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Thursday, June 8, 2023

*आवागमन में वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा:शाहाबाद में किसानाें पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में उचाना में किया रोड जाम*

*आवागमन में वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा:शाहाबाद में किसानाें पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में उचाना में किया रोड जाम*
शाहाबाद में किसानाें पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में उचाना में किया रोड जाम|
उपमंडल कार्यालय के सामने रोड जाम करते हुए किसान।
शाहाबाद में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में उपमंडल कार्यालय के सामने बुधवार को किसानों ने रोड जाम किया। इससे वाहनों की लाइन लग गई। 15 मिनट लगे जाम से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जाम की सूचना मिलने पर डीएसपी संदीप कुमार, थाना प्रभारी रविंद्र धनखड़ पहुंचे और जाम को खुलवाया। अनीता सुदकैन ने कहा कि फसल का एमएसपी मांग रहे किसानों पर लाठीचार्ज किया गया। सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है।

उपमंडल कार्यालय में धरना दे रहे किसानों ने भी शाहाबाद में हुए लाठीचार्ज का विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उपमंडल कार्यालय के गेट के पास हाइवे पर पुतला जलाकर रोष प्रकट किया। एसडीएम रोहित कुमार के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया गया। धरना संयोजक आजाद पालवां ने कहा कि सूरजमुखी की फसल के एमएसपी के भाव को लेकर किसानों ने रोड जाम किया हुआ था। किसानों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया।

इससे काफी किसानों को चोट भी आई है। कई किसानों को गिरफ्तार किया गया है। किसानों को अपनी फसल का एमएसपी भाव लेने के लिए सड़क पर आना पड़ रहा है। जवान, किसान, खिलाड़ी, व्यापारी, कर्मचारी हर किसी के खिलाफ सरकार आज है। जो किसान गिरफ्तार किए गए है उनको जल्द से जल्द रिहा किया जाए। इस मौके पर सतपाल करसिंधु, जोधाराम, सिक्किम सफा खेड़ी, वीरेंद्र, लीला माजरा मौजूद रहे।

"सूरजमुखी का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित हो'

हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा, किसान सभा व मजदूर संगठन सीटू की बैठक लघु सचिवालय के समीप हुई। सीटू जिला सचिव कपूर सिंह एवं मजदूर नेता रमेश चंद ने बताया कि शाहाबाद और अम्बाला मौड़ी मंडी में सूरजमुखी उत्पादक किसानों पर किए गए पुलिस दमन की कड़ी निंदा की है।

सूरजमुखी के न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग पर किसान शांतिपूर्ण ढंग से सड़क पर प्रतिरोध कर रहे थे। जबकि सरकार समर्थन मूल्य की बजाय भावांतर प्रणाली थोप रही है। जो एमएसपी को अंतत: खत्म करने की चाल है। भावांतर आई के तहत किसानों को सूरजमुखी पर प्रति क्विंटल एक हजार रुपए का घाटा होना निश्चित है।

उन्होंने बताया कि एक तरफ उत्पादन खर्च बढ़ने और समर्थन मूल्य न दिए जाने से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। सरकार द्वारा सूरजमुखी का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित हो। पुलिस कार्रवाई की भर्त्सना करते हुए सभी गिरफ्तार किसान नेताओं और किसानों को तुरंत रिहा करने की मांग की है। बैठक की अध्यक्षता संयुक्त किसान मोर्चा व किसान सभा के राज्य प्रधान फूल सिंह श्योकंद ने की।

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