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Friday, March 25, 2022

बाल शोषण रोकने के लिए धन की नहीं, ज्ञान समझ और सहानुभूति की जरूरत है : अनिल मलिक

बाल शोषण रोकने के लिए धन की नहीं, ज्ञान समझ और सहानुभूति की जरूरत है : अनिल मलिक
जींद : गांव डाहोला स्थित न्यू प्रगति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय प्रांगण में आज हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्यस्तरीय परियोजना बाल सलाह परामर्श एवं कल्याण केंद्रों की स्थापना के अंतर्गत जिला जींद के 55वें तथा राज्य स्तरीय 133वें मनोवैज्ञानिक परामर्श केंद्र की स्थापना जिला वरिष्ठ बाल कल्याण अधिकारी एवं राज्य नोडल अधिकारी, अनिल मलिक द्वारा की गई इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जितना अधिक बाल शोषण हो रहा है इस बात पर विश्वास करने वालों की संख्या उतनी ही कम है। वास्तविकता का अहसास सिर्फ हमारे बच्चे दिला सकते हैं जरूरत है उनके साथ कुंठा रहित वातावरण में संवाद करने की अगर माता-पिता मित्रवत वातावरण प्रदान करें तो सच सामने होगा, उम्मीद जागेगी, रोकथाम के बेहतर उपाय किए जा सकेंगे। बाल शोषण रोकने के लिए धन की नहीं, ज्ञान समझ और सहानुभूति की जरूरत है। पालन- पोषण के तरीकों में सावधानियां बरतनी होंगी साधारण ज्ञान को विकसित करना होगा। बच्चों की आजादी को सीमित नहीं करना है बल्कि बाल्यावस्था से ही उनकी सही और गलत की समझ विकसित करनी होगी सोशल मीडिया की बेहतर समझ जरूरी है। यह परवा ना करें कि लोग क्या कहेंगे, समझे कि सही और गलत क्या है। जीवन आपका है बच्चे भी हमारी संपत्ति हैं बच्चों के लिए बेहतर अवसर निर्मित करें तथा समझे कि अवसर बार-बार दरवाजा नहीं खटखटाते सही से समझें,विचारे, तत्पश्चात उचित निर्णय लें और अपनी भूमिका सही से निभाए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रिंसिपल लाजवंती ढिल्लो ने कहा कि समय बदल रहा है शिक्षा के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य बढ़ाना होगा बच्चों में बेहतर समझ पैदा करनी होगी l कार्यक्रम अधिकारी मलकीत सिंह ने कहा कि चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के बारे में जागरूकता बढ़ाएं तथा आवश्यकता अनुसार कॉल करें। परीक्षा की बेहतर से तैयारी करें तथा पूर्ण आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतर जाएं। परामर्शदाता नीरज कुमार ने कहा कि बच्चे माता-पिता के साथ मन की बातें साझा करें आसपास के वर्तमान के प्रति सचेत रहें। कार्यक्रम के दौरान विशेष उपस्थिति दीपक विधान आजीवन सदस्य प्रदीप शर्मा इत्यादि की रही।

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