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Thursday, April 28, 2022

April 28, 2022

फानों में लगाई आग से हादसा : धुएं में दो बाइक भिड़ी, महिला की मौत, चार लोग घायल

फानों में लगाई आग से हादसा : धुएं में दो बाइक भिड़ी, महिला की मौत, चार लोग घायल

जींद : गांव सिंघाना तथा मुआना के बीच खेतों में फूंके जा रहे गेहूं के फानों से उठे धुएं के कारण वहां से गुजर रहे बाइक की दूसरी बाइक ट्राली से भिड़त हो गई। जिसमें बाइक पर सवार एक महिला की मौत हो गई जबकि पति समेत चार लोग घायल हो गए। सदर थाना सफीदों पुलिस मामले की जांच कर रही है। गांव जुलानी निवासी प्रवीण, उसकी पत्नी सोनम (24), भाई दीपक (22), बेटा रेहान (डेढ़ वर्ष), बेटी वर्षा चार माह को बाइक पर लेकर अपनी ससुराल गांव रामपुरा जा रहा था। जब वे गांव सिंघाना तथा मुआना के बीच पहुंचे तो वहां पर फाने फूंके जाने के कारण धुआं फैला हुआ था। धुएं के बीच उनकी बाइक दूसरी बाइक ट्राली से जा भिड़ी। जिसमें प्रवीण समेत उसके परिवार के पांच सदस्य घायल हो गए। राहगीरों ने घायलों को सामान्य अस्पताल सफीदों पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने सोनम को मृत घोषित कर दिया। प्रवीण व परिवार के अन्य सदस्यों के हालात खतरे से बाहर हैं। घटना की सूचना पाकर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और हालातों का जायजा लिया। दूसरा चालक बाइक ट्राली को मौके पर छोड़ कर फरार हो गया।
मृतक के भाई दीपक ने बताया कि सड़क पर काफी धुआं था। दूसरी तरफ से बाइक ट्राली आ रही थी। जिसमें सरिया भरा गया था। धुआं होने के कारण उन्हें दिखाई नहीं दिया और दोनों के बीच भिड़ंत हो गई। जिसमें उसकी भाभी सोनम की मौत हो गई। सदर थाना सफीदों प्रभारी धर्मबीर ने बताया कि जिस स्थान पर हादसा हुआ वहां पर धुआं था। धुएं में दोनों चालक साफ नहीं देख पाए और हादसा हो गया। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

Wednesday, April 27, 2022

April 27, 2022

हरियाणा में सूखे चारे पर राजनीति:किसान बोले- गेहूं में घाटा, तूड़ी बेचने से राहत; गौशाला वालों का तर्क- गाय मर जाएंगी

हरियाणा में सूखे चारे पर राजनीति:किसान बोले- गेहूं में घाटा, तूड़ी बेचने से राहत; गौशाला वालों का तर्क- गाय मर जाएंगी

करनाल : हरियाणा में तूड़ी को दूसरे प्रदेशों में भेजने पर लगी धारा 144 लगातार बड़ा मुद्दा बनती जा रही है। ऐसे में प्रदेश से बाहर तूड़ी की सप्लाई नहीं हो सकती। सरकार प्रदेश में चारा की कमी बता रही है तो उनके साथ-साथ गौशाला इस आदेश को ठीक बता रही है। ऐसा न होने पर गौशाला के पशु भूखे मर जाएंगे।

वहीं किसान और विपक्ष इसको किसानों के विरोधी कानून बता रहे है। किसानों व कांग्रेस का मानना है कि गेहूं उत्पादन कम होने से किसानों को नुकसान हुआ है। वे तूड़ी बेचकर कुछ राहत पा सकते हैं। ऐसे में इस कानून को खत्म किया जाना चाहिए और हम कानून को खत्म करने की मांग करते हैं।
Politics on dry fodder in Haryana: Farmers said – loss in wheat, relief from selling stubble; The argument of the cowshed - the cow will die
*गौशाला प्रधान कृष्ण लाल तनेजा।*
*गायों के लिए ज्यादा रेट पर तूड़ी खरीदनी मुश्किल*

राधाकृष्ण गौशाला प्रधान कृष्णलाल तनेजा ने बताया कि हम 20 साल से गौशाला चला रहे हैं। 1170 पशु हैं। आज तक हमें तूड़ी की चारे की कोई समस्या नहीं आई। पीछे नवंबर से तूड़ी का रेट काफी बढ़ गया है। सीजन में 300 से 350 रुपए में तूड़ी मिलती थी। गौशाला में 30 से 35 क्विंटल तूड़ी लगती है।

चारा भी 400 से 500 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। आने वाले समय में समस्या और ज्यादा होगी। सीजन में 880 रुपए के हिसाब से तूड़ी खरीदी है। सरकार से निवेदन है कि तूड़ी के प्रदेश से बाहर जाने पर रोक लगाई जाए। रेट पर भी अंकुश लगाए। गौशाला को हानि हो रही है।
Politics on dry fodder in Haryana: Farmers said – loss in wheat, relief from selling stubble; The argument of the cowshed - the cow will die
डीसी अनीश यादव।
*भविष्य को देखते हुए सरकार का आदेश*

डीसी अनीश यादव ने बताया कि इस बार गेहूं की पैदावार कम है। करीब 30 फीसदी कम हुआ है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि गेहूं के उत्पादन के साथ चारा भी कम रहेगा। भविष्य को देखते हुए एतिहयात बरतने जा रहे हैं। इसके लिए धारा 144 लागू की है।

*सरकार समझे- अनाज कम, तूड़ी ज्यादा है*

विधायक शमशेर गोगी ने कहा कि यह सरकार का तानाशाही आदेश है। एक किसान मेहनत कर रहा है। सरकार की गलती की वजह से भुगतान कर रहा है। सरकार ने समय पर यूरिया और डीएपी मुहैया नहीं करवाया, जिसका किसानों की फसल की पैदावार पर 30 फीसदी तक असर हुआ है। उस पर बोनस देने की बजाए सरकार तूड़ी पर भी बैन लगा रही है।

सरकार के पास तूड़ी कम है। इस बार तो दाने कम हुए हैं, तूड़ी ज्यादा है। लोग स्टॉक कर रहे हैं। आज तूड़ी नहीं बिकने दोगे तो आने वाले समय बारिश में तूड़ी भीग कर खराब हो जाएगी। किसान को फिर से सस्ते दामों में बेचना पड़ेगा। भाजपा की नीयत व राष्ट्रवाद पर सवाल उठाता हूं। हम सब राष्ट्रवादी हैं। सरकार से अपील है कि इस आदेश को वापस ले लो। किसानाें को मारने का काम न करो।
Politics on dry fodder in Haryana: Farmers said – loss in wheat, relief from selling stubble; The argument of the cowshed - the cow will die
*असंध कांग्रेस विधायक शमशेर गोगी।*
*बोनस की बजाए, तूड़ी पर रोक*

किसान संदीप ने बताया कि सरकार को यह आदेश गलत है। इस बार किसानों की पैदावार कम हुई है। तूड़ी व पराली से किसान दो पैसे बना लेता तो क्या फर्क पड़ जाएगा। इससे उसका नुकसान की कुछ भरपाई हो जाएगी। हमारे लिए तो बहुत ही बहुत बढ़िया है। जब सरकार ने पॉलिसी बनाई है कि वह फसल को कहीं भी बेच सकते हैं।

अब धारा 144 लगाकर सरकार अपनी की पॉलिसी पर बैन लगा रही है। बाहर तूड़ी बेचने से उन्हें पैसा ज्यादा मिलता। किसानों को गेहूं का उत्पादन कम होने पर बोनस नहीं दिया। जब तूड़ा का रेट बढ़ गया तो व्यापारियों की फट सुन ली। फसल जलने के बाद सरकार कोई मुआवजा नहीं देती। और तो और किसानों को फायर ब्रिगेड का पैसा तक नहीं देती।
Politics on dry fodder in Haryana: Farmers said – loss in wheat, relief from selling stubble; The argument of the cowshed - the cow will die
*गेहूं उत्पादन की जानकारी देते किसान।*
*तूड़ी बेचकर हो सकता था घाटा कम*

किसान विजय कुमार ने बताया कि जमींदार की अपनी चीज है, वह अपनी चीज को कहीं भी बेच सकती है। अब सरकार यह गलत आदेश लाई है। हर बार गेहूं की फसल प्रति एकड़ 24 क्विंटल होती थी। इस बार 15-16 क्विंटल तक ही सिमट गई। ऐसे में वह तूड़ी बेचकर घाटे को कुछ कम कर सकता था।

Tuesday, April 26, 2022

April 26, 2022

जिला जीन्द के गांव तारखा में किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान का आयोजन किया गया

जिला जीन्द के गांव तारखा में किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान का आयोजन किया गया  

जींदः- गांव तारखा में आज बागवानी विभाग, जींद द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान का आयोजन किसान ज्ञानीराम तारखा के खेत में किया गया। जिसमें तारखा फार्मर प्रोड्यूसर ऑरगनाईजेषन के किसान व जिला जींद के लगभग 82 किसानों ने भाग लिया। इस दौरान    डा. विजय पानू, जिला उद्यान अधिकारी, जींद ने बताया कि देष की राजधानी दिल्ली का काफी क्षेत्र हरियाणा राज्य की सीमायें कवर करती हैं, परन्तु फिर भी राजधानी पंहुचने वाले फल व सब्जियों मे हरियाणा का केवल 10 से 12 प्रतिषत हिस्सा है। उन्होने फल व सब्जियों का क्षेत्र बढाने के साथ-साथ फल व सब्जियों के भण्डारण के लिए किसानो को कोल्ड स्टोर, सी.ए. स्टोर, ईन्टीग्रेटिड पैक हाऊस बनाने के लिए प्रेरित किया ताकि फल व सब्जियों के भण्डारण न होने के कारण होने वाले नुकसान को कम करके किसान की आमदनी बढाई जा सके और कोल्ड स्टोर,  सी.ए. स्टोर इत्यादि बनाने पर विभाग द्वारा दी जाने वाली अनुदान राषी के बारे में विस्तारपूर्वक बताया । डा. कमल सैनी, विषय वस्तु विषेषज्ञ, रोहतक ने किसानो को बागवानी विभाग की महत्तवपुर्ण स्कीमो के बारे में किसानो को विस्तारपूर्वक बताया तथा किसानो की आय् दोगुना करने हेतू माननीय प्रधानमन्त्री द्वारा चलाई जा रही स्कीमों के बारे में सुझाव दिऐ। उन्होने किसानों को फलों के बाग लगाने हेतु प्रेरित करते हुये किस्में, पौधे लगाने का समय, पौधे से पौधे की दूरी, बेल वाली सब्जियों की खेती बॉस के साथ करने के लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। उन्होने प्राकृतिक खेती पर विषेष ध्यान देते हुये किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिये जागरूक किया। इस अवसर पर  डा. असीम कुमार, जिला बागवानी सलाहकार, डा.दीपक, उद्यान विकास अधिकारी, नरवाना  किसान ज्ञानी राम, तारखा, सुरेन्द्र श्योंकंद सफा खेडी, हरिकेष काब्रछा, सतबीर सुरबरा, सुरेष सुरबरा, कृष्ण बच्ची, जस्सा डोहाना खेडा, नफा सरंपच, बलमत, बलजीत धस्सो, राजेष झील, सुरेन्द्र नंबरदार, उपस्थित रहें।
जिला उद्यान अधिकारी,
जींद।
April 26, 2022

तेज आंधी में धूं धूं कर जलता रहा रोहतक, शुगर मिल सहित 40 जगह लगी आग, कई जगह फसल राख

तेज आंधी में धूं धूं  कर जलता रहा रोहतक, शुगर मिल सहित 40 जगह लगी आग, कई जगह फसल राख

रोहतक :  कल शाम रोहतक में चली तेज आंधी के चलते भाली स्थित शुगर मिल सहित 40 जगह खेतों में आग लग गई। ज्यादातर जगह गेहूं के फाने व सूखी घास में आग लगने से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन गाड़ियों की कमी से परेशान फायर ब्रिगेड के पसीने छूट गए। उधर, सांपला के गिझी मार्ग पर खेत में आग से करीब 4 एकड़ ईख की फसल जल गई।
रात करीब साढ़े 8 बजे तेज हवा चलनी लगी। उस समय खेतों में किसानों ने गेहूं की फांस जलाने के लिए आग लगा रखी थी। तेज हवा के चलते आग तेजी से फैलने लगी। कहीं आग बेकाबू न हो जाएं, इसके चलते फायर ब्रिगेड को फोन घनघनाने लगा। एक घंटे के अंदर 40 जगह से फायर ब्रिगेड कार्यालय में कॉल आई। सुनारिया, गरनावठी, सुंदरपुर, टिटौली, कच्चा चमारिया रोड, गांधरा मोड़, पहरावर, खरावड़ बाईपास, चुनियाना मोड़, बैंसी, पटवापुर, मुरादपुर टेकना, काहनौर, रोहतक रोड महम, चांदी व गिझी के खेतों में गेहूं के फांस व सड़क किनारे ग्रीन बेल्ट में आग लग गई। रात करीब साढ़े 9 बजे भाली स्थित शुगर मिल में खुले के अंदर पड़ी खोई में आग सुलग गई।

देर रात तक फायर ब्रिगेड के हेल्पलाइन नंबर 101 की घंटी बजती रही। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने कई फोन करने वालों से सॉरी बोला, कहा सभी गाड़ी आग बुझाने गई हुई हैं। इंतजार करना होगा। विभाग के पास मात्र आठ गाड़ियां हैं। इसमें एक महम व एक सांपला में खड़ी होती है। जबकि तीन गाड़ी सेक्टर पांच व तीन सोनीपत स्टैंड स्थित फायर स्टेशन पर खड़ी रहती हैं। विभाग की तीन गाड़ियां 10 साल पुरानी हो चुकी हैं। ऐसे में सोमवार को गाड़ियों की काफी कमी महसूस हुई।

वहीं सांपला में गिझी मार्ग पर करीब 4 एकड़ ईख की फसल में आग लग गई। इससे किसान को आर्थिक नुकसान हो गया है। मौके पर जेसीबी मशीन व फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी पहुंची, लेकिन आंधी के कारण आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इस्माईला गांव के किसान ने सांपला गिझी मार्ग पर करीब चार एकड़ में ईख की फसल उगा रखी थी। दोपहर बाद अचानक फसल में आग लग गई। इसी दौरान आए तेज हवा के कारण आग की लपटों ने पूरे खेत को अपनी चपेट में ले लिया।
घटना की सूचना पुलिस व फायर ब्रिगेड को दी गई। आग को रोकने के लिए जेसीबी मशीन की भी मदद ली गई, लेकिन आंधी की वजह से प्रशासन और किसान का प्रयास नाकाम रहा। इससे किसान को लाखों रुपये का नुकसान बताया जा रहा है। आग आसपास के खाली खेतों में भी फैल गई। किसान ने हाल में फसल की कटाई का काम भी शुरू कर दिया था। किसान ने प्रशासन से आर्थिक सहायता देने की मांग की है। वहीं जुलियाना मोड़ रेलवे फाटक के पास भी आग लग गई, वहां भी फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने मौके पर पहुंचकर करीब आधे घंटे के प्रयास से आग पर काबू पाया।

Monday, April 25, 2022

April 25, 2022

हरियाणा के कृषि मंत्री बोले - सरकारी नौकरी के पीछे ना भागें युवा

हरियाणा के कृषि मंत्री बोले - सरकारी नौकरी के पीछे ना भागें युवा

भिवानी : प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि युवाओं को सरकारी नौकरी की बजाए स्वरोजगार अपनाना चाहिए। जिससे न केवल स्वयं को रोजगार मिले बल्कि दूसरों को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के 2 गांवों में सौ-सौ गायों से भ्रूण हस्तांतरण तकनीक (एंब्रियो ट्रांसफर टेक्नोलॉजी) से बछड़ी उत्पन्न करने वाली पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना जाएगा। इस तकनीक के तहत गायों से प्रौजनी टेस्टिंग गाय और सांड का भ्रूण सामान्य गाय के पेट में छोड़ा जाएगा। जिससे 20 लीटर दूध देने वाली उत्तम नस्ल की बछड़ी तैयार हो सकेगी। उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि वे परंपरागत खेती की बजाय पॉली हाउस व नेट हाउस बनाकर सब्जी तथा बागवानी का उत्पादन करें और इसके साथ पशुपालन, मछली पालन व्यवसाय को भी अपनाएं। इससे किसानों की आय और रोजगार में बढ़ोतरी हो सकेगी।
कृषि मंत्री जेपी दलाल रविवार को गांव सिरसी के निजी फैक्ट्री का शुभारंभ करने के उपरांत उपस्थित किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए रियायती दरों पर ऋण मुहैया करवा रही है। इसके साथ साथ रोजगार प्रदान करने के लिए अनुदान भी दिया जा रहा है। कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा देश के दूसरे राज्यों से किसानों को अधिक सुविधा देने में सबसे आगे है। परंतु फिर भी किसान पूरे भारत में जाकर के अवलोकन करें और जो भी किसान हित में योजना है, उन्हें जानकारी दें। उस योजना को हरियाणा में भी लागू किया जाएगा। कृषि मंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात को सुना और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के तहत युवाओं को नई तरक्की के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं और उन्हें शिक्षा संस्कार व राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करते रहते हैं। उन्होंने विपक्ष द्वारा बिजली के मुद्दे पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष का ध्यान ही घपलों में रहता है पर भाजपा जनहित व जनसेवा में विश्वास रखती है। जनसेवा व अंतोदय की भावना से कार्य कर रही है। सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन का काम किया है। उन्होंने किसानों को अंधाधुध रासायनिक उर्वरक डालकर ली जाने वाली जहरीली खेती के स्थान पर ऑर्गेनिक व प्राकृतिक खेती करने का अनुरोध किया। जिससे कि सभी लोग स्वस्थ रहे और जहर मुक्त खेती से छुटकारा मिल सके।

Sunday, April 24, 2022

April 24, 2022

भाजपा के लिए एसवाईएल केवल चुनावी स्टंट: किरण चौधरी

भाजपा के लिए एसवाईएल केवल चुनावी स्टंट: किरण चौधरी

कहा चौधरी बंसीलाल ने बनवाई थी नहर, नहर पॉट किसानों को दिया जा चुका है मुआवजा
किरण चौधरी ने कहा खेती के लिए ना तो पानी मिला ना खाद किसानों को गेंहू की फसल पर बोनस दे सरकार

भिवानी :  पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रसी नेत्री किरण चौधरी ने प्रदेश सरकार से किसानों को गेहूं पर 500 रूपए प्रति क्विंटल बोनस देने की मांग की है। आज स्थानीय अनाजमण्डी में व्यापारियों व किसानों से मुलाकात के बाद पत्रकारो से बातचीत करते हुए श्रीमती चौधरी ने कहा कि किसानों की फसल अब की बार मौसम की मार झेल रही है और उत्पादन काफी कम हो गया है। 
 उन्होंने कहा कि किसानों की फसल का उत्पादन 5 से 7 क्विंटल प्रति एकड़ कम हो गया है। खाद व बिजली व पानी की कमी तथा मौसम की मार के चलते किसानों का उत्पादन कम हुआ है। ऐसे में सरकार का दायित्व बनता है कि किसानों के नुकसान की भरपाई की जाए। 
उन्होंने सरकार की किसान व व्यापारी विरोधी नीतियों के लिए आलोचना की और कहा कि न केवल किसान बल्कि लघु उद्योग भी पूरे प्रदेश में दम तोड़ रहे हैं। रबी फसलों की खरीद के बाद उन्हें रखने की पर्याप्त रखने की व्यवस्था नहीं है जो कि सरकार की नाकामयाबी को दर्शाता है। 
 उन्होंने कहा कि हरियाणा में आज महंगाई चरम सीमा पर है। सब्जियां महंगी है और गैस सिलेंडर महंगा हो चुका है। बेरोजगारी बढ़ रही है लेकिन किसी का ध्यान नही है। गरीब आदमी मारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि नींबू आज 300 रुपये किलो हो चुके है। मंहगाई से ध्यान हटाने के लिए तरह तरह के स्टंट कर रही है सरकार। 
 चौधरी ने कहा कि हरियाणा में बिजली पानी की भारी किल्लत है जिस कारण लोगो को परेशानी का सामना करना  पड़ रहा है। पानी की लड़ाई नुमाईंदे को लडऩी चहिये लेकिन नॉमाईन्दे चुप है। जब कांग्रेस की सरकार थी तब सामान बटवारा था। अब हरियाणा में पानी का सामान बटवारा नही है। किरण चौधरी ने कहा कि अधेर नगरी चौपट राजा हो चुका है।
 उन्होंने कहा कि जब कोई कुछ बोलता है तो चंडीगढ़ का मुद्दा या फिर एसवाईएल का मुद्दा उठा लेते है। जब कि एसवाईएल का मुद्दा अब ठंडे बस्ते में है। एसवाईएल पर भाजपा केवल राजनीति करती है। उन्होंने सरकार पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार का काम होता है लोगो को राहत देना लेकिन लोगों को राहत नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि भिवानी जिले के बापोड़ा में सबसे बड़ा वाटर वक्र्स चौधरी बंसीलाल ने बना कर दिया था जिसमे 78 गांव को पानी दिया जाता था लेकिन अब उसके हालात खराब हो चुके है। अब पानी 4 से 5 दिन में आता है। 
किरण चौधरी ने कहा कि एसवाईएल का पानी अब हरियाणा में आने वाला नही है। पानी का मुद्दा केवल राजनीतिक मुद्दा है। एसवाईएल को लाने का प्रयास पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल ने किया था। आज नहर ही नही बची तो कैसे आएगी एसवाईएल। न्यायालय ने भी हरियाणा के हक  में फैसला दे दिया उसके बाद भी केंद्र ने कुछ नही किया।
     इस अवसर पर अमर सिंह हालुवासिया, नंद किशोर अग्रवाल, सुरेश कुमार गोयल, राजेंद्र प्रधान अनाजमण्डी, हनुमान प्रसाद, रामनिवास सिवानीवाले, कृष्ण कुमार, कृष्ण लेघां, परमजीत मडडू, अमन तंवर राघव, अशोक ढोला, कल्लू भटट, शीशराम मेचू, हरीसिंह सांगवान, शीशराम चेयरमैन, मीनू अग्रवाल, विष्णु केडिया, बजरंग लाल बहलिया, देवकी नंदन, नरेश बापोडिय़ा, अशोक झोझूवाला, पप्पू दिनोद सहित अनेक कार्यकर्ता व व्यापारी उपस्थित थे।
April 24, 2022

भाजपा गठबंधन सरकार चारे की आड़ में किसानों को लूट रही है: अभय चौटाला

भाजपा गठबंधन सरकार चारे की आड़ में किसानों को लूट रही है: अभय चौटाला

चंडीगढ़ : इनेलो प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने भाजपा गठबंधन सरकार पर किसानों को प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पशुओं के लिए तूड़ी ले जा रहे किसानों को भाजपा सरकार के अधिकारी और पुलिस किसानों के साथ हाथापाई कर रहे हैं। सरकार के अधिकारी जबरदस्ती तूड़ी से भरी ट्रालियों को गौशाला में खाली करवा रहे हैं। बीते दिनों में सैकड़ों किसानों को प्रशासन की इस जबरदस्ती  लूट के कारण लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
गौशाला में पशुओं के लिए चारा उपलब्ध करवाना सरकार की जिम्मेवारी है, लेकिन किसानों से जबरदस्ती चारा लूट रही है। लगातार बढ़ते तापमान के कारण इस बार गेहूं की पैदावार घटी है। किसान अपनी मेहनत और खर्चा करके गेहूं के अवशेष की तूड़ी बना कर बेचता है। किसान को तूड़ी 780 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से पड़ती है, जिस पर 50 रूपए लोडिंग और किराया देना पड़  रहा है। लेकिन भाजपा सरकार के अफसर 500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से जबरदस्ती तूड़ी की ट्राली को गौशाला में खाली करवा रहे हैं। किसान अपने पशुओं के लिए चारा खरीदने दूसरे राज्यों से भी आते हैं। पुलिस किसानों के ट्रैक्टर और ट्रालियों का 50 हजार से लेकर 1 लाख 50 हजार तक का चालान काट रही है।  
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार को 500 रूपए में किसानों की तूड़ी जबरदस्ती लूटने के बजाय किसानों को गेहूं पर 500 रूपए बोनस देना चाहिए क्योंकि किसान पहले ही कम पैदावार की मार झेल रहा है। जिन किसानों से जबरन तूड़ी खाली करवाई गई है उनको भाजपा सरकार तुरंत पूरा भुगतान करे और जिन पुलिस अधिकारियों ने किसानों के साथ मारपीट की है उन पर केस दर्ज करके कार्रवाई करे।

Sunday, April 17, 2022

April 17, 2022

मंडी से गोदाम तक पहुंचते-पहुंचते ट्रक का 20 क्विंटल वजन हो गया कम, डीएम बोले- इंस्पेक्टर की गलती

मंडी से गोदाम तक पहुंचते-पहुंचते ट्रक का 20 क्विंटल वजन हो गया कम, डीएम बोले- इंस्पेक्टर की गलती

कैथल : कैथल की अतिरिक्त अनाज मंडी से लोड हुआ सरकारी गेहूं का ट्रक का वजन हैफेड गोदाम पहुंचते-पहुंचते 20 क्विंटल कम हो गया। जैसे ही आढ़ती को वजन कम होने का पता चला तो उन्होंने बवाल खड़ा कर दिया तथा आढ़ती एसोसिएशन के साथ हैफेड कार्यालय में जा धमके। हालांकि शुरुआती दौर में तो हैफेड के अधिकारी बात करने को तैयार नहीं थे लेकिन जैसे ही मामला तूल पकड़ते देखा तो हैफेड के डीएम बैकफुट पर आ गए तथा उन्होंने माना कि यह इंस्पेक्टर की गलती से हुआ है। वे इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करेंगे तथा आढ़ती को पूरा वजन की रसीद भी दी जाएगी। हूआ यूं कि अनाज मंडी कैथल के आढ़ती देवेंद्र सिंगला ने अनाज मंडी में जगह कम होने के कारण किसानाें की गेहूं अतिरिक्त अनाज मंडी में डलवाई थी। वहां पर गेहूं को हैफेड एजेंसी को बेच दिया। शुक्रवार को उसने अपने गेहूं को तीन ट्रकों में लोड करवा दिया। प्रत्येक ट्रक में 683 बैग थे जिनमें प्रत्येक में करीब 345 क्विंटल वजन था। शाम के समय ट्रक का कांटा करवाते हुए उसे लाइन में हैफेड में खड़ा कर दिया। सुबह के समय उसे ट्रक चालक ने बताया कि गाड़ी का वजन 326 क्विंटल बताया गया है। एक गाड़ी से 20 क्विंटल वजन कम होने के कारण आढ़तियों में रोष फैल गया। आढ़ती एकत्रित होकर हैफेड कार्यालय में जा धमके। शुरुआती दौर में तो अधिकारियों ने आनाकानी की तथा कोई बात नहीं की। जैसे ही मीडिया वहां पर पहुंचा तो हैफेड अधिकारियों की सांसे थम गई। 
 *हो सकता है बढ़ा गोलमाल*

 आढ़तियों ने कहा कि हैफेड में वजन में बढ़ा गोलमाल हो सकता है। प्रतिदिन हजारों क्विंटल गेहूं गोदाम पहुंच रहा है। जब एक ट्रक से 20 क्विंटल वजन कम किया जा सकता है तो फिर पूरे दिन में यह हजारों क्विंटल हो सकता है। आखिर कहां गया 20 क्विंटल गेहूं विचारणीय प्रश्न यह है कि जब हैफेड अधिकारियों द्वारा ट्रक चालक को रिसीप्ट भी 683 बैग की दी है तो फिर 20 क्विंटल गेहूं धरती निगल गई या आसमान। आखिर कहां गया 20 क्विंटल गेहूं। जब सायं को वजन पूरा था तो यह सुबह कम कैसे हो गया। कौन होगा जिम्मेवार वजन कम होने की बात को लेकर अधिकारी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करते नजर आए। सभी अपनी जिम्मेवारी से बचते नजर आ रहे थे। ऐसे में अब यह बात सामने आती थी है आखिरकार कम वजन का जिम्मेवार कौन है।
 *इंस्पेक्टर ने की है गलती*

 सुरेश कुमार हैफेड के जिला प्रबंधक सुरेश कुमार ने कहा कि पहली बात तो यह है कि मामला इतना बड़ा है ही नहीं है। आढती को पहले मैनेजर व मेरे को शिकायत करनी चाहिए थी। इंस्पेक्टर की गलती है, उसने कम वजन की गाड़ी को उतारा कैसे। मैं उसके खिलाफ भी कार्रवाई करूंगा। उसने 20 क्विंटल कम माल कैसे ले लिया कंडे से। अगर उसने कम वजन लिया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। वहीं दूसरी तरफ उसने कहा कि आढ़ती का कोई कसूर नहीं है। उसका वजन पूरा माना जाएगा। संबंधित इंस्पेक्टर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

Wednesday, April 13, 2022

April 13, 2022

किसान भवन में चलती थी कर्मचारियों की हुक्का और ताश पार्टी, सचिव ने जड़वा दिया ताला

किसान भवन में चलती थी कर्मचारियों की हुक्का और ताश पार्टी, सचिव ने जड़वा दिया ताला

फतेहाबाद : मार्किट कमेटी के अधीन आने वाले किसान भवन व दमकल विभाग भवन में मार्केटिंग बोर्ड के स्थाई व अस्थाई कर्मचारियों द्वारा ताश खेलने व हुक्का पीने के साथ ही अवैध रूप से रिहायश बनाने के आरोपों के चलते मार्किट कमेटी के सचिव विकास सेतिया ने बुधवार को किसान रैस्ट हाऊस पर ताला जड़ दिया। इसके विरोध स्वरूप मार्किटिंग बोर्ड (कंस्ट्रक्शन विंग) के कर्मचारियों ने कार्यकारी अभियंता के नेतृत्व में अपना कामकाज छोड़ मार्किट कमेटी सचिव के रवैये पर रोष जताया। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों ही विंगों के विभागाध्यक्षों ने अपने-अपने मुख्यालय को पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत करवाया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अनाज मण्डी के पीछे मार्किट कमेटी का फायर बिग्रेड भवन है, जिसके साथ ही किसान भवन बना हुआ है। इसके संचालन का जिम्मा मार्किट कमेटी ने मार्किटिंग बोर्ड को दिया हुआ है। मुख्य प्रशासक पंचकूला को भेजे पत्र में मार्किट कमेटी के सचिव विकास सेतिया ने बताया कि उन्होंने 11 अप्रैल को किसान भवन का दौरा किया तो बोर्ड के स्थाई कर्मचारी व आऊटसोर्सिंग कर्मचारी किसान भवन में ताश खेल रहे थे व हुक्का पी रहे थे। किसान भवन के बाहर ही र्इंटों से चूल्हा बनाकर हुक्का भरने के लिए आग जलाई गई थी। किसान भवन का सोफा भी खस्ता हालत में पाया गया। किसान भवन का सामान, सैम्पलिंग मशीन, उद्घाटन बोर्ड व अन्य सामान टूटा-फूटा पड़ा था वहीं फायर बिग्रेड भवन में अस्थाई कर्मचारियों ने दो कमरों पर अवैध कब्जा कर रखा है। मंगलवार को दोबारा उन्होंने निरीक्षण किया तो बोर्ड के कर्मचारियों ने जिस जगह सफाई नहीं की गई थी, वहां पड़े कचरे में आग लगा दी। यह बता दें कि किसान भवन की बुकिंग मार्किट कमेटी द्वारा की जाती है जबकि कंस्ट्रक्शन व देखरेख का जिम्मा कंस्ट्रक्शन विंग का है। पत्र में बताया गया है कि मार्किट कमेटी कालोनी में रिहायशी मकान खाली पड़े हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लगाए गए तालों से छेड़छाड़ ना की जाए। कर्मचारी चाहे तो उन्हें यह मकान विधिवत अलॉट किए जा सकते हैं। उधर, मार्केटिंग बोर्ड कंस्ट्रक्शन विंग के कार्यकारी अभियंता के नेतृत्व में कर्मचारी मार्किट कमेटी सचिव के रवैये के खिलाफ सामने आ गए और कामकाज ठप्प कर रोष जाहिर किया। बोर्ड के कार्यकारी अभियंता आनंद कुमार का कहना है कि सचिव विकास सेतिया का रवैया ठीक नहीं है। सचिव ने उनकी गाड़ी को आफिस से बाहर निकलवा दिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। आनंद कुमार ने बताया कि उन्होंने विभाग के चीफ इंजीनियर को सारे मामले से अवगत करवा दिया है।
April 13, 2022

बिजली संकट प्रदेश सरकार की अदूरदर्शिता का नतीजा : सैलजा

बिजली संकट प्रदेश सरकार की अदूरदर्शिता का नतीजा : सैलजा

- गर्मी की शुरूआत में हाहाकार मचा तो और भी बुरे दिनों की संभावना
- न दो घड़ी आराम कर सकते न रोशनी में रोटी खा सकते

चंडीगढ़ :  हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश में बना बिजली संकट भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की अदूरदर्शिता का नतीजा है। गर्मी का सीजन हर साल आता है, लेकिन इसके लिए पहले से तैयारी न करना सरकार का जनविरोधी नजरिया दिखाता है। गर्मी की शुरुआत में ही पूरे प्रदेश में बिजली कटों से हाहाकर मचा है तो आने वाले दिनों में हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं।

मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश सरकार पूर्व में किए गए बिजली समझौते के अनुसार बड़े बिजली सप्लायरों से अपने हिस्से ही बिजली लेने में नाकाम रही है। इनसे बिजली की मांग भी नहीं की जा रही। बिजली देने वाली इन कंपनियों के संचालक अत्यधिक पावरफुल हैं और केंद्र सरकार व भाजपा के शीर्ष लोगों के साथ इनकी सीधी पैठ है। ऐसे में प्रदेश सरकार इनसे हरियाणा का हक मांगने में डरती है और इस बात से भी आशंकित है कि कहीं ऊपर से ये सरकार की खिंचाई न करवा दें। 
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बिजली जरूरतों को पूरा करने में प्रदेश सरकार बड़ा हिस्सा अडानी से खरीदता है। काेयले के दामों में बढ़ोतरी की वजह से अडानी हरियाणा को बिजली देने में फिसड्डी साबित हो रहा है। 

कुमारी सैलजा ने कहा कि इस समय प्रदेश का शहरी व ग्रामीण, कोई भी क्षेत्र बिजली कटों से अछूता नहीं है। गांवों में गेहूं कटाई का सीजन चल रहा है और दिनभर खेत में मेहनत के बाद रात को किसान अपने घर में बिजली न होने से दो घड़ी चैन से सो भी नहीं पा रहे हैं। यह हाल शहरों में है। लंबे-लंबे कटों के कारण इंवर्टर तक फेल होने लगे हैं। शाम को खाना खाने के वक्त बिजली गुल हो जाती है। दिनभर की थकान व नौकरी के बाद रात को बिजली न होने से लोग अंधेरे में खाना खाने को मजबूर हैं। 

हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सप्ताह भर से हालात ज्यादा ही खराब हो रहे हैं और इनमें किसी तरह का सुधार न होना, प्रदेश सरकार के गैर जिम्मेदार होने का प्रमाण है। आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ेगी और जून में धान की रोपाई के लिए भी बिजली की डिमांड पीक पर होगी। ऐसे में प्रदेश में बिजली न होने से हालात किस तरह से बिगड़ सकते हैं, यह सोचने भर से रूह कांपने लगती है।

Tuesday, April 12, 2022

April 12, 2022

गेहूं पर 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस दे सरकार : भूपेंद्र सिंह हुड्डा

गेहूं पर 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस दे सरकार : भूपेंद्र सिंह हुड्डा

चंडीगढ़ :  पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए एमएसपी पर कम से कम 500 प्रति क्विंटल बोनस देने की मांग की है। हुड्डा का कहना है कि इस बार पहले बेमौसम बारिश और फिर गर्मी के जल्दी आगमन की वजह से गेहूं उत्पादक किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इस बार गेहूं का दाना लगभग 10% छोटा हुआ और उत्पादन में करीब 5 से 10 क्विंटल प्रति एकड़ की कमी भी आई है। ऊपर से डीजल, पेट्रोल, खाद, दवाई, बीज और अन्य चीज़ों की महंगाई के चलते किसानी की लागत बहुत ज्यादा बढ़ी है। इसलिए किसानों को सरकारी मदद की दरकार है। किसानों को 500 प्रति क्विंटल बोनस देकर कुछ हद तक उसके नुकसान की भरपाई हो सकती है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि गर्मी आते ही सरकार ने बिजली की दरों में बढ़ोतरी और उत्पादन में कटौती कर दी है। जिससे पूरे हरियाणा के लोग भारी बिजली संकट झेल रहे हैं। लंबे-लंबे पावर कट ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए खेदड़, पानीपत, झाड़ली और यमुनानगर में 4 पावर प्लांट बनवाए थे। जबकि बीजेपी या बीजेपी-जेजेपी सरकार में एक भी प्लांट नहीं लगाया गया। ऊपर से खेदड़, पानीपत और झाड़ली पावर प्लांट की 3 इकाइयों में उत्पादन पूरी तरह बंद कर दिया गया। आज प्रदेश में क्षमता से बेहद कम या कहें कि नाममात्र का बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। इसका खामियाजा प्रदेश की जनता को लंबे-लंबे पावर कट और बिजली की महंगी दरों के रूप में भुगतना पड़ रहा है। निजी कंपनियों से महंगी दरों पर बिजली खरीदकर आम उपभोक्ता को ऊंचे रेट पर बेची जा रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पावर कट की वजह से ना सिर्फ आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, बल्कि लोगों के व्यापार धंधों पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है। किसानों को भी बिजली कटौती की वजह से भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। खास तौर पर सब्जी उत्पादक किसानों को इस सीजन में बिजली की आवश्यकता होती है, ताकि वक्त पर फसलों की सिंचाई की जा सके। लगातार 2 साल से कोरोना महामारी के चलते सब्जी उत्पादक किसान भारी घाटा झेल रहे हैं। इस बार बिजली के अनियमित शेड्यूल के चलते उन्हें काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
April 12, 2022

बदलेगा मौसम का मिजाज, आग बरसती गर्मी से मिलेगी राहत

बदलेगा मौसम का मिजाज, आग बरसती गर्मी से मिलेगी राहत

नारनौल : वर्तमान में हरियाणा और एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर तापमान लगातार बढ़ है और साथ ही रिकॉर्ड तोड़ भीषण गर्मी के साथ गंभीर हीट वेव लू अपने तीखे और प्रचण्ड तेवरों से आगाज किये हुए है। इस आफ़त भरी गर्मी से बचने के लिए लोग घरों में ही रहने को मजबूर हैं और दिन के समय सड़कें और बाजार सुनसान दिखने लगे हैं। लंबे समय के अंतराल के बाद अब मौसम में हल्का ही सही लेकिन बदलाव की संभावना बन रही है। एक मध्यम दर्जे का पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जो पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को मंगलवार 12 अप्रैल की रात्रि से प्रभावित करना शुरू करेगा। जिसकी वजह से पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पंजाब के पास एक कमजोर साइक्लोनिक सर्कुलेशन विकसित होने की वजह से हवाओं की गति और दिशा में बदलाव होने की संभावनाएं बन रही है। हवाओं की दिशा पश्चिम से बदलकर 13 -14 अप्रैल को दक्षिण पूर्व हो जाएगी जिसकी वजह से अरब सागर से हवा में नमी बढ़ेगी। जो काफी दिनों से प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन की वजह से सम्पूर्ण इलाके से नदारद थी और और भीषण उष्ण तीक्ष्ण गर्मी और थार मरुस्थल की हीट बेव लू चल रही थी उसमें कुछ समय ( दो- तीन दिनों ) के लिए लगाम लगेगी। इसके अलावा हवाओं की गति भी 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की और अनेक स्थानों पर आंधी और अंधड़ चलने की प्रबल संभावनाएं बन रही है। 13 और 14 अप्रैल को मध्यम दर्जे की बारिश इस दौरान पछुआ पवनों का मिलन दक्षिणी पूर्वी नमी वाली पवनों से होने की वजह से इलाके में आंशिक बादलवाही देखने को मिलेगी। बादलवाही और तेज़ गति से हवाएं चलने की वजह से सम्पूर्ण हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में तापमान में 3.0 से 4.0 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की जाएगी। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम में संभावित बदलाव 13 और 14 अप्रैल को पर्वतीय क्षेत्रों में विशेषकर जम्मू, कश्मीर, लेह लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में देखने को मिलेगा। दोनों दिन इन स्थानों पर दोपहर से रात के बीच गरज चमक के बादलों का निर्माण होगा और मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की जाएगी, एक दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी दर्ज की जा सकती है। बादलवाही और तेज़ हवाएं चलने से लगातार बढ़ते तापमान और हीट वेव लू में कमी आएगी। जबकि मैदानी राज्यों में इस प्रणाली का सीमित प्रभाव ही देखने को मिलेगा। वर्तमान मौसम प्रणाली शसक्त नहीं है इसलिए प्रेरित चक्रवातीय सर्कुलेशन कमजोर बनने की संभावनाएं हैं, लेकिन वर्तमान में प्रचंड गर्मी में हल्के से बदलाव यानी नमी बढ़ने से और वातावरण में थोड़ी सी भी अस्थिरता होने पर नमी बादलों के विकास में अग्नि में घी का काम करती है । जिसकी वजह से मैदानी राज्यों में विशेषकर हरियाणा, पंजाब, राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी गरज चमक के बादलों का निर्माण हो सकता है।  *हरियाणा में कैसा रहेगा मौसम* 

उत्तरी राजस्थान, उत्तरी हरियाणा, पंजाब, दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के सीमित हिस्सों में बादलों का निर्माण हो सकता है और हल्की बारिश की गतिविधियां और धूलभरी आंधी, चलने के साथ छिटपुट जगहों पर कहीं हल्की तो कहीं तेज़ बारिश के दौर दर्ज किए जा सकते हैं। संपूर्ण सूबे में बादलों का आना-जाना होगा, चंडीगढ, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर के 25 से 50% हिस्सों में गरज चमक के साथ बारिश की गतिविधियां के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं। जबकि शेष हरियाणा में केवल बादलवाही के साथ दक्षिणी जिलों में धूल भरी आंधी और सिमित स्थानों पर कहीं कहीं हल्की बारिश और बुंदाबांदी की गतिविधियां देखने को मिल सकती है। 15 अप्रैल से सम्पूर्ण हरियाणा एनसीआर दिल्ली में एक बार फिर से गर्मी और हीट बेव लू अपने तीखे तेवरों से आगाज करेंगी। क्योंकि जैसे ही चक्रवातीय सर्कुलेशन समाप्त हो जाएगा उसकी जगह प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन ले लेगा और फिर से मौसम करवट लेगा और भीषण गर्मी और प्रचण्ड व गंभीर हीट बेव लू चलने की प्रबल संभावनाएं बन रही है। हरियाणा का तापमान सोमवार को हरियाणा में अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस से 42.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया और अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस और 25.7 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। हिसार Aws 45.4℃, फरीदाबाद 45.3℃, रेवाड़ी 45.3, बालसमंद, हिसार 45.2℃, सिरसा Aws 44.9℃, सिवानी, भिवानी 44.2℃, हिसार 44.2℃, गुड़गांव 44.2℃, नारनौल 43.8℃, सिरसा 43.7℃, जींद 43.6℃, मानेसर, गुड़गांव 43.5℃, महेंद्रगढ़ 43.1℃

Monday, April 11, 2022

April 11, 2022

मारपीट में भाकियू नेता गुणीप्रकाश चोटिल, पीजीआई रेफर, जानें पूरा मामला

मारपीट में भाकियू नेता गुणीप्रकाश चोटिल, पीजीआई रेफर, जानें पूरा मामला

कैथल : हरियाणा के कैथल जिले के गांव फरल मे पुरानी रंजिश को लेकर हुई मारपीट में भाकियू प्रधान गुणीप्रकाश घायल हो गए। उनको पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। पुलिस ने मामले में पांच व्यक्तियाें को नामजद किया है। पुलिस को दी शिकायत में गुणीप्रकाश ने बताया कि वह किसान यूनियन हरियाणा के प्रधान हैं। उन्हाेंने बताया कि 8 अप्रैल को सिरसा का एक युवक गांव फरल की लड़की को भगा कर ले गया था। इस घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। 9 अप्रैल रात करीब साढ़े सात बजे वह उस व्यक्ति के घर गया था, जिसकी लडकी गई थी। वह उसे समझा रहा था कि लड़की वापस घर आ जाएगी और पुलिस आरोपी युवक को पकड़ लेगी। इसके बाद करीब साढ़े आठ बजे वहां गांव के ही आरोपी जैसा, कश्मीर, महेंद्र, कुलदीप व प्रदीप कुछ अन्य युवकों के साथ प्रदीप हथियार लेकर आए तथा उस पर हमला कर दिया। झगड़े का शोर सुनकर गांव के अन्य लोग वहां पर आए तो आरोपी मौके से भाग गए। जाते हुए उनको जान से मारने की धमकी दी गई है। उनको ग्रामीणों ने अस्पताल में दाखिल करवाया जहां ज्यादा चोंटे होने के कारण डाक्टरों ने उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया। पूंडरी थाना प्रभारी शिवकुमार ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की आगामी जांच कर रही है।
April 11, 2022

गर्मी आते ही सरकार ने बिजली की दरों में की बढ़ोतरी और उत्पादन में की कटौती- हुड्डा

गर्मी आते ही सरकार ने बिजली की दरों में की बढ़ोतरी और उत्पादन में की कटौती- हुड्डा

With the onset of summer, the government increased electricity rates and cut production - Hooda
लंबे-लंबे पावर कट से आम आदमी परेशान, सब्जी उत्पादक किसानों को झेलना पड़ रहा है नुकसान- हुड्डा
प्रदेश के पावर प्लांट ठप कर निजी कंपनियों से महंगे रेट में बिजली खरीद रही है सरकार- हुड्डा 
हमारी सरकार बनने पर गरीब परिवारों को मुफ्त व मध्यम वर्ग को रियायती दरों पर मिलेगी बिजली- हुड्डा 

चंडीगढ़ः पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि गर्मी आते ही सरकार ने बिजली की दरों में बढ़ोतरी और उत्पादन में कटौती कर दी है। जिससे पूरे हरियाणा के लोग भारी बिजली संकट झेल रहे हैं। लंबे-लंबे पावर कट ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए खेदड़, पानीपत, झाड़ली और यमुनानगर में 4 पावर प्लांट बनवाए थे। जबकि बीजेपी या बीजेपी-जेजेपी सरकार में एक भी प्लांट नहीं लगाया गया। ऊपर से खेदड़, पानीपत और झाड़ली पावर प्लांट की 3 इकाइयों में उत्पादन पूरी तरह बंद कर दिया गया। आज प्रदेश में क्षमता से बेहद कम या कहें कि नाममात्र का बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। इसका खामियाजा प्रदेश की जनता को लंबे-लंबे पावर कट और बिजली की महंगी दरों के रूप में भुगतना पड़ रहा है। निजी कंपनियों से महंगी दरों पर बिजली खरीदकर आम उपभोक्ता को ऊंचे रेट पर बेची जा रही है। 

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पावर कट की वजह से ना सिर्फ आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, बल्कि लोगों के व्यापार धंधों पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है। किसानों को भी बिजली कटौती की वजह से भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। खास तौर पर सब्जी उत्पादक किसानों को इस सीजन में बिजली की आवश्यकता होती है, ताकि वक्त पर फसलों की सिंचाई की जा सके। लगातार 2 साल से कोरोना महामारी के चलते सब्जी उत्पादक किसान भारी घाटा झेल रहे हैं। इस बार बिजली के अनियमित शेड्यूल के चलते उन्हें काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। 
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए एमएसपी पर कम से कम ₹500 प्रति क्विंटल बोनस देने की मांग की। हुड्डा का कहना है कि इस बार पहले बेमौसम बारिश और फिर गर्मी के जल्दी आगमन की वजह से गेहूं उत्पादक किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इस बार गेहूं का दाना लगभग 10% छोटा हुआ और उत्पादन में करीब 5 से 10 क्विंटल प्रति एकड़ की कमी भी आई है। ऊपर से डीजल, पेट्रोल, खाद, दवाई, बीज और अन्य चीज़ों की महंगाई के चलते किसानी की लागत बहुत ज्यादा बढ़ी है। इसलिए किसानों को सरकारी मदद की दरकार है। किसानों को ₹500 प्रति क्विंटल बोनस देकर कुछ हद तक उसके नुकसान की भरपाई हो सकती है।

हुड्डा ने कहा कि किसानों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए सरकार को एग्रीकल्चर या हॉर्टिकल्चर विशेषज्ञ अधिकारियों से सलाह लेकर बिजली का शेड्यूल तय करना चाहिए। साथ ही किसानों के लिए बिजली आपूर्ति को 8 से बढ़ाकर 10 घंटे किया जाना चाहिए। अपने बयान में हुड्डा ने दोहराया कि भविष्य में कांग्रेस सरकार बनने पर गरीब परिवारों को मुफ्त व मध्यम वर्ग को रियायती दरों पर बिजली दी जाएगी।
April 11, 2022

हरियाणा, दिल्ली- NCR के लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलने के आसार, इस दिन बारिश की संभावना !

हरियाणा, दिल्ली- NCR के लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलने के आसार, इस दिन बारिश की संभावना 

नारनौल :  हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी अप्रैल के पहले पखवाड़े में ही लोगों को जमकर परेशान करने लगी है। अनेकों स्थानों पर अधिकतम तापमान 45.0 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही चल रहा है। दोहपर के समय लू चलने का सिलसिला भी शुरू हो गया है, जिससे हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ने लगा है। गर्मी के कारण पावर कट भी लोगों को जमकर परेशान कर रहे हैं। राहत की बात यह है कि अभी एग्रीकल्चर फील्ड में बिजली की डिमांड नहीं है। यह डिमांड शुरू होने के बाद गर्मी के मौसम में लोगों को पावर कटों का ज्यादा सामना करना पड़ेगा। 12 अप्रैल की रात से बदलेगा मौसम राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डाक्टर चंद्रमोहन ने बताया कि आने वाले दो दिनों में ये पसीना और उमस भरी गर्मी का सिलसिला जारी रहेगा। उसके बाद हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव और बढ़े हुए तापमान से राहत मिलने की संभावनाएं बन रही हैं। 12 अप्रैल की रात से हिमालयी क्षेत्र में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावनाएं बन रही हैं जिसकी वजह से पश्चिमी पाकिस्तान और पंजाब पर एक प्रेरित चक्रवातीय सर्कुलेशन बनने जा रहा है। इस कारण हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड और पंजाब के साथ ही उत्तरी हरियाणा में पंचकूला, कालका, यमुनानगर, चंडीगढ़ और अम्बाला आदि के सिमित स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना बन रही हैं और हवाओं की दिशा दक्षिणी पूर्वी यानि विपरीत पवनों के मेल से शेष हरियाणा में अधिकतर स्थानों पर आंशिक बादलवाही देखने को मिलेगी। कुछ स्थानों पर इस दौरान 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ कुछ स्थानों पर अंधड़ आंधी चलने की संभावना बन रही है।  सबसे राहत की बात यह है कि राजस्थान और गुजरात पर बना प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन कमजोर पड़ने की संभावना बन रही है, जिसकी वजह से सम्पूर्ण मैदानी राज्यों में विशेषकर हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में ( आंशिक रूप से ) कुछ समय के लिए आफ़त वाली प्रचंड गर्मी और हीट वेव से राहत मिलती नजर आ रही है और दिन और रात के तापमान में 3.0 डिग्री सेल्सियस से 4.0 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की जाएगी‌। प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन से सम्पूर्ण इलाके में नमी नदारद थी उसमें भी चक्रवात से बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। रविवार को भी सूबे में दिन भर हीट वेव लू और भीषण आग उगलती गर्मी का अहसास और आलम आमजन को रहा। इसके अलावा पश्चिमी दक्षिणी और दक्षिणी पूर्वी हरियाणा के अधिकतर स्थानों पर भीषण और प्रचण्ड गर्मी का तांडव के साथ गंभीर और तीव्र हीट वेव लू का कहर और प्रभाव देखने को मिला जिसकी वजह से भारतीय मौसम विभाग ने पहले ही इन इलाकों में रैड और ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी जारी कर दी थी। इसके अलावा रविवार को अनेकों स्थानों पर दिन और रात के तापमानों में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। पानीपत में न्यूनतम तापमान यानि रात्रि का तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि सोनीपत का दिन का यानि अधिकतम तापमान 46.0 दर्ज किया गया।  हीट स्ट्रोक का खतरा डाक्टरों के अनुसार इस मौसम में हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है। लू की चपेट में आकर लोग बीमार हो जाते हैं। ऐसे में लोगों के लिए सावधानी बरतना जरूरी होता है। ड्राई हीट के दौरान लोगों को व्यायाम करने से बचना चाहिए। अत्यंत आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलना चाहिए। घर से बाहर निकलते समय छाता साथ रखें। अधिक से अधिक पानी पीकर घर से बाहर निकलें। इससे डी-हाईड्रेशन की स्थिति से बचा जा सकता है। उल्टी या चक्कर आने की स्थिति में तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। अत्यधिक बुखार को भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। 
रविवार को हरियाणा के जिलों का तापतान सोनीपत 46.0°c, हिसार 45.3°c, फरीदाबाद 45.2°c, सिरसा 44.9°c, बालसमंद 44.0°c, गुड़गांव 43.8°c, नारनौल 43.6°c, सिरसा 43.2°c, जींद 43.0°c, महेंद्रगढ़ 42.9°c, मानेसर 42.6°c, हिसार 42.5°c, झज्जर 42.4°c, रोहतक 41.9°c, कैथल 41.1°c, अंबाला 40.6°c, चंडीगढ़ 40.1°c, पंचकुला 39.4°c स्त्रोत भारतीय मौसम विभाग

Sunday, April 10, 2022

April 10, 2022

MSP से ज्यादा रेट पर गेहूं खरीद रहे आढ़ती, सरसों भी कर रही मौज, जानिए नए दाम

MSP से ज्यादा रेट पर गेहूं खरीद रहे आढ़ती, सरसों भी कर रही मौज, जानिए नए दाम
 रेवाड़ी : किसानाें की फसल कटते ही अनाज मंडी में गेहूं की आवक होने लगी है। परंतु ओपन मार्केट में रेट ज्यादा होने के कारण सरकारी एजेंसियों को गेहूं का एक दाना भी नहीं मिल रहा। आढ़ती प्रति क्विंटल एमएसपी से 55 रुपये ज्यादा में गेहूं की खरीद कर रहे हैं। अच्छा दाम मिलने के कारण किसानों को गेहूं की बिक्री में ज्यादा मुनाफा मिल रहा है। वहीं सरसों भी 66 सौ रुपए प्रति क्विंटल तक बिक रही है। अभी तक मंडी में गेहूं की आवक रफ्तार नहीं पकड़ पाई थी। शनिवार को आवक तेज हो गई। सोमवार से गेहूं की आवक और बढ़ने की उम्मीद है। मार्केट रेट कम होने का नाम नहीं ले रहे, जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है। ऐसा माना जा रहा था कि गेहूं की आवक बढ़ने के बाद इसके मार्केट रेट में कमी आ सकती है, परंतु फिलहाल ऐसा नजर नहीं आ रहा। गेहूं के मार्केट रेट 2080 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास चल रहे हैं। गेहूं की गांवों में ही बिक्री ज्यादा हो रही है। परचून की दुकान चलाने वाले दुकानदार भी खेतों में ही किसानों का गेहूं एमएसपी या इससे अधिक रेट पर खरीद रहे हैं। इससे किसानों को मंडी तक गेहूं ले जाने के झंझट से छुटकारा मिल रहा है। इससे उनका खर्च भी कम हो रहा है।  फसल निकालने पर जोर गेहूं की कटाई का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। तापमान बढ़ने के कारण फसल कटाई के साथ ही गेहूं निकालने के लायक जल्द हो जाता है। किसानों ने अब गेहूं निकालने का कार्य तेजी से शुरू कर दिया है, जिससे गेहूं की आवक भी बढ़ने लगी है। अगले दो-तीन दिनों में मंडियों की आवक काफी बढ़ने की संभावनाएं हैं। सरसों में भी नरमी नहीं मंडी में सरसों के दामों में भी कमी नहीं आ रही है। सरसों 66 सौ रुपए प्रति क्विंटल तक बिक रही है, जिससे सरसों उत्पादक किसान काफी खुश नजर आ रहे हैं। गांवों में बड़े किसानों ने सरसों का भंडारण करना शुरू किया हुआ है। उन्हें उम्मीद है कि गत वर्ष की तरह इस बार भी दिवाली के आसपास सरसों के भाव बढ़ेंगे।
April 10, 2022

70 किसानों की 150 एकड़ गेहूं की फसल राख:जींद के गांव कालवन में खेतों में लगी भयंकर आग, दमकल विभाग की 2 गाड़ियों ने पाया काबू

70 किसानों की 150 एकड़ गेहूं की फसल राख:जींद के गांव कालवन में खेतों में लगी भयंकर आग, दमकल विभाग की 2 गाड़ियों ने पाया काबू

जींद : हरियाणा के जींद में नरवाना के गांव कालवन में रविवार को गेहूं के खेतों में आग लग गई। इसकी सूचना मिलते ही टोहाना से दमकल विभाग की 2 गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक 70 किसानों की 150 एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल राख हो चुकी थी।
गेहूं के खेतों में लगी आग।

गांव कालवन में रविवार दोपहर को खेतों में गेहूं की खड़ी फसल में आग लग गई। हवा की गति तेज होने के कारण आग फसल में फैलती चली गई और विकराल रूप धारण कर लिया। ग्रामीणों ने आग लगे होने की सूचना दमकल विभाग तथा पुलिस को दी।

सूचना मिलते ही टोहाना से दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल विभाग के कर्मचारियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर कुछ देर बाद आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक काफी देर हो गई थी। 70 किसानों की 150 एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल स्वाह हो गई थी।

Tuesday, April 5, 2022

April 05, 2022

तालु सिवाड़ा माइनर टूटी:अब 45 दिन बाद मिलेगा खेतों को पानी, 6 गांवों की 457 हेक्टेयर खेती रह गई प्यासी

तालु सिवाड़ा माइनर टूटी:अब 45 दिन बाद मिलेगा खेतों को पानी, 6 गांवों की 457 हेक्टेयर खेती रह गई प्यासी

Palau Siwara Minor broken: Now after 45 days the fields will get water, 457 hectares of cultivation of 6 villages left thirsty
तालु सिवाड़ा माइनर टूटी
हिसार : सुंदर ब्रांच नहर से निकली तालु-सिवाड़ा लिंक माइनर ओवरफ्लो हो कर कुंगड़ तालु के बीच तालु के खेतों में टूट गई। माइनर सुंदर ब्रांच नहर से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर टूटी है। सुबह खेत संभालने के लिए एक किसान खेत में गया तो माइनर टूटी देख अन्य किसानों को इसकी जानकारी दी और समय रहते किसानों ने सूझबूझ दिखाते हुए तालु-सिवाड़ा लिंक माइनर का पानी सुंदर ब्रांच नहर से शटर डाउन कर बंद कर दिया। इसके बावजूद मात्र एक घंटे में रामचंद्र, अमन, रामफल शर्मा, सोनू, सत्यवान, रामफल, सोनू प्रकाश, राजा, रामपाल व रामबीर की 25 एकड़ गेहूं की फसल पानी में डूब गई।

पानी में डूबी गेहूं की फसल दिन में हवा चलने से बिछ गई है। ऐसे में किसानों को अब गेहूं खराबे का डर भी सताने लगा है। वहीं माइनर टूटने की जानकारी किसानों ने विभाग के अधिकारियों को रात को ही दे दी थी। मगर किसानों के अनुसार मौके पर विभाग का कोई अधिकारी नहीं आया। विभाग ने मजदूरों को भेज कर तालु सिवाड़ा लिंक माइनर की दस फीट की दरार को पाटने का काम शुरू किया।
दरार पाट कर दोपहर पौने एक बजे सुंदर ब्रांच नहर से माइनर में पानी को छोड़ दिया गया है। तालु सिवाड़ा लिंक माइनर से सिंचाई के लिए कुंगड़, सिवाड़ा, पुर, तालु, जाटू लोहरी व मंढाणा की लगभग 3200 हेक्टेयर कृषि भूमि जुड़ी हुई है। ऐसे में इन गांवों के किसान सरसों के खेत को खाली कर कपास की बिजाई के लिए नहरी पानी का इंतजार कर रहे थे। मगर कुंगड़ में माइनर टूटने से सैंकड़ों किसानों को 40 दिन बाद मिलने वाला नहरी पानी नहीं मिला, जिस कारण उनकी खेती प्यासी रह गई।

*पानी ना मिलने से कपास बिजाई पर पड़ेगा असर*

किसानों ने बताया कि तालु सिवाड़ा लिंक माइनर में 40 दिन बाद 24 मार्च को पानी आया था। माइनर टूटने के कारण रात दस बजे से दोपहर 1:00 बजे तक माइनर में पानी बंद रहा। इससे गांव कुंगड़, सिवाड़ा, तालु, पुर, जाटू लोहरी व मंढ़ाणा के सैंकड़ा किसानों की करीब 457 हेक्टेयर खेती सिंचाई से वांछित रह गई है। इन खेतों को पानी न मिलने के कारण इसका सीधा असर कपास बिजाई पर पड़ेगा। माइनर में पानी एक सप्ताह के लिए ही छोड़ा गया है। इसके बाद 40 दिन बाद यानि मई माह का आधा महीना निकलने के बाद इस माइनर में पानी छोड़ा जाएगा।

*साढ़ेे 5 घंटे करते रहे विभाग का इंतजार*

खासकर सिवाड़ा, तालु, पुर, जाटू लोहरी व मंढ़ाणा के किसान कुंगड़ में पहुंच कर साढ़े 5 घंटे सिंचाई विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों का इंतजार करते रहे। किसान राम्मेहर, निवासा, कपूरा, सतपाल ने कहा कि उन्हें इस वक्त खेत में सिंचाई के लिए नहरी पानी की आवश्यकता है। क्योंकि नहरी पानी के दम पर ही वे कपास बिजाई की उम्मीद लगाए बैठे थे कि इस बार समय पर नहर में पानी आया है तो व समय रहते कपास की बिजाई कर सकेंगे। मगर माइनर टूटने के साथ साथ उनकी उम्मीदें भी टूटी हैं। अगर विभाग सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंच माइनर को पाट इसमें पानी छोड़ देता तो बहूत से किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल जाता।

*माइनर का जलस्तर बढ़ गया था*

सिंचाई विभाग के एसडीओ जोगेंद्र सिंह ने बताया कि तालु सिवाड़ लिंक माइनर टूटने की जानकारी उन्हें मिल गई थी। सुंदर ब्रांच नहर में 900 क्यूसेक की बजाए सवा 1100 क्यूसेक पानी होने से तालु सिवाड़ा लिंक माइनर के पानी का स्तर भी बढ़ गया था, चूहों के बिल से बने रिसाव के कारण जिस कारण माइनर टूट गई थी। उन्होनें मजदूरों को भेज कर माइनर में आई दरार का भरार को भरवा दिया है।

*रामचंद्र के खेत में दूसरी बार टूटी माइनर*

किसान रामचन्द्र ने बताया कि विभाग की लापरवाही के कारण उसके खेत में दूसरी बार माइनर टूटी है। एक साल पहले भी यहीं से इस माइनर में दरार आ गई थी, जिसे विभाग का इंतजार कर खूद ही पाटने का काम किया था। ऐसे में अब फीर से उसी जगह से ये माइनर दोबारा टूटी है, जिससे 10 एकड़ गेहूं की फसल में तीन फीट तक पानी भर गया है। रामचंद्र ने बताया कि इसकी जानकारी सुबह आठ बजे ही विभाग को दे दी थी। मगर विभाग का दस्ता माइनर को पटने के लिए 11 बजे के करीब पहुंचा। इस नुकसान की भरपाई के लिए रामचंद्र व अन्य किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग उठाई है।

Friday, November 19, 2021

November 19, 2021

मोदी ने अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए लिया कृषि बिल वापसी का फैसला

मोदी ने अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए लिया कृषि बिल वापसी का फैसला:- कमांडो रामेश्वर श्योराण पश्चिमी जोन संगठन मंत्री और प्रवक्ता आप हरियाणा

हिसार : पिछले लगभग एक साल से किसान दिल्ली बॉर्डर के चारों तरफ सडकों पर अपने हकों की लड़ाई के लिए संघर्ष कर रहे है।  आज सुबह राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि बिल वापिस लेने का ऐलान कर दिया किसानों से माफी मांगी और इसी महीने के अंत में होने वाले शीत कालीन सदन में इनको वापिस वापिस कर लेंगे।    किसान आंदोलन में लगातार संघर्ष करने वाले कमांडो श्योराण ने कहा कि जब किसान अपनी मांग के लिए दिल्ली की तरफ चले तो केंद्र सरकार ने किसानों पर बड़े हत्याचार किए थे। जो माफी लायक नहीं है।
किसानों को आतंकवादी, पाकिस्तानी,जैसे शब्दों की संज्ञा दी गई तो कभी आन्दोलनजीवी कहा गया केंद्र सरकार और हरियाणा की गठबंधन सरकार ने हमेशा किसानों के साथ हठधर्मिता से निर्णय लिया, लेकिन हम अन्नदाता अपना बड़ा दिल दिखाते हुए मोदी को माफ करेंगे। लेकिन जब तक कृषि बिल वापसी का नोटिफिकेशन जारी नहीं होता है। और MSP गारंटी कानून नहीं बनता है। साथ ही किसानों पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापिस नहीं होते हैं। हम घर वापसी नहीं करेंगे। आम आदमी पार्टी हमेशा अन्याय के विरोध में आम जनता के साथ खड़ी है।

Friday, July 9, 2021

July 09, 2021

कृषि-किसानों के लिए CM खट्टर का बड़ा ऐलान, देखें क्या फैसला लिया?

कृषि-किसानों के लिए CM खट्टर का बड़ा ऐलान, देखें क्या फैसला लिया?

चंडीगढ़ : इस बार झमाझम मानसूनी बारिश में देरी हो रही है| गर्मी से बेहाल लोग आकाश की ओर टकटकी लगाए देख रहे हैं कि कब बदरा बरसेंगे| वहीं, सबसे ज्यादा दिक्कत ऐसे में किसानों को है धान की बुहाई का समय है और बारिश धोखा दे रही है| बरहाल, इस बीच हरियाणा सरकार ने अपने प्रदेश के किसानों के लिए बड़ा ऐलान करते हुए उन्हें बड़ी राहत दे दी है| सीएम खट्टर ने ऐलान किया है कि प्रदेश के किसानों को मानसूनी बारिश आने तक बिजली 8 घंटे की जगह 10 घंटे दी जाएगी| यानि अब रोजाना कृषि के लिए किसानों को दो घंटे अतरिक्त बिजली मिलेगी|
*गन्नौर में 550 एकड़ में सबसे बड़ी मंडी…..*
इधर, हरियाणा में गन्नौर में 550 एकड़ में सबसे बड़ी मंडी बनने जा रही है। प्रदेश कृषि मंत्री जे. पी. दलाल ने कहा कि हम हरियाणा के गन्नौर में 550 एकड़ में एशिया की सबसे बड़ी मंडी बनाने जा रहे हैं जिसमें हजारो करोड़ रुपये का पूंजी निवेश होगा। मंडियां समाप्त करने का एक दुष्प्रचार है। सवाल ही नहीं पैदा होता की कोई मंडी बंद हो जाए।