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Saturday, July 15, 2023

रोहतक में सरपंच और चीफ इंजीनियर भिड़े:ड्रेन का निरीक्षण करने पहुंचे थे; ग्रामीणों ने कागजों में ही सफाई होने के आरोप लगाए

रोहतक में सरपंच और चीफ इंजीनियर भिड़े:ड्रेन का निरीक्षण करने पहुंचे थे; ग्रामीणों ने कागजों में ही सफाई होने के आरोप लगाए 
रोहतक में ड्रेन की सफाई व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर और सरपंच आपस में भिड़ गए। दोनों के बीच तनातनी का माहौल रहा और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। काफी समय तक हंगामे की स्थिति बनी रही। सरपंच ने ड्रेन की सफाई न होने का आरोप लगाते हुए कहा कि कागजों में ही सब कुछ होता है। वहीं चीफ इंजीनियर ने कहा कि सफाई चल रही है।

जानकारी के अनुसार, शनिवार को इरिगेशन विभाग के चीफ इंजीनियर बिजेंद्र नारा ने ड्रेन की सफाई व्यवस्था जांची। इस दौरान वे गांव खरकड़ा, रोहतक से हिसार रोड क्रॉसिंग, आरडी-860000 महम ड्रेन (बहलबा लिंक ड्रेन का आउटफॉल), गांव बहलबा RD-81 महम ड्रेन खरकड़ा से बहलबा रोड क्रॉसिंग, गांव बैंसी 138350 महम ड्रेन, गोहाना से लाखनमाजरा रोड क्रॉसिंग व 152डी से नारनौल सर्कल की ओर सफाई को जांचने के लिए पहुंचे।
*कागजों में होती है ड्रेन की सफाई*

गांव बलंभा के सरपंच कुलदीप राठी ने कहा कि पहली बार चीफ इंजीनियर यहां आए हैं, नहीं तो ड्रेन की सफाई कागजों में हो जाती है। बड़ी मुश्किल से ड्रेन सफाई का 5-10 प्रतिशत लाभ ही गांव को मिलता है। 90 प्रतिशत कागजों में ही खप जाता हैव सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर

सरपंच का आरोप- चीफ इंजीनियर सुनने को तैयार नहीं
सरपंच ने कहा कि चीफ इंजीनियर निरीक्षण की पहले सूचना मिलती तो वे गांव में मुनादी करवाते और ग्रामीण यहां पहुंचकर अपनी समस्याएं भी रखते, लेकिन उन्हें पहले सूचना नहीं दी गई। सूचना नहीं मिलने के कारण गांव के लोग नहीं पहुंच पाए। चीफ इंजीनियर बात सुनने के लिए भी तैयार नहीं हैं। अपनी बातों के पुलिंदे झाड़ रहे हैं।
*हर साल 6 गांव की फसल होती है बर्बाद*

सरपंच कुलदीप राठी ने कहा कि ड्रेन की सफाई नहीं होने के कारण 6 गांवों की फसल हर साल बर्बाद होती है। जो भी ड्रेन की सफाई का टेंडर लेता है, वह रोड के साथ-साथ सफाई करता है। लेकिन कागजों में पूरी ड्रेन की सफाई दिखाई जाती है। एक बरसात में हालत खराब है, अगली बारिश में यह ओवरफ्लो हो जाएगी।
ड्रेन की सफाई व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर बिजेंद्र नारा

ड्रेन के अंदर केवल 40 प्रतिशत काम हुआ
चीफ इंजीनियर बिजेंद्र नारा ने कहा कि महम ड्रेन का निरीक्षण किया। यहां जांच की तो पाया कि सफाई का काम अभी बचा हुआ है। अधिकारियों ने सूचना दी थी कि यहां 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। गांव वालों की आशा थी कि ड्रेन के अंदर का काम 60 प्रतिशत हो चुका है। निरीक्षण में पाया कि अंदर का काम केवल 40 प्रतिशत ही हुआ है। हालांकि अधिकारी जो 20 प्रतिशत अतिरिक्त काम बता रहे हैं, वह बाहर का होगा।
25 जुलाई तक पंपों की होगी दोगुनी क्षमता

उन्होंने कहा कि इस वर्ष कहीं भी जलभराव नहीं होने देंगे। पंप की क्षमता 25 जुलाई तक दोगुनी कर दी जाएगी। पंप के लिए बेलदार व पंप ऑपरेटर आदि की मैन पॉवर देनी होती है, उसके लिए मुख्यालय से एसई को आदेश आ चुके हैं। एक्सईएन को मैन पावर लगाने की अनुमति दी जाए ताकि काम तेजी से हो सके।
*सरपंच हुए आक्रामक*

चीफ इंजीनियर बिजेंद्र नारा सरपंच के साथ हुई बहस पर कहा कि सरपंच गांव के तालाब ओवरफ्लो होने को लेकर आक्रामक था, जबकि सरकार की तरफ से एक आदेश है कि सभी सरपंच बिजली निगम से एक कनेक्शन लें। वहीं सिंचाई विभाग द्वारा उन्हें मोटर मुहैया करवाई जाएगी। अगर पानी को ड्रेन या चैनल में डालना होगा तो उसके लिए पाइप की व्यवस्था भी सिंचाई विभाग ही करेगा।

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