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Monday, March 18, 2024

March 18, 2024

भारतीय नववर्ष पर संगीतमय कार्यक्रम करेगी --संस्कार भारती

भारतीय  नववर्ष  पर संगीतमय  कार्यक्रम  करेगी  --संस्कार भारती
जींद : संस्कार  भारती  जींद  के  तत्वाधान  में  पालिका बाजार  अन्न क्षेत्र मेें बैठक का आयोजन किया गया जिसे  प्रांत कोषाध्यक्ष  राकेश गंगाना  जी  एवं  विभाग अध्यक्ष  मन्जु मानव  ने  सम्बोधित  किया।  बैठक  में  निर्णय  लिया गया कि  कि  नववर्ष  प्रतिपदा पर जींद, गोहाना,नरवाना  एवं  उचाना  की  संस्कार भारती  इकाई  संगीतमयी  आयोजन  अपने-अपने  स्थान  पर करेगी । बैठक  में  जींद इकाई अध्यक्ष  ओमप्रकाश चौहान, सचिव डॉक्टर हनीफ कोषाध्यक्ष हिमानी गुप्ता  गोहाना इकाई से अध्यक्ष दलबीर डांगी ,सचिव कुलदीप कोषाध्यक्ष सन्तलाल रोहिला  उपस्थित  रहे।

Saturday, March 16, 2024

March 16, 2024

गुरुग्राम से लीक हुआ था यूपी कांस्टेबल भर्ती का पेपर, जींद का रहने वाला है मास्टरमाइंड

गुरुग्राम से लीक हुआ था यूपी कांस्टेबल भर्ती का पेपर, जींद का रहने वाला है मास्टरमाइंड
गुरुग्राम ; उत्तर प्रदेश में कांस्टेबल भर्ती का पेपर लीक करने में हरियाणा कनेक्शन सामने आया है। यह पेपर गुरुग्राम से लीक हुआ था। इसका मास्टर माइंड दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल हरियाणा के जींद का रहने वाला एक व्यक्ति था। मानेसर के पास एक रिसोर्ट में जमीन पर बिठाकर कांस्टेबल भर्ती के पेपर की आंसर शीट रटाई गई थी।
*यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर गुरुग्राम में हुआ था लीक*

गत माह उत्तर प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर लिया गया था. यह पेपर लीक हो गया था। जिसे लेकर कई तरह के सवाल परीक्षा में पारदर्शिता को लेकर उठाए गए थे। यूपी एसटीएफ इस पेपर लीक कांड की जांच में जुटी थी। परत-दर-परत एसटीएफ की जांच में खुलासा होता रहा।  एसआईटी की ओर से इस मामले में अब तक सात आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।

 इन्हीं आरोपियों से पूछताछ में जांच-पड़ताल में सामने आया कि 18 फरवरी को लीक हुए पेपर में गुरुग्राम के मानेसर क्षेत्र में बने एक रिसोर्ट में करीब 400 उम्मीदवारों को बिठाकर अंसर शीट उन्हें रटाई गई थी, ताकि वे परीक्षा को पास कर सकें. जो सात आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, उनमें एक आरोपी महेंद्र शर्मा दिल्ली पुलिस का कांस्टेबल है। वह जींद जिला का रहने वाला है। 
*आरोपी ने यूपी एसटीएफ के सामने किया खुलासा*

 महेंद्र शर्मा ने यूपी एसटीएफ के समक्ष खुलासा किया है कि हर उम्मीदवार से 7 लाख रुपये पेपर कराने के बदले लिए गए थे । परीक्षा की तारीख 18 फरवरी थी, जबकि 16 फरवरी को ही गुरुग्राम के मानेसर में एक रिसोर्ट में परीक्षार्थियों को आंसर शीट रटाई गई। करीब 400 अभ्यर्थियों को बसों में बिठाकर मानेसर के पास पे्रेम नगर स्थित नेचर वैली रिसॉर्ट में लाया गया था। यहीं से पूरी प्लानिंग के साथ उन्हें आंसर शीट रटाकर परीक्षा के लिए भेज दिया गया। 
यूपी एसटीएफ की जांच में आरोपी महेंद्र शर्मा ने यह भी बताया है कि रिसोर्ट में लाए गए सभी उम्मीदवारों के मोबाइल जमा करा लिए गए थे। यहां पार्क में बिठाकर उनकी कक्षा लगाई गई है। 

इसकी तस्वीरें भी ली गई, जोकि एसटीएफ के हाथ लगी हैं। यूपी एसटीएफ ने बीती दो मार्च को गुरुग्राम के मानेसर के पास बने रिसोर्ट में जांच-पड़ताल की।  वहां से सीसीटीवी फुटेज लिए गए. प्रवेश, निकास के समय के रजिस्टर भी एसटीएफ ने अपने कब्जे में लेकर जांच की। 
जांच में पता चला कि रिसोर्ट के विजिटर रजिस्टर में 14 से फरवरी के बीच किसी भी व्यक्ति का रजिस्टर में पंजीकरण नहीं किया गया। रिजॉर्ट में 15 फरवरी को करीब 400 उम्मीदवार पहुंचे थे। 16 फरवरी को करीब 800 उम्मीदवार यहां पेपर करने पहुंचे थे।  काफी सुबूत यहां से यूपी एसटीएफ को मिले, जिसके आधार पर पूरा मामला साफ हो गया। कई तरह के सुबूत मिलने के बाद यूपी एसटीएफ की ओर से रिसोर्ट के मालिक सतीश धनखड़ को नोटिस भेजकर जांच में शामिल होने को कहा है। सतीश धनखड़ ने ऐसी किसी भी घटना से इंकार किया गया है।

Wednesday, March 13, 2024

March 13, 2024

साइबर फ्रॉड होने पर उपभोक्ता द्वारा सबसे पहले 1930 नंबर पर कॉल करके फ्रॉड को रोका जा सकता है : हितेश हिंदुस्तानी

साइबर फ्रॉड होने पर उपभोक्ता द्वारा सबसे पहले 1930 नंबर पर कॉल करके फ्रॉड को रोका जा सकता है : हितेश हिंदुस्तानी 
बहादुरगढ़ :जगन्नाथ विश्वविद्यालय, बहादुरगढ़ में  साइबर सिक्योरिटी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  यह कार्यक्रम भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण द्वारा आयोजित किया गया जोकि अनिवार्य रूप से किया जाना था। इस कार्यक्रम में हरियाणा टेक्निकल एसोसिएशन के उपभोक्ता वकालत समूह के अध्यक्ष हितेश हिंदुस्तानी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर साइबर क्राइम शाखा, बहादुरगढ़ के उपनिरिक्षिक अनिल भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे तथा उन्होंने बताया कि  यदि किसी के साथ कोई साइबर फ्रॉड होता है ,तो कैसे उसको रोका जा सकता है और बताया की उसकी रिपोर्ट करनी है। उन्होंने विभिन्न प्रकार के फ़ोन नंबर तथा वेब साइट्स के बारे में भी बताया। जो साइबर फ्रॉड होने पर उपभोक्ता की सहायता करते हैं।  उन्होंने बताया कि साइबर फ्रॉड होने पर उपभोक्ता सबसे पहले 1930 नंबर पर कॉल करके फ्रॉड को रोका जा सकता है। कार्यक्रम में विभिन्न दूरसंचार कम्पनीयों जैसे कि जिओ, वोडाफ़ोन व बीएसएनएल आदि के प्रतिनिधियों ने अपनी अपनी दूरसंचार कम्पनीयों की सेवाओं से संबंधित विषयों पर बात की तथा सेवाओं में आने वाली समस्याओं को दूर करने के महत्वपूर्ण उपाय बताए। जगन्नाथ विश्वविद्यालय, बहादुरगढ़ के कुलपति प्रोफ. प्रसाद राव ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम बहुत ही अच्छे  रहते हैं और सभी प्रतिभागियों को इनका बहुत लाभ प्राप्त होता है ।  विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार प्रोफ. पूनम मालिक ने धन्यवाद् प्रस्ताव में बताया कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम  भविष्य में भी आयोजित किए जाते रहेंगे।

Tuesday, March 12, 2024

March 12, 2024

पति से तलाक लिए बिना लिव इन में नहीं रह सकती विवाहिता: इलाहाबाद हाईकोर्ट

पति से तलाक लिए बिना लिव इन में नहीं रह सकती विवाहिता: इलाहाबाद हाईकोर्ट
इलाहाबाद : विवाहिता पति से तलाक लिए बिना लिव इन में नहीं रह सकती. यह बात इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मंगलवार को अपने एक आदेश में कही । ऐसे रिश्तों को मान्यता देने से अराजकता बढ़ेगी और देश का सामाजिक ताना-बाना नष्ट होगा।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण आदेश में कहा है कि हिन्दू विवाह अधिनियम के अनुसार यदि पति-पत्नी जीवित हैं और तलाक नहीं लिया गया है तो उनमें से कोई दूसरी शादी नहीं कर सकते। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि कानून के विरुद्ध संबंधों को न्यायालय का समर्थन नहीं मिल सकता।  इसी के साथ कोर्ट ने लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली विवाहिता की याचिका खारिज कर दी।
यह आदेश न्यायमूर्ति रेनू अग्रवाल ने कासगंज की एक विवाहिता व अन्य की याचिका खारिज करते हुए दिया है. कोर्ट ने कहा कि कहा कि विवाहित महिला पति से तलाक लिए बिना किसी अन्य के साथ लिव इन में नहीं रह सकती. ऐसे रिश्तों को मान्यता देने से अराजकता बढ़ेगी और देश का सामाजिक ताना-बाना नष्ट होगा। याचियों ने सुरक्षा की मांग को लेकर याचिका दाखिल की थी।
याचिका में कहा गया था कि दोनों याची लिव इन पार्टनर हैं।  उन्होंने एसपी कासगंज से सुरक्षा की मांग की थी। कोई सुनवाई न होने पर यह याचिका दाखिल की है।  सुनवाई के दौरान दूसरे याची की पत्नी के अधिवक्ता ने आधार कार्ड प्रस्तुत कर बताया कि वह उसकी शादीशुदा पत्नी है। यह भी बताया कि पहली याची भी एक व्यक्ति की पत्नी है।
दोनों में से किसी याची का अपने पति या पत्नी से तलाक नहीं हुआ है। विवाहिता याची दो बच्चों की मां है और दूसरे याची के साथ लिव इन में रह रही है। कोर्ट ने इसे विधि विरुद्ध माना और सुरक्षा देने से इनकार करते हुए याचिका को दो हजार रुपये हर्जाने के साथ खारिज कर दिया।
March 12, 2024

सीएए लागू हुआ तो विपक्ष ने समझाई क्रोनोलॉजी, अमित शाह बोले- 'पीएम मोदी ने पूरी की एक और गारंटी'सीएए न‍ियम नोट‍िफ‍िकेशन पर दलों की प्रत‍िक्र‍िया

सीएए लागू हुआ तो विपक्ष ने समझाई क्रोनोलॉजी, अमित शाह बोले- 'पीएम मोदी ने पूरी की एक और गारंटी'
सीएए न‍ियम नोट‍िफ‍िकेशन पर दलों की प्रत‍िक्र‍िया 
CAA Rules in India: केंद्र सरकार ने सोमवार (11 मार्च) को नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के न‍ियमों को लागू करने की अधिसूचना जारी कर दी है। लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों के ऐलान होने से ठीक कुछ समय पहले सीएए न‍ियमों के लागू होने पर केंद्रीय गृह मंत्री अम‍ित शाह ने प्रसन्‍नता जाह‍िर की है।  वहीं, व‍िपक्षी दलों के 'इंड‍िया गठबंधन' के नेताओं के अलावा एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी और बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस पर नाराजगी जाह‍िर करते हुए अलग-अलग प्रत‍िक्र‍ियाएं दी हैं। 
केंद्रीय गृह मंत्री अम‍ित शाह ने सोशल मीड‍िया प्‍लेटफॉर्म 'एक्‍स' पोस्‍ट शेयर कर‍ते हुए कहा कि मोदी सरकार ने आज नागरिकता (संशोधन) नियम, 2024 को अधिसूचित कर दिया है ।  ये नियम अब पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को हमारे देश में नागरिकता प्राप्त करने में सक्षम बनाएंगे।  इस अधिसूचना को जारी करने के साथ  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और प्रतिबद्धता को पूरा क‍िया है। साथ ही उन देशों में रहने वाले हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों, पारसियों और ईसाइयों के लिए हमारे संविधान निर्माताओं के वादे को साकार करने का काम भी क‍िया है। 
*आशंकाएं, संदेह दूर करने के बाद लागू होता तो बेहतर होता-मायावती*
 
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती और बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीड‍िया प्‍लेटफॉर्म 'एक्‍स' पर सीएए को लेकर प्रतिक्रिया जाह‍िर की है। मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से नागरिकता संशोधन कानून को, अब ठीक चुनाव से पहले लागू करने के बजाय, इसको लेकर लोगों में जो संदेह, असमंजस व आशंकाएं हैं, उन्हें पूरी तरह से दूर करने के बाद ही इसे लागू किया जाना ही बेहतर होता। 
*गरीब और मध्यम वर्ग महंगाई से कराह रहा- अरव‍िंद केजरीवाल*

आम आदमी पार्टी के मुखिया और द‍िल्‍ली के सीएम अरव‍िंद केजरीवाल ने 'एक्‍स' पर प्रत‍िक्रि‍या देते हुए ल‍िखा, ''दस साल देश पर राज करने के बाद एन चुनाव के पहले मोदी सरकार CAA लेकर आयी है ।  ऐसे वक्‍त जब गरीब और मध्यम वर्ग महंगाई से कराह रहा है और बेरोजगार युवा रोजगार के लिए दर दर की ठोकरें खा रहा है, उन असली मुद्दों का समाधान करने की बजाय ये लोग CAA लाये हैं। 
कह रहे हैं कि तीन पड़ोसी राज्यों के अल्पसंख्यकों को भारत में नागरिकता दी जाएगी। यानि ये पड़ोसी राज्यों के लोगों को भारत में लाकर बसाना चाहते हैं,  क्यों? पूरा देश CAA का विरोध करता है।  खासकर असम और पूरे उत्तर पूर्वी भारत के लोग इसका सख्‍त विरोध करते हैं जो बांग्लादेश से होने वाले माइग्रेशन के शिकार रहे हैं और जिनकी भाषा और संस्कृति आज खतरे में है। बीजेपी ने असम और पूरे उत्तर पूर्वी राज्यों के लोगों को धोखा दिया है। लोग इसका लोक सभा चुनाव में जवाब देंगे। *पहले चुनाव का मौसम आएगा, फिर सीएए के नियम आएंगे- असदुद्दीन ओवैसी*

एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी सोशल मीड‍िया मंच 'एक्‍स' की प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया है कि सीएए का उद्देश्य केवल मुस्लिमों को निशाना बनाना है।  उन्‍होंने कहा कि आप क्रोनोलॉजी समझिए, पहले चुनाव का मौसम आएगा, फिर सीएए के नियम आएंगे। सीएए पर हमारी आपत्तियां जस की तस हैं।  सीएए विभाजनकारी है और गोडसे की सोच पर आधारित है जो मुसलमानों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाना चाहता था। 
'5 साल तक लंबित रखने के बाद अब क्यों लागू कर रहे'  

असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा, ''सताए गए किसी भी व्यक्ति को शरण दें लेकिन नागरिकता धर्म या राष्ट्रीयता पर आधारित नहीं होनी चाहिए।  सरकार को बताना चाहिए कि उसने इन नियमों को 5 साल तक क्यों लंबित रखा और अब इसे क्यों लागू कर रही है। एनपीआर-एनआरसी के साथ, सीएए का उद्देश्य केवल मुसलमानों को लक्षित करना है, इसका कोई अन्य उद्देश्य नहीं है।  सीएए एनपीआर एनआरसी का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरे भारतीयों के पास फिर से इसका विरोध करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा.''
*नागरिकता रद्द की तो बर्दाश्त नहीं करेंगे- ममता बनर्जी*

पश्‍च‍िम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार को 6 माह पहले सीएए नियमों को नोट‍िफाई करना चाहिए था। उन्‍होंने सीएए कानून को लेकर यह भी कहा क‍ि अगर कोई अच्छी चीज होती है तो हम हमेशा समर्थन और सराहना करते हैं। वहीं, कुछ भी ऐसा किया जाता है जो देश के लिए अच्छा नहीं है, तो टीएमसी हमेशा अपनी आवाज उठाएगी और इसका विरोध करेगी। मुझे पता है कि रमजान से पहले आज की तारीख क्यों चुनी गई।  मैं लोगों से शांत रहने और किसी भी अफवाह से बचने की अपील करती हूं। साथ ही यह भी कहा कि पहले मुझे नियमों को देखने दीजिए। सीएए दिखाकर किसी की नागरिकता रद्द की जाती है तो इसको ब‍िल्‍कुल भी बर्दाश्त नहीं क‍िया जाएगा।  
*लाखों नागरिक देश की नागरिकता छोड़ कर क्यों चले गए- अखिलेश यादव*

उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 'एक्स' पर लिखा- "जब देश के नागरिक रोजी-रोटी के लिए बाहर जाने पर मजबूर हैं तो दूसरों के लिए 'नागरिकता कानून' लाने से क्या होगा? जनता अब भटकावे की राजनीति का भाजपाई खेल समझ चुकी है। बीजेपी सरकार ये बताए कि उनके 10 सालों के राज में लाखों नागरिक देश की नागरिकता छोड़ कर क्यों चले गए।  चाहे कुछ हो जाए कल 'इलेक्टोरल बॉन्‍ड' का हिसाब तो देना ही पड़ेगा और फिर 'केयर फंड' का भी."
*मोदी सरकार को न‍ियम लाने में लग गए 4 साल और 3 महीने- जयराम रमेश*

कांग्रेस के राष्‍ट्रीय महासच‍िव (संचार) जयराम रमेश ने भी सीएए पर अपने आधिकारिक 'एक्स' अकाउंट पर सीएए लागू करने को लेकर पोस्‍ट शेयर की है। कांग्रेस नेता जयराम ने ल‍िखा, ''दिसंबर 2019 में संसद की ओर से पारित नागरिकता संशोधन अधिनियम के नियमों को अधिसूचित करने में मोदी सरकार को 4 साल और 3 महीने लग गए। प्रधानमंत्री दावा करते हैं कि उनकी सरकार बिल्कुल प्रोफेशनल ढंग से और समयबद्ध तरीके से काम करती है।  सीएए के नियमों को अधिसूचित करने में लिया गया इतना समय प्रधानमंत्री के सफेद झूठ की एक और झलक है। नियमों की अधिसूचना के लिए 9 बार एक्सटेंशन मांगने के बाद घोषणा करने के लिए जानबूझकर लोकसभा चुनाव से ठीक पहले का समय चुना गया है.''

Monday, March 11, 2024

March 11, 2024

दानिश कनेरिया बोले- थैंक्यू मोदी जी, अब पाकिस्तानी हिंदू खुलकर सांस ले पाएंगे

दानिश कनेरिया बोले- थैंक्यू मोदी जी, अब पाकिस्तानी हिंदू खुलकर सांस ले पाएंगे
Citizenship Amendment Act: पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने मोदी सरकार द्वारा नागरिकता (संशोधन) अधिनियम 2019 को लागू करने पर प्रतिक्रिया दी है । उन्होंने पीएम मोदी का धन्यवाद किया है। दानिश कनेरिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है, ''अब पाकिस्तानी हिंदू खुली हवा में सांस ले पाएंगे.'' पूर्व लेग स्पिनर ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ''नागरिकता संशोधन अधिनियम को अधिसूचित करने के लिए नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी को धन्यवाद.''भारत में इस साल लोकसभा का चुनाव होने वाला है। चुनाव से पहले देश में नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) को मंजूरी मिल गई है।  गृह मंत्रालय द्वारा विधिवत आधिकारिक घोषणा करते हुए सीएए कानून को लागू करने का ऐलान किया गया है। सीएए लागू होने के बाद अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, ईसाई और पारसी लोगों को भारतीय नागरिकता लेने में अब आसानी होगी ।
*लोकसभा और राज्यसभा में कब पास हुआ CAA?* 

लोकसभा में पहली बार 9 दिसंबर 2019 में विधेयक पारित किया गया था । इसके बाद राज्य सभा में इसे 11 दिसंबर 2019 को पारित किया गया। वहीं देश के राष्ट्रपति ने इस मुद्दे पर अपनी सहमति 12 दिसंबर 2019 को प्रदान की। 
*कौन हैं दानिश कनेरिया?*

दानिश कनेरिया पाकिस्तान के पूर्व हिंदू क्रिकेटर हैं. उनकी मौजूदा उम्र 43 साल है। अपने क्रिकेट करियर के दौरान उन्होंने पाकिस्तान टीम के लिए कुल 79 इंटरनेशनल मुकाबले खेले। इसमें 61 टेस्ट और 18 वनडे मैच शामिल रहा। कनेरिया के नाम टेस्ट क्रिकेट की 112 पारियों में 34.8 की औसत से 261 और वनडे की 18 पारियों में 45.53 की औसत से 15 सफलता दर्ज है।
March 11, 2024

CAA Rules: भारत में आज से लागू हुआ सीएए, अब इन लोगों को इस तरह मिल जाएगी भारत की नागरिकता

CAA Rules: भारत में आज से लागू हुआ सीएए, अब इन लोगों को इस तरह मिल जाएगी भारत की नागरिकता
नई दिल्ली : दिसंबर 2019 में  सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट  पारित हुआ था. इसके बाद इसे राष्ट्रपति ने भी मंजूरी दे दी थी। लेकिन देशभर में इसका खूब ग्रोथ प्रदर्शन हुआ जिसके चलते यह लागू नहीं हो पाया था। कयास लगाये जा रहे हैं कि लोकसभा चुनावों से पहले इसे लागू किया जा सकता है। और इसी बीच भारत सरकार ने सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट यानी CAA को लेकर नोटिफिकेशन जारी करते हुए इस एक्ट को भारत में लागू कर दिया है. चलिए जानते हैं  CAA के लागू होने के बाद भारत में अब किन लोगों को नागरिकता मिल सकती है। 
*पड़ोसी मुस्लिम देश के अल्पसंख्यकों को मिलेगी नागरिकता*

भारतीय सरकार द्वारा बनाए गए सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट के अनुसार तीन मुस्लिम देश अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता दी जाएगी।  यह नागरिकता सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलेगी जो 31 दिसंबर 2014 तक भारत में आए हैं।  सीएए के नियमों के अनुसार 6 गैर-मुस्लिम समुदाय जिनमें हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी शामिल हैं।  उन्हीं लोगों को भारत की नागरिकता दी जाएगी।  यानी अगर कोई मुस्लिम इन तीन देशें से भारत में 31 दिसंबर 2014 या उससे पहले आया है।  तो उसे भारतीय नागरिकता लेने पूरी प्रक्रिया अपनानी होगी. उसे CAA के तहत नागरिकता नहीं दी जाएगी। 
*CAA से क्या होगा फायदा?*

भारतीय नागरिकता कानून में साल 2019 में भारतीय सरकार ने बदलाव किए थे ।  जिसके तहत बांग्लादेश अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आने वाले अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता मिलने में सहूलियत होगी। अब जब CAA भारत में लागू हो चुका है। तो 31 दिसंबर 2014 तक इन देशों से आने वाले अल्पसंख्यक लोगों को भारत की नागरिकता लेने के लिए किसी दस्तावेज को दिखाने की जरूरत नहीं होगी। उनके लिए नागरिकता लेने की प्रक्रिया काफी आसान हो जाएगी।
March 11, 2024

असदुद्दीन ओवैसी बोले- CAA गोडसे के विचार पर आधारित, ये मुस्लिमों को सेकेंड क्‍लास सिटिजन बनाने के लिए लाया गया

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असदुद्दीन ओवैसी बोले- CAA गोडसे के विचार पर आधारित, ये मुस्लिमों को सेकेंड क्‍लास सिटिजन बनाने के लिए लाया गया
Citizenship Amendment Act: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बीजेपी नीत केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से सोमवार (11 मार्च) को 'नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA), 2019' को लागू करने से जुड़े नियमों को अधिसूचित किए जाने पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया भी आई है। हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया है कि सीएए का उद्देश्य केवल मुस्लिमों को निशाना बनाना है।*CAA को लेकर क्या बोले असदुद्दीन ओवैसी?*

असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को X हैंडल पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा, ''आप क्रोनोलॉजी समझिए, पहले चुनाव का मौसम आएगा, फिर सीएए के नियम आएंगे.''
उन्होंने कहा, ''सीएए पर हमारी आपत्तियां जस की तस हैं। सीएए विभाजनकारी है और गोडसे की सोच पर आधारित है जो मुसलमानों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाना चाहता था.''

ओवैसी ने लिखा, ''सताए गए किसी भी व्यक्ति को शरण दें लेकिन नागरिकता धर्म या राष्ट्रीयता पर आधारित नहीं होनी चाहिए।  सरकार को बताना चाहिए कि उसने इन नियमों को पांच साल तक क्यों लंबित रखा और अब इसे क्यों लागू कर रही है.''
*असदुद्दीन ओवैसी का सरकार पर आरोप*

असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी पोस्ट में लिखा, ''एनपीआर-एनआरसी के साथ, सीएए का उद्देश्य केवल मुसलमानों को लक्षित करना है, इसका कोई अन्य उद्देश्य नहीं है। सीएए एनपीआर एनआरसी का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरे भारतीयों के पास फिर से इसका विरोध करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा.''
*CAA से किसके लिए नागरिकता पाने का रास्ता खुला?*

बता दें कि पिछले महीने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि सीएए के लिए नियम लोकसभा चुनाव से पहले लागू किए जाएंगे।  सीएए को 11 दिसंबर, 2019 को संसद ने पारित किया था। इस कानून का काफी विरोध हुआ था। सीएए के प्रावधानों के तहत मुस्लिम समुदाय को छोड़कर तीन पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आने वाले बाकी धर्मों के लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान है। सीएए बीजेपी के 2019 घोषणापत्र में शामिल था। 
सीएए लागू करने से जुड़े नियमों को अधिसूचित किए जाने पर अब भारत के तीन मुस्लिम बाहुल्य पड़ोसी देशों से दस्तावेज के बिना आने वाले गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता देने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

*कांग्रेस ने सरकार पर लगाया ध्रुवीकरण करने का आरोप*

सीएए नियमों की अधिसूचना जारी होने पर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इसकी टाइमिंग पर सवाल करते हुए केंद्र सरकार को घेरा है और ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव से पहले देश और खासकर पश्चिम बंगाल और असम में ध्रुवीकरण की कोशिश की गई है।
March 11, 2024

'ठीक चुनाव से पहले लागू करने के बजाय...', CAA को लेकर मायावती की पहली प्रतिक्रिया

'ठीक चुनाव से पहले लागू करने के बजाय...', CAA को लेकर मायावती की पहली प्रतिक्रिया
नई दिल्ली : केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को देश में लागू किया जा चुका है. वहीं देश में लागू हुए सीएए को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने कहा लोगों में जो संदेह और आशंकाएं हैं उन्हें पहले दूर करते तो बेहतर होता।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा-"केन्द्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून को, अब ठीक चुनाव से पहले लागू करने के बजाय, इसको लेकर लोगों में जो संदेह, असमंजस व आशंकाएं हैं उन्हें पूरी तरह से दूर करने के बाद ही इसे लागू किया जाना ही बेहतर होता."
वहीं इससे पहले सीएम योगी ने देश में सीएए लागू होने पर पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का आभार जताया। सीएम योगी ने कहा कि पीड़ित मानवता के कल्याणार्थ नागरिकता (संशोधन) अधिनियम लागू करने का निर्णय ऐतिहासिक है। वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इसे लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है, पूर्व सीएम अखिलेश ने कहा कि देश के नागरिक रोजी-रोटी के लिए बाहर जाने पर मजबूर हैं तो दूसरों के लिए नागरिकता कानून लाने से क्या होगा।
बता दें कि दिसंबर 2019 में सीएए को संसद में पारित किया गया था और बाद में इसे राष्ट्रपति की मंजूरी भी मिल गई थी।  हालांकि इसके खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे।  वहीं पिछले साल 27 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया था कि सीएए को लागू होने से को कोई नहीं रोक सकता क्योंकि यह देश का कानून है।
March 11, 2024

भजन सम्राट कन्हैया मितल राज्य स्तरीय महाराजा अग्रसेन अवार्ड 2024 से अलंकृत

भजन सम्राट कन्हैया मितल राज्य स्तरीय महाराजा अग्रसेन अवार्ड 2024 से अलंकृत

गीत व संगीत क्षेत्र में प्रदान किया गया यह अवार्ड

प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार गोयल ने प्रदान किया यह अवार्ड  
जीन्द : ( संजय कुमार ) देश के जाने माने भजन सम्राट कन्हैया मितल को राज्य स्तरीय महाराजा अग्रसेन अवार्ड 2024 से अलंकृत किया गया है। उन्हे यह सम्मान जीन्द में आयोजित समारोह में अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष डा. राजकुमार गोयल द्वारा प्रदान किया गया। कन्हैया मितल को यह अवार्ड गीत व संगीत क्षेत्र में प्रदान किया गया है।भजन सम्राट कन्हैया मितल को राज्य स्तरीय महाराजा अग्रसेन अवार्ड 2024 से अलंकृत करते हुए डा. राजकुमार गोयल ने कहा कि कन्हैया मितल ने गीत व संगीत क्षेत्र में पूरे देश में नाम कमाया है। उन्होने बचपन में ही गीत गायन के क्षेत्र में कदम रखा और लम्बा संघर्ष करते हुए इस मुकाम तक पहुंचे। आज वे किसी परिचय के मोहताज नही है। आज देश में ही नही विदेशों में भी उनका डंका है। वे समाज के गौरव हैं। समाज के लिए एक आदर्श एवं प्रेरणा पुंज है। वे अपने भजनों के माध्यम से समाज को जोड़ने में अहम योगदान दे रहे हैं। देश विदेश में गायन के क्षेत्र में अपना नाम रोशन करने वाले ऐसे भजन सम्राट को राज्य स्तरीय महाराजा अग्रसेन अवार्ड 2024 से नवाजा गया है।  इस अवसर पर भजन सम्राट कन्हैया मित्तल ने कहा कि अग्रवाल समाज ने उन्हे जो मान सम्मान दिया है उनके लिए वे उनके आभारी है। वे इस सम्मान के लिए अग्रवाल समाज के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार गोयल व उनकी टीम का आभार व्यक्त करते है। इस अवसर पर सावर गर्ग, रामधन जैन, पवन बंसल, सोनू जैन, मनीष गर्ग, मनोज गुप्ता, राजेश गोयल, गोपाल जिंदल, पंकज गोयल इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
March 11, 2024

अध्यात्मीय ज्ञान से बढ रहा है भारत का मान - दीपक कौशिक

अध्यात्मीय ज्ञान से बढ रहा है भारत का मान - दीपक कौशिक

संस्कृति मंत्रालय एवं नैशनल गैलरी आफ मार्डन आर्ट ने कराया कला महाकुम्भ
जींद: विकसीत भारत आर्टिस्ट अम्बेसडर के नाम से संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार एवं नैशनल गैलरी आफ मार्डन आर्ट के संयुक्त तत्वाधान में चित्रकला कार्यशाला महाकुम्भ का आयोजन दिल्ली के पुराने किले पर किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में चित्रकारों ने अपनी तूलिका के माध्यम से कैनवस पर 2047 में विकसित भारत की तस्वीर का खाका खिचा । भारत के बढते कदमों को अपनी सुन्दर कला कृतियों के माध्यम से दर्शाया गया। इस कार्यक्रम में जींद से चित्रकार दीपक कौशिक संस्कार भारती प्रान्त चित्रकला प्रमुख ने भाग लिया उन्होंने अपनी कलाकृति में अध्यात्म के बढते प्रभाव को दिखाया। राम नाम की गुंज पुरे विश्व को अपनी और खिच रही है। अध्यात्म और ज्ञान के बल पर भारत 2047 में पुनः विश्व का मार्गदर्शन करेगा। इस विषय को दीपक कौशिक ने अपने इन्द्र धनुषीय रंग योजना के साथ कैनवास पर उकेरा। कार्यक्रम के समापन सत्र में केन्द्रीय मंत्री पियुष गोयल, विदेश मन्त्री जय शंकर ने शिरकत की। उन्होंने चित्रकारों द्वारा बनाई गई कला कृतियों के मुक्त कंठ से प्रशंसा की। इस मौके पर देश के प्रसिद्ध चित्रकार विजेंद्र शर्मा व 'नैशनल गैलरी आफ मोडर्न आर्ट के अधिकारी उपस्थित रहे।
March 11, 2024

हरियाणा के करनाल में पूर्व विधायक और CPS जिले राम शर्मा ने कांग्रेस छोड़कर की भाजपा जॉइन

हरियाणा के करनाल में पूर्व विधायक और CPS जिले राम शर्मा ने कांग्रेस छोड़कर की भाजपा जॉइन 
करनाल ( हरियाणा बुलेटिन न्यूज ) : हरियाणा के करनाल में पूर्व विधायक और CPS जिले राम ने सोमवार को कांग्रेस छोड़कर भाजपा जॉइन कर ली है। उनके साथ इंद्री विधानसभा से इनेलो प्रत्याशी रहे प्रदीप कंबोज समेत 116 लोग भी भाजपा में शामिल हुए। इन सभी को सीएम मनोहर लाल और प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी ने पटका पहनाकर पार्टी जॉइन करवाई।पूर्व विधायक और CPS जिले राम एक महीने पहले पूर्व सरपंच कर्म सिंह की मौत मामले में बरी हुए थे। उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने की चर्चा है।

मौका मिला तो सिर्फ विधानसभा चुनाव लड़ूंगा हाल ही में जिले राम शर्मा से पूछा गया था कि आप लोकसभा चुनावों की तैयारी कर रहे हैं या फिर विधानसभा की तो उन्होंने जवाब दिया था कि फिलहाल मेरी कोई तैयारी नहीं है। अगर पार्टी हाईकमान मौका देगी तो विधानसभा चुनाव लड़ूंगा। लोकसभा की हमारी कोई तैयारी नहीं है। मेरी तरफ से कोई शर्त नहीं रखी गई है।
असंध विधानसभा में भाजपा अपना सर्वे करवाएगी, अगर हम मैरिट में आ जाते हैं तो फैसला पार्टी का होगा और जो फैसला होगा, वह स्वीकार्य होगा। उनसे जब सवाल किया कि अगर भाजपा में भी टिकट नहीं मिलती है तो क्या फिर आजाद चुनाव लड़ेंगे, इस सवाल पर शर्मा ने कहा कि यह वक्त बताएगा।1 महीने पहले बरी हुए थे जिले राम

एक महीने पहले करनाल में कंबोपुरा गांव के पूर्व सरपंच कर्म सिंह की मौत के मामले में CBI की विशेष कोर्ट ने जिले राम शर्मा को बरी किया था। 2014 में वह 9 माह जेल में भी रह चुके हैं।
जिले राम पर कर्म सिंह को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप लगे थे। आरोप था कि कर्म सिंह से 3 लोगों को नौकरी दिलाने के लिए 12 लाख रुपए लिए थे, लेकिन नौकरी नहीं दिलाई और न ही पैसे लौटाए। ऐसे में कर्म सिंह ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया था।
दो बार आजाद चुनाव लड़ चुके जिले राम

जिले राम शर्मा ने असंध से 2009 में हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) की टिकट पर चुनाव लड़ा था। बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे। फिर उन्होंने 2014 व 2019 में आजाद चुनाव लड़ा। जिसमें उन्हें हार मिली।