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Friday, September 4, 2020

आरटीए को ‘गजबन’, एडीसी को ‘बब्बर शेर’ और हाईवे पुलिस का ‘सपना’ नाम लिखकर ग्रुपों में चेकिंग चलने का हो रहा अलर्ट

आरटीए को 'गजबन', एडीसी को 'बब्बर शेर' और हाईवे पुलिस का 'सपना' नाम लिखकर ग्रुपों में चेकिंग चलने का हो रहा अलर्ट

चालान से बचने के लिए वॉट्सएप ग्रुप में मैसेज देखकर ड्राइवर ढाबों पर रोक रहे ओवरलोड ट्रक चेकिंग टीम ने माफिया से खतरा जताते हुए हेड ऑफिस भेजी रिपोर्ट

करनाल :  ओवरलोड वाहनों पर चाह कर भी आरटीए, पुलिस व एडीसी कार्रवाई नहीं कर पाते, क्योंकि उनके हर कदम का अलर्ट वाहन चालकों को पहले ही मिल जाता है। चालकों को सूचना देने वालों ने आरटीए टीम का नाम 'गजबन', एडीसी को 'बब्बर शेर' और हाईवे पुलिस की चेकिंग टीम का नाम 'सपना' रखा है। अलर्ट मिलते ही ओवरलोड वाहन सड़क के किनारे या ढाबों पर खड़े हो जाते हैं। हर रूट का अलग-अलग वॉट्सएप ग्रुप बना हुआ है।
ऑफिस से जांच टीम के निकलते ही ओवरलोड वाहन चालकों को वॉट्सएप पर सूचना मिल जाती है कि चेकिंग टीम किस रूट पर है। चेकिंग टीम के सदस्य अपने घर जाते हैं तो उनके घर की लोकेशन भी माफिया तक पहुंच जाती है। इसे चेकिंग टीम ने खतरा मानते हुए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट की है। सूचना भी हेड ऑफिस को भी भेजी गई है। जांच टीम की गतिविधि लीक होने के कारण रेवेन्यू लॉस में जा रहा है। 2019 में टीम ने डेढ़ से दो करोड़ रुपए महीने के चालान किए। इस साल महीने का एक करोड़ के चालान का आंकड़ा भी नहीं छुआ है।

गाड़ी छोड़कर भाग जाते हैं ड्राइवर

आरटीए टीम गुरुवार दोपहर 12 बजे घरौंडा की तरफ हाईवे पर निकली। हाईवे से कोई ओवरलोड वाहन नहीं गुजरा। टीम वापसी में इंद्री रोड पर निकल गई। चार ओवरलोड गाड़ियां बलड़ी बाईपास ढाबे पर खड़ी मिलीं। इसके तीन किलोमीटर दूर इंद्री साइड पर चार गाड़ियां मिलीं। मेरठ रोड पर चेकिंग की तो ढाबों पर रेत से भरी गाड़ियां छोड़कर ड्राइवर भाग गए। टीम ने गाड़ी के नंबर के हिसाब से उनके मालिकों को संपर्क कर ड्राइवर को हाजिर करने को कहा और 15 मिनट बाद ड्राइवर आ गए।

18 की जगह ट्रक में लोडिंग 30

आरटीए के आंकड़ों के मुताबिक 18 टन लोड वाले ट्रक में 30 टन तक ओवरलोड मिल रहा है। गाड़ी में फट्टे लगाकर चोटी तक रेत, बजरी व कोरसेंट डालते हैं। गाड़ी का जितना मंजूर लोड होता है उसका डेढ़ गुणा अधिक लोड लेकर चलते हैं।

ऑफिस के पास बाइक सवार रहते हैं अलर्ट

चेकिंग टीम की सूचना लीक हो रही है। ऑफिस के पास बाइक सवार अलर्ट रहते हैं। वे हमारा घर तक पीछा करते हैं। चेकिंग पर निकलते हैं तो गाड़ी के पीछे-पीछे रहते हैं। -सतीश जैन, सहायक आरटीए करनाल।

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