Breaking

Friday, September 4, 2020

बढ़ रहा शहर का दायरा:42 स्क्वायर किलोमीटर में फैला जींद शहर, आसपास के 10 गांवों का एरिया हो रहा कवर

बढ़ रहा शहर का दायरा:42 स्क्वायर किलोमीटर में फैला जींद शहर, आसपास के 10 गांवों का एरिया हो रहा कवर

जींद शहर का एरिया लगातार बढ़ रहा है। आसपास के लगते गांव अब शहर में कवर होने लगे हैं। जींद शहर के चारों तरफ के लगभग 10 गांवों का कुछ एरिया शहरी सीमा में आ चुका है। जो विकास के लिए जरूरी भी है। जींद शहर का डिवेलपमेंट प्लान भी जिला नगर योजनाकार विभाग द्वारा इसी तर्ज पर बनाया गया है। शहर की आबादी से दूर नजदीकी गांवों के पास औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने का प्लान है, जिसमें ट्रांसपोर्ट नगर और नहरी पानी बड़ी परियोजना शामिल है।

गोहाना रोड, कैथल व नरवाना रोड पर शहर का एरिया पिछले कुछ सालों में बड़ा है। सरकार द्वारा एरिया बढ़ाने को लेकर अंतिम नोटिफिकेशन वर्ष 2008 में जारी किया गया था। उस समय शहर की लिमिट ज्यादा नहीं थी। पिछले 12 साल में शहर का 42 स्क्वायर किलोमीटर एरिया में फैल चुका है और आने वाले वर्षों में और ज्यादा बढ़ने की संभावना है। ऐसे में शहरी क्षेत्र गांवों की सीमाओं तक पहुंच गया है। जिला नगर योजनाकार द्वारा शहर से लगे गांवों को कंट्रोल एरिया घोषित किया हुआ है। यहां मकान, दुकान बनाने के लिए एनओसी की जरूरत पड़ती है। इससे आगे 5 किलोमीटर का एरिया अर्बन एरिया में आता है। यहां पर भी डिवेलपमेंट के लिए एनओसी लेनी पड़ती है। उसके आगे का एरिया फ्री जोन कहलाता है, जिसके लिए कोई एनओसी जिला नगर योजनाकार से नहीं लेनी होती।

जींद शहर का फाइनल डिवेलपमेंट प्लान 2031 जारी

जींद शहर का फाइनल डिवेलपमेंट प्लान 2031 जारी हो चुका है। उसी के अनुसार प्लानिंग की जा रही है। इसमें संबंधित विभागों से भी चर्चा की जाती है। -सुनैना लोहान, जिला नगर योजनाकार, जींद।

नए ऑनलाइन सिस्टम के अनुसार अर्बन एरिया में दिखा रहा गांव

नए ऑनलाइन सिस्टम के अनुसार जिले के कई गांव अर्बन एरिया में दिखाए जा रहे हैं, जिसके चलते ग्रामीणों को दिक्कत आ रही है। ग्रामीण गांव अनुसार स्टांप ड्यूटी कटवा रहे हैं, जबकि ऑनलाइन गांवों को अर्बन एरिया में दिखाया जा रहा है। अर्बन एरिया के लिए स्टांप ड्यूटी गांवों के एरिया से 2 प्रतिशत ज्यादा लगती है। ऐसे में फिलहाल इन गांवों की रजिस्ट्री भी नहीं हो पा रही है।

तत्काल टोकन की फीस 25 हजार रुपए निर्धारित

सरकार ने तत्काल टोकन की फीस भी 25 हजार रुपए निर्धारित कर दी है। पहले यह फीस एरिया के हिसाब से 5 हजार से लेकर 50 हजार तक होती थी, लेकिन अब सभी एरिया की तत्काल फीस 25 हजार रुपए कर दी गई है।

साफ्टवेयर के चलते रजिस्ट्री में आ रही दिक्कत : तहसीलदार

साफ्टवेयर के चलते रजिस्ट्री में दिक्कत आ रही है। जो भी दिक्कत आई है, उसकी जानकारी मुख्यालय को भेज दी गई है। वहां से भी सब ठीक होना है। मनोज अहलावत, तहसीलदार, जींद।

No comments:

Post a Comment