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Thursday, May 13, 2021

May 13, 2021

कोरोना मरीजों लिए रोडवेज की बसों को बनाया एंबुलेंस

कोरोना मरीजों लिए रोडवेज की बसों को बनाया एंबुलेंस

कुरुक्षेत्र : कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच हरियाणा रोडवेज की बसों को एंबुलेंस का रूप दिया गया है। ये एंबुलेंस बकायदा ऑक्सीजन सहित स्वास्थ्य सुविधाओं से लैस हैं। कुरुक्षेत्र की पांच बसों को एंबुलेंस बनाया गया है। ऑक्सीजन सिलेंडर से लैस बसें स्वास्थ्य विभाग को बुधवार को सौंप दी जाएंगी। प्रत्येक बस के अंदर 4 मरीजों व 4 अटेंडेड के साथ-साथ ऑक्सीजन की भी होगी सुविधा। बता दें कि कुरुक्षेत्र जिला में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढने के साथ साथ कोरोना संक्रमितों की होने वाली मृत्यु दर भी काफी बढी है। ऐसे में कुरुक्षेत्र डिपू ने 5 बसों को एंबुलेंस में बदल दिया है। बुधवार तक ये बसें स्वास्थ्य विभाग को सौंप दी जाएंगी। कुरुक्षेत्र रोडवेज का इस महामारी में यह सराहनीय कदम है क्योंकि कोरोना वेव टू के चलते लोगों को एंबुलेंस व ऑक्सीजन जैसी सुविधाओं के न होने से जूझना पड़ रहा है और बहुत से लोग इन सुविधाओं के अभाव से अपनी जान भी गंवा चुके हैं। कुरुक्षेत्र रोडवेज डिपो वर्क्स मैनेजर समिंदर सिंह ने कहा कि पूरी तैयारी कर ली है और बुधवार तक यह 5 बसें स्वास्थ्य विभाग को सौंप दी जाएंगी। हर बस में 4 मरीजों को अस्पताल ले जाने की सुविधा होगी साथ में ऑक्सीजन की भी सुविधा बस में की जाएगी। हरियाणा रोडवेज का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाना है।
May 13, 2021

सुनारिया जेल से राम रहीम को लाया गया पीजीआई, जानिये क्या है वजह ?

सुनारिया जेल से राम रहीम को लाया गया पीजीआई, जानिये क्या है वजह ?

रोहतक : डेरा प्रमुख राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल से रोहतक पीजीआई लाया गया है। बताया जा रहा है कि अचानक राम रहीम की तबीयत खराब हो गई थी जिसके बाद रोहतक पीजीआई लेकर पहुंचे थे। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक अभी राम रहीम को मेडिकल सर्जन के रुम में ही रखा गया है।
गौरतलब है कि साध्वी यौन शोषण मामले में गुरमीत राम रहीम सिंह रोहतक की जेल में बंद हैं और उन्हें आज पीजीआई अस्पताल ले जाया गया। पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था के बीच एक एंबुलेंस पीजीआई पहुंची है।
इस दौरान रास्ते में भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है। फिलहाल अभी पता नहीं लग पाया है कि वह किस बीमारी के चलते अस्पताल में लाए गए हैं, बताया जा रहा है कि जब अस्पताल के बाहर एंबुलेंस आई तो पुलिस ने उसके सामने दूसरी गाड़ी गाड़ी खड़ी कर दी ताकि पता ना चल पाए की गाड़ी में कौन बैठा है।
May 13, 2021

अंबाला में रिहायशी भवन से मिला ऑक्सीजन सिलेंडरों का जखीरा

अंबाला में रिहायशी भवन से मिला ऑक्सीजन सिलेंडरों का जखीरा 

अंबाला : अंबाला एक रिहायशी भवन से 33 ऑक्सीजन सिलेंडर  जब्त किए गए हैं। यह खुलासा तब हुआ जब डीसी अशोक शर्मा एक माइक्रो कंटेनमेंट का मुआयना करने जा रहे थे। तभी उनकी नजर एक घर में रखे ऑक्सीजन सिलेंडरों पर पड़ गई। तत्काल उन्होंने अपनी गाड़ी रुकवा कर सभी सिलेंडर जब्त करने के आदेश दिए। साथ ही भवन मालिक से खाली पड़े सिलेंडरों के बारे में पूरी जानकारी जुटाने की बात कही। साफ कहा कि अगर मालिक संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। ऑक्सीजन सिलेंडरों के जखीरे पर प्रशासनिक अधिकारियों की नजर तब पड़ी जब वे महेशनगर में पहुंचे थे। तभी उनकी नजर सिलेंडरों पर पड़ गई। डीसी समेत सभी अधिकारी रिहायशी भवन में पहुंच गए। मौके पर मिले प्रतिनिधियों ने खाली सिलेंडरों को लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि लोग ऑक्सीजन के बिना जान गंवा रहे हैं लेकिन लापरवाही से इतने सिलेंडरों का होना बड़ी हैरानी की बात है।
उन्होंने तुरंत नोडल अधिकारी और एसएचओ अजैब सिंह को नर्दिेश देते हुए कहा कि तुरंत प्रभाव से सिलेंडरों को जब्त करने की बात कही। ये सिलेंडर अब सामान्य अस्पताल में ऑक्सीजन प्रयोग में लाए जाएंगे। इनके जरिए नागरिक अस्पतालों में की जा रही ऑक्सीजन की सप्लाई की जाएगी। नोडल अधिकारी बीडीपीओ दलजीत सिंह और एसएचओ अजैब सिंह को स्पष्ट नर्दिेश दिए गए कि सिलेंडर मालिक से पूछा जाए कि यहां ये क्यों रखे हैं? जो भी उनके खिलाफ कार्रवाई बनती है उसके आधार पर की जाए। डीसी ने लोगों से अपील की कि यदि किसी फैक्ट्री में या फिर अन्य के पास इस प्रकार के सिलेंडर हैं तो वो तुरंत प्रभाव से प्रशासन को उपलब्ध करवाएं ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इनका प्रयोग किया जा सके । पुलिस ने सभी सिलेंडर अपने कब्जे में ले लिए थे।
May 13, 2021

हरियाणा में फिर सामने आया शर्मनाक मामला, बहू और पोते ने 92 साल की बुजुर्ग को घर से निकाला

हरियाणा में फिर सामने आया शर्मनाक मामला, बहू और पोते ने  92 साल की बुजुर्ग को घर से निकाला

हिसार :  हरियाणा के हिसार जिले के भाटला गांव में 92 वर्षीय बुजुर्ग महिला को बहू व पोते ने पीटकर घर से निकाल दिया। बुजुर्ग महिला रोती बिलखती हुई कई घंटों तक गली में पड़ी रही। इस दौरान ग्रामीणों ने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस ने बहू व पोते के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार गांव भाटला निवासी 92  वर्षीय रजनी देवी के दो बेटे थे। एक बेटे का देहांत हो चुका है जबकि दूसरा रेलवे से रिटायर होने के बाद दिल्ली में रहता है। रजनी गांव में ही बहू के पास रहती है। आरोप है कि मंगलवार को रजनी को उसकी बहू व पोते ने पीटकर चारपाई व कपड़ों से भरे बैग के साथ घर से निकाल दिया। बुजुर्ग महिला घंटों तक रोते बिलखते हुए गली में पड़ी रही। गांव के कुछ युवकों ने बुजुर्ग महिला की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। 
दरअसल इस शर्मनाक घटना का कारण 90 गज का प्लॉट है, जो वृद्धा को सरकार से मिला है। वृद्धा यह प्लॉट किसी एक बेटे को देने के पक्ष में थी। गली में बैठी बुजुर्ग महिला से जब एक युवक ने हाल पूछा तो वृद्धा की आंखें छलक पड़ीं। युवक ने वृद्धा का वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल दिया। 
मामला पुलिस के संज्ञान में पहुंचते ही एसपी ने मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिसके बाद भाटला चौकी से पुलिस मौके पर पहुंची और बुजुर्ग महिला के बड़े बेटे को तलब किया। भाटला चौकी इंचार्ज रामनिवास ने बताया कि फिलहाल बुजुर्ग महिला बड़े बेटे के पास है। आरोपी महिला संतरा व उसके बेटे रिंकू के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 506, 34 के तहत एफआइआर दर्ज कर ली गई है।

Wednesday, May 12, 2021

May 12, 2021

तारक मेहता की बबीता जी की बढ़ सकती है मुश्किलें, हरियाणा पुलिस के पास पहुंची शिकायत, जानिये क्या है मामला ?

तारक मेहता की बबीता जी की बढ़ सकती है मुश्किलें, हरियाणा पुलिस के पास पहुंची शिकायत, जानिये क्या है मामला ?

हांसी : टीवी के चर्चित शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा में बबीता जी का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री मुनमुन दत्ता की मुश्किलें बढ़ सकती है। मुनमुन दत्ता के खिलाफ हरियाणा के हांसी में शिकायत दर्ज की गई है।
सोशल मीडिया पर उनका जातिसूचक टिप्‍पणी करता वीडियो सामने आने के बाद अब मुनमुन दत्‍ता के खिलाफ हरियाणा में शिकायत दायर हुई है और उनके खिलाफ जल्‍द एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार किए जाने की मांग की गई है।
यह शिकायत वकील एवं दलित अधिकार कार्यकर्ता रजत कलसन की ओर से हांसी पुलिस अधीक्षक के समक्ष दायर की गई है। शिकायत में कहा गया है कि मुनमुन दत्‍ता ने इंस्‍टाग्राम पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्‍होंने अनुसूचित जाति को अपमानित करने के लिए भंगी शब्‍द का प्रयोग किया है।

शिकायतकर्ता ने एसपी को दी अपनी शिकायत में कहा है कि मुनमुन दत्‍ता ने अनुसूचित जाति के लोगों का अपमान करने की नीयत से भंगी शब्‍द का इस्‍तेमाल पूरे दलित समाज को अपमानित करने के लिए किया है।
 

Tuesday, May 11, 2021

May 11, 2021

होम आइसोलेट कोविड मरीजों को ऑक्सीजन सेलेण्डर उपलब्ध करवाने के लिए पोर्टल हुआ लांच

होम आइसोलेट कोविड मरीजों को ऑक्सीजन सेलेण्डर उपलब्ध करवाने के लिए पोर्टल हुआ लांच

-एमडी शुगर मिल को नियुक्त किया नोडल अधिकारी, पोर्टल के संचालन एवं प्रबधंन के लिए नायब तहसीलदार होंगे सहायक नोडल अधिकारी

-बडे ऑक्सीजन सिलेंडर 350 तथा छोटा सिलेंडर की 80 रूपए रिफील के लिए कीमत निर्धारित

जींद : जिले में जो कोविड मरीज घरों में रहकर इलाज करवा रहे है,उन मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर घरों तक पंहुचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा तमाम प्रबंध पूरे कर लिए गए है। कोई भी कोविड मरीज सरकार द्वारा जारी ऑक्सीनएचआरवाईडॉटइन पोर्टल पर आक्सीजन के लिए आवेदन कर सकता है। जिला प्रशासन द्वारा अविलम्ब ऑक्सीजन सिलेंडर पंहुचाने का कार्य किया जाएगा। 
डीसी आदित्य दहिया ने सोमवार को बताया कि होम आइसोलेट कोविड मरीजों के घरों तक आक्सीजन सेलेंडर पहुँचाने के लिए आवश्यक प्रबंध किये गए है। इस कार्य के लिए प्रवीण कुमार एमडी शुगर मिल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है तथा पोर्टल के सफल संचालन व प्रबंधन के लिए अलेवा के नायब तहसीलदार साहिल अरोडा को को-नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि बडा सिलेंडर 350 रूपए तथा छोटा सिलेंडर 80 रूपए में रिफील करवाया जा सकता है। राज्य सरकार द्वारा कोविड मरीजों के घरों तक ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाने के लिए अतिरिक्त ऑक्सीजन की व्यवस्था करवाई गई है। उन्होंने बताया कि 10 मई की ऑक्सीजन अलॉटमेंट हो चुकी है। 11 मई को रिफील सेंटर से ऑनलाईन आवेदन करने के बाद रिफील करवा सकते है। उन्होंने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिये कि जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन सिलेंडर हर कोविड मरीज तक पंहुचाने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कालाबाजारी किसी भी सूरत में बर्दास्त नही की जाएगी। अगर कोई ऑक्सीजन की कालाबाजारी करता हुआ मिला तो उनके खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन कोविड मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने में कोई कोर कसर बाकी नही रखेगा। मरीजों की हर सम्भव मदद की जाएगी।
May 11, 2021

गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली माताएं अभी ना लगवाएं वैक्सीन

गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली माताएं अभी ना लगवाएं वैक्सीन

बहादुरगढ़ :  बहादुरगढ़ कोरोना संक्रमण के दौर में गर्भवती महिलाओं में कोविड वैक्सीन लगवाने को लेकर दुविधा की स्थिति देखी जा रही है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की ओर से जारी गाइडलाइंस में बताया गया है कि गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण से किसी प्रकार का नुकसान नहीं है। वे भयमुक्त होकर टीका लगवा सकती हैं। हालांकि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इसे लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। झज्जर प्रसूति एवं स्त्रीरोग विशेषज्ञ समाज की संस्थापक अध्यक्ष डॉ. ज्योति मलिक ने भी गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करवाने वाली माताओं को अभी वैक्सीनेशन नहीं करवाने की सलाह दी है। बता दें कि कोविड-19 महामारी के दौरान गर्भवती महिलाओं में डर, चिंता और अनिश्चितता व्याप्त है। विशेषज्ञों के अनुसार गर्भवती महिलाओं को बीमारी के डर एवं नकारात्मक सोच से भी बचना होगा। सतर्क रहने के साथ ही पौष्टिक एवं संतुलित आहार लेना चाहिए। इंडियन सोसायटी फॉर प्रीनेटल डाइग्नोजिस एंड थैरेपिस्ट की सह सचिव डॉ. ज्योति मलिक स्वीकारती हैं कि गर्भवती महिलाओं के संक्रमित होने का खतरा अधिक है। इसीलिए उन्हें नियमित रूप से चिकित्सकीय परीक्षण करवाने की सलाह दी गई है। भावी माताओं और स्तनपान करवाने वाली माताओं के मन में व्याप्त किसी प्रकार के संशय को दूर करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान से उन्हें दूरी बनाए रखनी है। 
वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्योति मलिक मानती हैं कि कोविड काल में अन्य महिलाओं की तुलना में गर्भवती महिलाओं में संक्रमण का जोखिम अधिक होता है। गर्भवती व फीडिंग मदर्स यानी स्तनपान कराने वाली मां को कोविड-19 वैक्सीन के ट्रायल में अभी तक शामिल नहीं किया गया है। इसीलिए अभी भारत सरकार ने गर्भवती व प्रसूता को टीकाकरण के बारे में कोई गाइड लाइन नहीं जारी की है। हालांकि इन स्थितियों में विदेशों में कोरोना से बचाव के दूसरे टीके लगाए जा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिकित्सा संस्थाओं के अनुसार वैक्सीन सुरक्षित है। लेकिन भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का इस पर स्पष्ट रुख नहीं है। डॉ. ज्योति के अनुसार महिलाओं में संक्रमण को लेकर डर का असर उनके प्रसव को भी प्रभावित कर सकता है। लेकिन अस्पताल में ही प्रसव कराया जाना सुरक्षित एवं सही विकल्प है। मासिक चक्र के दौरान हारमोन के प्रभाव से सामान्यत: महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। लेकिन इसमें प्रतिरोधक क्षमता कम नहीं होती है। ऐसे में टीकाकरण को लेकर किसी तरह का निषेध नहीं है। किसी भी उम्र की महिलाएं, किशोरियां या युवतियां माहवारी के किसी भी दिन कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन करा सकती हैं। टीकाकरण के बाद कुछ लोग दर्द, धबराहट, बेचैनी, बुखार, दस्त जैसी दिक्कतों की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है।

Monday, May 10, 2021

May 10, 2021

हर गांव की होगी मैपिंग, बीमार लोगों की जानकारी जुटाई जाएगी

हर गांव की होगी मैपिंग, बीमार लोगों की जानकारी जुटाई जाएगी

 रोहतक : अब गांवों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए हर गांव की मैपिंग की जाएगी। इस संबंध में कैप्टन मनोज कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक ली। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए रोडवेज के जीएम को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि आंगनबाड़ी वर्कर व आशा वर्कर गांव में जाकर हर घर से यह जानकारी जुटाए कि कोई व्यक्ति बीमार तो नहीं है, अगर बीमार है तो कौन से लक्षण हैं। इसके साथ ही उन्होंने सभी एसडीएम, बीडीपीओ, एसईपीओ, डीआरओ व पटवारियों को भी निर्देश दिए कि वे रोजाना गांव का दौरा करें और शाम को लोगों के स्वास्थ्य के बारे में रिपोर्ट दें। बैठक में नगर निगम आयुक्त प्रदीप गोदारा, जिला पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा, महम की एसडीएम मेजर गायत्री अहलावत, रोहतक के एसडीएम राकेश कुमार सैनी तथा नगराधीश ज्योति मित्तल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

रोहतक अब गांवों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए हर गांव की मैपिंग की जाएगी। इस संबंध में कैप्टन मनोज कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक ली। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए रोडवेज के जीएम को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि आंगनबाड़ी वर्कर व आशा वर्कर गांव में जाकर हर घर से यह जानकारी जुटाए कि कोई व्यक्ति बीमार तो नहीं है, अगर बीमार है तो कौन से लक्षण हैं। इसके साथ ही उन्होंने सभी एसडीएम, बीडीपीओ, एसईपीओ, डीआरओ व पटवारियों को भी निर्देश दिए कि वे रोजाना गांव का दौरा करें और शाम को लोगों के स्वास्थ्य के बारे में रिपोर्ट दें। बैठक में नगर निगम आयुक्त प्रदीप गोदारा, जिला पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा, महम की एसडीएम मेजर गायत्री अहलावत, रोहतक के एसडीएम राकेश कुमार सैनी तथा नगराधीश ज्योति मित्तल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। 

कैप्टन मनोज कुमार ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि हर एक गांव में शेड्यूल के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम जाए और टेस्टिंग करे, जो लोग चिन्हित हो जाते हैं उन्हें तुरंत प्रभाव से आइसोलेट करें। उन्होंने कहा कि उन गांव में प्राथमिकता के आधार पर टेस्टिंग का कार्य करें जहां पर लोगों के बीमार होने की सूचनाएं मिल रही हैं। कहा कि कम प्रभाव वाले मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ही उपचार दिया जाए। डीसी ने महम की एसडीएम मेजर गायत्री अहलावत को निर्देश दिए कि गांव खरक जाटान को माइक्रो कंटेनमेंट जोन में शामिल किया जाए और टेस्टिंग की जाए। कोविड के जिन मरीजों की होम आइसोलेशन में मृत्यु हो जाती है तो उनका संस्कार निर्धारित श्मशान घाट पर प्रोटोकॉल के अनुसार किया जाए। नगर निगम ऐसे घर, पड़ोस व पूरी गली को तुरंत सेनिटाइज करे। पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने बैठक में कहा कि अंतिम संस्कार स्थल पर कानून व्यवस्था की स्थिति के मध्य नजर डीएसपी हेडक्वार्टर गोरखपाल राणा को नोडल अधिकारी बनाया गया है। सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला ने कहा कि टेस्टिंग के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग की टीम रोजाना लगभग एक दर्जन गांव को कवर कर रही है।
May 10, 2021

लॉकडाउन का असर लोगों पर ही नहीं बल्कि पशुओं पर भी नजर आ रहा

लॉकडाउन का असर लोगों पर ही नहीं बल्कि पशुओं पर भी नजर आ रहा

 बहादुरगढ़ :  कोरोना के चलते लगाए गए लॉकडाउन का असर केवल लोगों पर ही नहीं बल्कि पशुओं पर भी नजर आ रहा है। लोगों के घरों से बाहर न निकलने के चलते बेजुबान बेसहारा गोवंश पर भूख की मार पड़ रही है। हरे चारे की काफी कमी हो गई है। भूख मिटाने के लिए गोवंश दिनभर इधर-उधर भटक रहे हैं। बहादुरगढ़ शहर में काफी तादाद में बेसहारा गोवंश हैं। मेला ग्राउंड परिसर, पुराना कोर्ट परिसर, सेक्टर-9 मोड़ सहित कई जगहों पर इनके झुंड देखे जा सकते हैं। इसके अलावा शहर की विभिन्न कॉलोनियों में भी भटकते रहते हैं। बेसहारा गोवंशों के लिए प्रशासन की ओर से तो कोई व्यवस्था नहीं की गई है, लेकिन सामाजिक संस्थाओं ने जगह-जगह चारे के लिए खोर बना रखी हैं। इनमें सामाजिक कार्यकर्ताओं व शहर के आम लोगों द्वारा चारा डाला जाता है। लेकिन इन दिनों लॉकडाउन लागू होने के चलते लोगों का आवागमन कम हो गया है। चूंकि लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे तो खोरों में पर्याप्त चारा नहीं डाला जा पा रहा। हालांकि कुछ संस्थाएं चारा डालती जरूर हैं, लेकिन ये प्रयास नाकाफी हैं। गोवंश की तादाद ज्यादा होने व चारे कमी होने के कारण हालात बिगड़ गए हैं। जीव प्रेमी सुशील व विनोद ने बताया कि शहर में यदि नंदीशाला होती तो इस तरह के हालात न पैदा होते। गोवंशों को चारे की बहुत कमी महसूस हो रही है। इसके अलावा कुछ लोग अपने पालतू पशुओं को खोरों के पास छोड़ देते हैं। इससे बेसहारा गोवंश को निवाला नहीं मिल पाता। न केवल गोवंश बल्कि हर बेसहार पशु के लिए इन दिनों भोजन के बंदोबस्त करने की जरूरत है। अगर आम नागरिक बाहर नहीं निकल पा रहे तो प्रशासन बेसहारा जीवों के लिए चारे आदि की व्यवस्था करे। गर्मी का मौसम है और भूख के कारण पशुओं की सेहत बिगड़ जाएगी। इसके अलावा भूख इनके स्वभाव को चिड़चिड़ा कर देती है। इससे इनके स्वभाव में बदलाव आएगा।

Sunday, May 9, 2021

May 09, 2021

एम्बुलेंस मालिक निर्धारित रेट से अधिक न करें वसुली, अन्यथा होगी कार्रवाई- डीसी

कोरोना प्रबंधक कमेटी ने निर्धारित किए एम्बुलेंस के रेट

-एम्बुलेंस मालिक निर्धारित रेट से अधिक न करें वसुली, अन्यथा होगी कार्रवाई- डीसी
जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) जिले में कोविड मरीजों को राहत प्रदान करते हुए जिला प्रशासन ने एम्बुलेंस गाडियों के रेट निर्धारित कर दिए है। कोई भी एम्बुलेंस गाडी का चालक या मालिक निर्धारित रेट से अधिक वसुल नहीं करेगा, अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह जानकारी शनिवार को डीसी डॉ आदित्य दहिया ने दी।
उन्होंने कहा कि रोडवेज महाप्रबंधक बिजेन्द्र सिह हुडडा की अध्यक्षता में बनाई गई कोविड प्रबंधक कमेटी ने फैसलां लिया है कि कोविड मरीजों को साधारण आवागमन एम्बुलेंस गाडी का किराया जो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र या घर से उच्च स्वास्थ्य केन्द्रों तक लाने व ले जाने का कार्य करेंगी। उनकी दर 10 किलोमीटर दूरी तक 350 रूपए व 10 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करने पर 12 रूपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से देने होंगे। इसी प्रकार बेसिक लाइफ स्पोर्टस एम्बुलेंस गाडियां भी 10 किलोमीटर तक 350 रूपए और इससे ज्यादा दूरी तय करने पर 12 रूपए प्रति किलोमीटर दर के हिसाब से ले सकेंगे।
इसमें पैरामैडिकल स्टाफ की चार्जिंग मरीज को अलग से देनी होंगी। अत्याधुनिक सुविधाजनक एम्बुलेंस गाडियां जिसमें मरीज के लिए वैंटिलेटर संहित अन्य मैडिकल उपकरण भी होंगे, के लिए 10 किलोमीटर तक 1000 रूपए व इससे ज्यादा दूरी तय करने पर 25 रूपए प्रति किलोमीटर देने होंगे। शव वाहिनी एम्बुलेंस गाडी के लिए 10 किलोमीटर तक 800 रूपए तथा 10 किलोमीटर से उपर 12 रूपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से देने होंगे।
उन्होंने बताया कि सभी एम्बुलेंस चालक/ मालिक सरकार द्वारा जारी कोविड-19 के नियमों की अनुपालना करना सुनिश्चित करेंगे। कोविड 19 के दृष्टिगत एम्बुलेंस में चालक व मरीज के बीच पार्टिशन होना अनिवार्य है। शव वाहिनी के अतिरिक्त सभी एम्बुलेंस गाडियों में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन का होना जरूरी है और चालक की पीपीई कीट का वहन मरीज या मरीज के सहायक द्वारा करना होगा।
इस मौके पर सहायक आयुक्त दीपक कुमार, आरटीए के सहायक सचिव राजेश कुमार, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी सुहिता दुग्गर, आईएमए के प्रधान अजय गोयल, फलीट मैनेजर दिनेश कुमार भी उपस्थित रहे।
May 09, 2021

कार्यपालिका द्वारा बनाए गए वैक्यूम को भरने के लिए न्यायपालिका कदम। न्यायपालिका द्वारा वैक्यूम बनाने में कौन कदम रखेगा? - अशोक खेमका

कार्यपालिका द्वारा बनाए गए वैक्यूम को भरने के लिए न्यायपालिका कदम। न्यायपालिका द्वारा वैक्यूम भरने में कौन कदम रखेगा? -  अशोक खेमका

आज  शनिवार देर रात हरियाणा के चर्चित आइएएस अधिकारी अशोक खेमका जो फ़िलहाल  हरियाणा, अभिलेखागार, पुरातत्व और संग्रहालय विभाग के प्रधान सचिव है ने  ट्विटर कर ट्वीट कर न्याय पालिका पर बड़ा सवाल खड़ा किया है , उन्होंने अपने ट्वीट मे लिखा कि "कार्यपालिका द्वारा बनाए गए वैक्यूम को भरने के लिए न्यायपालिका कदम। न्यायपालिका द्वारा वैक्यूम भरने में कौन कदम रखेगा? -  "| 

ये तंज देश की राजनितिक व्यवस्था पर- हितेश हिन्दुस्तानी

हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ को सामाजिक मुद्दों के जानकार हितेश हिन्दुस्तानी ने बताया की खेमका का ये ट्वीट देश की न्यायपालिका के साथ साथ राजनितिक व्यवस्था पर भी सवालिया निशान खड़ाने वाला है, उनका इशारा आज के हालातो पर है जब कार्यपालिका द्वारा बनाए गए नियमों मे कमी दूर करने के लिए न्यायपालिका कदम उठा रही है लेकिन यदि न्यायपालिका के कदमो मे भी कोई कमी रह जाती है तो क्या देश मे कोई राजनितिक व्यवस्था कार्य कर रही है जो देश के हालातों की समीक्षा करके उचित कदम उठा सके |

अशोक खेमका के ट्वीट पर आपकी क्या राय है हमे ईमेल करे haryanabulletinnews@gmail.com

अशोक खेमका का परिचय 

वह 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उनके द्वारा विभागों में भ्रष्टाचार उजागर किए जाने के बाद वह बार बार हरियाणा के अपने गृह कैडर में विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा स्थानांतरित किये गये हैं। खेमका 27 साल में 53 बार स्थानांतरित हुये हैं।

बंसीलाल के नेतृत्व वाली हरियाणा विकास पार्टी की सरकार के दौरानडॉ॰ खेमका का कई बार तबादले हुए। ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाली इनलो की सरकार के दौरान डॉ॰ खेमका का पांच साल में नौ बार तबादला हुआ और निदेशक के रूप में श्रम एवं रोजगार रोजगार एवं प्रशिक्षण विभाग में 15 महीनों का कार्यकाल पूरा किया जो कि सेवा के 21 वर्षों के दौरान अपने सबसे लंबा समय है। भूपेंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार के दौरान डॉ॰ खेमका का कई बार तबादले हुए | हर बार खेमका ने अपने तबादले को ले कर मिडिया में सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर की।  

मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार के दौरान डॉ॰ खेमका का कई बार तबादले हुए 2017 नवम्बर में अशोक खेमका 26 वर्षों की जॉब में 51 बार तबादला हुआ है यह तबादला भाजपा सरकार के शाशन काल में 6 या 7 बार हो रहा है। अब की बार इन्हें इनके सबसे बड़े हितेषी अनिल विज के विभाग में किया गया है।

मौत की धमकी

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच संदिग्ध भूमि सौदों पर राज्य सरकार कार्रवाई करने वाले श्री खेमका को मौत की धमकी तक प्राप्त हुई। यह शिकायत HSDC मुख्य प्रबंधक के.आर.शर्मा ने पंचकूला पुलिस के पास दर्ज कराई।

विवाद

खेमका हाल ही में हरियाणा के महानिदेशक भूमि और भूमि पंजीकरण के रिकार्ड व महानिरीक्षक थे। विभाग में अपने 80 दिन के कार्यकाल के दौरान, खेमका ने नव निर्मित रियल एस्टेट कंपनियों के लिए रुपयों की कई सौ करोड़ रुपये मूल्य की पंचायत भूमि के हस्तांतरण को शामिल भूमि लेनदेन में गंभीर अनियमितताओं का पता लगाया था।

पुरस्कार

'भ्रष्टाचार के खिलाफ धर्मयुद्ध' के लिए - '2011 एसआर जिंदल पुरस्कार' से सम्मानित किया। उच्च पदों पर भ्रष्टाचार को उजागर करने में उनकी निडर प्रयासों के लिए श्री संजीव चतुर्वेदी के साथ 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिला।

Saturday, May 8, 2021

May 08, 2021

जींद रिफिल होने गए 20 ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं आए वापिस

नागरिक अस्पताल में नहीं ऑक्सीजन सिलेंडर

-जींद रिफिल होने गए 20 ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं आए वापिस
-ऑक्सीन सिलेंडर न होने के चलते सांस लेने में दिक्कत वाले मरीज परेशान
जींद / उचाना ; नागरिक अस्पताल की बिल्डिंग देखने में तो चार मंजिल है, लेकिन यहां पर इन दिनों कोरोना संक्रमण होने से सांस लेने में दिक्कत वाले मरीजों के लिए कोई ऑक्सीन सिलेंडर उपलब्ध नहीं है। बीते रविवार को यहां से 20 ऑक्सीन सिलेंडर जींद नागरिक अस्पताल में रिफिल के लिए भेजे थे लेकिन वहां से आज तक ये ऑक्सीन सिलेंडर वापिस नहीं आए है। यहां पर आए सांस में तकलीफ वाले मरीज को अगर ऑक्सीन की जरूरत पड़ जाए तो यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है। सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी के साथ-साथ बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों का कहना है कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के खुद के हलके के नागरिक अस्पताल में ये हालात है तो दूसरे अस्पतालों में क्या होगा।
*-5 से 7 मरीज आ रहे हैं जिनका ऑक्सीजन लेबल होता है कम-*
नागरिक अस्पताल में हर रोज 5 से 7 मरीज ऐसे आ रहे है जिनका ऑक्सीन लेबल 80 के आस-पास होता है। ऐसे मरीजों को तुरंत ऑक्सीन की जरूरत होती है लेकिन नागरिक अस्पताल में ऑक्सीन की किल्लत के चलते उन्हें जींद रेफर करना पड़ रहा है। चंद्रपाल शर्मा ने बताया कि उसका छोटा बेटा कोरोना पॉजिटिव है। खांसी होने के साथ-साथ उसको सांस लेने में परेशानी है। उचाना नागरिक अस्पताल में ऑक्सीन सिलेंडर के बारे में पूछा तो यहां पर ऑक्सीन सिलेंडर ही नहीं मिले। जींद में कई प्राइवेट अस्पताल में गया वहां भी नहीं ऑक्सीन सिलेंडर मिले तो सीविल अस्पताल में भी सांस लेने में हो रही परेशानी पर इंजेक्शन लगाया गया वहां भी ऑक्सीन की व्यवस्था नहीं हुई।
सुरेंद्र, बलवान, नरेंद्र, दीपक ने कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को जींद, सोनीपत जिले का कोविड-19 की स्वास्थ्य प्रबंधों का जायजा लेने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उचाना हलके के नागरिक अस्पताल में ऑक्सीन सिलेंडर तक नहीं है तो कैसे किसी सांस लेने में परेशानी वाली मरीज का उपचार होगा। यहां पर ऑक्सीन सिलेंडर तो सांस की दिक्कत वाले मरीज का उपचार हो जाएगा नहीं तो यहां से अगर दूसरे अस्पताल में लेकर जाते है तो ज्यादा परेशानी होने पर उसकी जान भी जा सकती है। जो सिलेंडर यहां से गए है कम से कम वो तो रिफिल होकर यहां आने चाहिए। यहां पर ऑक्सीन सिलेंडर हर समय रहने चाहिए ताकि कोरोना के मरीजों को तुरंत ऑक्सीन मुहैय्या हो कर उनका उपचार यहां पर समय पर हो सकें।  
*-जींद भेजे हैं रिफिल के लिए ऑक्सीन सिलेंडर -*
नागरिक अस्पताल एमओ डॉ. सुशील गर्ग ने बताया कि जींद नागरिक अस्पताल में 20 ऑक्सीन सिलेंडर जिनमें 18 छोटे, 2 बड़़े है रिफिल के लिए भेजा गया है। अब तक कोई ऑक्सीन सिलेंडर रिफिल होकर नहीं आया है। यहां पर ऑक्सीन की जरूरत वाले मरीज को जींद रेफर किया जाता है क्यों यहां पर ऑक्सीन सिलेंडर नहीं होते।
May 08, 2021

ऑक्सीजन के बाद अब रोहतक पीजीआई में खून की कमी

ऑक्सीजन के बाद अब रोहतक पीजीआई में खून की कमी

रोहतक:  कोविड महामारी में पीजीआई के सामने नया संकट पैदा हो गया है। ऑक्सीजन पहले ही कम थी, अब खून की कमी भी हो गई है। हालात ये हैं कि पीजीआईएमएस के ब्लड बैंक में 'ओ' पॉजिटिव खून की कुल 7-8 यूनिट ही बची हैं। 'बी' पॉजिटिव लगभग खत्म है। अन्य ब्लड ग्रुप की सिर्फ 10-10 यूनिट ही ब्लड बैंक में हैं। निगेटिव ब्लड ग्रुप का स्टॉक है, क्योंकि इसकी खपत कम होती है। अब भी 100 यूनिट रक्त हर रोज चाहिए, लेकिन रक्तदान करने वाले नहीं आ रहे। मरीजों के तिमारदार जो रक्तदान करते हैं, उनके बदले में उन्हें दूसरा रक्त दे दिया जाता है। जैसे-तैसे करके ब्लड बैंक काम चला रहा है। बिगड़ती स्थिति को देखते हुए ब्लड बैंक के विभागाध्यक्ष ने प्रशासन से इमरजेंसी में रक्तदान शिविर लगाने की मंजूरी ली है। पीजीआई का स्टॉक खत्म होने के कगार पर है। रक्त की कमी को पूरा करने के लिए सामाजिक संस्थाएं आगे आ गई हैं, रक्तदाताओं ने मोर्चा नहीं संभाला तो आने वाले दिनों में हालात ज्यादा गंभीर हो जाएंगे।

रोहतक कोविड महामारी में पीजीआई के सामने नया संकट पैदा हो गया है। ऑक्सीजन पहले ही कम थी, अब खून की कमी भी हो गई है। हालात ये हैं कि पीजीआईएमएस के ब्लड बैंक में 'ओ' पॉजिटिव खून की कुल 7-8 यूनिट ही बची हैं। 'बी' पॉजिटिव लगभग खत्म है। अन्य ब्लड ग्रुप की सिर्फ 10-10 यूनिट ही ब्लड बैंक में हैं। निगेटिव ब्लड ग्रुप का स्टॉक है, क्योंकि इसकी खपत कम होती है। अब भी 100 यूनिट रक्त हर रोज चाहिए, लेकिन रक्तदान करने वाले नहीं आ रहे। मरीजों के तिमारदार जो रक्तदान करते हैं, उनके बदले में उन्हें दूसरा रक्त दे दिया जाता है। जैसे-तैसे करके ब्लड बैंक काम चला रहा है। बिगड़ती स्थिति को देखते हुए ब्लड बैंक के विभागाध्यक्ष ने प्रशासन से इमरजेंसी में रक्तदान शिविर लगाने की मंजूरी ली है। पीजीआई का स्टॉक खत्म होने के कगार पर है। रक्त की कमी को पूरा करने के लिए सामाजिक संस्थाएं आगे आ गई हैं, रक्तदाताओं ने मोर्चा नहीं संभाला तो आने वाले दिनों में हालात ज्यादा गंभीर हो जाएंगे।
 
हर 15वें दिन 20 थैलेसीमिया रोगियों को खून चाहिए पीजीआई में थैलेसीमिया से ग्रस्त 20 रोगी ऐसे आते हैं, जिन्हें हर 15वें दिन खून चढ़ाना होता है। रोगी 20 हैं, लेकिन कई बार इनकी संख्या 25-30 भी हो जाती है। ऐसे रोगियों को खून नहीं चढ़ाया तो इनके लिए समस्या पैदा हो जाती है। वैसे अभी हर मरीज को फोन पर कहा जा रहा है कि जिसे ज्यादा जरूरत हो वो ही खून चढ़वाने आएं। पहले ही उन्हें बता दिया जाता है कि किस तारीख को उन्हें खून चढ़ाया जाएगा। इसके अलावा लेबर रूम में भी हर रोज डिलीवरी हो रही हैं और वहां भी खून की जरूरत होती है। एक्सिडेंटल केस में भी खून चढ़ाना पड़ता है। अब 100 यूनिट हर रोज जरूरत कोविड से पहले पीजीआई में हर रोज 180-200 यूनिट रक्त की खपत होती थी, यानी अलग-अलग विभागों में भर्ती मरीजों को इतना खून हर रोज दिया जाता था। कोविड के कारण इलेक्टिव सर्जरी बंद कर दी गई हैं, लेकिन अब भी लेबर रूम, एक्सीडेंट में घायलों और थैलेसीमिया के मरीजों के लिए 100 यूनिट रक्त हर रोज चाहिए।
300 यूनिट से भी काम चले वैसे तो पीजीआईएमएस के ब्लड बैंक में 1500 यूनिट रक्त स्टॉक हो सकता है। लेकिन अब स्टज्ञॅक खत्म होने लगा है। कुछ यूनिट रक्त की बचा है। अगर 250-300 यूनिट भी हर रोज स्टॉक में रहे तो किसी तरह से काम चलाया जा सकता है। 'बी'+ की सबसे ज्यादा मांग पीजीआई में सबसे ज्यादा 'बी' पॉजिटिव रक्त की खपत होती है। कारण ये है कि बड़ी संख्या में लोगों का ब्लड ग्रुप 'बी' पॉजिटिव ही होता है। इसके बाद 'ए' पॉजिटिव की खपत सबसे ज्यादा है। ए-बी पॉजिटिव ब्लड की जरूरत भी ज्यादा होती है। निगेटिव ब्लड ग्रुप वाले कम लोग होते हैं। इसलिए इन ग्रुप के खून की खपत भी कम है। फिलहाल भी निगेटिव ब्लड ग्रुप का स्टॉक तो बचा हुआ है।
ब्लड बैंक में हर रोज 15-16 तिमारदार खून देने आते हैं। उनके मरीजों को स्टॉक से दूसरा खून दे दिया जाता हैं। जो रक्त तिमारदार देते हैं, उसे स्टॉक कर लिया जाता है। खींचतान करके काम चलाया जा रहा है। यही हालात रहे तो मरीजों को गंभीर समस्या से जूझना पड़ सकता है। रक्तदान करें कोरोना महामारी के चलते हमारे सबसे बड़े दानी रोहतक जिले में मे रक्त की बहुत कमी हो गई है। जिला रेड क्रास सोसायटी रोहतक के प्रधान व जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने रोहतक में रक्तदान शिविर लगाने की अनुमति दे दी है। आप सभी रक्तवीरों से अनुरोध किया जाता है कि आप सभी ज्यादा से ज्यादा रक्तदान करें।- देवेन्द्र चहल सचिव जिला रेड क्रास सोसायटी रोहतक 
 पीजीआई का ब्लड बैंक बिल्कुल सुरक्षित है। व्यक्ति यहां आकर रक्तदान कर सकता है। कोविड के कारण लोग नहीं आ रहे, लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि ब्लड बैंक में सुरक्षा के सभी इंतजाम हैं और कोई भी व्यक्ति यहां आकर रक्तदान कर सकता है। वैक्सीन लगवाने से पहले युवा रक्तदान जरूर करें। ब्लड बैंक में खून की कमी है और अब रक्तदाताओं को आगे आना होगा, नहीं तो समस्या पैदा हो सकती है। - डॉ. गजेंद्र सिंह, विभागाध्यक्ष, ब्लड बैंक, पीजीआईएमएस। रक्त दान शिविर लगाने के लिए संस्थाओं से संपर्क शुरू कर दिया गया है। उनसे पूछा गया है कि कौन-कौन सी संस्था शिविर लगाना चाहती हैं वे अपना स्थान व किस दिन लगा सकते हैं कन्फर्म करें। ताकि सभी के सहयोग से रक्त की कमी को पूरा किया जा सके।- गुलशन निझावन, प्रधान, पालिका बाजार।
May 08, 2021

हरियाणा में 20 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का फर्जी मैसेज वायरल, विज ने डीजीपी को दिये जांच के आदेश

हरियाणा में 20 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का फर्जी मैसेज वायरल, विज ने डीजीपी को दिये जांच के आदेश

चंडीगढ़ : कोरोना से जारी जंग के साथ-साथ आमजन को सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों से भी बचना होगा। हालांकि इन अफवाहों को लेकर सरकार भी सख्ती के मूड में है। हरियाणा में कुछ असामाजिक तत्व अफवाहें फैलाकर लोगों को डराने में जुटे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया पर किसी ने गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के फर्जी ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर दिया कि लॉकडाउन को सोमवार से 20 मई तक बढ़ा दिया गया है।


मामले को गंभीरता से लेते हुए विज ने पुलिस महानिदेशक मनोज यादव को कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। दरअसल प्रदेश सरकार ने कोरोना की चेन तोड़ने के लिए एक सप्ताह का लॉकडाउन लगाया हुआ है जिसकी समय सीमा दस मई की सुबह पांच बजे तक है।

शुक्रवार सुबह इंटरनेट मीडिया पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के फर्जी ट्विटर अकाउंट से अचानक एक मैसेज वायरल हुआ कि लॉकडाउन को दस दिन और बढ़ा दिया गया है। मामला संज्ञान में आते ही विज ने न केवल इसका तुरंत खंडन कर दिया, बल्कि डीजीपी को मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अब पुलिस मामले की तह तक जाने में जुटी हुई है।

Friday, May 7, 2021

May 07, 2021

हरियाणा- पंजाब में बंद रहेंगी अब ये ट्रेनें , सफर पर निकलने से पहले पढ़ लें यह खबर !

हरियाणा- पंजाब में बंद रहेंगी अब ये ट्रेनें , सफर पर निकलने से पहले पढ़ लें यह खबर !

चंडीगढ़ : कोरोना महामारी फैलने के कारण पैदा हुए हालतों का असर पर रेल सेवाओं पर भी पड़ने लगा है। इसलिए रेलवे ने शताब्दी व जनशताब्दी एक्‍सप्रेस समेत 18 ट्रेनों को अगले आदेशों तक बंद कर दिया है। वाया अंबाला विभिन्न राज्यों में जाने वाली ये ट्रेनें 9 मई से रद्द रहेंगी। यात्रियों की कम संख्या ट्रेनें बंद करने का कारण बनी।
*ये रही बंद की गई ट्रेनों की सूची*
ट्रेन नंबर 2005 नई दिल्ली-कालका डेली स्‍पेशल – 9 मई 02006 कालका-नई दिल्ली शताब्दी- 10 मई 02011 नई दिल्ली-कालका स्पेशल- 9 मई 02012 शताब्दी कालका-नई दिल्ली स्पेशल – 9 मई 02013 शताब्दी नई-दिल्ली अमृतसर – 9 मई 02014 शताब्दी अमृतसर नई दिल्ली -10 मई 02029 शताब्दी स्पेशल नई दिल्ली-अमृतसर- 9 मई 02030 शताब्दी स्पेशल अमृतसर नई दिल्ली – 9 मई 02045 शताब्दी नई दिल्ली-चंडीगढ़- 9 मई 02046 शताब्दी चंडीगढ़-नई दिल्ली- 9 मई 02057 जनशताब्दी नई दिल्ली-ऊना हिमाचल 9 मई 02058 जनशताब्दी ऊना-हिमाचल-नई दिल्ली- 10 मई 02265 दुरंतो स्पेशल दिल्ली सराय रोहिल्ला-जम्मू तवी 9 मई 02266 दुरंतो स्पेशल जम्मू तवी- दिल्ली सराय- 9 मई 02445 नई दिल्ली-कटरा स्पेशल 9 मई 02446 कटरा-नई दिल्ली 02455 दिल्ली सराय रोहिल्ला-बीकानेर स्पेशल- 9 मई 02456 बीकानेर-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन- 10 मई से अगले आदेश तक नहीं चलेंगी।
May 07, 2021

नए खाते खोलने व पासबुक अपडेट करने पर लगी रोक

नए खाते खोलने व पासबुक अपडेट करने पर लगी रोक

सोनीपत :  कोरोना संक्रमण की वजह से पैदा हुए हालातों के बीच अब बैकिंग सेवाएं भी प्रभावित होनी शुरू हो गई है। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बैंकों ने नए खाते खोलने बंद कर दिए है। इसके अतिरिक्त बैंक पासबुक को अपडेट करने का काम भी रोक दिया है। जिसकी वजह से उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। हालांकि बैंक से संबंधित अन्य सेवाएं अब भी जारी है। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा एक सप्ताह का सम्पूर्ण लॉकडाउन लागू कर रखा है। लॉकडाउन के बावजूद जरूरी सेवाओं के तहत शामिल करते हुए बैंकों को खोलने की अनुमति सरकार द्वारा दी गई है। परन्तु बैंक प्रशासन ने भी कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उन सभी प्रक्रियाओं को बंद कर दिया है, जोकि ज्यादा जरूरी नही है। बैंक पास बुक अपडेट करनी बंद कर दी गई है। वहीं नया खाता खुलने में बायोमैट्रिक मशीन का इस्तेमाल करना पड़ता है, ऐसे में नए खाते खोलने भी बंद कर दिए गए है। जिसका असर उपभोक्ताओं पर पड़ रहा है।

थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही मिल रही बैंकों में आने की इजाजत सोनीपत शहर में विभिन्न बैंकों की कई दर्जन शाखाएं है। मौजूदा समय में बैंकों में पैसों का लेनदेन जारी है। परन्तु बैंक कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने के निर्देश जारी किए गए है। जिसके अंतर्गत बैंकों में बिना थर्मल स्क्रीनिंग के किसी भी उपभोक्ताओं को इंट्री नही दी जा रही है। वहीं बैंक के अंदर एक समय में एक ही उपभोक्ता को भेजा जा रहा है। बिना मास्क वाले उपभोक्ता को बैंक में इंट्री नही दी जा रही है। सोशल डिस्टेंस के नियम का भी अनिवार्य रूप से पालन करने के निर्देश उपभोक्ताओं को दिए गए है। डाक घर भी खुले, लॉक डाउन के कारण भीड़ कम

*डाक घर भी खुले, लॉक डाउन के कारण भीड़ कम*

वहीं दूसरी तरफ जरूरी सेवाओं के तहत डाकघरों को भी लॉकडाउन के दौरान खोला जा रहा है। परन्तु लॉकडाउन लगने के कारण बेहद कम संख्या में उपभोक्ता डाकघर में पहुंच रहे हैं। डाक विभाग प्रशासन ने भी लोगों का आह्वान किया है कि वे बेहद जरूरी काम होने पर ही डाकघर में पहुंचे। इसके अतिरिक्त मुंह पर मास्क और सोशल डिस्टेंस जैसे नियमों का गम्भीरता से पालन करे। कोरोना संक्रमण की वजह से बैंकों ने नए बैंक खाते खोलने व पासबुक अपडेट करने के काम को रोक दिया है। लोगों का आह्वान किया गया है कि वे बेहद जरूरी होने पर ही बैंक में आए। सोशल डिस्टेंस व मुंह पर मास्क लगाना अनिवार्य है। - *जितेन्द्र सरदाना, प्रदेश सह सचिव, अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ।*
May 07, 2021

धूल भरी हवाओं के साथ हरियाणा में बारिश, मंडियों में भीगा गेहूं

धूल भरी हवाओं के साथ हरियाणा में बारिश, मंडियों में भीगा गेहूं

हिसार : पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के चलते प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बृहस्पतिवार को धूलभरी हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई। हिसार, झज्जर, सोनीपत, रोहतक, रेवाड़ी, जींद, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, कैथल, कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद सहित कई इलाकों में बूंदाबांदी या फिर हल्की बारिश हुई। कई जगहों पर तेज अंधड़ के चलते बिजली आपूर्ति भी प्रभावित रही। उधर, मौसम वैज्ञानिकों ने अगले 24 घंटे मौसम परिवर्तनशील बनने करने की संभावना जताई है। जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है। कभी तेज धूप खिलती है, तो कभी आसमान में बादल छा जाते हैं। इसके साथ धूलभरी हवाएं भी चलती है। पिछले एक सप्ताह में दूसरी पर पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के चलते बृहस्पतिवार को प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर धूलभरी हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई है। बूंदाबांदी के कारण लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली। उधर, कई जगहों पर हल्की बारिश के चलते अनाजमंडियों में उठान कार्य धीमा होने से गेहूं की बोरियां एक बार फिर भीग गई। अगले 24 घंटे में फिर से बूंदाबांदी या हल्की बारिश के आसार है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ मदन खीचड़ ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान के उपर एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन बनने से प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बृहस्पतिवार को धूलभरी हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई है। अगले 24 घंटे मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है

Wednesday, May 5, 2021

May 05, 2021

ठेके से शराब खरीदते कैमरे में कैद हो गए पुलिस के जवान

ठेके से शराब खरीदते कैमरे में कैद हो गए पुलिस के जवान

अंबाला :  लॉकडाउन के नियमों की पालना के लिए पुलिस लोगों को कई तरह की सजाएं दे रही हैं। पर खुद ही इन नियमों की धज्जियां उडाती दिख रही है। अग्रसेन चौक पर बुधवार को शराब के ठेके से पुलिस के दो जवान शराब लेते कैमरे में कैद हो गए। इसके बाद उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मजे की बात है कि ठेका बंद था लेकिन पुलिस जवान चुपचाप बाहर बैठे करिंदे से शराब लेकर गाड़ी में बैठ लिए। इनकी वीडियो बना रहे कुछ लोगों ने दोनों जवानों को रोककर शराब खरीदने के बारे में पूछा तो वे मुकरते नजर आए। इसके बाद गाड़ी लेकर मौके से खिसक गए। दरअसल लॉकडाउन के बाद से शराब के ठेकों पर पूरी तरह से ताला लगा हुआ है। हालांकि ज्यादातर ठेकों पर चोरीछुपे शराब बेचने का धंधा निरंतर चल रहा है। कुछ ऐसा ही नजारा बुधवार को तब देखने को मिला जब पुलिस के दो जवान अग्रसेन चौक स्थित शराब के ठेके पर पहुंचे। इन जवानों ने ठेके के बाहर बैठे करिंदे को शराब की बोतल देने के आदेश दिए। करिंदे ने भी चुपचाप उन्हें बोतल थमा दी। ठेके के सामने ही कुछ लोग मोबाइल फोन से यह नजारा कैद कर रहे थे। जब जवान बोतल लेकर अपनी गाड़ी में बैठ गए तो वीडियो बनाने वालों ने उन्हें शराब खरीदने के बारे में पूछा। कहा कि लॉकडाउन की वजह से ठेका बंद हैं तो आपने कैसे शराब खरीद ली? इस पर गाड़ी चालक कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। हालांकि इसके तुरंत बाद ही वह गाड़ी लेकर खिसक गया। अब सोशल मीडिया पर यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है। लोग पुलिस के जवानों की इस हरकत पर जमकर तंज कस रहे हैं। हालांकि अभी तक पुलिस की ओर से मामले को लेकर किसी तरह का स्पष्टीकरण जारी नहीं किया गया है। एसपी हामिद अख्तर से बातचीत के प्रयास किए गए लेकिन किसी कारणवश बात नहीं हो पाई।
May 05, 2021

बीपीएल परिवारों के कोरोना मरीजों के लिए सहायता राशि की घोषणा

बीपीएल परिवारों के कोरोना मरीजों के लिए सहायता राशि की घोषणा

चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल  ने पिछले साल की तर्ज पर इस बार भी कोविड-19 की दूसरी लहर को देखते हुए बीपीएल परिवारों को मुफ्त में राशन देने की घोषणा कर दी है। इसके अलावा गरीब परिवारों को उपचार में आर्थिक मदद सात दिनों 35 हजार अधिकतम काकी घोषणा की है। संकट के इस दौर में गरीब परिवारों के लिए यह एक बेहतरीन घोषणा है। मुख्यमंत्री ने डिजीटल पीसी के दौरान पत्रकारों से बातचीत में यह घोषणा की है। प्रदेश के निजी अस्पतालों में उपचाराधीन बीपीएल परिवारों के कोरोना मरीजों के लिए की आर्थिक सहायता राशि की घोषणा की है। मदद वाली राशि सीधे निजी अस्पतालों के खातों में दी जाएगी। ऐसे सभी मरीजों के इलाज के लिए सरकार प्रतिदिन प्रति मरीज 5,000 रुपये अधिकतम 7 दिन की देगी सहायता देने की घोषणा की गई है।

May 05, 2021

घर से हस्पताल तक निःशुल्क ई-रिक्शा सेवा शुरू

घर से हस्पताल तक निःशुल्क ई-रिक्शा सेवा शुरू 

-जींद शिक्षा सहयोग समिति ने हेल्पलाइन 8950062008 नंबर जारी किया
जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) जींद शिक्षा सहयोग समिति द्वारा घर से अस्पताल के लिए निःशुल्क ई-रिक्शा सेवा शुरू की गई है। इस सुविधा के लिए संस्था ने हेल्पलाइन नंबर 8950062008 जारी किया है । संस्थान के चैयरमैन शुभम जयहिंद ने बताया की पूरे देश व प्रदेश मे कोविड महामारी चर्म सीमा पर है, जिसको देखते हुए प्रशासन व सामाजिक संस्थाए अपने स्तर पर भरपूर सेवा कर रही है। आम जनता को लोकडाउन में घर से अस्पताल व अस्पताल से घर जाने के लिए वाहनो की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जिसके लिए संस्था ने निःशुल्क ई-रिक्शा की सेवा देना का काम किया है। जयहिंद ने बताया की संस्था द्वारा शहर के सभी अस्पतालों व डाक्टरों से संपर्क बनाया जा रहा है, ताकि सीधे तौर पर अस्पताल संस्था मे संपर्क कर जरूरतमंद की सेवा कर सके। इस समय हमें एक दूसरे का सहयोग करना बहुत जरूरी है। जींद शिक्षा सहयोग समिति ने पिछले साल कोविड के पहले चरण में भी जिला प्रशासन के सहयोग से प्रवासियों व जरूरतमंदों को खाना वितरित करने का काम किया था। संस्था पिछले पाच साल से जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा व शिक्षा सम्बन्धित सामग्री उपलब्ध करवाने का काम कर रहा है। इस महामारी से हमें एक साथ लड़ना है। मास्क और उचित दूरी बनाए रखनी है, ताकि हम इस महामारी को जल्द से जल्द खत्म कर सके।