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Friday, May 15, 2020

पूर्व विधायक राणा की गिरफ्तारी पर उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री आमने सामने

>पूर्व विधायक राणा के पक्ष में उतरे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, बोले -एफआईआर में नाम शामिल नहीं

>पूर्व विधायक की गिरफ्तारी पर विज बोले, कानून अपना काम करेगा, इंक्वायरी टीम के काम में हस्तक्षेप नहीं

पूर्व विधायक दोषी नही खुद शिकायतकर्ता- चौटाला

हरियाणा में गठबंधन सरकार में शराब घोटाले को लेकर सियासत गर्म हो गई है। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पूर्व विधायक सतविंद्र राणा का पक्ष लिया है। यहां पत्रकारों से बातचीत में दुष्यंत ने कहा कि एफआईआर में नाम शामिल होना किसी को दोषी साबित नहीं करता। डिप्टी सीएम ने कहा कि पूर्व विधायक सतविंदर सिंह राणा के गोदाम में तो खुद चोरी हुई है। 

इस लिहाज से वह तो खुद शिकायतकर्ता हैं फिर भी पुलिस प्रशासन अपना काम कर रहा है। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। दुष्यंत ने कहा कि पूर्व विधायक राणा पर कोई सीधा आरोप नहीं है और ना ही एफआईआर में उनका कोई नाम है। उन्हें हिरासत में लेना जांच प्रक्रिया का एक हिस्सा है।
यदि किसी को जांच के दौरान पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जाता है तो इससे संबंधित कोई व्यक्ति दोषी साबित नहीं हो जाता। किसी को दोषी साबित करना या नहीं करना यह एक कानूनी प्रक्रिया है। दुष्यंत ने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति आरोप-प्रत्यारोप का खेल उचित नहीं है। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व नेता प्रतिपक्ष पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पूर्व विधायक राणा पर न तो कोई एफआईआर है और ना ही कोई संगीन आरोप हैं। 

मौजूदा नेता प्रतिपक्ष और पूर्व नेता प्रतिपक्ष पर तो गंभीर आरोपों में सीबीआई के केस दर्ज हैं। मामला भी न्यायालय में विचाराधीन है। जब तक कोई फैसला नहीं आ जाता, तब तक उन्हें भी दोषी करार नहीं दिया जा सकता। ऐसे में पूर्व विधायक राणा को अभी से दोषी मान लेना ठीक नहीं है। बताते चलें कि संबंधित शराब घोटाले में पूर्व विधायक सत्येंद्र राणा को पानीपत सीआईए ने चंडीगढ़ एमएलए हॉस्टल परिसर से पूछताछ के लिए गुरुवार को हिरासत में लिया था।

पूर्व विधायक की गिरफ्तारी जैसे मामले हरियाणा के मुख्यमंत्री स्तर के होते है फैसले- 


हरियाणा (Haryana) के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने शराब घोटाले मामले में जांच को लेकर साफ कर दिया है कि स्पेशल इंक्वायरी टीम गठित हो जाने के बाद वह अपना काम करेंगी। वहीं पूर्व विधायक राणा (Former MLA Rana) की गिरफ्तारी केे मामले में गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि बार-बार पुलिस टीमों और स्पेेेशल इंक्वायरी टीम के काम में दखल देना ठीक नहीं है । हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री ने साफ कर दिया है कि पूर्व विधायक की गिरफ्तारी जैसे मामले हरियाणा के मुख्यमंत्री स्तर के फैसले होते हैं। उनको इस बाबत किसी ने कोई फोन नहीं किया और ना ही कोई जानकारी है।

इंक्वायरी टीम करेगी हर पहलू की जांच 

अनिल विज ने कहा कि स्पेशल इंक्वायरी टीम लॉकडाउन के दौरान वेयरहाउस से शराब निकालने के साथ-साथ अन्य पहलुओं की भी जांच करेगी। इसके साथ ही उन्होंने साफ कर दिया है कि अब स्पेशल इंक्वायरी टीम की जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है जो लाकडाउन के दौरान भी पुलिस आबकारी के पास स्टॉक वेयरहाउस तमाम पहलुओं पर जांच करेंगे। लॉकडाउन के दौरान परमिट और पास बनने के मामले मेरे भी जांच होगी। 

कोई सियासी दबाव नहीं 

हरियाणा के ग्राम स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने साफ कर दिया है कि किसी भी प्रकार का जांच टीमों पर कोई दबाव नहीं है।आने वाले दिनों में भी किसी प्रकार का दबाव नहीं होगा। विज ने एक सवाल के जवाब में कहा कि स्पेशल इंक्वायरी टीम खुद जांच कर लेगी कि इस घोटाले में राजस्व का नुकसान हुआ है या नहीं। उन्होंने कहा कि इसीलिए हमने इसमें एक आईएएस अधिकारी के साथ-साथ आबकारी विभाग और पुलिस अफसर को शामिल किया है। उन्होंने कहा कि 31 मई से पहले पहले इस मामले में जांच पूरी कर ली जाएगी। जांच टीम इसी दौरान अपनी जांच का काम पूरा करेगी और समय बढ़ाने की नौबत नहीं आएगी।

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