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Friday, October 7, 2022

October 07, 2022

जिन्‍होंने दिए सिक्‍खों के '5 ककार', जानें गुरु गोबिंद सिंह के बारे में 10 महत्‍वपूर्ण बातें

जिन्‍होंने दिए सिक्‍खों के '5 ककार', जानें गुरु गोबिंद सिंह के बारे में 10 महत्‍वपूर्ण बातें 

Guru Gobind Singh: वर्ष 1699 में, गुरु गोबिंद सिंह ने 'खालसा वाणी' की स्थापना की - "वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह". उन्होंने अपने सभी अनुयायियों का नाम 'सिंह' रख दिया जिसका अर्थ है शेर । उन्होंने खालसा के '5 ककार'  या सिद्धांतों की भी स्थापना की. ये हैं- केश, कंघा, कच्‍छा, कड़ा, कृपाण। 

सिखों के 10वें और अंतिम गुरु 'गुरु गोबिंद सिंह' का जन्म 22 दिसंबर 1666 को हुआ । उनके बचपन का नाम गोबिंद राय था। उन्होंने संस्कृत, फारसी, पंजाबी और अरबी भाषाएं सीखीं। इसके साथ ही उन्‍होंनें धनुष-बाण, तलवार, भाला चलाने की कला भी सीखी। एक आध्यात्मिक गुरु होने के साथ-साथ वह एक निर्भीक योद्धा, कवि और दार्शनिक भी थे। उनकी शिक्षाओं ने सिख समुदाय और अन्य लोगों को कई पीढ़ियों से प्रेरित किया है। आज ही के दिन वर्ष 1708 में, महाराष्ट्र के नांदेड़ में स्थित श्री हुजूर साहिब में उन्‍होंने अपने प्राणों का त्याग किया था। आइये जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी 10 बड़ी बातें। 
- गोबिंद राय का जन्‍म सिख धर्म के 9वें गुरु, गुरु तेग बहादुर और माता गुजरी के घर तख्त श्री पटना साहिब (अब पटना) में हुआ था। - वह केवल 9 वर्ष की आयु के थे, जब 10वें सिख गुरू बने।  - अपने पिता गुरु तेग बहादुर के मुगल सम्राट औरंगजेब के हाथों शहादत स्वीकार करने के बाद वह कश्मीरी हिंदुओं की रक्षा के लिए आगे आए। - अपने बचपन में ही, बालक गोबिंद ने संस्कृत, उर्दू, हिंदी, ब्रज, गुरुमुखी और फारसी सहित कई भाषाएं सीखीं। उन्होंने युद्ध में निपुण होने के लिए मार्शल आर्ट भी सीखा। - वह दक्षिण सिरमुर, हिमाचल प्रदेश में यमुना नदी के किनारे एक शहर पांवटा गए। यहां उन्होंने पांवटा साहिब गुरुद्वारा की स्थापना की और सिख सिद्धांतों के बारे में प्रचार किया। पांवटा साहिब आज भी सिखों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। यहां उन्‍होंने 3 वर्ष बिताए, जिस दौरान कई ग्रंथ लिखे और अपने अनुयायियों की पर्याप्त संख्या भी एकत्र की। - सितंबर 1688 में, 19 साल की उम्र में, गुरु गोबिंद सिंह ने भीम चंद, गढ़वाल के राजा फतेह खान और शिवालिक पहाड़ियों के अन्य स्थानीय राजाओं की एक संयुक्‍त सेना के खिलाफ भंगानी की लड़ाई लड़ी। लड़ाई एक दिन तक चली और हजारों लोगों की जान चली गई। गुरू गोबिंद सिंह ने संयुक्‍त सेना को हराया। - बिलासपुर की रानी के निमंत्रण पर गुरु गोबिंद नवंबर 1688 में आनंदपुर लौट आए, जो चक नानकी के नाम से जाना जाने लगा है। - 30 मार्च 1699 को, गुरु गोबिंद सिंह ने अपने अनुयायियों को आनंदपुर में अपने घर पर इकट्ठा किया। उन्‍होंने एक स्वयंसेवक से अपने भाइयों के लिए अपना सिर बलिदान करने के लिए कहा। एक अनुयायी दया राम फौरन इसके लिए राजी हो गया। गुरु उन्हें एक तंबू के अंदर ले गए और एक खूनी तलवार के साथ बाहर निकले। उन्होंने फिर से एक स्वयंसेवक को बुलाया और फिर ऐसा ही किया। 5 बार ऐसा करने के बाद, अंत में गुरु पांच स्वयंसेवकों के साथ तम्बू से निकले और तम्बू में पांच सिर कटी बकरियां मिलीं। इन पांच सिख स्वयंसेवकों को गुरु ने 'पंज प्यारे' या 'पांच प्यारे' के रूप में नामित किया. - 1699 की सभा में, गुरु गोबिंद सिंह ने 'खालसा वाणी' की स्थापना की - "वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह". उन्होंने अपने सभी अनुयायियों का नाम 'सिंह' रख दिया जिसका अर्थ है शेर। उन्होंने खालसा के '5 ककार'  या सिद्धांतों की भी स्थापना की. ये हैं- केश, कंघा, कच्‍छा, कड़ा, कृपाण. - गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा और सिखों के धार्मिक ग्रंथ 'गुरु ग्रंथ साहिब' को ही सिखों के अगले गुरु के रूप में नामित किया। उन्होंने 07 अक्टूबर 1708 को अपना शरीर छोड़ दिया।

Wednesday, October 5, 2022

October 05, 2022

WhatsApp का बड़ा कदम: अब व्हाट्सएप पर नहीं ले पाएंगे स्क्रीनशॉट्स, जारी हुआ नया सुरक्षा फीचर

WhatsApp का बड़ा कदम: अब व्हाट्सएप पर नहीं ले पाएंगे स्क्रीनशॉट्स, जारी हुआ नया सुरक्षा फीचर

इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप (Whatsapp) ने यूजर्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक और नए फीचर्स को जारी कर दिया है। व्हाट्सएप में अब व्यू वन्स मैसेज से किए गए मैसेज का स्क्रीनशॉट्स नहीं लिया जा सकेगा। इस फीचर्स के बाद अब यूजर्स की चैट और अधिक सुरक्षित हो जाएगी। बता दें कि पिछली साल अगस्त में व्हाट्सएप ने यूजर्स की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए व्यू वन्स मैसेज फीचर जारी किया था। इसके एक साल बाद यानी अगस्त 2022 में मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने व्यू वन्स मैसेज में स्क्रीनशॉट लेने की सुविधा को बंद करने का एलान किया था।
मार्क जुकरबर्ग ने कई सिक्योरिटी फीचर जारी करते हुए कहा था कि वे WhatsApp की सिक्योरिटी को अब और मजबूत करने जा रहे हैं। इसके लिए हम व्यू वन्स मैसेज (View Once Messages) फीचर में एक और नए फीचर को शामिल कर रहे हैं, इससे व्हाट्सएप यूजर्स की चैट को और अधिक सुरक्षित रखा जा सकता है। इस फीचर में व्यू वन्स मैसेज से किए गए मैसेज का स्क्रीनशॉट्स नहीं लिया जा सकेगा।
व्हाट्सएप का यह स्क्रीनशॉट्स ब्लॉकिंग फीचर्स गूगल-पे और फोन-पे की तरह काम करता है, जो यूजर्स को अपने प्लेटफॉर्म पर स्क्रीनशॉट्स लेने की अनुमति नहीं देता है। ऐसे ही अब व्हाट्सएप पर भी व्यू वन्स मैसेज से किए गए मैसेज का स्क्रीनशॉट्स नहीं लिया जा सकेगा
*ऐसे करता है काम*

इस फीचर की मदद से आप अपनी चैट को सेफ रख सकते हैं। इससे पहले व्यू वन्स मैसेज फीचर को भी यूजर्स की प्रायवेसी को ध्यान में रखकर लाया गया था, इस फीचर से किए गए मैसेज को केवल एक बाद ही देखा जा सकता था। व्हाट्सएप के इस फीचर के बाद यूजर्स की प्रायवेसी को और अधिक सुरक्षित रखा जा सकता है। नए फीचर्स के बाद व्यू वन्स मैसेज (View Once Messages) से किए गए मैसेज को व्हाट्सएप स्क्रीनशॉट्स के लिए ब्लॉक कर देता है, फिर अन्य यूजर उसको सिर्फ एक बार देख सकता है। अन्य यूजर उस मैसेज को न सेव कर सकता है और न उसका स्क्रीनशॉट्स ले सकता है। साथ ही यूजर्स व्यू वन्स मैसेज से किए गए मैसेज को स्क्रीन रिकॉर्ड के जरिए भी रिकॉर्ड नहीं किया जा पाएगा।

Monday, September 12, 2022

September 12, 2022

आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद ऑपरेशन न करने पर बिफरे, डॉक्टर के आश्वासन पर माने

आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद ऑपरेशन न करने पर बिफरे, डॉक्टर के आश्वासन पर माने

अस्पताल में धरने पर बैठे गांव जलालपुर कलां के ग्रामीण। 

जींद : हरियाणा में जींद के नागरिक अस्पताल में आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद जब डॉक्टरों ने ऑपरेशन नहीं किया तो मरीज के परिजन बिफर गए और गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। गांव जलालपुर कलां निवासी राजेश ने बताया कि उसके भतीजे साहिल का 31 को रेलवे रोड के मोड पर बाइक से गिरकर पैर में फ्रैक्चर हो गया था। उसी दिन से साहिल नागरिक अस्पताल में एडमिट है।
साहिल के पिछले 10 दिनों से तमाम जरूरी टेस्ट तथा X-RAY करवाए जा चुके हैं। बाएं पैर में कुछ सामान डलना है और उसके लिए ऑपरेशन करना है। इनका आयुष्मान कार्ड भी बना हुआ है। 3 सितंबर को नागरिक अस्पताल के कमरा नंबर 112 में ओरिजिनल आयुष्मान कार्ड तथा आधार कार्ड जमा करवाए थे और इन्होंने कहा था कि एक-दो दिन में सामान की अप्रूवल मिल जाएगी।
एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी कोई अप्रूवल अभी तक नहीं मिली। डॉ. संतलाल ने उन्हें मेट्रो अस्पताल जाने की बात कही, जिस पर उन्होंने यहीं ऑपरेशन करने को कहा। नागरिक अस्पताल में ऑपरेशन के लिए सीएमओ तथा पीएमओ से मिले, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। डॉ. संतलाल ने पहले कहा था कि जो डीलर आयुष्मान का सामान देता है वो सामान नहीं देगा क्योंकि उसकी पहले ही पेमेंट अटकी हुई है। जिसके बाद डॉ.संतलाल धरने पर पहुंचे और आश्वासन दिया कि मंगलवार या बुधवार तक साहिल का ऑपरेशन कर दिया जाएगा।
September 12, 2022

ज्ञानवापी पर वाराणसी में मुस्लिम महिलाओं ने जश्न मनाया, बाबा भोले की उतारी आरती

ज्ञानवापी पर वाराणसी में मुस्लिम महिलाओं ने जश्न मनाया, बाबा भोले की उतारी आरती

वाराणसी के ज्ञानवापी स्थित श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन और अन्य विग्रहों के संरक्षण मामले में जिला अदालत ने सोमवार को हिंदू पक्ष के हक में अपनी स्वीकृति दी है। अदालत ने ज्ञानवापी परिसर में मौजूद मां श्रृंगार गौरी मंदिर में पूजा की अनुमति देने वाली याचिका को सुनवाई योग्य माना है। जिला जज डॉ. एके विश्वेश ने फैसला सुनाते हुए मुस्लिम पक्ष की अपील खारिज कर दी। अब अगली सुनवाई के लिए 22 सितंबर की तारीख तय की गई है। इस फैसले के बाद हिंदू पक्ष में खुशी का माहौल है। वहीं, मुस्लिम पक्ष अब आगे की रणनीति बनाने में जुट गया है।

वहीं लमही स्थित सुभाष भवन में मुस्लिम महिलाओं ने भगवान शिव की आरती उतारकर बैंड-बाजे के साथ जश्न मनाया। महिलाओं ने कहा कि वह ज्ञानवापी मामले में शुरू से ही सच के साथ हैं और औरंगजेब के कलंक से काशी विश्वनाथ मंदिर को मुक्त कराना चाहती हैं। बार-बार मुसलमानों से अपील कर रही हैं कि जिसका जो हक है उसे वो खुद सौंप दें, तभी इस्लाम की इज्जत बढ़ेगी। नीचे की स्लाइड्स में देखें...
*मुस्लिम महिलाओं ने भगवान शिव की उतारी आरती*

मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी के नेतृत्व में मुस्लिम महिलाओं ने ओम नम: शिवाय... के साथ आरती कर संदेश दिया कि वह किसी कीमत पर नफरत नहीं फैलने देंगी। काशी की गंगा जमुनी तहजीब को बर्बाद नहीं होने देंगी।  
*मुस्लिम महिलाओं ने भगवान शिव की उतारी आरती*

नाजनीन अंसारी ने कहा कि जब हमारे पूर्वज हिंदू थे तो वो तो आदि विश्वेश्वर की पूजा करते ही थे। हम सभी अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं। इतिहासकार एवं विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि मासिर-ए-आलमगीरी में स्पष्ट रूप से साकी मुस्तईद खान ने औरंगजेब के मंदिर तोड़ने की बात लिखी है। 1710 ई0 में लिखी गयी पुस्तक सबसे बड़ा प्रमाण है। मुस्लिम पक्ष को अपना दावा छोड़ देना चाहिए। 
*भगवान शिव की आरती उतारकर बैंड-बाजे के साथ जश्न मनाया*

उन्होंने कहा कि भारत के किसी मुसलमान को मंगोलों का पक्ष नहीं लेना चाहिए, क्योंकि इन्हीं मंगोलों ने अंतिम खलीफा की हत्या की थी। आज का फैसला वर्षों पहले हुए अन्याय और अत्याचार के खिलाफ जीत की पहली सीढ़ी है। इस दौरान नजमा परवीन, नाजिया बेगम, नगीना अंजुम, मुन्नी बेगम, नाजमा, अहसीन आदि मुस्लिम महिलाओं के साथ अर्चना भरतवंशी, डॉ. मृदुला जायसवाल, खुशी भारतवंशी, इली भारतवंशी, उजाला भारतवंशी शामिल रहीं।
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*अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी के अधिवक्ता मेराजुद्दीन सिद्दीकी*

इधर, कोर्ट के फैसले पर  मुस्लिम पक्ष के वकील मेराजुद्दीन सिद्दीकी ने अदालत पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि यह न्यायोचित नहीं है। उन्होंने कहा, हम इस खिलाफ ऊपरी अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। जज साहब ने सुनवाई को स्वीकृति 1991 के संसद के कानून को दरकिनार कर दी है। ऊपरी अदालत के दरवाजे हमारे लिए खुले हैं। न्यायपालिका आपकी है। आप संसद के नियम को नहीं मानेंगे।
*वाराणसी कोर्ट परिसर के बाहर वादी महिलाएं*

ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी विवाद में पोषणीयता के मामले में वाराणसी के जिला जज एके विश्वेश की अदालत में बीते 24 अगस्त को सुनवाई पूरी हुई थी। सिविल के अभी तक के मामलों में पोषणीयता के मुकदमे में सबसे लंबी सुनवाई हुई है। इस मामले में रूल 7/11 लागू होगा या रूल 6/11 लागू होगा, इसी बात की मुख्य बहस पर 21 दिन की सुनवाई हुई।
*हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन*

जिला जज की स्वीकृति के बाद हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन ने इसे सत्य की जीत करार दिया। उन्होंने कहा, अब हम आर्कियोलॉजिकल सर्वे की मांग करेंगे। कमीशन की कार्रवाई में काफी हद तक स्थिति साफ हो चुकी है। हम ज्ञानवापी की सच्चाई सामने लाने के लिए सभी तथ्यों को अदालत में रखेंगे। आगे भी हमारी जीत निश्चित है।

Tuesday, September 6, 2022

September 06, 2022

राेहतक डिपो ने मांगी अनुमति:25 दिन बाद दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेंगी रोहतक रोडवेज की बसें, विभाग के पास कोई प्लानिंग नहीं, यात्री होंगे परेशान

राेहतक डिपो ने मांगी अनुमति:25 दिन बाद दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेंगी रोहतक रोडवेज की बसें, विभाग के पास कोई प्लानिंग नहीं, यात्री होंगे परेशान

रोहतक : दिल्ली सरकार के निर्देशों के अनुसार 1 अक्टूबर से बीएस-4 इंजन वाली रोडवेज की बसें अब दिल्ली में प्रवेश नहीं करेंगी। ऐसे में रोहतक से दिल्ली के बीच सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी हो सकती है। दिल्ली सरकार की दी गई समय सीमा काे पूरा होने में अब सिर्फ 25 दिन शेष है।
ऐसे में अभी तक राेहतक राेडवेज ने इस समस्या का कोई हल नहीं निकाला। रोडवेज के पास सभी बसें बीएस 4 इंजन की हैं। इस मामले में महकमे ने दिल्ली सरकार से मोहलत मांगी है। रोडवेज की 35 बसें रोजाना दिल्ली मार्ग पर चलती हैं। यह सभी बीएस 4 इंजन की बसें हैं। जबकि दिल्ली सरकार ने तीन माह पहले से ही अल्टीमेटम दे रखा है कि 1 अक्टूबर से दिल्ली में बीएस 4 इंजन की बसें नहीं घुसने दी जाएंगी। केवल बीएस- 6 इंजन की बसों को ही चलाने की अनुमति होगी।
*नई बसें लाने की नहीं रोडवेज की मंशा, 15 बसों की 8 साल मियाद 7 को होगी पूरी*

फिलहाल रोडवेज की मंशा नई बसें लाने की नहीं है। इसकी बजाए प्राइवेट बसों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। नई बसों के मामले में मार्च माह में 18 नई बसें लाने की योजना तैयार की गई थी, लेकिन इनमें से अभी 5 बसें ही लाई जा सकीं। यह नई बसें भी कोटा, जयपुर समेत अन्य मार्गों पर लगाई गई हैं। दिल्ली के मार्ग पर फिलहाल कोई नई बस नहीं है। वहीं रोडवेज की पुरानी बसों का बेड़ा भी लगातार सिमट रहा है। वर्ष 2019 में 218 बसें थी, लेकिन अब 186 रह गई हैं।
इनमें से भी 15 बसों की आठ वर्ष की आयु 7 सितंबर को पूरी हो जाएगी। जिस पर इनकी आयु दो साल बढ़ाने की प्रक्रिया चल रही है। विभाग के मुख्यालय नई बसें लाने की बजाए दिल्ली सरकार से पुरानी बसों पर पाबंदी लगाने के मामले में अभी दिल्ली सरकार से मोहलत मांगी है। इसमें कोई समय अवधि भी नहीं दी गई है। इस पर दिल्ली सरकार की तरफ से कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है। जिससे उसका रुख साफ है कि वह समय सीमा में फिलहाल कोई बदलाव नहीं करना चाहती है।
*तीन हजार यात्री प्रतिदिन करते हैं सफर*

डिपो की मानें तो रोहतक और दिल्ली के बीच प्रतिदिन करीब 3 हजार यात्री सफर करते हैं। पुरानी बसों का संचालन बंद होने से इस मार्ग के यात्रियों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। क्योंकि दिल्ली सरकार पुरानी बसों को अपनी सीमा में आने नहीं देगी और रोडवेज के पास बीएस- 6 इंजन की नई बसें हैं नहीं।
*यह मुख्यालय स्तर का मामला है*

इस मामले में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं है। इसमें मुख्यालय स्तर से ही कोई निर्णय लिया जा सकता है। इसको लेकर डिपो में कोई आदेश नहीं आया है। - जयबीर हुडडा, डिपो इंचार्ज, रोहतक
September 06, 2022

वैष्णो देवी श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी:दिल्ली से वाया पानीपत टू कटरा तक दौड़ेगी हरियाणा रोडवेज की बस; टाइम टेबल जारी

वैष्णो देवी श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी:दिल्ली से वाया पानीपत टू कटरा तक दौड़ेगी हरियाणा रोडवेज की बस; टाइम टेबल जारी

पानीपत : मां वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। हरियाणा रोडवेज ने कटरा तक बस सेवा शुरू की है। बस का संचालन दिल्ली से वाया पानीपत होगा। हरियाणा रोडवेज ने इस बस का टाइम टेबल भी जारी किया है। हर रोज पानीपत डिपो की बस दिल्ली से शाम 7:30 बजे चलेगी और रात 9 बजे पानीपत पहुंचेगी।

इस बस के लिए दिल्ली से रिजर्वेशन होगा। अगर सीट खाली हुई तो ही सीट मिलेगी। शुरुआत में एक बस को इस रूट पर लगाया गया है। कागजी कार्रवाई पूरी होते ही 4 नई बसों को भी कटरा भेजा जाएगा। आगे पानीपत डिपो से भी सीधी कटरा के लिए बस सुविधा शुरू हो सकती है। इस प्रस्ताव पर चर्चा का दौर चल रहा है।
फिलहाल एक बस को कटरा से वापसी में 3 दिन लग जाते हैं। पिछले साल कटरा रूट पर कम आमदनी होने पर बस सेवा का बंद कर दिया गया था। अब फिर से शुरू की गई है। पानीपत रोडवेज डिपो के ट्रैफिक मैनेजर पंकज पुनिया ने बताया कि कटरा के लिए बस सुविधा शुरू की गई है। यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
September 06, 2022

बेटे को दिया बर्थडे गिफ्ट 'चांद का टुकड़ा':MOON पर 2 एकड़ जमीन खरीदी, पता- लेक ऑफ हैपिनेस ट्रैक 55 पार्सल 10071

बेटे को दिया बर्थडे गिफ्ट 'चांद का टुकड़ा':MOON पर 2 एकड़ जमीन खरीदी, पता- लेक ऑफ हैपिनेस ट्रैक 55 पार्सल 10071

फतेहाबाद : हरियाणा के फतेहाबाद में एक पिता ने अपने बेटे को पहले बर्थडे पर अनोखा गिफ्ट दिया है। टोहाना के कारोबारी वरुण सैनी ने अपने बेटे लव के लिए चांद पर जमीन खरीदी है। इसके लिए उसके पास अमेरिका से इंटरनेशनल लूनर लैंड अथॉरिटी की तरफ से लूनर प्रॉपर्टी का रजिस्टर्ड कलेम डीड भी आ गया है। हरियाणा का यह दूसरा मामला है।
वरुण ने बताया कि उसके एक वर्ष के बेटे का जन्म दिन आ रहा था तो उसने अमेरिका में स्थित इंटरनेशनल लूनर लैंड अथॉरिटी को चांद पर जमीन खरीदे के लिए अप्लाई किया था। करीब डेढ़ माह के प्रोसेस के बाद आखिरकार अब उसे रजिस्ट्रेशन मिल गई है। जिसमें उसकी जमीन का नक्शा भी मिला है। करीब 2 एकड़ यह जमीन है और इस पर क्या खर्चा आया, यह वे नहीं बताना चाहते, क्योंकि उनके बेटे के लिए यह अमूल्य गिफ्ट है।

यह जमीन चांद पर लेक ऑफ हैपिनेस 1872 नॉर्थ लैटिट्यूड 502 इस्ट लांगीट्यूड ट्रैक 55 पार्सल 10071 में स्थित है। उन्होंने बताया कि अब अपनी प्रॉपर्टी पर नजर रखने के लिए वे एक टेलीस्कोप भी खरीदेंगे। साथ ही मजाक में कहा कि ऐलन मस्क का उन्हें इंतजार है कि कब वे लोगों को चांद पर ले जाएंगे, तब वे चांद पर जाएंगे।
अमेरिका से इंटरनेशनल लूनर लैंड अथॉरिटी की तरफ से लूनर प्रॉपर्टी का रजिस्टर्ड कलेम डीड भेजा गया।

Friday, September 2, 2022

September 02, 2022

WhatsApp पर 24 लाख अकाउंट हुए बंद: कंपनी की बड़ी कार्रवाई, इस लिस्ट में कहीं आप तो नहीं? देख लीजिए

WhatsApp पर 24 लाख अकाउंट हुए बंद: कंपनी की बड़ी कार्रवाई, इस लिस्ट में कहीं आप तो नहीं? देख लीजिए

सोशल मीडिया के एक बेहद पॉपुलर प्लेटफार्म WhatsApp की बड़ी कार्रवाई सामने आई है| बताया जाता है कि, व्हाट्सएप ने सिर्फ एक महीने के अंदर-अंदर भारत में लगभग 24 लाख अकाउंट्स को बैन कर दिया है। यानि ये अकॉउंटस सिरे से बंद कर दिए गए हैं| इस बात की जानकारी कंपनी ने अपनी मंथली कंप्लायंस रिपोर्ट में दी है।

*इन अकाउंट्स पर गतिविधि सही नहीं थी*

WhatsApp द्वारा बताया गया है कि, इन अकाउंट्स पर गतिविधि सही नहीं थी| इन अकाउंट्स की प्रोफाइल, इनका कंटेंट सही नहीं पाया गया| इसलिए इन्हें प्रोएक्टिवली प्रतिबंधित करना पड़ा| मसलन, इन अकाउंट्स को बैन करने के लिए यूजर्स से कोई रिपोर्ट भी नहीं ली गई है। इन्हें सीधा बंद ही कर दिया गया।
*23,87,000 से ज्यादा अकाउंट्स पर बैन*

दरअसल, WhatsApp की लेटेस्ट रिपोर्ट 'इंडिया मंथली रिपोर्ट अंडर द इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (इंटरमीडियरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) रूल्स, 2021' के मुताबिक, WhatsApp ने जुलाई महीनें में भारत में 23,87,000 से ज्यादा अकाउंट्स पर बैन लगाया है|
यह पढ़ें - WhatsApp पर खास सावधानी बरतें: अगर बना रखे हैं Groups और खुद हैं Admin तो ये 5 गलतियां आपको सीधा पहुंचाएंगी जेल

फिलहाल, कंपनी द्वारा लगभग 24 लाख अकाउंट्स पर बैन लगाना एक बड़ा नंबर है। बतादें कि, इससे पहले मार्च में 18 लाख अकाउंट्स पर, अप्रैल में 16 लाख अकाउंट्स पर और मई में 19 लाख अकाउंट्स पर और जून में 22 लाख अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगाया गया था|
*फेसबुक और इंस्टाग्राम की भी कार्रवाई*

इधर, सिर्फ WhatsApp ने ही कार्रवाई नहीं की है| इसकी साझा कम्पनी मेटा ने भी खुलासा किया है कि उसने जुलाई में फेसबुक और इंस्टाग्राम से 2.7 करोड़ से ज्यादा पोस्ट्स हटा दिए हैं। कंपनी ने हिंसक कंटेंट हटाया है| कपंनी ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सरकार के नियमों का पालन कर रहा है।
September 02, 2022

Supreme Court से संस्कृत को राष्ट्रभाषा घोषित करने की याचिका खारिज, सरकार के पास जाने की दी गई नसीहत

Supreme Court से संस्कृत को राष्ट्रभाषा घोषित करने की याचिका खारिज, सरकार के पास जाने की दी गई नसीहत

नई दिल्ली : संस्कृत को भारत की राष्ट्रीय भाषा बनाने की मांग को बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक याचिका खारिज कर दी जिसमें संस्कृत को भारत की राष्ट्रीय भाषा बनाने की घोषणा की मांग की गई थी। जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस कृष्ण मुरारी की पीठ ने यह कहते हुए याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया कि किसी भाषा को 'राष्ट्रीय' का दर्जा देना एक नीतिगत निर्णय है। कोर्ट ने कहा कि इसके लिए संविधान में संशोधन की आवश्यकता है और यह अदालत द्वारा आदेशित नहीं है।
*संसद को रिट जारी नहीं की जा सकती*

पीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि यह नीतिगत निर्णय के दायरे में आता है और इसके लिए भारत के संविधान में संशोधन किया जाने की जरूरत है। शीर्ष अदालत ने कहा कि किसी भाषा को राष्ट्रीय भाषा घोषित करने के लिए संसद को कोई रिट जारी नहीं की जा सकती है।
*याचिकाकर्ता से पूछे कई सवाल*

शीर्ष अदालत ने याचिकाकर्ता से सुनवाई के दौरान कई सवाल पूछे। कोर्ट ने कहा कि क्या आपको पता है भारत में कितने शहर संस्कृत बोलते हैं? क्या आप संस्कृत बोलते हैं? क्या आप संस्कृत में एक पंक्ति का पाठ कर सकते हैं या कम से कम अपनी रिट याचिका में की गई अपील का संस्कृत में अनुवाद कर सकते हैं। यह जनहित याचिका सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और वकील केजी वंजारा ने दायर की थी।
*सरकार के पास जाने को कहा*

याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि संस्कृत एक 'मातृभाषा' है जिससे अन्य भाषाओं ने प्रेरणा ली है। याचिका पर विचार करने से इनकार करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता सरकार के समक्ष इस तरह का अभ्यावेदन दायर करने के लिए स्वतंत्र हो सकता है।
बता दें कि याचिका में केंद्र सरकार को यह कहते हुए संस्कृत को राष्ट्रभाषा के रूप में अधिसूचित करने का निर्देश देने की मांग की गई है कि इस तरह के कदम से मौजूदा संवैधानिक प्रावधानों में खलल नहीं पड़ेगा जो अंग्रेजी और हिंदी को देश की आधिकारिक भाषाओं के रूप में प्रदान करते हैं।
September 02, 2022

पायलटों की हड़ताल से लुफ्थांसा की 800 फ्लाइट्स रद्द:दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों का हंगामा, कहा- किराया वापस दो या फिर जाने का इंतजाम करो

पायलटों की हड़ताल से लुफ्थांसा की 800 फ्लाइट्स रद्द:दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों का हंगामा, कहा- किराया वापस दो या फिर जाने का इंतजाम करो

नई दिल्ली : जर्मनी की लुफ्थांसा एयरलाइंस के पायलट वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर शुक्रवार को एक दिन की हड़ताल पर हैं। इसके चलते एयरलाइंस का पूरा सिस्टम हिल गया है। दुनियाभर में आज लुफ्थांसा की 800 उड़ानों को रद्द किया गया है। इससे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी 700 से ज्यादा यात्री फंसे हैं। फ्लाइट्स रद्द होने से यात्रियों ने एयरपोर्ट पर हंगामा किया, उनका कहना है कि हमारा किराया वापस करो या फिर जाने का इंतजाम करो।
*दिल्ली से उड़ान भरने वाली दो फ्लाइट्स रद्द*

फ्लाइट रद्द होने से गुस्साए यात्री हंगामा कर रहे हैं। इसके चलते एयरपोर्ट के अंदर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। दिल्ली एयरपोर्ट से लुफ्थांसा एयरलाइंस की 2 फ्लाइट्स थीं, जिनमें करीब 400 यात्रियों को म्यूनिख और फ्रैकफर्ट जाना था। पैसेजंर्स का कहना है कि जब वे एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि फ्लाइट्स ही रद्द हो गई है।
*200 यात्रियों को दूसरी फ्लाइट से भेजा गया*

लुफ्थांसा एयरलाइंस से यात्रा करने वाले यात्रियों में से कुछ छात्र भी हैं, जिन्हें एग्जाम देने के लिए विदेश जाना था। छात्रों का कहना है कि फ्लाइट्स रद्द होने से हमारा भविष्य खतरे में है। वे एयरपोर्ट पर नारेबाजी कर रहे हैं। हंगामा बढ़ने पर एयरलाइन ने करीब 200 यात्रियों को दूसरी एयरलाइन के जरिए उनके डेस्टिनेशन पर भेजा है। अभी 500 यात्री दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं।
*वेतन बढ़ाने और महंगाई भत्ते की मांग कर रहे पायलट*

पायलटों के यूनियन ने इस साल 5,000 से अधिक पायलटों के वेतन में 5.5% की वृद्धि और महंगाई भत्ते की मांग की है। जब उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो पायलटों ने एक दिन की हड़ताल कर दी। इससे पहले लुफ्थांसा को इस साल वेतन बढ़ाने के लिए सिक्योरिटी वर्कर्स और ग्राउंड स्टाफ की ओर से कई बार हड़ताल का सामना करना पड़ा है।
जुलाई में एयरलाइन को जर्मनी की शक्तिशाली वर्डी यूनियन की ओर से बुलाए गए एक दिन के वाकआउट का सामना करना पड़ा था, जिससे फ्रैंकफर्ट और म्यूनिख में घरेलू केंद्रों पर इसकी उड़ानें प्रभावित हुईं थी।

Monday, August 29, 2022

August 29, 2022

दैनिक यात्रियों के लिए खुशखबरी, दो साल से बंद 5 पैसेंजर गाड़ियां चलेंगी, सुगम होगा सफर

दैनिक यात्रियों के लिए खुशखबरी, दो साल से बंद 5 पैसेंजर गाड़ियां चलेंगी, सुगम होगा सफर

जींद: हरियाणा के जींद से कुरुक्षेत्र, पानीपत, कैथल और नई दिल्ली जाने वाली कोरोनाकाल से बंद पड़ीं पैसेंजर गाड़ियां अगले दो दिनों में ट्रैक पर दौड़ती नजर आएंगी। सुबह 6:55 बजे नई दिल्ली को जाने वाली पैसेंजर गाड़ी रविवार से शुरू हो गई है। वहीं जींद से कुरुक्षेत्र जाने वाली दो गाड़ियां सोमवार से सुचारु रूप से चलने लगेंगी और जींद से पानीपत रूट पर सुबह 10 बजे जाने वाली गाड़ी का भी आवागमन 30 अगस्त से शुरू हो जाएगा। 

इसके अलावा दिल्ली से कुरुक्षेत्र चलने वाली डीएमयू ट्रेन 30 अगस्त से दिल्ली की तरफ से आएगी और 31 अगस्त को सुबह कुरुक्षेत्र से दिल्ली के लिए रवाना होगी। इन गाड़ियों के आवागमन से जींद, उचाना, नरवाना, कलायत, कैथल के लोगों को काफी फायदा होगा, क्योंकि दो सालों से इन गाड़ियों के चलने का इंतजार था जो कि अब पूरा हो जाएगा। वहीं जींद से दोपहर को एक बजकर पांच मिनट पर कुरुक्षेत्र के लिए चलने वाली पैसेंजर गाड़ी पूर्ण रूप से बंद कर दी गई है। 
रेलवे ने कोरोनाकाल से जींद-कुरुक्षेत्र, जींद-पानीपत और जींद-दिल्ली रूट पर बंद पड़ीं पैसेंजर गाड़ियों को चलाने का फैसला लिया है। ये गाड़ियां 31 अगस्त तक सुचारु रूप से चलने लगेंगी। रविवार को जींद से नई दिल्ली के लिए पैसेंजर गाड़ी सुबह 6:55 बजे रवाना हो गई। सुबह 4:10 बजे कुरुक्षेत्र जाने वाली पैसेंजर गाड़ी 29 अगस्त को रवाना होगी। इसके अलावा 17:35 बजे कुरुक्षेत्र जाने वाली गाड़ी भी 29 अगस्त को जाएगी। इसके अलावा जींद से पानीपत जाने वाली पैसेंजर गाड़ी 30 अगस्त को सुबह 10 बजे रवाना होगी। इससे पहले इस रूट पर सुबह और शाम को पानीपत जाने वाली गाड़ियां शुरू हो चुकी हैं। अब इस रूट पर तीनों गाड़ियां आवागमन करेंगी। 
सुबह के समय कुरुक्षेत्र से दिल्ली की तरफ जाने वाली गाड़ी अब नए नाम और नंबर से दौड़ेगी। रेलवे ने इस गाड़ी का नाम बदलकर एक्सप्रेस रख दिया है और इसका नंबर 74013-14 बदलकर 14023-24 रख दिया है। यह गाड़ी एक्सप्रेस बनकर दौड़ेगी और इसके किराये में भी बढ़ोतरी कर दी गई है। यह गाड़ी इसके पुराने स्टेशनों पर नहीं रुकेगी। शाम को यह गाड़ी 5:55 बजे दिल्ली से चलेगी और उसके बाद दिल्ली किशनगंज, शकूरबस्ती, बहादुरगढ़, सांपला, रोहतक, जुलाना, जींद, उचाना, नरवाना, कलायत, कैथल, पेहवा रोड होते हुए कुरुक्षेत्र जंक्शन पर 23:25 बजे पहुंचेगी। उसके बाद अगले दिन कुरुक्षेत्र से छह बजे चलेगी, जो कि सुबह 11 बजे दिल्ली पहुंचेगी। 
दोपहर को जो कुरुक्षेत्र के लिए जींद से पैसेंजर गाड़ी रवाना होती थी, उसे रेलवे ने स्थायी रूप से बंद कर दिया है। जींद से नरवाना जाने वाली वह एकमात्र गाड़ी थी, जो दोपहर के समय यात्रियों के लिए फायदेमंद थी। यह गाड़ी जींद से एक बजकर पांच मिनट पर जींद से चलती थी। इस गाड़ी में बरसोला, उचाना, घासो और नरवाना के यात्रियों को काफी फायदा मिल रहा था, क्योंकि नरवाना क्षेत्र के लोग जो कि जींद किसी काम के लिए आते थे या फिर लघु सचिवालय में आते थे तो वे दोपहर तक अपना काम निपटाकर वापस घर के लिए आसानी से यह गाड़ी मिल जाती थी। 

जींद से कुरुक्षेत्र के बीच चलने वाली गाड़ियों का सबसे ज्यादा फायदा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले युवक-युवतियों को होगा। जींद, उचाना, नरवाना, कलायत और कैथल के युवक-युवती जो कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में पढ़ते हैं, वे अब इन गाड़ियों के माध्यम से प्रतिदिन विश्वविद्यालय में आ-जा सकेंगे। सुबह जींद से एक पैसेंजर गाड़ी जो कि 4:10 बजे चलती है, वह कुरुक्षेत्र सवा सात बजे के आसपास पहुंचा देगी। अब इन गाड़ियों के चलने से शाम के समय भी कुरुक्षेत्र की तरफ से गाड़ियों की संख्या बढ़ जाएगी। 
जींद स्टेशन अधीक्षक जयप्रकाश ने कहा कि कोरोनाकाल में बंद हुईं पैसेंजर गाड़ियों को रेलवे ने दोबारा चलाने का फैसला लिया है। एक पैसेंजर गाड़ी सुबह 6:55 बजे नई दिल्ली के लिए रविवार को रवाना हो गई है। 29 अगस्त से जींद-कुरुक्षेत्र के बीच दो गाड़ियां चल पड़ेंगी। इसके अलावा दिल्ली से कुरुक्षेत्र के बीच चलने वाली डीएमयू को एक्सप्रेस बनाया गया है। यह गाड़ी 30 अगस्त को दिल्ली की तरफ से आएगी और 31 अगस्त को कुरुक्षेत्र से चलेगी।  

Saturday, August 27, 2022

August 27, 2022

बस किराए पर ले हक लेने चंडीगढ़ पहुंची छात्राएं, अधिकारी दफ्तर छोड़ भाग गए

बस किराए पर ले हक लेने चंडीगढ़ पहुंची छात्राएं, अधिकारी दफ्तर छोड़ भाग गए

पंचकूला / चंडीगढ़ : सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे को लेकर भले ही संजीदा हो लेकिन कुछ विभाग कुछ अधिकारी बेटियों को लेकर कितना संजीदा है इसकी बानगी आज देखने को मिली पंचकूला सेक्टर 22 के डायरेक्टरेट आफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च हरियाणा विभाग में जहा पर सफीदों गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज की 45 छात्राएं 200 किलोमीटर दूर से बस लेकर अपनी मांग पत्र लेकर पहुंची। विडंबना रही सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक कोई भी अधिकारी उनसे नहीं मिला।

 इस मौके पर छात्राओं ने बताया कि पिछले 4 साल से वह सफीदों कॉलेज में पढ़ रहे हैं फाइनल ईयर में 6 महीने की ट्रेनिंग होती है उनके कोर्स के सिर्फ 2 महीने बचे हैं लेकिन उन्हें ट्रेनिंग नहीं कराई गई है जबकि कोर्स पूरा होने को है। इसके अलावा 4 साल का स्टायफंड अभी तक छात्राओं को नहीं मिला है फार्म भरा लिए जाते हैं डिटेल ले ली जाते लेकिन कोई पैसा खाते नहीं आ रहा। छात्राओं को अपने हॉस्टल से कॉलेज में जाने के लिए 6 से 7 किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता है सरकार ने पास तो बना दिए लेकिन ना तो प्राइवेट बसें वहां रुकती और अलग से बस लगाना तो दूर की बात है जबकि एडमिशन के वक्त कहा गया था कि आप लोगों को ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा दी जाएगी इसके अलावा छात्राओं ने बताया कि उनका हॉस्टल भी प्राइवेट है उसके लिए भी कहा गया था अभी जेब से पैसा भरो आपको बाद में पैसा दिलवा दिया जाएगा लेकिन अब विभाग इस से भी मुंह मोड़ रहा है। इसकी वजह से छात्राएं अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है। 
छात्रों की समस्याएं यहीं खत्म नहीं हुई उन्होंने डायरेक्टर से मिलने का समय मांगने के लिए फोन किया फोन नहीं उठाया गया बाद में जब वे 16000 में बस भाड़े पर लेकर पंचकूला 11 बजे ऑफिस में पहुंचे तो उन्हें मीटिंग हॉल में बैठा दिया गया और शाम के 5 बजे तक चाय पानी कुछ नहीं दिया गया ना ही किसी भी अधिकारी ने उनसे मिलने की जहमत उठाई ना ही मौके पर मौजूद किसी भी स्तर के अधिकारी ने उनको कोई संतुष्ट सा आश्वासन दिया। 5 बजे दफ्तर बंद करते वक्त उनको दफ्तर से बाहर निकाल दिया गया जबकि छात्राएं लिखित में आश्वासन चाहती थी। उनका कहना था कि वे सब गरीब घरों की बच्चियां है ₹16000 खर्च करके यहा पर पहुंची हैं दोबारा से आना उनके लिए असंभव है। लेकिन किसी ने उनकी सुनवाई नहीं कहीं वह कहा जाए किसको अपना दुखड़ा सुना। 
लोग चंडीगढ़ बड़ी आशाएं लेकर आते हैं उस उम्मीद से आते हैं के यहा तो उनकी सुनवाई होगी उनकी समस्या का समाधान होगा लेकिन आज जो तस्वीर सामने आई उसमें मानवता को झकझोर कर रख दिया है इन बेटियों के साथ जो हुआ उसकी गुहार उन्होंने स्वास्थ्य और गृहमंत्री अनिल विज से लगाई हैं उन्होंने कहा है उन्हें इंसाफ दिलाया जाए और उनकी पढ़ाई को सुचारू रूप से चलाने सरकार मदद करे।

Friday, August 26, 2022

August 26, 2022

जींद में भिवानी रोड किया जाम:गलियों में सीवरेज का पानी भरने से भड़के वाल्मीकि कॉलोनी के लोग; पुलिस की नहीं सुनी

जींद में भिवानी रोड किया जाम:गलियों में सीवरेज का पानी भरने से भड़के वाल्मीकि कॉलोनी के लोग; पुलिस की नहीं सुनी

जींद : परेशान लोगों ने जींद-भिवानी रोड पर रस्सी बांध कर वाहनों का आवागमन रोक दिया। फिर रोड पर धरना दिया।
हरियाणा के जींद में वाल्मीकि बस्ती में पिछले कई दिनों से सीवरेज का गंदा पानी गलियों में भरा है। शुक्रवार को कॉलोनी के लोगों ने इसको लेकर जींद भिवानी रोड को जाम कर दिया। लोगों ने सड़क के बीचों-बीच बैठकर जाम लगाकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चेताया कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होता तब तक वह जाम नहीं खोलेंगे। पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे लेकिन कॉलोनी वासियों ने उनकी नहीं सुनी।
वाल्मीकि बस्ती में पिछले कई दिनों से सीवरेज पानी खड़ा हुआ है। जिससे कॉलोनी के लोगों का घरों से बाहर निकलना भी दूभर हो गया है। इसी समस्या को लेकर शुक्रवार को कॉलोनी के लोग जींद भिवानी मार्ग पर आ गए और अवरोधक डालकर जाम लगा दिया। कॉलोनी के लोगों ने कहा कि सीवरेज युक्त पानी पूरा दिन गलियों में खड़ा रह रहा है जिससे इस पानी में मच्छर पनप रहे और कॉलोनी में बीमारी फैलने का खतरा बन गया है।
*वाल्मीकि कॉलोनी में गलियां गंदे पानी के तालाब में बदल चुकी हैं।*
इसके अलावा सीवरेज पानी से उठने वाली बदबू से उनका कॉलोनी में रहना भी मुहाल हो गया है। समस्या को लेकर प्रशासन को अवगत कराया गया था लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया। जिसके चलते मजबूरन उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है। जाम लगने की सूचना मिलने पर पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे लेकिन वाल्मीकि बस्ती के लोग जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। कॉलोनी वासियों ने कहा कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होता तब तक वह जाम नहीं खोलेंगे।

Tuesday, August 23, 2022

August 23, 2022

भारत में टोमैटो फीवर का कहर:शरीर पर पड़ने वाले फफोले मंकीपॉक्स जैसे; 5 साल से कम उम्र के बच्चे बन रहे शिकार

भारत में टोमैटो फीवर का कहर:शरीर पर पड़ने वाले फफोले मंकीपॉक्स जैसे; 5 साल से कम उम्र के बच्चे बन रहे शिकार

केरल : कोरोना और मंकीपॉक्स के बाद देश में टोमैटो फीवर अपने पैर पसार रहा है। इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंता भी बढ़ गई है। लैंसेट रेस्पिरेटरी जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक केरल में टोमैटो फीवर के 82 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, ओडिशा में 26 बच्चे इससे बीमार हुए हैं। ये सभी 9 साल से कम उम्र के हैं।
*क्या है टोमैटो फीवर?*

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार टोमैटो फीवर या टोमैटो फ्लू को हैंड, फुट एंड माउथ डिजीज (HFMD) का एक प्रकार माना जाता है। इस बुखार का नाम टोमैटो फीवर इसलिए है क्योंकि इस बीमारी में मरीज के शरीर पर टमाटर के आकार और रंग के फफोले पड़ जाते हैं।

यह बुखार एंटेरोवायरस से होता है। हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि टोमैटो फीवर बच्चों में चिकनगुनिया या डेंगू के बुखार का आफ्टर इफेक्ट भी हो सकता है।
टोमैटो फीवर में बुखार उन बच्चों को अपनी चपेट में जल्दी ले लेता है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है।
*टोमैटो फीवर के लक्षण*

लैंसेट की रिपोर्ट के अनुसार टोमैटो फीवर में शरीर पर पड़ने वाले फफोले मंकीपॉक्स के दानों की तरह ही दिखते हैं। इसके अलावा यह बुखार उन बच्चों को अपनी चपेट में जल्दी लेता है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। टोमैटो फीवर के लक्षणों में तेज बुखार, मांसपेशियों में दर्द, थकान, हरारत, जोड़ों में दर्द, खुजली, उल्टी, डिहाइड्रेशन, डायरिया आदि शामिल हैं।
*कैसे फैलता है बुखार?*

टोमैटो फीवर के इस आउटब्रेक का पहला केस केरल के कोल्लम में 6 मई को आया था। इसके बाद से ही 1 से 5 साल के बच्चों में बुखार के लक्षण देखे गए, यानी फिलहाल यह बच्चों में ही ज्यादा फैल रहा है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे गंदी जगहों में रहना और गंदी चीजें छूना।

बच्चे खिलौने, खाना और कपड़ों से लेकर कई चीजें शेयर करते हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इसका मतलब दूसरे वायरल इन्फेक्शन्स की तरह यह भी नजदीकी संपर्क से फैलता है।