Breaking

Showing posts with label Youth News. Show all posts
Showing posts with label Youth News. Show all posts

Friday, September 2, 2022

September 02, 2022

पायलटों की हड़ताल से लुफ्थांसा की 800 फ्लाइट्स रद्द:दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों का हंगामा, कहा- किराया वापस दो या फिर जाने का इंतजाम करो

पायलटों की हड़ताल से लुफ्थांसा की 800 फ्लाइट्स रद्द:दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों का हंगामा, कहा- किराया वापस दो या फिर जाने का इंतजाम करो

नई दिल्ली : जर्मनी की लुफ्थांसा एयरलाइंस के पायलट वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर शुक्रवार को एक दिन की हड़ताल पर हैं। इसके चलते एयरलाइंस का पूरा सिस्टम हिल गया है। दुनियाभर में आज लुफ्थांसा की 800 उड़ानों को रद्द किया गया है। इससे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी 700 से ज्यादा यात्री फंसे हैं। फ्लाइट्स रद्द होने से यात्रियों ने एयरपोर्ट पर हंगामा किया, उनका कहना है कि हमारा किराया वापस करो या फिर जाने का इंतजाम करो।
*दिल्ली से उड़ान भरने वाली दो फ्लाइट्स रद्द*

फ्लाइट रद्द होने से गुस्साए यात्री हंगामा कर रहे हैं। इसके चलते एयरपोर्ट के अंदर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। दिल्ली एयरपोर्ट से लुफ्थांसा एयरलाइंस की 2 फ्लाइट्स थीं, जिनमें करीब 400 यात्रियों को म्यूनिख और फ्रैकफर्ट जाना था। पैसेजंर्स का कहना है कि जब वे एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि फ्लाइट्स ही रद्द हो गई है।
*200 यात्रियों को दूसरी फ्लाइट से भेजा गया*

लुफ्थांसा एयरलाइंस से यात्रा करने वाले यात्रियों में से कुछ छात्र भी हैं, जिन्हें एग्जाम देने के लिए विदेश जाना था। छात्रों का कहना है कि फ्लाइट्स रद्द होने से हमारा भविष्य खतरे में है। वे एयरपोर्ट पर नारेबाजी कर रहे हैं। हंगामा बढ़ने पर एयरलाइन ने करीब 200 यात्रियों को दूसरी एयरलाइन के जरिए उनके डेस्टिनेशन पर भेजा है। अभी 500 यात्री दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं।
*वेतन बढ़ाने और महंगाई भत्ते की मांग कर रहे पायलट*

पायलटों के यूनियन ने इस साल 5,000 से अधिक पायलटों के वेतन में 5.5% की वृद्धि और महंगाई भत्ते की मांग की है। जब उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो पायलटों ने एक दिन की हड़ताल कर दी। इससे पहले लुफ्थांसा को इस साल वेतन बढ़ाने के लिए सिक्योरिटी वर्कर्स और ग्राउंड स्टाफ की ओर से कई बार हड़ताल का सामना करना पड़ा है।
जुलाई में एयरलाइन को जर्मनी की शक्तिशाली वर्डी यूनियन की ओर से बुलाए गए एक दिन के वाकआउट का सामना करना पड़ा था, जिससे फ्रैंकफर्ट और म्यूनिख में घरेलू केंद्रों पर इसकी उड़ानें प्रभावित हुईं थी।
September 02, 2022

नगर प्रशासन ने जारी की टोमैटो फ्लू पर एडवाइजरी

नगर प्रशासन ने जारी की टोमैटो फ्लू पर एडवाइजरी

चंडीगढ़ : टोमैटो फ्लू एक वायरल बीमारी है। टोमैटो फ्लू नाम इस रोग के मुख्य लक्षण से आया है। शरीर के कई हिस्सों पर  लाल रंग के छोटे फफोले के रूप में शुरू होते हैं और बड़े होने पर टमाटर की भांति होते हैं। टोमैटो फ्लू एक स्व-सीमित संक्रामक रोग है क्योंकि लक्षण और लक्षण कुछ दिनों के बाद दूर हो जाते हैं। टोमैटो फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। टोमैटो फ्लू के प्राथमिक लक्षण बच्चों में देखे गए हैं, जोकि वायरल संक्रमणों के समान हैं। इनमें बुखार, चकते पडऩा और जोड़ों में दर्द शामिल है। इस रोग में थकान, मितली, उल्टी, दस्त, बुखार, निर्जलीकरण, जोड़ों की सूजन, शरीर में दर्द और आम इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। बुखार शुरू होने के एक या दो दिनों के बाद छोटे लाल धब्बे दिखाई देते हैं, जो छाले और फिर अल्सर में बदल जाते हैं। शरीर के कई भागों में टमाटर की तरह छाले पड़ जाते हैं।
शिशुओं और छोटे बच्चों को भी नैपिज, अशुद्ध सतहों को छूने और चीजों को सीधे मुंह में डालने से इस संक्रमण का खतरा होता है। यह बीमारी मुख्य रूप से 10 साल से कम उम्र के बच्चों में होती है। यह वयस्कों में भी हो सकती है। बाहरी राज्य से काफी लोगों का आना-जाना रहता है। ऐसे में यह बीमारी उनके साथ आ सकती है। लोगों को स्वयं इसको लेकर जागरूक रहना होगा।  इस रोग से संबंधित अगर किसी को कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।
इन लक्षणों वाले बच्चों में डेंगू, चिकनगुनिया, जीका के निदान के लिए आणविक और सीरोलॉजिकल परीक्षण किए जाते हैं। अन्य वायरल संक्रमणों के समान है अर्थात किसी भी लक्षण की शुरुआत से 5-7 दिनों के लिए अलगाव अन्य बच्चों या वयस्कों में संक्रमण का प्रसार, आराम, बहुत सारे तरल पदार्थ और जलन से राहत के लिए गर्म पानी का स्पंज और चकत्ते बुखार और शरीर में दर्द के लिए पैरासिटामोल की सहायक चिकित्सा और अन्यरोगसूचक उपचार की आवश्यकता होती है। टोमैटो फ्लू एक स्व-सीमित बीमारी है और इसके इलाज के लिए कोई विशिष्ट दवा मौजूद नहीं है।
*ऐसे करें रोकथाम:*

रोकथाम के लिए सबसे अच्छा उपाय उचित स्वच्छता है। आसपास की जरूरी वस्तुओं और पर्यावरण को स्वच्छ रखने के साथ संक्रमित बच्चे के खिलौने, कपड़े, भोजन और अन्य सामान को गैर-संक्रमित बच्चों से साझा करने से रोकना चाहिए। इसके अलावा बुखार या दाने के लक्षण वाले बच्चों को गले न लगाएं और न ही उन्हें छुएं।संक्रमित बच्चे निम्नलिखित कुछ निवारक उपाय हैं जिन्हें हमें ध्यान में रखना चाहिए।
संक्रमित व्यक्ति के तुरंत संपर्क में आने से बचें, अपने बच्चे को संकेतों और लक्षणों और इसके दुष्प्रभावों के बारे में शिक्षित करें, अपने बच्चे को बताएं कि बुखार या दाने के लक्षण वाले बच्चों को गले न लगाएं या न छुएं, बच्चों को स्वच्छता बनाए रखने और अंगूठा या उंगली चूसने से रोकें। नाक बहने या खांसने की स्थिति में बच्चे को रूमाल का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि इसके प्रसार से बचा जा सके। छाले को खरोंचें या रगड़ें नहीं और जब भी आप इन छालों को छुएं तो  हाथों को धो लें।
अपने बच्चों को खूब  पानी, दूध, या जूस पीने के लिए प्रेरित करके हाइड्रेटेड रखने की कोशिश करें, चाहे वे कुछ भी करें। यदि आपके बच्चे में टोमैटो बुखार के लक्षण विकसित होते हैं, तो उसे रोकने के लिए तुरंत उन्हें अन्य बच्चों से अलग कर दें ताकि बीमारी न फैल पाए।सभी बर्तन, कपड़े, और अन्य उपयोगी वस्तुओं (जैसे बिस्तर) को अलग किया जाना चाहिए और नियमित रूप से साफ किया जाना चाहिए।त्वचा को साफ करने या बच्चे को नहलाने के लिए हमेशा गर्म पानी का इस्तेमाल करें।
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए संतुलित आहार लें। उपचार को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त आराम और नींद लेना आवश्यक है। अभी तक टोमैटो फ्लू के उपचार या रोकथाम के लिए कोई एंटीवायरल दवा या टीका उपलब्ध नहीं है।  चंडीगढ़ में टोमैटो फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है।

Saturday, August 27, 2022

August 27, 2022

बस किराए पर ले हक लेने चंडीगढ़ पहुंची छात्राएं, अधिकारी दफ्तर छोड़ भाग गए

बस किराए पर ले हक लेने चंडीगढ़ पहुंची छात्राएं, अधिकारी दफ्तर छोड़ भाग गए

पंचकूला / चंडीगढ़ : सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे को लेकर भले ही संजीदा हो लेकिन कुछ विभाग कुछ अधिकारी बेटियों को लेकर कितना संजीदा है इसकी बानगी आज देखने को मिली पंचकूला सेक्टर 22 के डायरेक्टरेट आफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च हरियाणा विभाग में जहा पर सफीदों गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज की 45 छात्राएं 200 किलोमीटर दूर से बस लेकर अपनी मांग पत्र लेकर पहुंची। विडंबना रही सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक कोई भी अधिकारी उनसे नहीं मिला।

 इस मौके पर छात्राओं ने बताया कि पिछले 4 साल से वह सफीदों कॉलेज में पढ़ रहे हैं फाइनल ईयर में 6 महीने की ट्रेनिंग होती है उनके कोर्स के सिर्फ 2 महीने बचे हैं लेकिन उन्हें ट्रेनिंग नहीं कराई गई है जबकि कोर्स पूरा होने को है। इसके अलावा 4 साल का स्टायफंड अभी तक छात्राओं को नहीं मिला है फार्म भरा लिए जाते हैं डिटेल ले ली जाते लेकिन कोई पैसा खाते नहीं आ रहा। छात्राओं को अपने हॉस्टल से कॉलेज में जाने के लिए 6 से 7 किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता है सरकार ने पास तो बना दिए लेकिन ना तो प्राइवेट बसें वहां रुकती और अलग से बस लगाना तो दूर की बात है जबकि एडमिशन के वक्त कहा गया था कि आप लोगों को ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा दी जाएगी इसके अलावा छात्राओं ने बताया कि उनका हॉस्टल भी प्राइवेट है उसके लिए भी कहा गया था अभी जेब से पैसा भरो आपको बाद में पैसा दिलवा दिया जाएगा लेकिन अब विभाग इस से भी मुंह मोड़ रहा है। इसकी वजह से छात्राएं अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है। 
छात्रों की समस्याएं यहीं खत्म नहीं हुई उन्होंने डायरेक्टर से मिलने का समय मांगने के लिए फोन किया फोन नहीं उठाया गया बाद में जब वे 16000 में बस भाड़े पर लेकर पंचकूला 11 बजे ऑफिस में पहुंचे तो उन्हें मीटिंग हॉल में बैठा दिया गया और शाम के 5 बजे तक चाय पानी कुछ नहीं दिया गया ना ही किसी भी अधिकारी ने उनसे मिलने की जहमत उठाई ना ही मौके पर मौजूद किसी भी स्तर के अधिकारी ने उनको कोई संतुष्ट सा आश्वासन दिया। 5 बजे दफ्तर बंद करते वक्त उनको दफ्तर से बाहर निकाल दिया गया जबकि छात्राएं लिखित में आश्वासन चाहती थी। उनका कहना था कि वे सब गरीब घरों की बच्चियां है ₹16000 खर्च करके यहा पर पहुंची हैं दोबारा से आना उनके लिए असंभव है। लेकिन किसी ने उनकी सुनवाई नहीं कहीं वह कहा जाए किसको अपना दुखड़ा सुना। 
लोग चंडीगढ़ बड़ी आशाएं लेकर आते हैं उस उम्मीद से आते हैं के यहा तो उनकी सुनवाई होगी उनकी समस्या का समाधान होगा लेकिन आज जो तस्वीर सामने आई उसमें मानवता को झकझोर कर रख दिया है इन बेटियों के साथ जो हुआ उसकी गुहार उन्होंने स्वास्थ्य और गृहमंत्री अनिल विज से लगाई हैं उन्होंने कहा है उन्हें इंसाफ दिलाया जाए और उनकी पढ़ाई को सुचारू रूप से चलाने सरकार मदद करे।

Thursday, August 25, 2022

August 25, 2022

भाजपा गठबंधन सरकारी स्कूलों को बंद कर शिक्षा को प्राइवेट हाथों में देने की रच रहा है साजिश: अभय चौटाला

भाजपा गठबंधन सरकारी स्कूलों को बंद कर शिक्षा को प्राइवेट हाथों में देने की रच रहा है साजिश: अभय चौटाला

चंडीगढ़ : इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों को बंद किए जाने पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि सरकार सरकारी स्कूलों को बंद कर शिक्षा को प्राइवेट हाथों में देने की साजिश रच रही है। इसकी शुरूआत कांग्रेस ने की थी, उन्होंने भी स्कूलों को बंद किया था और शिक्षा प्रणाली का बेड़ा गर्क किया।
भाजपा गठबंधन सरकार हवाला दे रही है कि स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है इसलिए मर्ज कर रहे हैं लेकिन गंभीर सवाल यह है कि सरकार इस बात का जवाब दे कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या कम कैसे हुई? भाजपा सरकार ने आज तक अध्यापकों की भर्ती नहीं की है। स्कूलों का सैशन शुरू हुए पांच महीने बीत जाने के बाद भी बच्चों के लिए किताबें उपलब्ध नहीं करवाई। चिराग योजना को लागू किया गया क्योंकि सरकार नहीं चाहती कि बच्चे सरकारी स्कूलों में दाखिला लें। दाखिलों को फैमिली आईडी से जोड़ दिया गया जिस कारण से लगभग ढाई हजार स्कूलों में बच्चों का दाखिला ही नहीं हुआ।
कक्षा 6 से कक्षा 12 तक हिंदी, इंग्लिश, मैथ, साइन्स और सामाजिक विषयों के लिए प्रति विषय पर एक अध्यापक होना चाहिये लेकिन सच्चाई यह है कि ज्यादातर स्कूलों में कई विषयों के अध्यापक ही उपलब्ध नहीं हैं। अध्यापकों का तबादला करके उस पद को कैप्ट किया जा रहा है और खाली पद पर किसी की नियुक्ति नहीं की जा रही है, मतलब है कि पोस्ट को कैप्ट करके बहुत सारे विषयों के पद को जड़ से खत्म किया जा रहा है। भाजपा सरकार के मंत्री यह कह कर गुमराह कर रहे हैं कि स्कूलों को बंद नहीं मर्ज किया जा रहा है। जब तीन स्कूलों को मर्ज करके एक स्कूल बना दिया जाएगा तो दो स्कूल तो बंद हो जाएंगे। इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा सरकार यह बताए कि जो स्कूल खाली हो जाएंगे तो उनका क्या करेगी? साफ है कि सरकार ने सोची-समझी साजिश के तहत प्रयास किए कि जितना हो सके सरकारी स्कूलों में बच्चे कम से कम दाखिला लें। 
इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार का पूरा ध्यान नशे को बढ़ाने में लगा है, हर जगह शराब के ठेके खोले जा रहे हैं और सरकार के संरक्षण में चिट्टा जैसा जानलेवा नशा गांव-गांव बेचा जा रहा है जिससे युवा पढ़ने के बजाय नशे से अपनी जान गंवा रहा है।

Wednesday, August 24, 2022

August 24, 2022

MDU रोहतक में आज से शरू हुआ कुश्ती का महाकुंभ:16 राज्यों के 700 खिलाड़ी लेंगे भाग, 24 से 26 अगस्त तक कराए जाएंगे मुकाबले

MDU रोहतक में आज से शरू हुआ कुश्ती का महाकुंभ:16 राज्यों के 700 खिलाड़ी लेंगे भाग, 24 से 26 अगस्त तक कराए जाएंगे मुकाबले

रोहतक : हरियाणा के रोहतक जिला स्थित महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में बुधवार से कुश्ती का महाकुंभ शरू हो गया  लगेगा, जिसमें भाग लेने देशभर से पहलवान आएं है । 3 दिवसीय रेसलिंग चैंपियनशिप में देश के 16 राज्यों से 700 खिलाड़ी भाग लेंगे। इस दौरान अंडर-20 और अंडर-15 आयु वर्ग के विभिन्न मुकाबले कराए जाएंगे।
भारतीय कुश्ती संघ के तत्वावधान में राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता का अंडर-20 व अंडर-15 फेडरेशन कप MDU में कराया जा रहा है, जिसके तहत 24 से 26 अगस्त तक मुकाबले खेले जाएंगे। इसमें फ्री स्टाइल व ग्रीको रोमन दोनों स्टाइल के खिलाड़ी भाग लेंगे। कुश्ती प्रतियोगिता को लेकर सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं।पहलवानों का भी विशेष सत्कार किया जाएगा। खिलाड़ियों के लिए खाने-पीने के अच्छे इंतजाम किए गए हैं। कुश्ती के महाकुंभ में हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली समेत 16 राज्यों के पहलवान भाग लेंगे। नेशनल कुश्ती फेडरेशन कप में 15 वर्ष व 20 वर्ष तक के लड़के और लड़कियां अखाड़े में नजर आएंगे।
हरियाणा में करीब 20 वर्ष बाद इस प्रकार की राष्ट्रीय प्रतियोगिता होने जा रही है। जसमे  मुख्य अतिथि लोकसभा सांसद एवं भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह रहें। इसमें कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के सभी मेडल विजेता खिलाड़ियों को उनके माता-पिता के साथ सम्मानित किया जाएगा।

Tuesday, August 23, 2022

August 23, 2022

हिसार के आर्मी कैंट में अग्निवीर भर्ती:जींद, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के 1400 उम्मीदवारों ने रैली में लिया हिस्सा

हिसार के आर्मी कैंट में अग्निवीर भर्ती:जींद, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के 1400 उम्मीदवारों ने रैली में लिया हिस्सा

 हिसार में उम्मीदवारों को जांचते ऑफिसर।

हिसार : हरियाणा के हिसार में आर्मी कैंट में अग्निपथ योजना के तहत अग्नीवरों की भर्ती जारी है। इस कड़ी में भर्ती में सोमवार को हिसार, जींद, फतेहाबाद और सिरसा जिलों की सभी तहसीलों के उम्मीदवारों ने भाग लिया। रैली अग्निवीर ट्रैडसमेन व तकनीकी वर्गों के लिए निर्धारित की गई थी। लगभग 2100 पंजीकृत उम्मीदवारों में से लगभग 1400 उम्मीदवारों ने रैली में भाग लिया।
मंगलवार को अग्निवीर जीडी के प्रवेश के लिए हिसार और जींद की तहसील से पंजीकरण करवाने वाले लगभग 2400 उम्मीदवार परीक्षण के लिए रैली स्थल पर पहुंचेंगे। गौरतलब है कि 17 अगस्त 22 को निर्धारित रैली खराब मौसम के कारण आयोजित नहीं की जा सकी थी। इसलिए इन उम्मीदवारों को रैली में शामिल होने का अवसर दिया गया है।
*हिसार आर्मी कैंट में टेस्ट देते उम्मीदवार।*

एआरओ भर्ती निदेशक ने उम्मीदवारों से आग्रह किया है कि वे प्रवेश पाने के लिए अनुचित साधनों का उपयोग न करें क्योंकि वे स्वचालित स्कैनिंग और पहचान की विभिन्न प्रक्रियाओं में फंस जाएंगे। केवल वैध उम्मीदवारों को रैली में भाग लेने का मौका प्रदान करने के लिए सख्त जांच और प्रवेश प्रणाली स्थापित की गई है। 23 अगस्त की भर्ती रैली के सफल अभ्यार्थियों का चिकित्सा निरीक्षण 24 अगस्त तक चलेगा।
आपको बता दें कि देश में अग्निपथ योजना के तहत 40 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जानी है। इसके तहत हरियाणा के हिसार में पहली भर्ती शुरू की गई है। अग्निनवीरों की भर्ती 4 साल के लिए होगी और इसमें से 25 प्रतिशत अग्निनवीरों को रेगुलर किया जाएगा। 75 प्रतिशत अग्निनवीरों को रिटायरमेंट के समय 12 लाख रुपए की राशि का भुगतान किया जाएगा।
August 23, 2022

भारत में टोमैटो फीवर का कहर:शरीर पर पड़ने वाले फफोले मंकीपॉक्स जैसे; 5 साल से कम उम्र के बच्चे बन रहे शिकार

भारत में टोमैटो फीवर का कहर:शरीर पर पड़ने वाले फफोले मंकीपॉक्स जैसे; 5 साल से कम उम्र के बच्चे बन रहे शिकार

केरल : कोरोना और मंकीपॉक्स के बाद देश में टोमैटो फीवर अपने पैर पसार रहा है। इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंता भी बढ़ गई है। लैंसेट रेस्पिरेटरी जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक केरल में टोमैटो फीवर के 82 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, ओडिशा में 26 बच्चे इससे बीमार हुए हैं। ये सभी 9 साल से कम उम्र के हैं।
*क्या है टोमैटो फीवर?*

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार टोमैटो फीवर या टोमैटो फ्लू को हैंड, फुट एंड माउथ डिजीज (HFMD) का एक प्रकार माना जाता है। इस बुखार का नाम टोमैटो फीवर इसलिए है क्योंकि इस बीमारी में मरीज के शरीर पर टमाटर के आकार और रंग के फफोले पड़ जाते हैं।

यह बुखार एंटेरोवायरस से होता है। हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि टोमैटो फीवर बच्चों में चिकनगुनिया या डेंगू के बुखार का आफ्टर इफेक्ट भी हो सकता है।
टोमैटो फीवर में बुखार उन बच्चों को अपनी चपेट में जल्दी ले लेता है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है।
*टोमैटो फीवर के लक्षण*

लैंसेट की रिपोर्ट के अनुसार टोमैटो फीवर में शरीर पर पड़ने वाले फफोले मंकीपॉक्स के दानों की तरह ही दिखते हैं। इसके अलावा यह बुखार उन बच्चों को अपनी चपेट में जल्दी लेता है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। टोमैटो फीवर के लक्षणों में तेज बुखार, मांसपेशियों में दर्द, थकान, हरारत, जोड़ों में दर्द, खुजली, उल्टी, डिहाइड्रेशन, डायरिया आदि शामिल हैं।
*कैसे फैलता है बुखार?*

टोमैटो फीवर के इस आउटब्रेक का पहला केस केरल के कोल्लम में 6 मई को आया था। इसके बाद से ही 1 से 5 साल के बच्चों में बुखार के लक्षण देखे गए, यानी फिलहाल यह बच्चों में ही ज्यादा फैल रहा है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे गंदी जगहों में रहना और गंदी चीजें छूना।

बच्चे खिलौने, खाना और कपड़ों से लेकर कई चीजें शेयर करते हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इसका मतलब दूसरे वायरल इन्फेक्शन्स की तरह यह भी नजदीकी संपर्क से फैलता है।