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Monday, July 27, 2020

कुछ तो गड़बड़ है : प्रदेश में 6 माह में 3 लाख मतदाता बढ़े, अब 4 माह में 1.21 लाख घटे, अधिकारी बोले- घर-घर जाकर करते हैं सर्वे

कुछ तो गड़बड़ है : प्रदेश में 6 माह में 3 लाख मतदाता बढ़े, अब 4 माह में 1.21 लाख घटे, अधिकारी बोले- घर-घर जाकर करते हैं सर्वे


चंडीगढ : प्रदेश में विधानसभा चुनाव के वक्त करीब 3 लाख मतदाता बढ़ने के बाद मात्र 4 माह में ही करीब सवा लाख मतदाता घट गए हैं। हालांकि वोटर कैसे बढ़े और कैसे घटे, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। चुनाव आयोग के अधिकारी भी यही कह रहें हैं कि हम घर-घर सर्वे कराकर वोट बनाते हैं, सबकुछ ठीक होने पर ही पहचान पत्र बनता है। पिछले साल अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव के बाद फरवरी में ड्राफ्ट जारी किया गया था।
इस ड्राफ्ट में विधानसभा चुनाव के वोटर संख्या की अपेक्षा 1.21 लाख मतदाता घट गए हैं। हालांकि फाइनल ड्राफ्ट अभी आना बाकी है, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि अप्रैल-मई, 2019 के बाद से अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव के लिए बनी फाइनल मतदाता सूची में 3 लाख से ज्यादा मतदाता बढ़े थे। उस वक्त सीईओ कार्यालय के अधिकारियों ने खूब मेहनत कर हर वोटर का पहचान पत्र बनाने का दावा किया गया था, लेकिन अक्टूबर-2019 और फरवरी-2020 के बीच अर्थात चार माह में हरियाणा के कुल मतदाताओं की संख्या एक लाख 21 हजार465 घटने हैरत करने वाली है। 

ऐसे घटते-बढ़ते रहे हरियाणा में मतदाता


सीईओ कार्यालय से सभी जिलों में कुल रजिस्टर्ड मतदाताओं की संख्या अनुसार इस वर्ष एक जनवरी की योग्यता तिथि को आधार मानते हुए 10 फरवरी को ड्राफ्ट जारी किया गया। इसके अनुसार प्रदेश में मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 82 लाख 60 हजार है। इनमें 98 लाख 12 हजार 35 पुरुष और 84 लाख 56 हजार 772 महिला मतदाता है। जबकि जबकि मतदाता 253 ट्रांसजेंडर है।

करीब 9 माह पहले अक्टूबर-2019 में जब हरियाणा विधानसभा के 13वें आम चुनाव हुए उस वक्त 4 अक्टूबर को प्रकाशित प्रदेश के मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 83 लाख 90 हजार 525 थी, जिनमें 98 लाख 78 हजार 42 पुरुष व 85 लाख 12 हजार 231 महिला और 252 ट्रांसजेंडर मतदाता थे।

करीब सवा साल पहले अप्रैल-मई 2019 में हुए 17 वीं लोकसभा आम चुनावों के दौरान 23 अप्रैल को प्रकाशित मतदाताओं के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राज्य में इनकी संख्या एक करोड़ 80 लाख 56 हजार 896 हो गई थी। इनमें 97 लाख 16 हजार 516 पुरुष व 83 लाख 40 हजार 173 महिला और 207 ट्रांसजेंडर मतदाता थे।

खास बात

अप्रैल 2019 से अक्टूबर 2019 अर्थात करीब 6 माह में मतदाताओं की संख्या 3 लाख 33 हजार 629 बढ़ गई थी।

अक्टूबर-2019 और फरवरी-2020 के मध्य अर्थात चार माह में हरियाणा के कुल मतदाताओं की संख्या एक लाख 21 हजार और 465 घट गई है।

बरोदा विधानसभा में भी घट गए 1689 मतदाता


अभी बरोदा उपचुनाव होने हैं। 10 फरवरी के ड्राफ्ट इस विधानसभा क्षेत्र में में एक लाख 76 हजार 305 मतदाता हैं, जिसमें 96 हजार 889 पुरुष और 79 हजार 416 महिला मतदाता हैं। अक्टूबर, 2019 विधानसभा आम चुनावों में यहां एक लाख 77 हजार 994 मतदाता थे। अप्रैल 2019 लोकसभा आम चुनावों के आंकड़ों के अनुसार उस वक्त इस सीट पर एक लाख 75 हजार 949 मतदाता थे, जो पहले 6 महीने में 2045 बढ़े और फिर चार माह के दौरान 1689 कम हो गए हैं।

बड़ा सवाल- कुछ माह में कैसे घट-बढ़ सकते हैं लाखों मतदाता अप्रैल माह में जारी होगी फाइनल सूची : सीईओ


प्रदेश में फरवरी में ड्राफ्ट जारी किया था, जिस पर ऑब्जेक्शन मांगे हुए हैं। अप्रैल में फाइनल सूची जारी करनी थी। परंतु कोरोना की वजह से ऐसा नहीं हुआ। अभी ऑब्जेक्शन आने हैं। इसके बाद सही संख्या का पता लग पाएगा। अनुराग अग्रवाल, सीईओ, हरियाणा।

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