Sambhal में शाही जामा मस्जिद के सामने पुलिस चौकी का निर्माण शुरू, महिलाओं ने किया श्रमदान
Sambhal: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के ठीक सामने पुलिस चौकी का निर्माण कार्य शनिवार (28 दिसंबर) से शुरू हो गया। इस पुलिस चौकी का नाम ‘सत्यव्रत’ रखा जाएगा। इस अवसर पर भूमि पूजन का आयोजन किया गया, जिसमें आचार्य पंडित शोभित शास्त्री ने वेद मंत्रों के साथ भूमि पूजन किया। इस मौके पर भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और महिलाओं ने भी निर्माण कार्य में भाग लिया।
भूमि पूजन के दौरान आचार्य पंडित शोभित शास्त्री ने सबसे पहले वास्तु यंत्र और वास्तु मंत्र का जाप किया। जैसे ही भूमि पूजन के दौरान बारिश शुरू हुई, आचार्य ने इसे शुभ संकेत मानते हुए इसे वास्तु के लिए अत्यधिक लाभकारी बताया। इस दौरान संभल के सहायक पुलिस अधीक्षक भी मौजूद थे और पूरे कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था का कड़ा ध्यान रखा गया था।
पुलिस चौकी के निर्माण कार्य में महिलाओं ने भी अहम भूमिका निभाई। महिलाओं ने अपनी हाथों से शवाल (फावड़ा) चलाया और इस कार्य में अपनी सक्रिय भागीदारी दी। महिलाओं ने ‘हर हर महादेव’ और ‘जय बजरंग बली’ के नारे लगाए। महिलाओं का कहना था कि पहले यहां एक शिव मंदिर था, जिसे अब शाही जामा मस्जिद के रूप में बदल दिया गया है। महिलाओं ने इस आयोजन में भाग लेकर खुशी जाहिर की और पुलिस प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस पुलिस चौकी का निर्माण क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए किया जा रहा है। ‘सत्यव्रत’ पुलिस चौकी के निर्माण से पुलिस को इस इलाके में आपराधिक गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने में मदद मिलेगी। पुलिस का मानना है कि इससे अपराध नियंत्रण में सहायता मिलेगी और स्थानीय जनता को बेहतर सुरक्षा प्रदान की जा सकेगी।
पिछले कुछ महीनों से संभल कई विवादों का केंद्र बन गया है। यहां हिंदू पक्ष ने शाही जामा मस्जिद की ज़मीन को लेकर दावा किया था। कोर्ट में दायर की गई याचिका में यह कहा गया था कि इस मस्जिद का निर्माण एक मंदिर को तोड़कर किया गया था। इस मामले में कोर्ट ने एक सर्वेक्षण का आदेश दिया था, जिसके बाद उस सर्वेक्षण टीम का पुलिस के साथ विवाद हो गया था। इस घटना में कई लोग घायल हुए थे और पांच लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद संभल को एक सैन्य क्षेत्र (कैंटनमेंट) घोषित कर दिया गया था।
इसके अलावा, संभल में एक बिजली चोरी का मामला भी सुर्खियों में आया, जिसमें सांसद जियाउर्रहमान बारक के खिलाफ कार्रवाई की गई। उनके खिलाफ करोड़ों का जुर्माना लगाया गया था। इस मुद्दे के बाद पुलिस ने कई अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की, जो बिजली चोरी में शामिल पाए गए थे। पुलिस के मुताबिक, बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है, ताकि स्थानीय इलाकों में कानून व्यवस्था बनी रहे।
जब पुलिस ने संभल में बिजली चोरी के मामले की जांच शुरू की, तो उन्हें एक प्राचीन मंदिर मिला, जो लंबे समय से बंद पड़ा हुआ था। इस मंदिर की सफाई के दौरान एक बंद कुआं भी मिला, जो कि अब पुनः खोला गया है। इसके बाद पुलिस ने और भी प्राचीन मंदिरों की खोज शुरू कर दी है और यह दावा किया जा रहा है कि संभल में कई प्राचीन तीर्थ स्थल हो सकते हैं। इन प्राचीन मंदिरों की खोज में पुलिस और पुरातत्व विशेषज्ञ लगे हुए हैं और यह माना जा रहा है कि यह क्षेत्र धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण हो सकता है।
पुलिस चौकी के निर्माण से क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। पहले से ही पुलिस ने अपराधों पर काबू पाने के लिए कई कदम उठाए हैं और इस नए पुलिस चौकी के साथ इसे और भी प्रभावी बनाने का लक्ष्य है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह एक महत्वपूर्ण कदम है, खासकर जब संभल जैसे संवेदनशील क्षेत्र में पुलिस की उपस्थिति मजबूत हो।
संबल में हो रहे विवादों के बीच, यह ध्यान देना आवश्यक है कि सामाजिक एकता और समझदारी बनाए रखने के लिए सभी समुदायों को मिलकर काम करना चाहिए। विवादों के बावजूद, इस क्षेत्र में शांति बनाए रखने और आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए पुलिस और प्रशासन लगातार काम कर रहे हैं। पुलिस चौकी का निर्माण इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे स्थानीय लोग अपने मुद्दों को आसानी से उठाने में सक्षम होंगे।
संबल में शाही जामा मस्जिद के पास पुलिस चौकी का निर्माण एक सकारात्मक कदम है, जो सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के साथ-साथ क्षेत्र में शांति और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। महिलाओं का इसमें सहयोग और सक्रिय भागीदारी इस परियोजना को और भी अधिक सामूहिक और प्रभावी बनाता है। हालांकि, संभल जैसे संवेदनशील क्षेत्र में विवादों और विभिन्न मुद्दों के बावजूद, यह उम्मीद की जा रही है कि यह पुलिस चौकी स्थानीय जनता को बेहतर सुरक्षा और न्याय प्रदान करेगी।
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