित कमेटी बैंको से तालमेल करके केंद्र सरकार द्वारा की गई घोषणाओं को उद्यमियों तक पहुंचाने के कार्य में जुट जाएगी। गौरतलब है कि लॉकडाऊन अवधि में सरकार ने कई शासन-सुधारों को शुरू कर उनका प्रभावी ढंग से उपयोग किया है। उन्होंने बताया कि मार्च से मई तक 3 नए विभाग बनाए जिनमें एमएसएमई, हाऊसिंग फोर ऑल और सिटीजन रिसोर्स इन्फोरमेशन शामिल हैं।


May 20, 2020

प्रवासी घर वापसी जारी है - आज पांच विशेष श्रमिक रेलगाडियो से लगभग 7 हजार प्रवासी गये बिहार और मध्यप्रदेश

अंबाला से कटिहार, फरीदाबाद से भागलपुर, गुरुग्राम से दमोह, पानीपत से सागर, रोहतक से टीकमगढ़ चली ट्रेने

(मनोज)चंडीगढ़, 20 मई- हरियाणा से आज पांच विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ां लगभग 7 हजार प्रवासी श्रमिकों को लेकर बिहार के कटिहार व भागलपुर तथा मध्यप्रदेश के दमोह, सागर और टीकमगढ़ के लिए रवाना हुई।
        एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आज हरियाणा के अंबाला रेलवे स्टेशन से विशेष रेलगाड़ी 1247 प्रवासी श्रमिकों को लेकर बिहार के कटिहार, फरीदाबाद से 1400 श्रमिकों को लेकर बिहार के भागलपुर, गुरुग्राम से 1500 प्रवासी मजदूरों को लेकर मध्यप्रदेश के दमोह, पानीपत से 1400 प्रवासी श्रमिकों को लेकर मध्यप्रदेश के सागर और रोहतक से 1440 श्रमिकों को लेकर स्पेशल ट्रेन मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ के लिए रवाना हुई।
उन्होंने बताया कि आज 200 बसों के माध्यम से भी लगभग 6 हजार प्रवासी मजूदरों को उत्तर प्रदेश स्थित उनके गंतव्य स्थानों के लिए रवाना किया गया।
        प्रवक्ता ने आगे बताया कि अंबाला रेलवे स्टेशन से आज 1247 प्रवासी मजदूरों को स्पेशल ट्रेन के माध्यम से बिहार के कटिहार भेजा गया है। करनाल जिले के शैल्टर होम में रह रहे 1247 प्रवासी श्रमिको को आज सुबह बसों के माध्यम से अम्बाला छावनी लाया गया। इन प्रवासी श्रमिकों के साथ 11 बच्चे भी थे। प्रशासन की ओर से इन प्रवासी श्रमिकों को निशुल्क टिकट के साथ पानी की बोतल, मास्क व सैनीटाइजर भी उपलब्ध करवाए गए ताकि रास्ते में उन्हें बुनियादी चीजों को लेकर किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
        रोहतक से 1400 प्रवासी मजदूरों और 353 बच्चों को लेकर विशेष ट्रेन टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) के लिए रवाना हुई। इनमें यमुनानगर, करनाल, सोनीपत, सिरसा, नारनौल, फतेहाबाद, हिसार व हंासी के श्रमिक शामिल है। श्रमिकों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा समुचित व्यवस्था की गई थी। श्रमिकों से जब सरकार व जिला प्रशासन द्वारा किए गए प्रबंधों के बारे में बात की गई तो उन्होंने संतुष्टिï जाहिर की। श्रमिक रवि कुशवाह का कहना था कि सरकार ने मानवता के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन किया है। उसनेे कहा कि सिरसा से यहां तक आने में उसे कोई भी परेशानी नहीं हुई। उन्हें भोजन, पानी, मास्क व सैनिटाइजर आदि सभी चीजें उपलब्ध करवाई गई हैं। उनका मेडिकल चेकअप भी हुआ है। इस श्रमिक ने कहा कि प्रशासन के इस मानवीयतापूर्ण व्यवहार को वह हमेशा याद रखेगा।