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Wednesday, July 12, 2023

*करनाल में यमुना किनारे बसे गांवों में बाढ़ जैसे हालात:गढ़पुर टापू के बाद समसपुर गांव में टूटा बांध, घर-फसल जलमग्न, सेना पहुंची*

*करनाल में यमुना किनारे बसे गांवों में बाढ़ जैसे हालात:गढ़पुर टापू के बाद समसपुर गांव में टूटा बांध, घर-फसल जलमग्न, सेना पहुंची*
गांव गढ़पुर टापू में झोपड़ियों में घुसा पानी।
करनाल के इंद्री ब्लॉक में गढ़पुर टापू का यमुना बांध अब तक ठीक नहीं हुआ था कि मंगलवार देर रात करीब 1 बजे गांव समसपुर के पास एक और बांध टूट गया। इस बांध के टूटने से कई और गांवों में पानी पहुंच गया है। यमुना में लगातार पानी छोड़े जाने से इंद्री इलाके में तबाही का मंजर बना हुआ है। यमुना से सटे करीब 36 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। नावों से लोगों तक राहत सामग्री भेजी जा रही है।

दूसरी और इंद्री, कुंजपुरा व घरौंडा इलाके में पानी में डूबने से हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। शासन और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और लोगों की हर संभव मदद कर रहे हैं।
पहाड़ों में हो रही बारिश से नदियों का पानी हथनी कुंड बैराज तक पहुंच रहा है और बैराज से पानी को थोड़ा थोड़ा कर छोड़ा जा रहा है। अगर बीच में बैराज न हो तो नदियां अपने किनारों को तोड़कर गांवो में तबाही मचाए
गांव समसपुर में बांध टूटने के बाद गांव में घुसे पानी का दृश्य।
गांवों में सेना ने संभाला मोर्चा
गांव गढ़पूर टापू के पास करीब 100 फीट बांध टूटने से पानी गांव गढ़ीबीरबल, लबकरी, गढ़पूर टापू सहित करीब 3 दर्जन गांवों में घुस गया। हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गई। स्थिति को देखते हुए सेना ने आकर मोर्चा संभाला। कहीं पर घर गिर चुके हैं तो किसी की झोपड़ी ही पानी में डूब चुकी है। खाने का सामान भी बर्बाद हो चुका है। चारों तरफ पानी ही पानी है। लोग साफ पीने के पानी के लिए भी तरस रहे हैं।

समसपुर गांव में टूबे मकान का दृश्य। 
प्रशासन ने तीन नाव भेजी, एक खराब
प्रशासन द्वारा 3 नाव नंगली पुल पर भेजी गई, लेकिन एक नाव दो दिन से खराब खड़ी है। बांध के टूटने से पशुओं का चारा खराब हो गया। पानी सड़कों को अपने साथ बहा कर ले जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा नाव के सहारे बाढ़ क्षेत्र से लोगों को निकाल कर अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।

*गांव चंद्राव में घरों में घुसे पानी का दृश्य।* 

कोई नहीं पहुंच पाया घर तो किसी का डूबा आशियाना
सैयद छपरा के किसान नबाव रविवार को करनाल सब्जी मंडी में आम बेचने के लिए गया था। सोमवार सुबह लौट कर आया तो उनके इलाके में बाढ़ आ चुकी थी। वह इधर उधर रात गुजार रहा है। नाव नही हैं इसलिए घर भी नहीं जा पाया। गांव डेरा हलवाना निवासी महिला गुरदेव कौर ने बताया कि सुबह अचानक पानी आने से उनकी झोपड़ियां पानी में डूब गई। झोपड़ियों में रखा सारा सामान खराब हो गया, काफी सामान पानी में बह गया।

हथिनी कुंड बैराज में पानी की स्थिति
आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार सुबह नौ बजे तीन लाख 20 हजार क्यूसेक, दस बजे तीन लाख 44 हजार क्यूसेक, 11 व दोपहर 12 बजे 3 लाख 59 हजार क्यूसेक, एक बजे तीन लाख क्यूसेक, दो व तीन बजे दो लाख 59 हजार, शाम चार बजे दो लाख 49 हजार क्यूसेक, शाम 6 बजे 2 लाख 44 हजार क्यूसेक पानी दर्ज किया गया।

गांव गढ़ी बीरबल में घरों में घुसे पानी का दृश्य। 
गर्भवती को रेस्क्यू कर पहुंचाया अस्पताल
NDRF की टीम द्वारा बाढ़ क्षेत्र से एक बीमार व्यक्ति को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं कमालपूर गडरियान निवासी एक गर्भवती महिला को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंंचाया।

बांध का मरम्मत कार्य जारी
करनाल के DC अनीश यादव का कहना है कि कल शाम करीब 7 बजे प्रशासन को गढ़पुर टापू में यमुना के बांध के टूटने की सूचना मिली थी। सूचना मिलने उपरांत शीघ्र ही बांध की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया था। अधिकारी मौके पर ही मौजूद हैं और बांध की मरम्मत का कार्य तेज गति से जारी है।

स्थिति को देखते हुए अंबाला मिलिट्री कैंप से आर्मी को मदद के लिए बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि पानी का बहाव काफी ज्यादा है। इस पर नियंत्रण पाने के लिए एक एक्शन प्लान तैयार किया गया है और उसकी मैपिंग भी कर ली गई है।
गांव कलसोरा से दूसरे गांव में जाते यमुना के पानी का दृश्य।
इंद्री में सांसद संजय भाटिया, विधायक रामकुमार कश्यप व घरौंडा में हरविंद्र कल्याण ने किया दौरा
घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण ने यमुना से सटे कई गांवों का दौरा किया और अधिकारियों को निर्देश जारी किए। वही मंगलवार को सांसद संजय भाटिया और इंद्री विधायक रामकुमार कश्यप ने बाढ़ क्षेत्र के गांव का जायजा लिया। सांसद व विधायक कश्यप ने कहा कि वह मुख्यमंत्री से मांग करेंगे कि किसानों की बाढ़ के कारण खराब हुई फसलों का अधिक से अधिक मुआवजा दिया जाए।

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