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Monday, June 5, 2023

*हड्डियां कमजोर होने के 8 संकेत:पीने का पानी भी हो सकता इसकी वजह; हल्दी वाला दूध कितना फायदेमंद*

*हड्डियां कमजोर होने के 8 संकेत:पीने का पानी भी हो सकता इसकी वजह; हल्दी वाला दूध कितना फायदेमंद*
ये फोटो मध्यप्रदेश के भिंड में स्टेशनपुरा गांव के लोगों की है। इस गांव में हड्डियों की बीमारी की वजह से न तो अपनी गर्दन घुमाकर देख सकते हैं न ही जमीन पर बैठ सकते हैं।

गांव का ऐसा कोई घर-परिवार नहीं, जिसमें हडि्डयों की समस्या नहीं। लोगों के पैरों में टेढ़ापन है।

गांव के लोगों काे संदेह है कि उनके यहां का पानी ही खराब है। पानी में कैल्शियम की कमी है, जिससे ये बीमारी फैलती जा रही है।

आज ज्यादातर लोग हड्डियां से जुड़ी बीमारियों को झेल रहे हैं। कई बार शरीर में पोषक तत्व की कमी की वजह से प्रॉब्लम होती है तो कई बार पानी जिम्मेदार होता है।

हड्डियां कमजोर हो रही है, इसकी वजह और उपाय जानेंगे जरूरत की खबर में।

सवाल: हड्डियों का मजबूत होना क्यों जरूरी है?
जवाब: शरीर का पूरा वजन हड्डियों के ढांचे पर टिका होता है इसलिए हड्डियों का मजबूत और हेल्दी होना जरूरी है।

शरीर को सहारा और आकार देने के अलावा हड्डियों का काम दिमाग और लंग्स की सुरक्षित रखना है।

यह मिनरल्स को स्टोर करती हैं। रेड और वाइट ब्लड सेल्स को बनाती हैं।

सवाल: मेरी हड्डियां कमजोर हैं ये मुझे कैसे पता चलेगा? जवाब: उम्र और कई बार बीमारियों की वजह से हड्डियों की मजबूती कम होने लगती हैं। 30 साल के बाद ज्यादातर लोगों का बोन मास (घनत्व) कम हो जाता है। इससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं।

आपका शरीर कुछ संकेत देता है जिससे पता चल सकता हैं कि हड्डियां कमजोर हो रही है। इन्हें पहचानें और इग्नोर न करें। नीचे लगे क्रिएटिव में इसके बारे में जानकारी दी गई है।

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सवाल: हड्डियां किन-किन वजहों से कमजोर हो जाती हैं?
जवाब: खानपान में गलती हमारी हड्डियों को नुकसान पहुंचाती हैं। जिसकी वजह से वे कमजोर हो जाती हैं। जैसे-

खाने-पीने में ज्यादा प्रोटीन लेना।
धूप में कम रहना।
मीठी चीजें ज्यादा खाना।
ज्यादा नमक वाली चीजें खाना।
खूब सोडा और कैफीन पीना।
डेली अल्कोहल लेना।
इनएक्टिव लाइफ स्टाइल जीना यानी खुद को फिट नहीं रखना।
खाने के माध्यम से पर्याप्त कैल्शियम नहीं लेना।
सवाल: अच्छा हड्डियों के कमजोर होने के लिए पानी किस तरह से जिम्मेदार है?
जवाब:

पानी में कैल्शियम की कमी होने से हड्डियां वीक होती हैं।
ग्राउंड वाटर में यूरिया की मात्रा बढ़ने से हडि्डयां कमजोर हो सकती हैं।
पानी में किसी तरह का रेडिएशन होने पर हड्डियों पर इफेक्ट पड़ता है।
पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होती है तो फ्लोरोसिस डिजीज हो जाती है।
सवाल: अभी आपने फ्लोरोसिस डिजीज का जिक्र किया है ये क्या होती है?
जवाब: फ्लोरोसिस हड्डियों की एक डेंजरस बीमारी है। ये बीमारी पीने के पानी की वजह से होती है। पानी में जब फ्लोराइड की मात्रा अधिक होती है और लोग कई सालों तक ऐसे पानी को पीते हैं तो इससे फ्लोरोसिस डिजीज हो जाती है।

फ्लोरोसिस बीमारी के लक्षण

दांत पीले पड़ जाते हैं
मसल्स और हड्डियों में दर्द रहता है
हड्डियां टेढ़ी होने लगती हैं
पीने का पानी चेक करना जरूरी

घर के पानी में फ्लोराइड की मात्रा का टेस्ट कराएं। अगर 1 लीटर पानी में फ्लोराइड 1 एमजी से ज्यादा है तो उस पानी को न पिएं। या फिर RO वॉटर पिएं। टेस्ट करने के लिए मशीन बाजार में मिलती है।

सवाल: अच्छा हड्डियों में कमी होने, कमजोर होने पर कौन सी बीमारी होने का रिस्क रहता है?
जवाब: आमतौर पर नीचे दी गई 6 बीमारियों के होने का रिस्क रहता है।

ऑस्टियोपोरोसिस
अर्थराइटिस
हड्डी का कैंसर
बोन डेंसिटी कम होना
हड्डियों में इन्फेक्शन
बच्चों में रिकेट्स
सवाल: हड्डियों से रिलेटेड प्रॉब्लम क्या जेनेटिक भी होती हैं?
जवाब: इस तरह की बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस हो सकती है। ये बीमारी आनुवांशिक यानी जेनेटिक होती है। जो पीढ़ी दर पीढ़ी जीन के जरिए ट्रांसफर होती जाती है।

ऑस्टियोपोरोसिस में पीठ में दर्द होता है, शरीर का झुका हुआ सा लगने लगता है,

कमजोरी महसूस होती है। साथ ही जरा सी चोट लगने पर हड्डियां बार-बार टूटती हैं।

सवाल: मेरी बहन की हड्डियों से कट-कट की और क्रैकिंग की आवाज आती है, ये क्यों होता है?
जवाब: हड्डियों के जोड़ों या घुटनों पर बने कार्टिलेज घिसने की वजह से क्रैकिंग की आवाज आती है। ये कार्टिलेज कोलेजन से बनते हैं। इस आवाज को मेडिकल की भाषा में क्रेपिटस कहते हैं।

शरीर में कोलेजन की कमी पूरी करने के लिए विटामिन सी युक्त ब्रोकली, पालक, संतरा, नींबू खाना फायदेमंद होता है।

कम उम्र में अगर कट-कट की आवाज आती है तो अलर्ट हो जाएं। डॉक्टर से कंसल्ट करें।

सवाल: क्या एक्सरसाइज करने से भी हड्डियां मजबूत होती हैं?
जवाब: हां बिल्कुल। शरीर को फ्लैक्सिबल बनाने के लिए रोजाना 15 से 30 मिनट तक स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए।

अगर चलते-फिरते या बैठते वक्त हड्डियों से चटकने की आवाज आती है तो किसी भी तरह के हाई इंटेसिटी एक्सरसाइज करने से बचें। इससे हड्डियों के खिसकने और टूटने का डर रहता है।

सवाल: डाइट में किन चीजों को शामिल करना चाहिए?
जवाब: मजबूत हड्डियों के लिए डाइट में इन चीजों को शामिल करें।

सवाल: हल्दी वाला दूध तो हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है, क्या हल्दी का पानी भी फायदेमंद होता है?
जवाब: हल्दी के पानी में करक्यूमिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इससे हड्डियां मजबूत होती हैं। हड्डियों से रिलेटेड बीमारियों से बचाव होता है। साथ ही बॉडी के टॉक्सिन्स दूर होते हैं।

इस पानी में पोटैशियम, फाइबर्स और कैल्शियम होता है। जोकि हार्ट की बीमारियों से बचाने और डाइजेशन ठीक रखने में मदद करता है। यह हेल्दी बालों और स्किन के लिए बेहद फायदेमंद है।

सवाल: कब और कैसे पीना चाहिए हल्दी का पानी?
जवाब: रोज सुबह खाली पेट इस पानी को पीने से बोन्स स्ट्रॉन्ग होती हैं। इससे मसल्स और दांत भी मजबूत होते हैं।

हल्दी का पानी को बनाने का तरीका

एक गिलास गुनगुने पानी में दो चुटकी हल्दी पाउडर मिला कर चम्मच से हिलाएं और आराम से पिएं।

डॉ. अनिल अरोड़ा, सीनियर डायरेक्टर और यूनिट हेड, मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, दिल्ली
डॉ बीरेन नादकर्णी, सीनियर ऑर्थोपेडिक कंसल्टेंट और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन, होली फैमिली हॉस्पिटल, दिल्ली
डॉ. विजय सिंह, आर्थौपेडिक सर्जन, राजीव गांधी हॉस्पिटल, दिल्ली
चलते-चलते

गुड़ और भुना चना कैल्शियम का अच्छा स्रोत है। इसे खाने से जोड़ों को मजबूती मिलती है।
रोजाना खाली पेट अखरोट जरूर खाएं। अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। जो जॉइंट में चिकनापन लाने में मदद करता है।

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