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Thursday, June 8, 2023

खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जताया आभार

खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जताया आभार
चंडीगढ़- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज नई दिल्ली में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में विपणन सीजन 2023-24 के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी करने के निर्णय के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। यह निर्णय किसानों की आय दोगुनी करने की सरकार की वचनबद्धता की दिशा में एक और कदम है।
इस बारे एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि धान (कॉमन) का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,040 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2,183 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। जबकि ए-ग्रेड धान का एमएसपी 2,060 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2,203 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। मूंग दाल के मूल्य में भी उल्लेखनीय वृद्धि की गई है, इसका एमएसपी 7,755 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 8,558 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि बाजरा का एमएसपी 2,350 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2,500 रुपये प्रति क्विंटल, रागी का एमएसपी 3578 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 3846 रुपये प्रति क्विंटल, मक्का का एमएसपी 1962 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2,090 रुपये प्रति क्विंटल, अरहर का एमएसपी 6600 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 7,000 रुपये प्रति क्विंटल, उड़द का 6600 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 6950 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है।
इसी प्रकार, मूंगफली का एमएसपी 5850 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 6377 रुपये प्रति क्विंटल, सूरजमुखी का एमएसपी 6400 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 6760 रुपये प्रति क्विंटल, सोयाबीन का एमएसपी 4300 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 4600 रुपये प्रति क्विंटल, कॉटन (मीडियम स्टेपल) का एमएसपी 6080 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 6620 रुपये प्रति क्विंटल, कॉटन (लॉन्ग स्टेपल) का एमएसपी 6380 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 7020 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र सरकार पिछले कई वर्षों से रबी व खरीफ की दोनों फसलों का बुआई सीज़न आरंभ होने से पहले ही न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करती है। सरकार के इस कदम से किसानों के पास यह विकल्प होता है कि उन्हें किस फसल की बुआई करने से अधिक मुनाफा हो सकता है।

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