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Sunday, June 4, 2023

*10 स्कूलों में एस्ट्रोनॉमी लैब इंस्टॉल की:जुलाई से विद्यार्थी जान सकेंगे खगोल विज्ञान के रहस्य*

*10 स्कूलों में एस्ट्रोनॉमी लैब इंस्टॉल की:जुलाई से विद्यार्थी जान सकेंगे खगोल विज्ञान के रहस्य*। 
जिले के 10 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में स्थापित की गई एस्ट्रोनॉमी लैब में उपकरणों को इंस्टॉल कर दिया गया है। अब गर्मियों की छुटि्टयों के बाद जैसे ही स्कूल खुलेंगे, विद्यार्थियों को खगोल विज्ञान के रहस्य बताए जाएंगे। खगोलीय घटनाओं की गणना के लिए ही हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से आईआईटी इंदौर के सहयोग से हर जिले में ये एस्ट्रोनॉमी लैब खोली गई है।

प्रत्येक ब्लॉक में दो स्कूलों का इसके लिए चयन हुआ है। इन लैब की स्थापना से विद्यार्थी खगोल मंडल में होने वाली घटनाओं को जान सकेंगे। अभी तक खगोलीय रहस्य जानने के लिए विद्यार्थियों को दूसरे जिलों में बनी लैब में ही जाना पड़ता था।

जिले में जिन स्कूलों में लैब स्थापित की हैं, उनमें राजकीय मॉडल संस्कृति व. मा. विद्यालय गढ़ी बोलनी, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बावल, मॉडल संस्कृति स्कूल बोडियाकमालपुर, पीएमश्री पाल्हावास, मॉडल संस्कृति स्कूल पीथड़ावास, राजकीय स्कूल कुंड, मॉडल संस्कृति स्कूल गुडियानी, नाहड़, राजकीय कन्या व. मा. विद्यालय रेवाड़ी व जीएसएसएस काकोड़िया शामिल हैं।

*खगोल विज्ञान में छिपे रहस्य जान सकेंगे विद्यार्थी*

सहायक परियोजना संयोजक हेमंत कुमार ने बताया कि खगोलीय लैब शुरू होने से विद्यार्थियों को काफी फायदा मिलेगा। विद्यार्थी खगोल विज्ञान से जुड़े रहस्य को आसानी से समझ पाएंगे। उनको लैब से आसानी से समझ में आ जाएगा कि हमारे खगोलीय विज्ञान में कैसे-कैसे रहस्य छिपे हैं। इसके साथ ही शिक्षा के स्तर में भी सुधार आएगा। कक्षा 6 से 12वीं के विद्यार्थी चांद-तारे, आकाश गंगा को निहार सकेंगे।

शिक्षकों की ट्रेनिंग भी कराई प्रत्येक स्कूलों के सेलेक्टिड एसएस और साइंस के शिक्षकों को आईआईटी इंदौर के विशेषज्ञों की ओर से एस्ट्रोनॉमी लैब संचालन के लिए ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है। उस ट्रेनिंग में ये बताया गया कि लैब में बच्चों को किस तरह खगोलीय घटनाओं की गणना सिखाएंगे।

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