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Saturday, May 28, 2022

May 28, 2022

बिना ऑक्सीजन माउंट एवरेस्ट के शिखर तक पहुंची झज्जर की बहू, ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला

बिना ऑक्सीजन माउंट एवरेस्ट के शिखर तक पहुंची झज्जर की बहू, ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला 

बहादुरगढ़ : बिना ऑक्सीजन दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत शिखर माउंट एवरेस्ट के सबसे निकट पहुंचने वाली झज्जर की बहू अस्मिता ऐसी पहली भारतीय महिला बन गई हैं। अस्मिता का सफर माउंट एवरेस्ट के शिखर से 100 मीटर पहले ही खत्म हो गया। अस्मिता ने 8848 मीटर ऊंची माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई 8748.86 मीटर तक पूरी की। लेकिन जब माउंट एवरेस्ट की चोटी से महज 100 मीटर पहले अस्मिता काे दिखना बंद हो गया और मजबूरी में उसे वापिस लौटना पड़ा। शुक्रवार को अस्मिता का बहादुरगढ़ पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। दरअसल, जी हां अस्मिता झज्जर जिले की बहू हैं। झज्जर के वरूण शर्मा के साथ साल 2021 में अस्मिता ने शादी की थी। एक हॉस्पिटल में पवार्तारोही अस्मिता की ननद डॉ तरूणा शर्मा महिला रोग विशेषज्ञ की सेवाएं भी दे रही हैं। बता दें कि पर्वतारोही अस्मिता जमशेदपुर के टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन में इंस्ट्रक्टर हैं। टीएसएएफ में काम के दौरान ही उन्हें झज्जर के वरुण शर्मा से प्यार हो गया और गत वर्ष दोनों ने शादी कर ली। वरुण शर्मा झज्जर स्वास्थ्य विभाग में सेवाए दे चुकी डॉ कुमुद के बेटे हैं और उनकी बहन डॉ तरूणा शर्मा बहादुरगढ़ के एक हॉस्पिटल में महिला रोग विशेषज्ञ हैं। देश का नाम रोशन करने वाली पर्वतारोही अस्मिता का शुक्रवार को जोरदार स्वागत किया गया।  हॉस्पिटल की डायरेक्टर पूनम संजय सिंह ने अस्मिता का अभिनंदन किया। पर्वतारोही अस्मिता के पिता शेरपा अंग दोरजी पहली भारतीय महिला पर्वतारोही बछेंद्रीपाल के शेरपा रहे हैं। खून में ही पहाड़ों पर चढ़ने का जुनून और जज्बा लेकर पैदा हुई अस्मिता का बिना ऑक्सिजन सिलेंडर के माउंट एवरेस्ट के शिखर के निकट तक पहुंचने का पहला प्रयास अनुकरणीय है। अस्मिता अब तक 7075 मीटर ऊंची माउंट सतोपंथ, माउंट धर्मसूड़ा, माउंट गंगोत्री, माउंट स्टोप कांगड़ी, कांगयांगत्से, जोजोंगो की चढ़ाई भी सफलतापूर्वक पूरी कर चुकी है। अस्मिता हर रोज कई किलोमीटर साईकलिंग करती थी और 20 किलो वजन लेकर चढ़ाई भी करती थी। अस्मिता का कहना है कि अगले साल वो हर हाल में बिना ऑक्सिजन स्पोर्ट के माउंट एवरेस्ट के शिखर पर तिरंगा फहराकर ही लौटेंगी।
May 28, 2022

हरियाणवी लोकनृत्य एवं गायन से सम्बंधित 20 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

हरियाणवी लोकनृत्य एवं गायन से सम्बंधित 20 दिवसीय  कार्यशाला का आयोजन

जींद : राजकीय महिला महाविद्यालय जीन्द में  हरियाणा कला परिषद हिसार मण्डल एवं महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में 20 दिवसीय  हरियाणवी लोकनृत्य एवं गायन  कार्यशाला का आयोजन किया  गया। प्राचार्य जय नारायण गहलावत  की अध्यक्षता में तथा महिला प्रकोष्ठ की नोडल अधिकारी डॉ सुमीता आशरी के मार्गदर्शन में एवं रवि शंकर शर्मा के निर्देशन में महाविद्यालय की विभिन्न  संकायों से 87 छात्राओं ने इस सुअवसर का लाभ उठाया। इस कार्यशाला में छात्राओं को हरियाणा की गौरवपूर्ण हरियाणवी लोक सांस्कृतिक धरोहर जो अत्यंत समृद्ध है उससे अवगत कराने के लिए समूह-नृत्य, लोकगीत, हरियाणवी रागनी आदि कार्यक्रमों का प्रशिक्षण दिया गया।  
कार्यशाला के दौरान  सीखी हुई विधाओं का प्रतिभा  प्रदर्शन करने के लिए आज दिनांक 27 मई 2022  को राजकीय महिला महाविद्यालय के पावन प्रांगण में  रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समारोह के  मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा कला परिषद् के निदेशक संजय भसीन ने छात्राओं को संबोधित करते हुए  कहा कि  कला लोक-संस्कृति को आगे बढ़ाने वाला मंच है। कला से सम्बंधित  गतिविधियां विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहायक होती  हैं। हरियाणवी  संस्कृति को बढ़ावा देने में इस प्रकार की कार्यशालाओं का महत्वपूर्ण  योगदान होता है। 
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचकर चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार लवलीन मोहन ने छात्राओं का कला के प्रति उत्साहवर्धन किया।  प्रौफेसर लवलीन ने पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में कलात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से इतना बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए छात्राओं की प्रशंसा की।
हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को ऑस्ट्रेलिया में हरियाणवी कुनबा के नाम से विश्व कीर्ति पटल पर लहराने वाले विशिष्ट अतिथि दक्षिण ऑस्ट्रेलिया एडिलेड से पार्षद सुरेंद्र चहल ने विशिष्ट अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई व छात्राओं को प्रतिभा को निखारने के लिए ऐसे आयोजनों में प्रतिभागिता करने के लिए प्रेरित किया। कला परिषद हिसार मंडल के अतिरिक्त निदेशक महावीर गुड्डू ने शंखनाद के माध्यम से प्रतिभा का शुभारंभ किया। चंडीगढ़ नाट्य अकादमी के उपाध्यक्ष बलकार सिंह सिद्धू ने छात्राओं की छुपी हुई प्रतिभा को बाहर लाने के लिए ऐसे आयोजन की भूरि- भूरि सराहना की।
थारे आने ते बढ़ गया मान हरियाणे का, गूंगा धमोड़ा, मेरा चुंदड़ मंगा दे रे ओ नंदी के वीरा, बूढ़ी ए लुगाई मस्ताई फागण में, कुए की पनिहारी और छोरी होन ते थाली बाजेगी -- इन हरियाणवी लोकगीतों पर छात्राओं के 6 अलग अलग समूहों ने समूह–नृत्य प्रस्तुत किए तथा उपस्थित दर्शकों ने मंत्रमुग्ध होकर नृत्य का रसपान किया।

Wednesday, May 25, 2022

May 25, 2022

हिसार के कैंडिडेट की जगह लिखित परीक्षा में बैठा दूसरा युवक, 3 दिन में दूसरा मामला

MC फायरमैन भर्ती में एक और फर्जीवाड़ा:हिसार के कैंडिडेट की जगह लिखित परीक्षा में बैठा दूसरा युवक, 3 दिन में दूसरा मामला

चंडीगढ़ : चंडीगढ़ नगर निगम में चल रही 301 फायरमैन की भर्ती में एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। मंगलवार को इस भर्ती से जुड़े फिजिकल टेस्ट के दौरान एक कैंडिडेट का फोटो एडमिट कार्ड पर लगे फोटो से मैच नहीं हुआ। सूत्रों के अनुसार, फिजिकल टेस्ट देने आए इस युवक की जगह लिखित परीक्षा में कोई और बैठा था। इस खुलासे के बाद नगर निगम अधिकारी की शिकायत पर चंडीगढ़ पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी हिसार का रहने वाला बताया जा रहा है।


फायरमैन की इस भर्ती से जुड़े फिजिकल टेस्ट चंडीगढ़ में सेक्टर-26 की पुलिस लाइन में चल रहे हैं। फिजिकल टेस्ट से जुड़ी प्रक्रिया पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) करवा रही है। मंगलवार को फिजिकल टेस्ट देने पहुंचे एक कैंडिडेट का चेहरा एडमिट कार्ड पर लगी फोटो से मैच नहीं हुआ तो फिजिकल टेस्ट कंडक्ट करवा रहे PU के स्टाफ को शक हुआ। इसकी सूचना नगर निगम के सीनियर अफसरों को दी गई। निगम अफसर की शिकायत पर सेक्टर-26 की थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान सुमित कुमार के रूप में हुई।

शुरुआती जानकारी के मुताबिक पिछले साल हुई लिखित परीक्षा में सुमित की जगह कोई और बैठा था। मंगलवार को जब सुमित फिजिकल टेस्ट के लिए पहुंचा तो एडमिट कार्ड पर लगी फोटो से उसका चेहरा मैच नहीं हुआ।
*तीन दिन पहले भी पकड़े गए 3 फर्जी कैंडिडेट*

गौरतलब है कि तीन दिन पहले भी पुलिस ने फिजिकल टेस्ट के दौरान 3 फर्जी कैंडिडेट पकड़े थे। ये तीनों असल कैंडिडेट की जगह फिजिकल टेस्ट देने आए थे। पुलिस ने तीनों को 3 दिन के रिमांड पर ले लिया। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी हरियाणा के हैं। आरोप है कि फिजिकल टेस्ट क्लीयर करवाने के लिए तीनों ने हर कैंडिडेट से 5-5 लाख रुपए लिए।ये तीनों जिनकी जगह फिजिकल टेस्ट देने आए थे, वह भी हरियाणा से ही हैं।
*आरोपी कैथल, हिसार और झज्जर के*

तीन दिन पहले पुलिस ने जिन फर्जी कैंडिडेट्स को पकड़ा, उनमें कैथल का विजय कुमार, हिसार का विकास और झज्जर का विनीत शामिल था। यह लोग कैथल के विक्रम और जींद के अमन व आनंद बनकर फिजिकल टेस्ट देने आए थे। विजय, विकास और विनीत के चेहरे डॉक्यूमेंट्स पर लगी फोटो से मैच नहीं हुए तो PU के अधिकारियों को शक हुआ। पहचान मिलाने के लिए जब तीनों से दस्तखत करने के लिए कहा तो तीनों ने मना कर दिया। जानकारी के मुताबिक, फर्जी कैंडिडेट बनकर आए दो युवक सरकारी नौकरी में हैं जबकि तीसरा अपने रिश्तेदार की जगह पेपर देने आया था।

फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद चंडीगढ़ नगर निगम की कमिश्नर आनंदिता मित्रा ने चंडीगढ़ के एसएसपी को फोन करके घटना की जानकारी देते हुए कार्रवाई करने को कहा। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर तीनों फर्जी कैंडिडेट्स को गिरफ्तार कर लिया। असल कैंडिडेट्स की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं।
*लिखित परीक्षा पर भी उठ चुके सवाल*

इससे पहले फायरमैन की इस भर्ती में पिछले साल हुई लिखित परीक्षा पर भी सवाल उठे थे। नवीन कुमार नामक कैंडिडेट ने चीफ विजिलेंस अफसर, यूटी पुलिस और सीबीआई को भेजी शिकायत में प्रश्न-पत्र सीलबंद न होने, कैंडिडेट को इलेक्ट्रिक गैजेट्स व मोबाइल समेत एंट्री देने जैसे आरोप लगाए।
May 25, 2022

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय : पीएचडी में दाखिले के लिए 6 जून से करें आवेदन

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय : पीएचडी में दाखिले के लिए 6 जून से करें आवेदन

कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (Kurukshetra University) के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय प्रशासन ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए पीएचडी (PHD) में दाखिले संबंधी अधिसूचना को जारी कर दिया है। लोक सम्पर्क विभाग के उपनिदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि ऐसे योग्य उम्मीदवार जिन्होंने यूजीसी/सीएसआईआर नेट जेआरएफ (वैधता अवधि के साथ)/यूजीसी/सीएसआईआर-नेट/शिक्षक फैलोशिप धारक/डीएसटी इंस्पायर फेलो (वैधता अवधि के साथ),गेट (वैधता अवधि के साथ), जीपीएटी उम्मीदवार शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए पीएचडी के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए 6 जून से विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर या ऑनलाइन पोर्टल आईयूएमएस के माध्यम से भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि आवेदन की अंतिम तिथि 15 जून निर्धारित है।
May 25, 2022

105 वर्षीय रामबाई ने केरल में किया कमाल, तीन पीढ़ियों के साथ मिलकर जीते 13 मेडल

105 वर्षीय रामबाई ने केरल में किया कमाल, तीन पीढ़ियों के साथ मिलकर जीते 13 मेडल

बाढड़ा ( भिवानी ) -आदमी उम्र व शरीर से नहीं बल्कि मन से बूढ़ा होता है। यदि आदमी का मन जवां है तो वह कुछ भी करने की काबिलियत रखता है और किसी भी मुकाम को हासिल करने में उसकी उम्र आड़े नहीं आ सकती। यही सब बर दिखाया है भिवानी के बाढड़ा उपमंडल के गांव कादमा निवासी 105 वर्षीय एथलेटिक्स खिलाड़ी रामबाई ने। जिन्होंने अपनी उम्र की परवाह किए बिना देश-प्रदेश के अलावा विदेशी मैदानों पर भी अपनी खेल प्रतिभा की अमिट छाप छोड़ी है। वे बिना थके-हारे लगातार प्रतियोगिताओं में भागीदारी कर मैदानों पर फर्राटा भर एक के बाद एक मेडल झटक सफलता के झंडे गाड़ रही हैं। गर्मी के इस मौसम में भी वे मई माह के दौरान तीन अलग-अलग नेशनल व इंटरनेशल प्रतियोगिताओं में भागीदारी कर दस मेडल झटक चुकी हैं जो दर्शाता है कि उम्र पर जज्बा कितना भारी है। बैंगलौर के बाद केरल में दिखाया कमाल गांव कादमा निवासी 105 वर्षीय रामबाई ने नेपाल व बैंगलौर के बाद अब केरल में कमाल कर दिखाया है। उन्होंने परिवार की तीन पीढ़ियों के साथ भागीदारी करते हुए शानदार खेल का प्रदर्शन की तीन गोल्ड मेडल हासिल किए। उनके स्वयं के तीन गोल्ड के अलावा उनके पुत्र, पुत्रवधु, बेटी व नातिन ने भी मेडल प्राप्त किए है। रामबाई 11 से 15 मई तक बैंगलौर में आयोजित नेशनल प्रतियोगिता में भागीदारी के बाद वे वहां से सीधे केरल के त्रिवंनतपुरम पहुची जहां 18 से 22 मई तक आयोजित चौथी नेशनल मास्टरस एथलेटिक्स प्रतियोगिता में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने शानदार खेल प्रदर्शन को जारी रखते हुए उन्होंने 100 मीटर दौड़, 200 मीटर दौड़ व लौंग जंप में प्रथम स्थान हासिल करते हुए तीन गोल्ड मेडल प्राप्त किए। लगातार नेशनल व इंटरनेशल स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में मिल रहे मेडल व परिवार के लोगों का मिल रहा साथ उन्हें इस उम्र में भी थकान महसूस नहीं होने देता है। रामबाई के साथ उसकी तीन पीढ़ियों ने की भागीदारी केरल में आयोजित नेशनल प्रतियोगिता में उनके पुत्र, पुत्रवधु, पुत्री व नातिन ने भी भागेदारी करते हुए मेडल हासिल किए है। उनके 69 वर्षीय पुत्र मुख्तयार सिंह ने अपने आयु वर्ग की 5 हजार वॉक रेस में में पहले स्थान के साथ गोल्ड मेडल हासिल किया। वहीं रामबाई की पुत्रवधु भतेरी देवी ने 5 हजार मीटर व 200 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल, 15 सौ मीटर दौड़ में सिल्वर व 3 हजार मीटर वॉक रेस में कांस्य पदक हासिल किया। इनके अलावा रामबाई की बेटी गांव झोझूकलां निवासी 63 वर्षीय संतरा देवी ने दो सिल्वर व दो कास्य पदक हासिल किए। वहीं संतरा देवी की बेटी व रामबाई की नातिन शर्मिला सांगवान ने तीन हजार वॉक रेस में कास्य पदक हासिल किया। इस प्रकार रामबाई के परिवार ने कुल 13 मेडल हासिल किए हैं। जिनमें 6 गोल्ड, तीन सिल्वर व चार ब्रांज मेडल शामिल हैं।

Tuesday, May 24, 2022

May 24, 2022

3 आंगनबाड़ी केंद्रों में सिविल सर्जन ने एलबैंडाजोल खिला किया एनडीडी का शुभारंभ

3 आंगनबाड़ी केंद्रों में सिविल सर्जन ने एलबैंडाजोल खिला किया एनडीडी का शुभारंभ


जिले में 4.80 लाख बच्चों, 24 हजार महिलाओं को एलबैंडाजोल खिलाने का टारगेट : डा.मंजू

जींद (ब्यूरो) : 19 साल तक की उम्र के बच्चों के पेट में होने वाले खून चूसने वाले कीड़ों को मारने के लिए सोमवार से जींद जिले में एनडीडी कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इसका शुभारंभ जींद की सिविल सर्जन डा.मंजू कादियान ने जींद के 3 आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर खुद बच्चों को एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाकर किया। सिविल सर्जन के साथ स्कूल हैल्थ के डिप्टी सिविल सर्जन डा.रमेश पांचाल और आरकेएसके की डीएएचओ डा.पुष्पा जागलान तथा आशा को-आर्डिनेटर शीला देवी और आरकेएसके के काऊंसलर आदि भी मौजूद रहे। बच्चों को एलबैंडाजोल खिलाकर एनडीडी कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सिविल सर्जन डा.मंजू कादियान ने कहा कि 26 मई तक घर-घर जाकर बच्चों को एलबैंडाजोल खिलाई जाएंगी। 27 से 29 मई तक मॉप-अप अभियान चलेगा, जिसमें उन बच्चों को एलबैंडाजोल खिलाई जाएंगी, जो किन्हीं कारणों से 26 मई तक एलबैंडाजोल खाने से वंचित रह जाएंगे। इस दौरान जिले में लगभग 24 हजार उन महिलाओं को भी एलबैंडाजोल खिलाई जाएंगी, जो 20 से 24 साल तक की उम्र की हैं और जो गर्भवती नहीं हैं तथा बच्चों को दूध नहीं पिला रही हैं।
सोमवार सुबह एनडीडी कार्यक्रम का शुभारंभ सिविल सर्जन डा.मंजू कादियान ने राम कालोनी के आंगनबाड़ी केंद्र में अपने हाथों से बच्चों को एलबैंडाजोल खिलाकर किया। इसके बाद संत नगर तथा डीसी कालोनी के बाल कलाम आश्रम में रह रहे बच्चों को सिविल सर्जन और स्वास्थ्य विभाग के दूसरे अधिकारियों ने एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाई। एनडीडी कार्यक्रम को सिविल सर्जन डा.मंजू कादियान कितनी गंभीरता से ले रही हैं, इसकी बानगी उन द्वारा खुद अपने हाथों से बच्चों को पहले एलबैंडाजोल खिलाने और उसके बाद उन्हें पानी पिलाने से मिल रही थी। स्कूल हैल्थ के डिप्टी सिविल सर्जन डा.रमेश पांचाल और आरकेएसके की डीएएचओ डा.पुष्पा जागलान ने भी बच्चों को अपने हाथों से एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाई। गोलियां खिलाने के दौरान हर तरह की सावधानी बरती गई। इस मौके पर सिविल सर्जन डा.मंजू कादियान ने कहा कि
स्वास्थ्य विभाग आरकेएसके कार्यक्रम के तहत 19 साल तक की उम्र के लगभग 4.80 लाख बच्चों को एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएंगी। बच्चों को एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाने की जिम्मेदारी ट्रिपल-ए (आशा वर्कर, एएनएम और आंगनबाड़ी वर्करों) को दी गई है। यह अमला बच्चों को घर-घर जाकर एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाएगा। इस कार्यक्रम में आरकेएसके और आरबीएसके की टीम उन्हें पूरा सहयोग देंगी। सिविल सर्जन ने ट्रिपल ए के साथ-साथ बच्चों के अभिभावकों से भी एनडीडी कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग का आह्वान करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय कार्यक्रम बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए चलाया जा रहा है। 19 साल तक की उम्र के बच्चों के पेट में वह कीड़े पैदा हो जाते हैं, जो बच्चों का खून चूसते रहते हैं। इससे बच्चे शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं। ऐसे कमजोर बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता है। स्कूली बच्चों में एनिमिया की बड़ी वजह यही कीड़े हैं और इन कीड़ों को मारने के लिए ही एक साल में 2 बार एनडीडी कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाया जाता है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग का प्रयास यह है कि 19 साल तक की उम्र के बच्चे शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें। नौनिहालों को सेहतमंद बनाने के लिए ही इस तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। सिविल सर्जन ने कहा कि आशा वर्कर, एएनएम और आंगनबाड़ी वर्कर यह सुनिश्चित करें कि सभी बच्चों को एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएं। अभियान पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर है। उन्होंने कहा कि एलबैंडाजोल की गोलियां खाली पेट नहीं खिलाई जाएं। एलबैंडाजोल की गोलियों के कोई साइड इफैक्ट नहीं हैंं। इस बारे किसी को भी किसी तरह का भ्रम नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनएचएम के एमडी डा.प्रभजोत सिंह, डीसी डा.मनोज कुमार, स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशक डा.वीना सिंह के मार्गदर्शन में एनडीडी कार्यक्रम को जींद जिले में शत-प्रतिशत सफल बनाया जाएगा।
27 से 29 मई तक चलेगा मॉप-अप अभियान : डा.पांचाल

एनडीडी कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में एलबैंडाजोल खिलाते हुए स्कूल हैल्थ के डिप्टी सिविल सर्जन डा.रमेश पांचाल ने कहा कि 26 मई तक घर-घर जाकर बच्चों को एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएंगी। लेबर क्लास के बच्चों को ईंट भ_ों पर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम एलबैंडाजोल खिलाएंगी। जो बच्चे किसी कारण से इस दौरान एलबंैडाजोल खाने से वंचित रह जाएंगे, उन्हें एलबैंडाजोल खिलाने के लिए 27 से 29 मई तक मॉप-अप अभियान चलाया जाएगा। डा.पांचाल ने कहा कि एलबैंडाजोल की गोलियों से अव्वल तो किसी बच्चे को कोई दिक्कत नहीं होती लेकिन किसी बच्चे को दिक्कत होती है तो इसकी सूचना तुरंत 108 नंबर पर दें। ऐसे बच्चों को तुरंत मैडीकल एड दी जाएगी।
एनडीडी कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर डा.योगेश, डा.ज्योति, फार्मासिस्ट अंशुल, एमपीएचडब्ल्यू, जगदीप, प्रदीप, नरेंद्र अत्री, एएनएम मंजू, उर्मिला, सीमा, आशा वर्कर रामो, मुकेश, शीला, पूनम आदि भी मौजूद रहे।

Sunday, May 22, 2022

May 22, 2022

हरियाणा से जापान के लिए उड़ान भरेगा किसान का बेटा, मिला 70 लाख का पैकेज

हरियाणा से जापान के लिए उड़ान भरेगा किसान का बेटा, मिला 70 लाख का पैकेज

सिरसा : कहते हैं कि यदि मेहनत सच्ची हो तो सफलता मिलने से भी कोई नहीं रोक सकता। आज भी ऐसे कुछ लोग हैं जिन्होंने कड़ी मेहनत के दम पर न सिर्फ अपने परिवार का बल्कि पूरे देश का नाम विश्व स्तर पर रोशन किया है। ऐसी ही एक खबर खूब चर्चाओं में है जिसमें एक किसान के बेटे ने भी परिवार के साथ साथ देश का नाम रोशन कर कर दिया है। इनका मनोज नेहरा है जो हरियाणा के सिरसा के छोटे से गाँव के रहने वाले हैं।
हाल ही में मनोज को जापान की बड़ी कंपनी से लाखों के पैकेज की नौकरी मिली है। ये सब मनोज की मेहनत का ही नतीजा है। इसके लिए मनोज ने भी काफी मेहनत की है। मनोज की इस सफलता से आज सिर्फ उनका परिवार ही नहीं बल्कि उनका पूरा गाँव खुश नज़र आ रहा है। वहीं मनोज भी इस सफलता से काफी खुश हैं।
*जापान से मिला 70 लाख का पैकेज*

हम जानते हैं कि किसी भी चीज़ के लिए शिद्दत से मेहनत की जाए तो उसमें सफलता जरूर मिलती है। आमतौर पर कुछ लोग गरीबी का या मध्यमवर्गीय परिवार से होने का हवाला देते हुए जिंदगी में कुछ करना छोड़ देते हैं लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे हालातों में भी सफलता को हासिल करने का जज़्बा रखते हैं। ऐसी ही कहानी है हरियाणा के सिरसा के छोटे से गाँव नुहियांवाली के रहने नेहरा की। हाल ही में मनोज ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जिससे वे लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।
मनोज एक किसान के बेटे हैं लेकिन आज अपनी मेहनत के दम पर सफलता को हासिल कर चुके हैं। हाल ही में मनोज को जापान की कंपनी एक्सेंचर से 70 लाख रूपये का सालाना पैकेज मिला है। एक किसान के बेटे के लिए ये वाकई काफी बड़ी बात है। ये सब मनोज ने अपनी मेहनत के दम पर ही हासिल किया है। आज पूरा गाँव मनोज की सफलता की खुशी मना रहा है। हर कोई उनकी कड़ी मेहनत की तारीफ भी कर रहा है।
*पढ़ाई में हमेशा से ही होशियार थे मनोज*

आज मनोज की कामयाबी पर उनके पिता भी काफी खुश नज़र आ रहे हैं। मनोज के पिता ने बताया कि मनोज हमेशा से ही पढ़ाई लिखाई में काफी अच्छे थे। मनोज ने शुरुआती पढ़ाई अपने ज़िले से ही पूरी की और 12वीं की पढ़ाई के लिए राजस्थान के सीकर चले गए। वहीं 12वीं के बाद मनोज ने आईआईटी प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारी की और उन्हें आईआईटी खड़गपुर mएन दाखिला मिल गया। यहाँ से मनोज ने बीटेक की पढ़ाई की है और वे अब एमटेक फाइनल ईयर में हैं। पढ़ाई के दौरान ही इस कंपनी के लिए मनोज का इंटरव्यू हुआ था और उन्हें नौकरी मिल गई।
May 22, 2022

डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, जींद की आया का बेटा दुर्गेश कस्टम इंस्पेक्टर बना

डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, जींद की आया का बेटा दुर्गेश कस्टम इंस्पेक्टर बना

जींद : दुर्गेश ने डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल,जींद से एल.के.जी. से लेकर 12वीं तक पढ़ाई की है उसके पश्चात इंजीनियरिंग की तथा उसे पहले इनकम टैक्सेशन विभाग में तथा उसके पश्चात कस्टम विभाग में इंस्पेक्टर की नियुक्ति मिली है। अपनी नियुक्ति से पहले दुर्गेश अपने संपूर्ण गणवेश में डी.ए.वी स्कूल पहुंचा तथा सभी अध्यापकों का मिठाई खिलाकर अभिवादन किया। जहां स्कूल के प्राचार्य डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने स्कूल की प्रार्थना सभा में इंस्पेक्टर दुर्गेश का अभिनंदन किया तथा डी.ए.वी. के सभी बच्चों को उससे प्रेरणा लेने का ज्ञान दिया। दुर्गेश के माता-पिता  राजबीर सिंह तथा श्रीमति बीरमती दोनों ही डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल में कर्मचारी हैं , दोनों ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। पिंडारा गांव के रहने वाले  दुर्गेश जब अपने पूर्ण गणवेश में स्कूल पहुंचा तो सभी छात्रों ने तालियां बजाकर उसका स्वागत किया । डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने उसके छात्र जीवन के संस्मरण को बच्चों के सामने रखा। उसे एक समृति चिन्ह व गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया तथा नेकी के रास्ते पर चलने की सलाह दी। इस मौके पर स्कूल के सभी अध्यापकों जिन्होंने उसे पढ़ाया जसवीर सिंह, विजय पाल, श्रीमती मंजू परुथी, श्रीमती रश्मि विद्यार्थी, प्राचार्या  सफीदों ने भी उसे अपनी शुभकामनाएं दी हैं।

Thursday, May 19, 2022

May 19, 2022

हरियाणा के कलायत की बेटी पायल छाबड़ा इंडियन आर्मी में संभालेगी मेजर की कमान

हरियाणा के कलायत की बेटी पायल छाबड़ा इंडियन आर्मी में संभालेगी मेजर की कमान 

कलायत/कैथल : कलायत की बेटी डा.पायल छाबड़ा अब भारतीय सेना में मेजर की कमान संभालेगी। बुधवार को वे विश्व की सबसे ऊंचे क्षेत्र में स्थित खारदुंगला बायपास आर्मी अस्पताल से बतौर एमएस सर्जन अपना कार्य निपटाकर मुख्य नियुक्ति स्थल लेह लद्दाख में पहुंची थी। इस अहम ड्यूटी से लौटते ही सेना परंपरा अनुसार बृहस्पतिवार को कमांडिंग आफिसर कार्यालय में कमांडेंट बिग्रेडियर मुखर्जी और रजिस्ट्रार कर्नल विवेक ने डा.पायल को सम्मान के साथ मेजर पद के स्टार लगाए। अविवाहित बेटी की छोटी आयु में इस बड़ी गौरवशाली उपलब्धि से कलायत के साथ-साथ संपूर्ण जिला वासी उत्साहित हैं। पिता डा.राजेंद्र छाबड़ा और माता डा.वीना ने बताया कि पायल शुरू से ही भारतीय सेना चिकित्सा कोर में सेवाएं देने का लक्ष्य रखे थी। हर वर्ष महिला वर्ग के लिए इस सेवा में 30 पदों का प्रावधान रखा जाता है। अपनी काबिलियत के बल पर 13 जनवरी 2021 में 18वें रैंक के साथ पायल सेना चिकित्सा कोर में चयनित हुई। उस दौरान वे करनाल स्थित कल्पना चावला मेडिकल कालेज में सीनियर रेजिडेंट के तौर पर तैनात थी। उल्लेखनीय है कि देश की सबसे ऊंचाई पर लेह लद्दाख में स्थित भारतीय सेना अस्पताल में वे इन दिनों कार्यरत हैं। इस तरह देश की सुरक्षा और मेडिकल क्षेत्र के दो फ्रंटों पर जांबाजी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करती आई हैं।  डीसी प्रदीप दहिया ने भी बढ़ाया परिवार का हौसला जिला कैथल के कलायत उप मंडल की बेटी डा.पायल को बेटे की तरह सुरक्षा के फ्रंट पर सेवा के प्रति प्रेरित करने पर उनकी माता डा.वीना छाबड़ा को उपायुक्त प्रदीप दहिया ने 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित समारोह में सम्मान से नवाजा था। इस खास पल के साक्षी विभिन्न विभागों के अधिकारी और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी बने थे। निरंतर कुशलता और बहादुरी का परिचय देते हुए मेजर की उपलब्धि हासिल कर जिला कैथल का नाम रोशन करने पर भी डीसी ने परिवार को बधाई दी है। पाताल की गहराई और आकाश की ऊंचाई माप रही कलायत की बेटियां कलायत इलाका महिला शिक्षा के क्षेत्र में मेवात की तरह पीछे रहा है। इस स्थिति को चुनौती पूर्ण मानते हुए 21 वी सदी के आगाज पर वर्ष 2000 में महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 36 बिरादरी गंभीर हुई। इसके तहत श्री कपिल मुनि महिला कालेज की स्थापना हुई। सरकारी और निजी क्षेत्र में महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए व्यापक कदम उठाए गए। इन सांझे प्रयासों का ही परिणाम है कि अब कलायत क्षेत्र की बेटियां पाताल की गहराई और आकाश की ऊंचाई को माप रही हैं। मेजर डा.पायल छाबड़ा इस दिशा में एक बड़ा उदाहरण है।

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May 19, 2022

हरियाणा सरकार ने RTE में किया संशोधन:1 किलोमीटर के दायरे में आने वाले प्राइवेट स्कूलों में दाखिला ले सकेंगे बच्चे

हरियाणा सरकार ने RTE में किया संशोधन:1 किलोमीटर के दायरे में आने वाले प्राइवेट स्कूलों में दाखिला ले सकेंगे बच्चे

चंडीगढ़ : हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने 2011 से लागू आरटीई में पुन: संशोधन किया है। इसके तहत अब प्राइवेट स्कूलों को 8वीं तक की मान्यता देने के लिए निदेशक मौलिक शिक्षा विभाग को अधिकृत किया गया है या फिर वे इसके लिए किसी भी प्राधिकृत अधिकारी की ड्यूटी लगा सकते हैं।

इससे पहले प्राइवेट स्कूलों को 8वीं तक की मान्यता देने के लिए मौलिक शिक्षा विभाग के अतिरिक्त निदेशक व संयुक्त निदेशक को अधिकृत कर रखा था, लेकिन मान्यता से संबंधित कई विवादास्पद मामलों के सामने आने के बाद अब निदेशक मौलिक शिक्षा विभाग को अधिकृत किया गया है।
*25 प्रतिशत बच्चे सीधा प्राइवेट स्कूलों में ले सकेंगे दाखिला*

आरटीई को 2011 में लागू किया गया था, जिसमें वर्ष 2015 में कुछ संशोधन किया गया, मगर उस समय भी संशोधित अधिनियम के प्रारूप में कुछ कमियां रह गई थीं, जिन्हें अब संशोधित करके दूर किया गया है। नए संशोधन के तहत अब ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के 25 प्रतिशत बच्चे अपने घर के नजदीक एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले प्राइवेट स्कूलों में सीधा दाखिला ले सकेंगे।
फीस का खर्च भी हरियाणा सरकार मय मानकों के अनुसार उठाएगी, जबकि पहले ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के बच्चे के लिए पहले सरकारी स्कूल में दाखिले के लिए आवेदन करने का प्रावधान था। यदि उसे सीटें पूरी होने के कारण सरकारी स्कूल में दाखिला नहीं मिल पाता था तो वह प्राइवेट स्कूल में दाखिला लेने का हकदार बन जाता था। अब सरकार ने पुराने नियम को संशोधित करके नया नियम लागू कर दिया है।

*बीईईओ को कमेटी गठित करने का अधिकार*

जिलास्तर पर प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ आने वाले शिकायतों के निपटाने के लिए अब जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को अधिकृत किया गया है। वे अपने स्तर पर 3 से 5 सदस्यों की टीम का गठन करके किसी भी प्राइवेट स्कूल के खिलाफ आने वाली शिकायतों का निदान करेंगे। वहीं अब संशोधित नियम के तहत प्राइवेट स्कूलों को बिल्डिंग कोड 2017 की अनुपालना करनी होगी, जबकि पहले स्कूल शिक्षा नियम 2003 की पालना हो रही थी।

Wednesday, May 18, 2022

May 18, 2022

छात्राओं के लिए खुशखबरी : अब स्कूलों में फिर से मिलेंगे सैनेटरी पैड, महीने में ले सकती हैं इतने पैकेट !

छात्राओं के लिए खुशखबरी : अब स्कूलों में फिर से मिलेंगे सैनेटरी पैड, महीने में ले सकती हैं इतने पैकेट 

सोनीपत : शिक्षा विभाग राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को अब फिर से सैनेटरी पैड्स उपलब्ध करवाएगा। योजना के तहत छठी से 12वीं कक्षा तक की प्रत्येक छात्राओं को हर महीने तीन पैकेट वितरित किए जाएंगे। इसके लिए महिला शिक्षक की ड्यूटी लगाई गई है। शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि योजना के तहत पैडस स्कूलों में पहुंचा दिए गए हैं, इनका वितरण जल्द किया जाएगा। बता दें कि यह योजना पहले से ही शुरू थी, लेकिन कोरोना की वजह से इस योजना को रोक दिया गया था। अब कोरोना का प्रकोप कम हुआ है तो योजना को फिर से शुरू किया जा रहा है। स्कूलों में कार्यरत महिला शिक्षक स्कूली छात्राओं को जागरूक करेंगी कि इस संबंध में शर्माने की बजाए कोई समस्या हो तो तुरंत अध्यापिका व परिवार के सदस्य को बताएं। ग्रामीण क्षेत्रों में छात्राओं में जागरूकता लाने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने यह पहल शुरू की है। इसमें छात्राओं को मासिक धर्म के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले कपड़े से होने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इस काम के लिए स्कूलों में महिला शिक्षक की ड्यूटी लगाई गई है। सरकार इस योजना से जहां छात्राएं न सिर्फ जागरूक होंगी, वहीं उन्हें बीमारियों से भी बचाया जा सकेगा।  जल्द ही स्कूलों में सैनेटरी मशीन भी होगी स्थापित शिक्षा विभाग इन पैड्स को बाहर से खरीद रहा है। हालांकि आगामी समय में स्कूलों में सेनेटरी मशीन भी स्थापित करने पर विचार किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल सेनेटरी पैड स्कूलों में पहुंचाए जा रहे हैं। आगामी समय में स्कूलों में ही मशीनें स्थापित कर सेनेटरी पैड बनाने की योजना है, ताकि जरूरत पड़ने पर छात्राएं स्कूल से सेनेटरी पैड ले सके। क्या कहते हैं अधिकारी छठी से 12वीं कक्षा तक की छात्राओं को विभाग की ओर से सेनेटरी पैड्स फिर से वितरित किए जाने हैं। स्कूलों में सेनेटरी पेड भिजवा दिए गए हैं। योजना पुरानी है, लेकिन कोरोना काल में इसे रोक दिया गया था। प्रत्येक छात्रा को हर महीने तीन पैकेट दिए जाएंगे। अभी पैड वितरित करने के ही निर्देश हैं, उसी के आधार पर काम किया जा रहा है। मशीनें लगाने के बारे में कोई आदेश नहीं मिला है। - बिजेंद्र नरवाल, जिला शिक्षा अधिकारी, सोनीपत
May 18, 2022

रजिस्ट्रेशन के लिए खोला सुपर-100 पोर्टल, विद्यार्थियों को फ्री मिलेगी JEE और NEET सहित प्रतियोगिता परीक्षाओं की कोचिंग

रजिस्ट्रेशन के लिए खोला सुपर-100 पोर्टल, विद्यार्थियों को फ्री मिलेगी JEE और NEET सहित प्रतियोगिता परीक्षाओं की कोचिंग

भिवानी : जेईई, नीट व अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं की नि:शुल्क कोचिंग दिलाए जाने के लिए शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में पढने वाले बच्चों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण के लिए पोर्टल खोल दिया। विभाग ने उक्त पोर्टल पर 31 मई तक पंजीकरण कराए जाने की छूट दी है। ताकि जो बच्चे पहले पंजीकरण नहीं करा पाए थे। वे बच्चे अब उक्त पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा सकेंगे। इस बारे में शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी शिक्षा अधिकारियों को सूचित कर दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग ने उन विद्यार्थियों के लिए उक्त पोर्टल खोला है। जिन बच्चों ने नौंवी कक्षा किसी सरकारी या गैर सरकारी विद्यालयों से उत्तीर्ण की हो और अब दसवीं कक्षा में सरकारी स्कूल में पढता हो। ऐसे विद्यार्थियों का प्रतियोगिता परीक्षा के आधार पर चयन किया जाएगा। सुपर-100 के चयन के लिए अंतिम चयन उन्हीं विद्यार्थियों का किया जाएगा। जिस बच्चे ने दसवीं उत्तीर्ण करके 11 वीं क्लास में विज्ञान संकाय में दाखिला लिया हो। प्रतियोगिता परीक्षा आयोजन प्रदेश स्तर पर होगा और जो टॉप 100 विद्यार्थी होंगे। उनका चयन करके सरकार अपने खर्च पर उनको कोचिंग आदि देगी। यहां बताते चलें कि शिक्षा विभाग ने उक्त प्रतियोगिता परीक्षा के लिए शिक्षा विभाग का पोर्टल खोला गया है। उसी पोर्टल पर विद्यार्थी 31 मई तक अपना आवेदन जमा करवा सकते है। किन-किन प्रतियोगिता परीक्षाओं की कराएगी तैयारी उक्त पोर्टल पर जिन बच्चों का पंजीकरण होगा। उन बच्चों की एक सामूहिक रूप से प्रदेश स्तर पर एक प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन किया कराया जाएगा। प्रतियोगिता परीक्षा में बेहरीन प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों का चयन होगा। चयनित विद्यार्थियों को प्रदेश में सरकारी स्तर पर खोले गए कोचिंग सेंटरों में दो साल तक कोचिंग दी जाएगी और फिर उनको जेईई मेन व नीट की परीक्षा में बैठाया जाएगा। इस तरह के बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने में कोई परेशानी व खर्च भी नहीं उठाना पड़ेगा।

Tuesday, May 17, 2022

May 17, 2022

स्कूल की किताबों से भगत सिंह को हटाना उनकी अमर शहीद का अपमान: विक्रम चहल

*स्कूल की किताबों से भगत सिंह को हटाना उनकी अमर शहीद का अपमान: विक्रम चहल*

जींद /उचाना: हाल ही में कर्नाटक में टेक्स्टबुक संशोधन समिति द्वारा दसवीं कक्षा की पाठ्य पुस्तक में शहीद भगत सिंह के पाठ को हटाकर उसके स्थान पर आर एस एस के संस्थापक हेडगेवार के भाषण को शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए शामिल किया गया।
आम आदमी पार्टी के युवा जिलाध्यक्ष विक्रम चहल ने भाजपा सरकार के इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कन्नड़ पाठ्यपुस्तक में, 23 साल की उम्र में अपने जीवन का बलिदान देने वाले एक महान क्रांतिकारी भगत सिंह पर एक पाठ को हटा दिया गया है, जो उनकी अमर शहीदी का अपमान है और देश हमारे शहीदों का अपमान कभी सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भगत सिंह के स्थान पर आरएसएस के संस्थापक द्वारा, जो लोगों को एकजुट नहीं करता बल्कि सांप्रदायिक नफरत फैलाता है, उनके भाषण को पाट्यक्रम में शामिल किया गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि सत्तारूढ़ भाजपा और संघ परिवार को भगत सिंह सहित देश के स्वतंत्रता आंदोलन के महान क्रांतिकारियों के प्रति कोई सम्मान नहीं है।
चहल ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाए कि भाजपा सरकार देश अपने राज्यों में पाठ्यक्रम बदलने की कवायद की परंपरा चला रही है और अपनी विचारधारात्मक रवैये के हिसाब से पाठ्यक्रम में बदलाव कर रही है जो निहायत ही शर्मनाक विषय है और देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों की कुर्बानी का अपमान है। देश अपने शहीदों का अपमान बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा, भाजपा सरकार को ये फैसला वापस लेना होगा।
May 17, 2022

स्कॉलरशिप के लिए अनुसूचित जाति एवं सामान्य श्रेणी के खिलाड़ी 20 मई तक करें आवेदन

स्कॉलरशिप के लिए अनुसूचित जाति एवं सामान्य श्रेणी के खिलाड़ी 20 मई तक करें आवेदन 

कैथल : जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी सुधा भासिन ने बताया कि खेल नीति 2009 अंतर्गत जिनकी वार्षिक आय अनुसूचित जाति के लिए 2.50 लाख रुपये तथा सामान्य श्रेणी के 1.80 लाख रुपये सालाना से कम है, उन्हें फेयर प्ले स्कीम के अतर्गत वित्त वर्ष 2021-22 यानि 1 अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 की खेल उपलब्धियों के आधार पर खेल छात्रवृति दी जानी है। छात्रवृति के लिए आवेदन का नमूना विभागीय वेबसाइट www.haryanasports.gov.in पर उपलब्ध है। आवेदन पत्र चौधरी छोटूराम इंडोर स्टेडियम कैथल में अंतिम तिथि 20 मई 2022 तक दे सकते हैं। आवेदन पत्र के साथ सत्यापित खेल प्रमाण पत्र, परिवार पहचान पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, बैंक अकाउंट नम्बर, आईएफएससी कोड आदि लगाने हैं। इसके अतिरिक्त प्रार्थी को आवेदन करते समय अपने मूल दस्तावेज भी दिखाने होंगे। उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को 3500 रुपये, द्वितीय को 3000 रुपये, तृतीय को 2500 रुपये प्रति मास दिए जाने तथा अनुसूचित जाति के खिलाड़ी को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने पर 1500 रुपये प्रति मास छात्रवृति दिए जाने का प्रावधान है। इसी तरह राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को 5000 रुपये, द्वितीय को 4000 रुपये तथा तृतीय को 3000 रुपये प्रति मास दिए जाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को 7000 रुपये, द्वितीय को 6000 रुपये तथा तृतीय को 5000 रुपये प्रति मास दिए जाने का प्रावधान है। इनके अतिरिक्त महिला खिलाड़ियों को 1000 रुपये प्रति मास दिए जाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि खिलाड़ी द्वारा आवेदन पत्र के साथ एफिडेविट देना होगा कि वह हरियाणा राज्य का स्थाई निवासी है, खिलाड़ी द्वारा प्रतिभागिता करते समय मद निषेद या किसी नशे का प्रयोग नहीं किया गया हो, खिलाड़ी हरियाणा राज्य का शिक्षण संस्थाओं का विद्यार्थी होना अनिवार्य है। खिलाड़ी गत वर्ष के दौरान परीक्षा में फेल न हुआ हो तथा खिलाड़ी द्वारा अन्य संस्था में छात्रवृति हेतु आवेदन जमा न करवाया हो।
May 17, 2022

अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें , इसे नियंत्रित करें लम्बे समय तक जीवित रहें – डॉ० रमेश पांचाल

अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें , इसे नियंत्रित करें लम्बे समय तक जीवित रहें – डॉ० रमेश पांचाल 

जींद : ( संजय कुमार ) --विश्व उच्च रक्तचाप दिवस  के मौके पर स्वास्थ्य विभाग एनसीडी सेल जिला जींद की ओर से सिविल सर्जन डॉ मंजू कादियान की अध्यक्षता में उच्च रक्तचाप दिवस  आयोजन Govt PG College जींद में मनाया गया। 
डिप्टी सिविल सर्जन एनसीडी डॉ रमेश पांचाल ने government PG कॉलेज में उपस्थित छात्रो को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस  के उपलक्ष में संबोधित करते हुए बताया कि 17 मई को हर साल विश्व हाइपरटेंशन डे (World Hypertension Day ) मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य हाइपरटेंशन जैसी घातक बीमारी का पता लगाने, उसे कंट्रोल या खत्म करना है। उन्होंने बताया  कि आजकल की दौड़भाग भरी जिंदगी में लोग कम उम्र में ही हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में एक बैलेंस और तनाव रहित जिंदगी जीने के लिए लोगों को जागरुक करने के मकसद से हर साल विश्व हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है। हाइपरटेंशन (Hypertension) को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। कई बार इस बीमारी से पीड़ित शख्स में किसी भी तरह के लक्षण नजर नहीं आते। लेकिन यह कार्डियोवस्कुलर सिस्टम और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। हाइपरटेंशन होने पर ज्यादा पसीना आना, घबराहट होना, अच्छे से नींद न आना जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। कई बार हाइपरटेंशन के मरीजों में तेज सिरदर्द और नाक से खून भी आता है। 
 इस अवसर पर जिला प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर एनसीडी डॉ संजीत सिंह ने बताया कि हाइपरटेंशन (Hypertension) ब्लड प्रेशर से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है, जिसमें रक्तचाप तय मानक से ज्यादा हो जाता है। दरअसल, धमनियों के जरिए खून को दौड़ने के लिए प्रेशर की एक निश्चित मात्रा की जरूरत होती है। कई बार खून का बहाव सामान्य से ज्यादा हो जाता है तो यह धमनी की दीवार पर ज्यादा दबाव डालता है। इसे ही हाइपरटेंशन कहते हैं। इस मौके पर 200 बच्चों की उच्च रक्तचाप की जांच की गई। 
डॉक्टर गोपाल गोयल एस एम ओ जीएच जींद ने बताया कि हाइपरटेंशन को हल्के में ना लें इसकी निरंतर जांच करवाएं जिससे स्वास्थ्य की पूर्ण देखभाल हो सके। समय-समय पर नागरिक अस्पताल में जांच करवाएं व इनकी दवाई नागरिक अस्पताल में उपलब्ध है जिसका आप लाभ ले सकते है। 
इस अवसर पर गवर्नमेंट कॉलेज के वाईस प्रिंसिपल ओ.पी. गुप्ता, लेक्चरर  गौरव, महिला सेल इंचार्ज Ms सुमन, रेड क्रॉस इंचार्ज भागवान दास, प्रेम, पूनम, निशा, शर्मीला आदि स्टाफ उपस्थित रहे। 
इसके अतिरिक्त जिले जींद के अंतर्गत chc / GH सत्र पर  भी विश्व उच्च रक्तचाप दिवस  मनाया गया | जिस में उपस्थित सभी स्टाफ व छात्राओं को उच्च रक्तचाप के बारे में जागरूक किया गया। 
इस कार्यक्रम में एनसीडी विभाग जिला जींद की तरफ से जिला प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर एनसीडी डॉ संजीत सिंह, नर्सिंग ऑफिसर श्रीमती सुमन, सुनीता , रेनू ,सरोजबाला, डी.ई.ओ. प्रदीप कुमार, एच०ए० नसीब कुमार व एस०ए० विनोद कुमार भी उपस्थित रहे। 
इसके साथ-साथ पूरे जिला जींद के अंतर्गत NCD क्लिनिक जीएच ,नरवाना, उझाना, उचाना,  जुलाना, सफीदों, अलेवा व UPHC-1 &UPHC-2पर भी यह विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर अवेयरनेस का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

Sunday, May 15, 2022

May 15, 2022

जाइट कान्वेंट स्कूल जींद में इंटरनेशनल फैमिली डे का आयोजन

जाइट कान्वेंट स्कूल जींद में इंटरनेशनल फैमिली डे का आयोजन

जींद : जाइट कान्वेंट स्कूल जींद में इंटरनेशनल फैमिली डे का आयोजन किया गया। जिसको मुख्य रूप से 15 मई को हर साल मनाया जाता है। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल के डायरेक्टर नरेंद्र नाथ शर्मा ने शिरकत की। इस आयोजन के लिए मुख्य रूप से प्रथम कक्षा से आठवीं कक्षा तक के बच्चों ने भाग लिया। सबसे पहले मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्वलित कर पुष्प अर्पण किया गया । सबसे अलग देखने वाली बात यह रही की डायरेक्टर नरेंद्र नाथ शर्मा ने दीप प्रज्वलित करते समय छोटे-छोटे प्रथम द्वितीय क्लास के बच्चों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर इस कार्यक्रम का प्रारंभ किया। बच्चों के कार्यक्रम परिवार के सभी सदस्यों का अलग-अलग भूमिका बता रहे थे।
एक परिवार का रूप एक माता एक पिता एक बेटा- एक बेटी, दादा -दादी , नाना- नानी , मामा- चाचा सभी कैसे निभा सकते हैं । यह सब बातें बच्चों ने अपनी सुंदर प्रस्तुतियों के द्वारा दिखाई पापा मेरे पापा, मां तू कितनी अच्छी है, आई लव माय फैमिली ,धरती पे रूप मां बाप का आदि अलग-अलग प्रस्तुतियां बच्चों के द्वारा बहुत सुंदर प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में जाइट कान्वेंट स्कूल के डायरेक्टर नरेंद्र नाथ शर्मा ने बच्चों को बताया की फैमिली गेम्स के द्वारा शाम को अपनी फैमिली के साथ विजिट के द्वारा गार्डनिंग करते हुए अपने बच्चों के साथ समय देना आदि सब एक्टिविटीज हम फैमिली डबलमेंट के लिए अपने घरों में कर सकते हैं ,जो असली फैमिली डे सेलिब्रेशन कहलायेगा। हमें आज अपने अपने परिवारों के लिए लोगों के लिए समाज के लिए अपने कल्चर के लिए मिलकर रहना चाहिए और फैमिली कोई एक खून का रिश्ता ना होकर जो आपको मान सके जो आपको सम्मान दें आप जिसको प्यार करें ।  उन सबको हम फैमिली मैं लेकर चलें यह सब संदेश आज इस कार्यक्रम के द्वारा दिया गया । अंत में सभी बच्चों को पुरस्कार से सम्मानित कर इस कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया गया।