Breaking

Thursday, August 27, 2020

आईओसी से होगा एमओयू:केडीबी बनाएगा ब्रह्मसरोवर सौंदर्यीकरण का प्रपोजल, करोड़ों के होंगे काम, पावरग्रिड से पहले से है सवा 7 करोड़ का केडीबी करार

आईओसी से होगा एमओयू:केडीबी बनाएगा ब्रह्मसरोवर सौंदर्यीकरण का प्रपोजल, करोड़ों के होंगे काम, पावरग्रिड से पहले से है सवा 7 करोड़ का केडीबी करार

कुरुक्षेत्र : ब्रह्मसरोवर की न केवल ऐतिहासिक व धार्मिक पहचान है बल्कि अब ब्रह्मसरोवर देश के 30 स्वच्छ आइकोनिक पैलेसिस में शामिल हैं। केंद्र सरकार की तरफ से जलशक्ति मंत्रालय द्वारा ब्रह्मसरोवर को तीसरे चरण में देश के 30 स्वच्छ आइकोनिक पैलेस में शामिल किया था। इसके तहत ब्रह्मसरोवर को इंटरनेशनल स्वच्छता मापदंडों के अनुसार स्वच्छ व सौंदर्यकरण किया जाएगा। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ब्रह्मसरोवर की देखरेख करता है। अब ब्रह्मसरोवर को चमकाने के लिए केडीबी को जल्द ही इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन का भी साथ मिलने जा रहा है।
केंद्र की तरफ से आईओसी के साथ केडीबी का करार होगा। इसके बाद ब्रह्मसरोवर पर स्वच्छता व सौंदर्यकरण संबंधित विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर काम होंगे। केंद्र की तरफ से आईओसी ने बाकायदा इसके लिए प्रपोजल भी मांगा है। इस प्रपोजल के बाद ही एमओयू होगा। गौरतलब है कि स्वच्छ आइकोनिक पैलेस में शामिल होने के बाद केडीबी को सौंदर्यकरण के लिए पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का भी साथ पहले ही मिल चुका है। पावर ग्रिड के साथ ब्रह्मसरोवर ही नहीं, बल्कि शहर में भी सौंदर्यकरण के काम होंगे।
सन 2018 में एसआईपी
बता दें कि प्राचीन ब्रह्मसरोवर अपनी भव्यता के लिए भी प्रसिद्ध है। वहीं इसका ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व भी है। पुराणों व शास्त्रों में भी ब्रह्मसरोवर की महत्ता का वर्णन है। वर्तमान में भी ब्रह्मसरोवर करीब पौने चार किमी लंबा व चौड़ा है। प्राचीन समय में राजा महाराजा इसका जीर्णोद्धार करते थे। आधुनिक दौर में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. गुलजारीलाल नंदा ने 60 के दशक इसका जीर्णोद्धार कराया था। बाकायदा सन 68 में केडीबी का गठन किया। सन 2018 में जलशक्ति मंत्रालय के तहत देश के 30 स्वच्छ आइकोनिक पैलेसिस, एसआईपी में इसे शामिल किया है।
आईओसी से होगा एमओयू
सौंदर्यकरण एवं स्वच्छता के लिए केडीबी को अब आईओसी का साथ मिलने जा रहा है। यदि तय योजना के अनुसार काम हुआ और कोरोना से हालात सुधरे तो अगले दो महीनों के अंदर केडीबी व आईओसी के बीच एमओयू हो जाएगा। बताया जाता है कि आईओसी ने ब्रह्मसरोवर पर सौंदर्यकरण व स्वच्छता संबंधित प्रोजेक्ट्स के साथ प्रपोजल मांगा है। केडीबी मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने माना कि आईओसी से सौंदर्यकरण को लेकर करार होने जा रहा है। अगले दो महीनों तक प्रपोजल तैयार कर भेजा जाएगा। इसके बाद एमओयू साइन होगा।
सीएसआर फंड से करते हैं खर्च
बता दें कि बड़े बोर्ड व कंपनियां कई सोशल काम करती हैं। खासकर वे कंपनियां, जोकि सालाना पांच करोड़ से ज्यादा मुनाफा कमाती हैं, अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाती हैं। आईओसी भी अपने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबल फंड के तहत प्रपोजल के अनुसार बजट देगी। सूत्रों के मुताबिक यह प्रपोजल एक से लेकर 14 करोड़ तक का भी हो सकता है।
पावरग्रिड से है एमओयू
गौरतलब है कि सीएसआरएफ के तहत पावरग्रिड भी ब्रह्मसरोवर व कुरुक्षेत्र के सौंदर्यकरण के लिए बजट दे रहा है। आइकोनिक पैलेस बनने के बाद पिछले साल केडीबी व पावरग्रिड और प्रशासन के बीच करार हुआ था। इसके तहत करीब 7 करोड़ 28 लाख रुपए के विभिन्न सौंदर्यकरण प्रोजेक्ट पर काम होगा। पिपली प्रवेशद्वार का सौंदर्यकरण एवं लाइटिंग भी पावरग्रिड ने कराई। अब बीआर चौक से ब्रह्मसरोवर के दक्षिणी छोर पर बाजीगर धर्मशाला तक एंटीक लाइट्स लगेंगी। फिलहाल 97 पोल लगाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि ब्रह्मसरोवर पर श्रीकृष्णा सर्किट के तहत अलग से भी काम हो रहे हैं।

No comments:

Post a Comment