Breaking

Saturday, July 15, 2023

*रणदीप सुरजेवाला ने बाढ़ पर CM-डिप्टी सीएम को घेरा:कैथल में बोले-ये हेलिकॉप्टर से उतर सड़क पर चलते तो ये न देखना पड़ता*

*रणदीप सुरजेवाला ने बाढ़ पर CM-डिप्टी सीएम को घेरा:कैथल में बोले-ये हेलिकॉप्टर से उतर सड़क पर चलते तो ये न देखना पड़ता*
कैथल में बोले-ये हेलिकॉप्टर से उतर सड़क पर चलते तो ये न देखना पड़ता|
कैथल के गुहला में बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का दोरा करते हुए रणदीप सुरजेवाला।
हरियाणा के कैथल में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार गुहला हलके के बाढ़ ग्रस्त इलाकों में दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से बातचीत भी की। सुरजेवाला ने बाढ़ आने के कारण पर सरकार पर अनदेखी व लापरवाही करने का आरोप लगाया।

सुरजेवाला ने कहा कि बाढ़ के कारण आधे प्रदेश में त्राहि-त्राहि मची है। कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुना नगर, करनाल, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद समेत प्रदेश के 12 जिले और 100 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। 21 लोग मौत के शिकार हो गए। हजारों लोगों को घर और गांव छोड़ क़र दूसरी जगह शरण लेनी पड़ी है।

गुहला क्षेत्र में बाढ़ के हालात का जायजा लेते हुए रणदीप सुरजेवाला।
प्रदेश में साढ़े तीन एकड़ से अधिक कृषि भूमि बाढ़ की चपेट में है। सैकड़ों-हजारों मवेशी बाढ़ में बह गए। किसान के हजारों ट्यूबवेल खत्म हो गए। हजारों घर जलमग्न हैं। किसानों का सारा सामान व खेती-बाड़ी के उपकरण खत्म हो गए हैं। कई प्रांतीय राजमार्ग व जिला तथा गांव की सड़कें बाढ़ के पानी के नीचे डूबी हैं, वह यातायात पूरी तरह से बंद है।

सुरजेवाला ने कहा कि बाढ़ की इस विनाश लीला के लिए सरकार की 9 साल की अनदेखी व लापरवाही जिम्मेदार है। अगर सीएम व डिप्टी सीएम 9 साल से हेलिकॉप्टर से उतर कर सडक पर चल रहे होते, तो हरियाणा प्रदेश को ये दिन न देखने पड़ते। पिछले नौ सालों में यमुना नदी, घग्घर, सरस्वती और मारकंडा के तट बांध पक्के नहीं किए।

हर बारिश से पहले ‘फ्लड कंट्रोल बोर्ड’ की मीटिंग कर मुख्यमंत्री व सरकार संभावित बाढ़ की रोकथाम का जायजा भी लेते हैं, फ्लड रोकथाम प्लान को लागू करने का निर्णय भी करते हैं तथा बाकायटा बजट भी एलोकेट होता है। दो महीने पहले ही सारे काम हो लागू होने की मॉनिटरिंग होती है। पर ऐसा कुछ हुआ ही नहीं।

No comments:

Post a Comment