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Sunday, July 28, 2024

July 28, 2024

युवाओं को शराब के सेवन से हो रहे दुष्प्रभावों के बारे में दी जानकारी

युवाओं को शराब के सेवन से हो रहे दुष्प्रभावों के बारे में दी जानकारी



हिसार : लाला लाजपत राय यूनिवर्सिटी, हिसार के ऑडिटोरियम में शराब के दुष्प्रभाव पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह अपने प्रकार का प्रदेश का पहला कार्यक्रम था जिसका उद्देश्य युवाओं को शराब से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करना था। इस कार्यक्रम का आयोजन हरियाणा तकनिकी संघ और वॉयस सोसाइटी दिल्ली के प्रयासों से किया गया।इस अवसर पर हरियाणा तकनिकी संघ के प्रदेश अध्यक्ष हितेश हिंदुस्तानी व उपाध्यक्षसंजय तिरंगाधारी ने युवाओं को शराब के सेवन से होने वाले सामाजिक दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रदेश में 2018-19 में लगभग 6042 करोड़ रुपये का राजस्व आबकारी विभाग (एक्साइज डिपार्टमेंट) द्वारा इकट्ठा किया गया था, जो 2021-22 में 33 प्रतिशत वृद्धि के साथ 7933 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह प्रदेश के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि आबकारी राजस्व के बढ़ने के साथ-साथ प्रदेश मे शराब के सेवन में भी वृद्धि हो रही है, जिससे प्रदेश मे मृत्यु दर और गंभीर बीमारियों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे न केवल शराब बल्कि हर प्रकार के नशे से बचें, और यह दृढ़ संकल्प से ही संभव है।शारदा यूनिवर्सिटी के साइकैटरिस्ट डॉक्टर अभिनित ने शराब के दुष्प्रभावों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने शराब के बढ़ते सेवन को विश्व में तीसरा सबसे बड़ा खतरा माना है। शराब के सेवन से लीवर, हृदय और अन्य अंगों पर बुरा असर पड़ता है, जिससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टर अभिनित ने कहा कि शराब की एक बूंद भी स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है और यह समस्या परिवारों को भी प्रभावित करती है।इस अवसर पर वॉयस सोसाइटी दिल्ली से हेमंत उपाध्याय ने शराब के कारण इंसान की सामाजिक छवि के खराब होने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि शराब पीने से इंसान की सामाजिक छवि बदल जाती है और यह लत उसे अपने और अपने प्रियजनों के नुकसान की ओर धकेल सकती है। कार्यक्रम में ट्रैफिक ASI बिजेंदर गिल ने बताया कि शराब पीने के कारण सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिससे न केवल अपनी जान को खतरा होता है बल्कि दूसरों के लिए भी खतरा बनता है। उन्होंने चेताया कि यदि कोई शराब पीकर ड्राइविंग करता है तो उसे भारी जुर्माना और ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड होने का सामना करना पड़ सकता है।इस अवसर पर एडीजी ऑफिस के PRO सज्जन कुमार ने युवाओं को हर प्रकार के नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम का समापन लुवास की ओर से एचआरएम निदेशक डॉ. राजेश खुराना ने बाहर से आए अतिथियों का धन्यवाद करते हुए किया और आयोजन समिति के हितेश हिंदुस्तानी, संजय तिरंगाधारी , देवेंदर बतरा  व उनकी टीम को इस बेहतरीन कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी।

Thursday, July 25, 2024

July 25, 2024

ताऊ देवी लाल खेल परिसर में हो रहा है शारीरिक मापदंड परीक्षा का आयोजन

ताऊ देवी लाल खेल परिसर में हो रहा है शारीरिक मापदंड परीक्षा का आयोजन
चंडीगढ- हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष श्री हिम्मत सिंह ने बताया कि दूसरे चरण की पीएमटी परीक्षा पंचकूला के ताऊ देवी लाल खेल परिसर में 27 जुलाई तक चलेगी। इसके तहत हर दिन 5000 उम्मीदवारों की शारीरिक मापदंड परीक्षा का आयोजन होगा, जिनकी सूची आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है।श्री हिम्मत सिंह ने बताया कि 16 जुलाई को 2000 उम्मीदवारों का शारीरिक मापदंड परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से इसकी संख्या बढ़ाते हुए अब प्रतिदिन 5000 उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए बुलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा महिला उम्मीदवारों की पीएमटी परीक्षा का आयोजन का कार्यक्रम बाद में जारी किया जाएगा।
पंचकूला के ताऊ देवी लाल खेल परिसर में पीएमटी परीक्षा के लिए आए उम्मीदवारों की भारी भीड़ को देखकर मानो ऐसा प्रतीत होता है कि युवा हरियाणा पुलिस में सेवा करने के लिए उत्साहित हैं।आयोग के चेयरमैन श्री हिम्मत सिंह ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि अंतिम चरण में 1000 महिला पुलिस सिपाही (सामान्य ड्यूटी) के पदों के लिए पीएमटी आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों के जीरकपुर के सिंहपुरा बस स्टैंड से ताऊ देवी लाल खेल परिसर तक आने-जाने की सुविधा के लिए हरियाणा रोडवेज की तरफ से विशेष बस व्यवस्था की गई है। इसके अलावा पंचकूला के देवी नगर की तरफ इंडियन ऑयल पंप के नजदीक पार्किंग व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही पीने के पानी के टैंकर व मोबाइल टॉयलेट भी लगाए गए हैं।      
      
उल्लेखनीय है कि पीएमटी परीक्षा के दौरान हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन श्री हिम्मत सिंह प्रबंधों का स्वयं जायजा लेते हैं और अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी देते हैं।
July 25, 2024

कपास की फसल का मुआवजा के 65 करोड़ किये जारी : कृषि मंत्री

कपास की फसल का मुआवजा के 65 करोड़ किये जारी : कृषि मंत्री
- कृषि यंत्रों की खरीद के लिए अनुदान के दिए 101 करोड़
चंडीगढ़ -  हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री कंवरपाल ने बताया कि खरीफ 2023 के दौरान कपास की फसल को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रभावित किसानों को 65 करोड़ रूपये की राशि जारी की जा रही है। इसके अलावा, कृषि यंत्रों की खरीद के लिए किसानों के बैंक खाते में अनुदान के तौर पर 101 करोड़ रुपए भेजे गए हैं।
उन्होंने आज यहां जारी बयान में बताया कि क्लस्टर -दो  के सात जिलों (अम्बाला, हिसार, गुरुग्राम, जीन्द, करनाल, महेन्द्रगढ़ तथा सोनीपत ) में खरीफ 2023 के दौरान कपास की फसल को नुकसान हुआ था।  इनमें प्रभावित किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए हरियाणा फसल सुरक्षा योजना के तहत लागू की गई थी। वर्तमान में 65 करोड़ रुपये की राशि सीधे तौर पर लगभग 15314 पात्र किसानों के खातों में वित्तीय सहायता के रूप में जारी की जा रही है।
कृषि मंत्री ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत खरीफ 2024 के लिए क्लस्टर-एक में एग्रीकल्चर इंश्योरेंस बीमा कम्पनी द्वारा बीमा किया जा रहा है तथा क्लस्टर -दो में एचडीएफसी एर्गो (HDFC Ergo) व क्लस्टर-तीन में रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी  (Reliance General Insurance Company) द्वारा फसलों को बीमित करने हेतु चयन किया गया है।
श्री कंवर पाल ने यह भी जानकारी दी कि राज्य सरकार पिछले कई वर्षों से फसल अवशेष प्रबंधन हेतु विभिन्न योजनाएं चला रही है। जिनके अंतर्गत किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन हेतु कृषि यंत्र उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। वर्तमान में 101 करोड़ रुपये की राशि सीधे किसानों के खातों में कृषि यंत्रों की खरीद पर दिये जाने वाले अनुदान के रूप में जमा करवाई गई है। इसके अतिरिक्त चालू वित्त वर्ष में राज्य सरकार द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन मशीनों की खरीद पर अनुदान हेतु ऑनलाइन आवेदन विभाग की वेबसाइट पर 4 अगस्त, 2024 तक आमंत्रित किये गये है। जो किसान उक्त योजना में लाभ लेना चाहते है व जल्द से जल्द विभाग की वेबसाइट पर जाकर अपना आवेदन कर सकते है।
कृषि मंत्री ने कहा कि अगर किसान के०सीसी० मे दर्ज फसल को बदल कर अन्य फसल की बुआई करते हैं तो इसकी सूचना अपनी सम्बन्धित बैंक शाखा को दें ताकि सही फसल का बीमा हो सके व किसानों को क्लेम राशि समय पर दी जा सकें। इसके अतिरिक्त जिन किसानों ने बैंकों से फसली ऋण नहीं लिया है वे सभी किसान सी०एस०सी० केन्द्रों पर जाकर अपनी फसलों का बीमा करवा सकते है तथा जो किसान स्वयं अपनी फसलों का बीमा करवाना चाहते है वे किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की वेबसाईट www.pmfby.gov.in पर जाकर अपनी फसलों का बीमा कर सकते हैं ।