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Saturday, January 23, 2021

जींद में ढाई फुट ऊंचा नाला बनने से मचा हड़कंप, दुकानदार बोले - हम हो जाएंगे बर्बाद

जींद में ढाई फुट ऊंचा नाला बनने से मचा हड़कंप, दुकानदार बोले - हम हो जाएंगे बर्बाद 

जींद: हांसी रोड पर निर्माणाधीन आरओबी के साथ बनाए जाने वाले सर्विस रोड व नाले को वर्तमान लेवल से ऊंचा उठाने के विरोध में दुकानदारों ने रोष जताया। इस दौरान दुकानदारों ने समस्या से भाजपा विधायक डॉ. कृष्ण मिड्ढा को भी अवगत कराया। इसके बाद विधायक और एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के अधिकारी मौके पर पहुंचे। 

दुकानदारों ने बताया कि वर्तमान सड़क के लेवल से ढाई फुट ऊंची सर्विस रोड और नाला बनने से उनकी दुकानें दब जाएंगी। मार्केट बंद होने से वे बर्बाद हो जाएंगे। इस पर एचएचएआई के एक्सईएन अनिल रोहिला ने कहा कि डिजाइन के हिसाब से काम चल रहा है। वे अपने स्तर पर केवल दस इंच तक सड़क की ऊंचाई को घटा सकते हैं। इसके बाद फैसला हुआ कि अब विशेषज्ञ सलाहकार (कंसलटेंट) की राय ली जाएगी और इसके बाद आगे का काम शुरू होगा। 

दरअसल करीब दो साल पहले पुराना हांसी रोड पर दिल्ली-बठिंडा रेलवे लाइन के ऊपर से आरओबी का काम शुरू हुआ था। यह परियोजना अगस्त 2021 तक पूरी होनी है, लेकिन एनएचएआई ने जून 2021 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है। आरओबी पर कुल 37.75 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। इसके तहत अब आरओबी के साथ नई सड़क व नाला बनाया जा रहा है, जिसका विरोध हांसी रोड के दुकानदार कर रहे हैं। हांसी रोड फाटक पर करीब 1020 मीटर लंबा आरओबी बन रहा है।

हांसी रोड मार्केट के प्रधान राजकुमार जिंदल के अनुसार हांसी रोड पर करीब 300 दुकानें हैं। इसके अलावा अंदर की ओर भी बड़ी-बड़ी मार्केट हैं। इनको मिलाकर करीब एक हजार दुकानें हैं। जिस लेवल पर नाला बनाया जा रहा है। इससे मुख्य मार्ग पर बनीं 80 प्रतिशत दुकानों के गेट आधे दब जाएंगे। इसके अलावा अंदर की मार्केट में जलभराव होगा। ऐसे में दुकानदार बर्बाद हो जाएंगे। 

दुकानदारों ने बताया कि शहर में अमरूत योजना के तहत बरसाती पानी निकासी के लिए पाइपलाइन दबाई जा रही है। ऐसे में आरओबी व आसपास के क्षेत्र का पानी इसी लाइन से निकाल दिया जाए। ऐसे में वर्तमान लेवल पर भी नाला बनाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। इसको लेकर दुकानदार व भाजपा विधायक डॉ. कृष्ण मिड्ढा डीसी डॉ. आदित्य दहिया से भी मिले। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों से बात कर समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया। 
जींद केएनएचएआई, एक्सईएन अनिल रोहिला ने कहा कि दुकानदार कह रहे हैं कि नाला वर्तमान लेवल पर ही बनाया जाए। इंजीनियरिंग के हिसाब से यह सही नहीं है। इससे बीच में लेवल नीचा रह जाएगा और पानी की निकासी नहीं हो पाएगी। इसके लिए अब तय हुआ है कि विशेषज्ञ सलाहकार (कंसलटेंट) को बुलाकर स्थिति दिखाई जाएगी। इसके बाद ही फैसला होगा। 

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