Breaking

Wednesday, June 3, 2020

हरियाणा संस्कृत अकादमी व श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र के सयुंक्त तत्वावधान में अकादमी भवन में ‘संस्कृत, संस्कृति एवं स्वास्थ्य संरक्षण’ विषय पर एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया

चंडीगढ़, 3 जून- हरियाणा संस्कृत अकादमी व श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र के सयुंक्त तत्वावधान में आज यहां अकादमी भवन में ‘संस्कृत, संस्कृति एवं स्वास्थ्य संरक्षण’ विषय पर एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 500 लोगों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर संगोष्ठी में श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के कुलपति डॉ. बलदेव धीमान ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की जबकि अध्यक्षता हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. सोमेश्वर दत्त शर्मा ने की।
डॉ. धीमान ने वर्तमान परिस्थितियों में संस्कृत, संस्कृति एवं स्वास्थ्य संरक्षण के बारे में विस्तार से अपने विचार रखे और कहा कि संस्कृति एवं स्वास्थ्य का परस्पर गहरा संबंध है। अकादमी के निदेशक डॉ. सोमेश्वर दत्त शर्मा ने सम्बन्धित विषय पर चर्चा करते हुए बताया कि वर्तमान समय में सम्पूर्ण विश्व कोरोना जैसी महामारी से त्रस्त है। उन्होंने बताया कि योग आदि उपायों व संतुलित आहार से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा सकती है। महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय मुन्दड़ी, कैथल के कुलसचिव प्रो. यशबीर सिंह ने सारस्वत अतिथि के रूप में भागीदारी करके संस्कृत भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला। राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय साहा, अम्बाला के संस्कृत विभागाध्यक्ष, डॉ. सुखबीर सिंह शास्त्री द्वारा मुख्य वक्तव्य दिया गया। भक्त फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय खानपुर कलां, सोनीपत के प्रो. नरेश भार्गव ने प्रमुख वक्ता के रूप में आयुर्वेद पर अपने विचार रखे। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के शोधार्थी रविदत्त शर्मा ने इस संगोष्ठी का शुभारम्भ वैदिक मंगलाचरण से किया।

No comments:

Post a Comment