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Wednesday, July 1, 2020

आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता हुआ चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय

जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) पूरी दुनिया कोरोना संकट काल से गुजर रही है इसके चलते जीवन शैली में बदलाव लाना मजबूरी के साथ-साथ समय की जरूरत भी है इसके लिए हमें  चुनौतियों में ही  अवसरों को ढूंढना है। भविष्य में हम सबको फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दैनिक काम निपटाने होंगे और बहुत सारे काम ऑनलाइन करने होंगे इसी को ध्यान में रखते हुए जींद के चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय ने डिजिटल प्लेटफॉर्म की तरफ एक कदम और बढ़ाते हुए  वर्चुअल क्लासरूम सिस्टम एवं विश्वविद्यालय का अपना यूट्यूब चैनल शुरू करने का फैसला लिया है यह जानकारी सीआरएसयू जींद के कुलपति महोदय प्रोफेसर आरबी सोलंकी ने पत्रकार वार्ता में दी। कुलपति प्रो आरबी सोलंकी जानकारी साझा करते हुए बताया कि शुरुआती दौर में है यूट्यूब चैनल विज्ञान विषय पर फोकस करेगा जिस का संचालन आई.क्यू. ए .सी करेगा। चैनल के महत्व प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि चैनल से शिक्षा कक्षा कक्ष से निकलकर विश्व पटल पर आ जाएगी इससे ना केवल चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को लाभ होगा बल्कि विश्व के किसी भी कोने में बैठा स्टूडेंट टीचर या फिर सामान्य विषय का जिज्ञासु व्यक्ति भी इसका लाभ उठा सकता वह भी बिल्कुल मुफ्त। प्रोफेसर सोलंकी ने कहा कि इसका लाभ आने वाली पीढ़ीया भी लेती रहेंगी। उन्होंने बताया कि इस चैनल के माध्यम से जींद विश्वविद्यालय के टीचर फैकल्टी के अलावा देश के अन्य विषय विशेषज्ञ भी जोड़ा जाएगा। विश्वविद्यालय मकसद है कि इस चैनल के माध्यमिक शिक्षा को वैश्विक स्तर पर डिजिटल फॉर्मेट में लाना है ताकि शिक्षा के ज्यादा ज्यादा प्रचार हो सके इस चैनल को जल्दी से जल्दी पॉपुलर करके यूट्यूब के माध्यम से इस चैनल पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों के पर प्रायोजक के माध्यम से निधि इकट्ठा करेगा ।इसका उपयोग चैनल को और बेहतर बनाने में किया जाएगा जिससे यह कदम विश्वविद्यालय को आत्मनिर्भरता की तरफ लेकर जायेगा। इस चैनल की खास बात यह भी होगी कि इस पर पोस्ट होने पर कंटेंट संबंधित विषय विशेषज्ञ द्वारा प्रमाणित होगा । अमूमन यूट्यूब चैनलों पर प्रसारित कंटेंट प्रमाणिक नहीं होता है विषय वस्तु के बेहतरीन प्रस्तुति हेतु इस क्षेत्र में काम करने वाले विशिष्ट एजेंसी से करार किया है। गुणवत्ता आधारित  शिक्षा से जींद विश्वविद्यालय का नाम हरियाणा प्रदेश के बड़े विश्वविद्यालयों में गिना जाने लगा है। उन्होंने प्रभावी तरीके शिक्षण कार्य  करने के लिए वर्चुअल क्लास रूम के विषय में बताया कि  अध्यापक एवं विद्यार्थियों को पढ़ने और पढ़ाने की  ट्रेनिंग  विश्वविद्यालय की ओर से दी जाएगी इस क्लास में विद्यार्थी अपने शिक्षकों से प्रश्नों के माध्यम से संदेह दूर कर सकता है। विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रोफेसर राजेश पुनिया ने कहा कि यूट्यूब चैनल एवं वर्चुअल क्लासरूम सिस्टम के द्वारा शिक्षण वास्तविक कक्षा से ज्यादा अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि विदेशों से जुड़े एक्सपर्ट के व्याख्यान भी इस चैनल पर डाले जाएंगे जिससे सूचना एवं ज्ञान गुणवत्ता आधारित विद्यार्थियों को प्रदान की जाएगी।  डीन ऑफ एकेडमिक अफेयर्स प्रोफेसर एसके सिन्हा विश्वविद्यालय कुलपति एवं कुलसचिव का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन से विश्वविद्यालय शिक्षा खेल के साथ साथ  शोध के क्षेत्र में निरंतर  अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की पहचान बना रहा है। इस दौरान मुख्य रूप  सहायक निदेशक आइ.क्यू. ए.सी डॉ निशा भी मौजूद रही।

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