जिले में 102 कर्मचारी संभालेंगे 252 का काम
कर्मचारियों कम संख्या को देखते हुए आठ की बजाए 12 घंटे की ड्यूटी की निर्धारित
गाडिय़ों का मुख्यालय से जाने में समय बर्बाद न हो, इसके चलते मुख्य रास्तों पर किया जाएगा अलर्ट
जींद : गेहूं कटाई का काम अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में शुरू हो जाएगा। इस सीजन में खेतों में खड़ी फसलों में लगने वाली आग के मामलों में भी इजाफा हो जाता है। हर वर्ष दर्जनों ऐसे मामले सामने आते हैं। जिसमें आगजनी के कारण किसानों की मेहनत राख में तबदील हो जाती है। ऐसे में यह समय अग्निशमन विभाग के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है।
स्टॉफ की कमी, साजो-सामान की कमी पानी के लिए वॉटर सोर्स की कमी फायर बिग्रेड विभाग की चुनौतियों में इजाफा ही कर रही हैं। आग की घटनाओं से निपटने के लिए अग्निशमन विभाग के पास जिले में गाडिय़ों की कमी के साथ स्टाफ की भी भारी कमी है। नियमानुसार एक गाड़ी पर एक छह कर्मियों की जरूरत एक शिफ्ट में होती है। जिले में अग्निशमन विभाग के पास 14 गाडिय़ां है। इन सभी गाडिय़ों पर एक शिफ्ट में 84 कर्मचारियों की जरूरत होती है। सामान्य तौर पर तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगती है। अगर तीन शिफ्टों में काम करें तो जिले में 252 कर्मचारियों की जरूरत है। विभाग के पास फिलहाल 102 कर्मचारी काम संभाले हुए हैं। फसलों की कटाई के समय को देखते हुए सभी फायर कर्मियों की छुट्टियां रद्द करके ड्यूटी का समय आठ की बजाए 12 घंटे किया जाएगा। प्रत्येक कर्मचारी की ड्यूटी का समय चार घंटे बढ़ाने के बाद काफी हद तक राहत मिलेगी। इसक अतिरिक्त छुट्टी पर गए कर्मियों को भी ऑन कॉल ड्यूटी के लिए अलर्ट किया जाएगा ताकि आगजनी से निपटने में कोई कोताही न बरती जाए। जिले में पांच गाडिय़ों की मांग की हुई है। फिलहाल नई गाडिय़ां नहीं मिली। पहले जिले में 18 गाडिय़ां थी लेकिन चार गाडिय़ों की आयु सीमा पुरी होने के कारण एनसीआर से बाहर भेजी गई हैं। इसके चलते फिलहाल 14 गाडिय़ों से व्यवस्था संभाली जाएगी।
*गत वर्ष भी हुई थी आगजनी की घटनाएं*
पिछले वर्ष भी गेहूं में आगजनी की जिले में काफी घटनाएं हुई थी। इनमें सैंकड़ों एकड़ फसल राख में तबदील हुई थी। इस वर्ष इस तरह की घटनाएं न होंए इसके लिए फायर बिग्रेड की तैयारियां तो पूरी हैंए मगर अभाव के चलते फायर बिग्रेड अपने मिशन पर कितना सफल होती है ये देखने वाली बात होगी।
*प्रत्येक खंड में तैनात की जाएगी गाड़ी*
विभाग के पास भले ही गाडिय़ां, कर्मचारी व अन्य संसाधनों की कमी है लेकिन व्यवस्थाएं बनाने में विभाग ने पिछले वर्ष भी बेहतर काम किया था। इस वर्ष भी यही योजना आगजनी से निपटने की बनाई जाएगी। बीते वर्ष प्रत्येक खंड के उन चौकों पर गाडिय़ों को तैनात किया गया था। जहां से किसी भी क्षेत्र में जाने के लिए शहर पार न करना पड़े। सूचना के 10 मिनट बाद गाड़ी घटनास्थल पर पहुंचाई गई थी।
सभी कर्मचारियों से अतिरिक्त ड्यूटी ली जाएगी : सुखबीर यादव
जिला अग्रिशमन अधिकारी सुखबीर सिंह ने बताया कि सभी कर्मचारियों से अतिरिक्त ड्यूटी ली जाएगी। छुट्टी के बावजूद भी ऑन कॉल अलर्ट रहेंगे। जिले का दौरा कर उन स्थानों को चिन्हित किया जाएगा। जहां से गाडिय़ों को घटना के समय आसानी से निकाला जा सके। किसानों की फसल को आगजनी से बचाना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है। जितने भी संसाधन हैं, उनके माध्यम से हर घटना से निपटने की तैयारी की जाएगी।
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