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Saturday, June 25, 2022

June 25, 2022

Haryana Weather Update : हरियाणा में गर्मी फिर रिर्टन, पांच दिन बाद झमाझम बारिश के साथ होगी मानसून की एंट्री

Haryana Weather Update : हरियाणा में गर्मी फिर रिर्टन, पांच दिन बाद झमाझम बारिश के साथ होगी मानसून की एंट्री 

Haryana Weather Update : मैदानी राज्यों राजस्थान ,हरियाणा, एनसीआर दिल्ली में अभी मरूस्थलीय गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाएं चल रही हैं, जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में तापमान में बढ़ोतरी और उमस और पसीने वाली गर्मी अपने तीखे तेवरों से आगाज किये हुए है साथ ही जिसकी वजह से वर्तमान समय में मानसून भी आगे नहीं बढ़ पा रहा है। लेकिन आने वाले पांच छः दिनों में सम्पूर्ण इलाके में एक बार फिर से हवाओं का रूख बदल जाएगा और पूर्वी हवाएं चलेंगी और मानसून की गतिविधियों को रफ्तार मिलेगी। मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि आने वाले पांच छः दिनों तक जिला महेंद्रगढ़ में मौसम शुष्क रहने वाला है और तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। उसके बाद हरियाणा एनसीआर दिल्ली में झमाझम बारिश के साथ मानसून की एंट्री होगी। वर्तमान परिदृश्य में अभी पश्चिमी शुष्क हवाओं का प्रभुत्व स्थापित हो गया है जिसकी वजह हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अभी मानसून को आगे बढ़ने के लिए अनुकूल नहीं है। जब तक हरियाणा एनसीआर दिल्ली में पश्चिमी हवाओं का जोर रहेगा तब तक मानसून आगे नहीं बढ़ सकता है। 28 जून के बाद हरियाणा एनसीआर दिल्ली में पूर्वी हवाओं का रूख पूर्वी नमी वाली पवनों का हों जाएगा और जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में मानसून आगे बढ़ सकेगा और 1 जुलाई तक हरियाणा एनसीआर दिल्ली का सम्पूर्ण इलाका मानसून की बारिश से सराबोर हो जाएगा। क्योंकि हवाओं की परिस्थितियां और दिशा भी मानसून की सक्रियता के लिए महत्वपूर्ण कारक होता है। गत वर्ष 2021 में भी पश्चिमी हवाओं की वजह से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मानसून 13 जुलाई को रिकॉर्ड देरी से पहुंचा था। हरियाणा एनसीआर दिल्ली और विशेषकर जिला महेंद्रगढ़ में जैसे ही हवाएं के रूख में बदलाव होगा उसके साथ ही मानसून झूमकर आगे बढ़ेगा । लेकिन अभी एक सप्ताह का इंतजार करना होगा । इस दौरान अधिकतर हरियाणा एनसीआर के हिस्से में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हो सकती है।प्रदेशभर से प्री-मानसून की बारिश गायब होते ही तापमान में उछाल आया है।

Saturday, May 14, 2022

May 14, 2022

टोल प्लाजा फ्री करवा फिर धरने पर बैठे किसान, विरोध देखकर खिसके कर्मचारी, जानें पूरा मामला

टोल प्लाजा फ्री करवा फिर धरने पर बैठे किसान, विरोध देखकर खिसके कर्मचारी, जानें पूरा मामला 

जींद : संयुक्त किसान मोर्चा खटकड़ टोल प्लाजा कमेटी के प्रवक्ता के साथ लुदाना टोल कर्मियों ने मारपीट की। घटना से खफा किसानों ने विरोधस्वरूप टोल प्लाजा फ्री करवा दिया और धरना शुरु कर दिया। घायल प्रवक्ता को सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। खटकड़ टोल प्लाजा के प्रवक्ता सुशील नरवाल शुक्रवार दोपहर बाद कार्यवश गोहाना की तरफ जा रहे थे। लुदाना टोल प्लाजा कर्मियों ने उन्हें टोल देने के लिए कहा। सुशील ने अपना परिचय देते हुए संगठन से संबंधित पहचान पत्र भी दिखाया। टोल प्लाजा कर्मियों ने उनके पहचान पत्र को मानने से मना कर दिया और गाली गलौच तथा हाथापाई पर उतर आए। टोल प्लाजा कर्मियों ने सुशील के साथ मारपीट की और खिंचकर केबिन के अंदर ले गए। जहां पर उसके साथ फिर से मारपीट की गई।  किसी तरह टोल कर्मियों के चंगुल से निकलकर सुशील अपने साथियों से संपर्क साधने में कामयाब हो गया। घटना की सूचना मिलते ही खटकड़ टोल प्लाजा कमेटी के सदस्य तथा अन्य कार्यकर्ता लुदाना टोल प्लाजा पर पहुंच गए। किसानों को एकजुट होता देख टोल कर्मी वहां से खिसक गए। किसानों ने विरोध जताते हुए टोल प्लाजा को फ्री करवा दिया और धरना शुरु कर दिया। किसानों का कहना था कि टोल कर्मियों की गुंडागर्दी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। घायल सुशील को सामान्य अस्पताल लाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया। खटकड़ टोल प्लाजा कमेटी ने मामले की शिकायत पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस से की है। खटकड़ टोल प्लाजा कमेटी के अध्यक्ष सतबीर पहलवान ने कहा कि टोल कर्मियों की यह सरासर गुंडागर्दी हे। उन्होंने सीसीटीवी फूटेज को देखा है जिसमे छह सात टोल कर्मी मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं। फिलहाल मामले की शिकायत पुलिस को की जा रही है। असंध में शनिवार को होने वाली बैठक में कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा। पिल्लूखेड़ा थाना प्रभारी हरिओम ने बताया कि फ्री गुजरने को लेकर टोल प्लाजा कर्मियों से विवाद हुआ है। जिस पर किसान लामबद्ध हो गए, किसानों से बातचीत जारी है। शिकायत मिलते ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
May 14, 2022

16 मई से यहां बदल सकता है मौमस, IMD ने दिए राहत के संकेत

16 मई से यहां बदल सकता है मौमस, IMD ने दिए राहत के संकेत

नारनौल : भारत के उत्तरी मैदानी राज्यों राजस्थान, हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में भीषण गर्मी अपने चरम शबाब पर है और नौतपा से 12 दिन पहले ही सम्पूर्ण इलाका तापमान में बढ़ोतरी से तप रहा है। नौतपा 25 मई से 3 जून तक रहता है क्योंकि 25 मई से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में गोचर करेगा तब नौतपा शुरू हो जाएगा। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से नौतपा साल के वह 9 दिन होते हैं जब सूर्य पृथ्वी के सबसे नजदीक रहता है जिस कारण से इन 9 दिनों में भीषण और प्रचण्ड गर्मी पड़ती है। कहा जाता है कि धरती जितनी ज्यादा गर्म होती है उतनी ज्यादा बारिश होती है इसके पीछे वैज्ञानिक तथ्य है कि ज्यादा तापमान बढ़ने से स्थल का वायु दबाव कम हो जाता है और सागर पर कम तापमान की वजह से सागर पर अधिक वायु दबाव हो जाता है और फैरल का नियम है पवनें हमेशा उच्च वायुदाब से निम्न वायु दबाव की और चलतीं है और इस नौतपा की वजह से सागरीय पवनों ग्रीष्म ऋतु में सागर से स्थल की ओर चलती हैं और शीत ऋतु में इससे विपरीत होता है यानी पवनें स्थल से सागर की ओर चलती हैं इन्हीं पवनों को मानसून पवनें कहा जाता है।  राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि भीषण और प्रचण्ड रिकॉर्ड तोड गर्मी का इस साल का चौथा दौर जारी है। इसके साथ राजस्थान, हरियाणा, एनसीआर, दिल्ली में तापमान जबरदस्त तरीके से छलांग लगा रहा है। शुक्रवार को राजस्थान में तापमान 48. 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि हरियाणा में 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया हैं। आने वाले तीन दिनों में भीषण आग उगलती और उमस भरी पसीने वाली गर्मी रिकॉर्ड बनाएगी और पूराने रिकॉर्ड तोड़ेगी और तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होगी। वर्तमान में सम्पूर्ण इलाके पर बलुचिस्तान और थार मरुस्थल की गर्म और शुष्क हवाओं का का प्रभाव जारी है। साथ ही आज से एक अन्य मौसम प्रणाली बन गई है क्योंकि पश्चिमी राजस्थान व आसपास के क्षेत्रों के ऊपरी वायुमंडलीय स्तरों में कल रात से ही प्रति चक्रवातीय सरकुलेशन तंत्र के निर्माण से तथा वायुमंडल के निचले स्तरों में बलुचिस्तान और थार मरुस्थल की गर्म व शुष्क पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से राज्य में तीव्र हीट वेव की परिस्थिति बनी हुई है। जिसकी वजह से वर्तमान में चल रहे तीव्र हीटवेव का दौर अभी भी अगले 48 घंटों तक जारी रहेगा। भारतीय मौसम विभाग ने सम्पूर्ण इलाके पर ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया हुआ है।  तत्पश्चात तापमान में हल्की गिरावट होने की सम्भावना है। क्योंकि एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन बनने जा रहा है जिसकी वजह से प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन कमजोर पड़ने और पवनों की दिशा दक्षिणी पूर्वी नमी वाली हों जाएगी जिसकी वजह से दिनांक 16 मई से अधिकतर स्थानों के तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी। अधिकतम तापमान 40.0 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज होंगे तथा हीट वेव के दौर से 16 मई की रात से आफ़त वाली प्रचण्ड गर्मी से राहत मिलने की प्रबल संभावना है। हरियाणा के पश्चिमी दक्षिणी और दक्षिणी पूर्वी जिलों सिरसा, फतेहाबाद, हिसार भिवानी महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, रेवाड़ी, फरीदाबाद, गुड़गांव, पलवल, सोहना तावडू, सोनीपत, पानीपत, एनसीआर दिल्ली में भीषण गर्मी और हीट वेव लू चलने की संभावनाएं बन रही है। शेष हरियाणा में भी अब पूर्वी नमी वाली पवनों का प्रभाव हट गया है जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में भीषण गर्मी और प्रचण्ड हीट बेव अपना जलवा दिखा रही है। 14,15-16 मई के दौरान तेज धूलभरी हवाएं ( 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा ) चलने की संभावना है। सिमित स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी की गतिविधियां देखने को मिलेगी। शुक्रवार को हरियाणा के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 40.0 से 48.8 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। हरियाणा एनसीआर में सिरसा का अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जो असामान्य स्थिति में पहुंच गया है। जबकि न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री से 30.5 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। आने वाले दो तीन दिनों तक हरियाणा एनसीआर व दिल्ली में इसी प्रकार की मौसम स्थितियां रहने वाली है। 16 मई से सम्पूर्ण हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में मौसम गतिशील और परिवर्तनशील रहने की संभावनाएं हैं जिसकी वजह से तापमान में हल्की गिरावट देखी जाएगी और भीषण गर्मी और प्रचण्ड हीट बेव लू से आंशिक राहत मिलने की संभावनाएं हैं।

Thursday, April 28, 2022

April 28, 2022

फानों में लगाई आग से हादसा : धुएं में दो बाइक भिड़ी, महिला की मौत, चार लोग घायल

फानों में लगाई आग से हादसा : धुएं में दो बाइक भिड़ी, महिला की मौत, चार लोग घायल

जींद : गांव सिंघाना तथा मुआना के बीच खेतों में फूंके जा रहे गेहूं के फानों से उठे धुएं के कारण वहां से गुजर रहे बाइक की दूसरी बाइक ट्राली से भिड़त हो गई। जिसमें बाइक पर सवार एक महिला की मौत हो गई जबकि पति समेत चार लोग घायल हो गए। सदर थाना सफीदों पुलिस मामले की जांच कर रही है। गांव जुलानी निवासी प्रवीण, उसकी पत्नी सोनम (24), भाई दीपक (22), बेटा रेहान (डेढ़ वर्ष), बेटी वर्षा चार माह को बाइक पर लेकर अपनी ससुराल गांव रामपुरा जा रहा था। जब वे गांव सिंघाना तथा मुआना के बीच पहुंचे तो वहां पर फाने फूंके जाने के कारण धुआं फैला हुआ था। धुएं के बीच उनकी बाइक दूसरी बाइक ट्राली से जा भिड़ी। जिसमें प्रवीण समेत उसके परिवार के पांच सदस्य घायल हो गए। राहगीरों ने घायलों को सामान्य अस्पताल सफीदों पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने सोनम को मृत घोषित कर दिया। प्रवीण व परिवार के अन्य सदस्यों के हालात खतरे से बाहर हैं। घटना की सूचना पाकर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और हालातों का जायजा लिया। दूसरा चालक बाइक ट्राली को मौके पर छोड़ कर फरार हो गया।
मृतक के भाई दीपक ने बताया कि सड़क पर काफी धुआं था। दूसरी तरफ से बाइक ट्राली आ रही थी। जिसमें सरिया भरा गया था। धुआं होने के कारण उन्हें दिखाई नहीं दिया और दोनों के बीच भिड़ंत हो गई। जिसमें उसकी भाभी सोनम की मौत हो गई। सदर थाना सफीदों प्रभारी धर्मबीर ने बताया कि जिस स्थान पर हादसा हुआ वहां पर धुआं था। धुएं में दोनों चालक साफ नहीं देख पाए और हादसा हो गया। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

Wednesday, April 27, 2022

April 27, 2022

हरियाणा में सूखे चारे पर राजनीति:किसान बोले- गेहूं में घाटा, तूड़ी बेचने से राहत; गौशाला वालों का तर्क- गाय मर जाएंगी

हरियाणा में सूखे चारे पर राजनीति:किसान बोले- गेहूं में घाटा, तूड़ी बेचने से राहत; गौशाला वालों का तर्क- गाय मर जाएंगी

करनाल : हरियाणा में तूड़ी को दूसरे प्रदेशों में भेजने पर लगी धारा 144 लगातार बड़ा मुद्दा बनती जा रही है। ऐसे में प्रदेश से बाहर तूड़ी की सप्लाई नहीं हो सकती। सरकार प्रदेश में चारा की कमी बता रही है तो उनके साथ-साथ गौशाला इस आदेश को ठीक बता रही है। ऐसा न होने पर गौशाला के पशु भूखे मर जाएंगे।

वहीं किसान और विपक्ष इसको किसानों के विरोधी कानून बता रहे है। किसानों व कांग्रेस का मानना है कि गेहूं उत्पादन कम होने से किसानों को नुकसान हुआ है। वे तूड़ी बेचकर कुछ राहत पा सकते हैं। ऐसे में इस कानून को खत्म किया जाना चाहिए और हम कानून को खत्म करने की मांग करते हैं।
Politics on dry fodder in Haryana: Farmers said – loss in wheat, relief from selling stubble; The argument of the cowshed - the cow will die
*गौशाला प्रधान कृष्ण लाल तनेजा।*
*गायों के लिए ज्यादा रेट पर तूड़ी खरीदनी मुश्किल*

राधाकृष्ण गौशाला प्रधान कृष्णलाल तनेजा ने बताया कि हम 20 साल से गौशाला चला रहे हैं। 1170 पशु हैं। आज तक हमें तूड़ी की चारे की कोई समस्या नहीं आई। पीछे नवंबर से तूड़ी का रेट काफी बढ़ गया है। सीजन में 300 से 350 रुपए में तूड़ी मिलती थी। गौशाला में 30 से 35 क्विंटल तूड़ी लगती है।

चारा भी 400 से 500 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। आने वाले समय में समस्या और ज्यादा होगी। सीजन में 880 रुपए के हिसाब से तूड़ी खरीदी है। सरकार से निवेदन है कि तूड़ी के प्रदेश से बाहर जाने पर रोक लगाई जाए। रेट पर भी अंकुश लगाए। गौशाला को हानि हो रही है।
Politics on dry fodder in Haryana: Farmers said – loss in wheat, relief from selling stubble; The argument of the cowshed - the cow will die
डीसी अनीश यादव।
*भविष्य को देखते हुए सरकार का आदेश*

डीसी अनीश यादव ने बताया कि इस बार गेहूं की पैदावार कम है। करीब 30 फीसदी कम हुआ है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि गेहूं के उत्पादन के साथ चारा भी कम रहेगा। भविष्य को देखते हुए एतिहयात बरतने जा रहे हैं। इसके लिए धारा 144 लागू की है।

*सरकार समझे- अनाज कम, तूड़ी ज्यादा है*

विधायक शमशेर गोगी ने कहा कि यह सरकार का तानाशाही आदेश है। एक किसान मेहनत कर रहा है। सरकार की गलती की वजह से भुगतान कर रहा है। सरकार ने समय पर यूरिया और डीएपी मुहैया नहीं करवाया, जिसका किसानों की फसल की पैदावार पर 30 फीसदी तक असर हुआ है। उस पर बोनस देने की बजाए सरकार तूड़ी पर भी बैन लगा रही है।

सरकार के पास तूड़ी कम है। इस बार तो दाने कम हुए हैं, तूड़ी ज्यादा है। लोग स्टॉक कर रहे हैं। आज तूड़ी नहीं बिकने दोगे तो आने वाले समय बारिश में तूड़ी भीग कर खराब हो जाएगी। किसान को फिर से सस्ते दामों में बेचना पड़ेगा। भाजपा की नीयत व राष्ट्रवाद पर सवाल उठाता हूं। हम सब राष्ट्रवादी हैं। सरकार से अपील है कि इस आदेश को वापस ले लो। किसानाें को मारने का काम न करो।
Politics on dry fodder in Haryana: Farmers said – loss in wheat, relief from selling stubble; The argument of the cowshed - the cow will die
*असंध कांग्रेस विधायक शमशेर गोगी।*
*बोनस की बजाए, तूड़ी पर रोक*

किसान संदीप ने बताया कि सरकार को यह आदेश गलत है। इस बार किसानों की पैदावार कम हुई है। तूड़ी व पराली से किसान दो पैसे बना लेता तो क्या फर्क पड़ जाएगा। इससे उसका नुकसान की कुछ भरपाई हो जाएगी। हमारे लिए तो बहुत ही बहुत बढ़िया है। जब सरकार ने पॉलिसी बनाई है कि वह फसल को कहीं भी बेच सकते हैं।

अब धारा 144 लगाकर सरकार अपनी की पॉलिसी पर बैन लगा रही है। बाहर तूड़ी बेचने से उन्हें पैसा ज्यादा मिलता। किसानों को गेहूं का उत्पादन कम होने पर बोनस नहीं दिया। जब तूड़ा का रेट बढ़ गया तो व्यापारियों की फट सुन ली। फसल जलने के बाद सरकार कोई मुआवजा नहीं देती। और तो और किसानों को फायर ब्रिगेड का पैसा तक नहीं देती।
Politics on dry fodder in Haryana: Farmers said – loss in wheat, relief from selling stubble; The argument of the cowshed - the cow will die
*गेहूं उत्पादन की जानकारी देते किसान।*
*तूड़ी बेचकर हो सकता था घाटा कम*

किसान विजय कुमार ने बताया कि जमींदार की अपनी चीज है, वह अपनी चीज को कहीं भी बेच सकती है। अब सरकार यह गलत आदेश लाई है। हर बार गेहूं की फसल प्रति एकड़ 24 क्विंटल होती थी। इस बार 15-16 क्विंटल तक ही सिमट गई। ऐसे में वह तूड़ी बेचकर घाटे को कुछ कम कर सकता था।

Tuesday, April 26, 2022

April 26, 2022

जिला जीन्द के गांव तारखा में किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान का आयोजन किया गया

जिला जीन्द के गांव तारखा में किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान का आयोजन किया गया  

जींदः- गांव तारखा में आज बागवानी विभाग, जींद द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान का आयोजन किसान ज्ञानीराम तारखा के खेत में किया गया। जिसमें तारखा फार्मर प्रोड्यूसर ऑरगनाईजेषन के किसान व जिला जींद के लगभग 82 किसानों ने भाग लिया। इस दौरान    डा. विजय पानू, जिला उद्यान अधिकारी, जींद ने बताया कि देष की राजधानी दिल्ली का काफी क्षेत्र हरियाणा राज्य की सीमायें कवर करती हैं, परन्तु फिर भी राजधानी पंहुचने वाले फल व सब्जियों मे हरियाणा का केवल 10 से 12 प्रतिषत हिस्सा है। उन्होने फल व सब्जियों का क्षेत्र बढाने के साथ-साथ फल व सब्जियों के भण्डारण के लिए किसानो को कोल्ड स्टोर, सी.ए. स्टोर, ईन्टीग्रेटिड पैक हाऊस बनाने के लिए प्रेरित किया ताकि फल व सब्जियों के भण्डारण न होने के कारण होने वाले नुकसान को कम करके किसान की आमदनी बढाई जा सके और कोल्ड स्टोर,  सी.ए. स्टोर इत्यादि बनाने पर विभाग द्वारा दी जाने वाली अनुदान राषी के बारे में विस्तारपूर्वक बताया । डा. कमल सैनी, विषय वस्तु विषेषज्ञ, रोहतक ने किसानो को बागवानी विभाग की महत्तवपुर्ण स्कीमो के बारे में किसानो को विस्तारपूर्वक बताया तथा किसानो की आय् दोगुना करने हेतू माननीय प्रधानमन्त्री द्वारा चलाई जा रही स्कीमों के बारे में सुझाव दिऐ। उन्होने किसानों को फलों के बाग लगाने हेतु प्रेरित करते हुये किस्में, पौधे लगाने का समय, पौधे से पौधे की दूरी, बेल वाली सब्जियों की खेती बॉस के साथ करने के लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। उन्होने प्राकृतिक खेती पर विषेष ध्यान देते हुये किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिये जागरूक किया। इस अवसर पर  डा. असीम कुमार, जिला बागवानी सलाहकार, डा.दीपक, उद्यान विकास अधिकारी, नरवाना  किसान ज्ञानी राम, तारखा, सुरेन्द्र श्योंकंद सफा खेडी, हरिकेष काब्रछा, सतबीर सुरबरा, सुरेष सुरबरा, कृष्ण बच्ची, जस्सा डोहाना खेडा, नफा सरंपच, बलमत, बलजीत धस्सो, राजेष झील, सुरेन्द्र नंबरदार, उपस्थित रहें।
जिला उद्यान अधिकारी,
जींद।
April 26, 2022

तेज आंधी में धूं धूं कर जलता रहा रोहतक, शुगर मिल सहित 40 जगह लगी आग, कई जगह फसल राख

तेज आंधी में धूं धूं  कर जलता रहा रोहतक, शुगर मिल सहित 40 जगह लगी आग, कई जगह फसल राख

रोहतक :  कल शाम रोहतक में चली तेज आंधी के चलते भाली स्थित शुगर मिल सहित 40 जगह खेतों में आग लग गई। ज्यादातर जगह गेहूं के फाने व सूखी घास में आग लगने से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन गाड़ियों की कमी से परेशान फायर ब्रिगेड के पसीने छूट गए। उधर, सांपला के गिझी मार्ग पर खेत में आग से करीब 4 एकड़ ईख की फसल जल गई।
रात करीब साढ़े 8 बजे तेज हवा चलनी लगी। उस समय खेतों में किसानों ने गेहूं की फांस जलाने के लिए आग लगा रखी थी। तेज हवा के चलते आग तेजी से फैलने लगी। कहीं आग बेकाबू न हो जाएं, इसके चलते फायर ब्रिगेड को फोन घनघनाने लगा। एक घंटे के अंदर 40 जगह से फायर ब्रिगेड कार्यालय में कॉल आई। सुनारिया, गरनावठी, सुंदरपुर, टिटौली, कच्चा चमारिया रोड, गांधरा मोड़, पहरावर, खरावड़ बाईपास, चुनियाना मोड़, बैंसी, पटवापुर, मुरादपुर टेकना, काहनौर, रोहतक रोड महम, चांदी व गिझी के खेतों में गेहूं के फांस व सड़क किनारे ग्रीन बेल्ट में आग लग गई। रात करीब साढ़े 9 बजे भाली स्थित शुगर मिल में खुले के अंदर पड़ी खोई में आग सुलग गई।

देर रात तक फायर ब्रिगेड के हेल्पलाइन नंबर 101 की घंटी बजती रही। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने कई फोन करने वालों से सॉरी बोला, कहा सभी गाड़ी आग बुझाने गई हुई हैं। इंतजार करना होगा। विभाग के पास मात्र आठ गाड़ियां हैं। इसमें एक महम व एक सांपला में खड़ी होती है। जबकि तीन गाड़ी सेक्टर पांच व तीन सोनीपत स्टैंड स्थित फायर स्टेशन पर खड़ी रहती हैं। विभाग की तीन गाड़ियां 10 साल पुरानी हो चुकी हैं। ऐसे में सोमवार को गाड़ियों की काफी कमी महसूस हुई।

वहीं सांपला में गिझी मार्ग पर करीब 4 एकड़ ईख की फसल में आग लग गई। इससे किसान को आर्थिक नुकसान हो गया है। मौके पर जेसीबी मशीन व फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी पहुंची, लेकिन आंधी के कारण आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इस्माईला गांव के किसान ने सांपला गिझी मार्ग पर करीब चार एकड़ में ईख की फसल उगा रखी थी। दोपहर बाद अचानक फसल में आग लग गई। इसी दौरान आए तेज हवा के कारण आग की लपटों ने पूरे खेत को अपनी चपेट में ले लिया।
घटना की सूचना पुलिस व फायर ब्रिगेड को दी गई। आग को रोकने के लिए जेसीबी मशीन की भी मदद ली गई, लेकिन आंधी की वजह से प्रशासन और किसान का प्रयास नाकाम रहा। इससे किसान को लाखों रुपये का नुकसान बताया जा रहा है। आग आसपास के खाली खेतों में भी फैल गई। किसान ने हाल में फसल की कटाई का काम भी शुरू कर दिया था। किसान ने प्रशासन से आर्थिक सहायता देने की मांग की है। वहीं जुलियाना मोड़ रेलवे फाटक के पास भी आग लग गई, वहां भी फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने मौके पर पहुंचकर करीब आधे घंटे के प्रयास से आग पर काबू पाया।