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Thursday, February 9, 2023

किसान पाठशाला में प्रशिक्षण देने के साथ-साथ व्यवसाय के बारे में पूर्ण जानकारी दी जाती है : जेपी दलाल

किसान पाठशाला में प्रशिक्षण देने के साथ-साथ व्यवसाय के बारे में पूर्ण जानकारी दी जाती है : जेपी दलाल 
जींद/सफीदों :( संजय तिंरगाधारी ) हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों के कल्याण के लिए कृत संकल्पित है। किसानों की आय को बढ़ाने के साथ-साथ कृषि को जोखिम मुक्त बनाने के लिए कई प्रभावी योजनाएं चलाई गई हैं। जेपी दलाल ने यह बात वीरवार को सफीदों में एक निजी कम्पनी द्वारा चलाई जा रही किसान पाठशाला के उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए कही। इस अवसर पर हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण गर्ग, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार, भारत भुषण भारती,कानून कमीश्न के सदस्य मुकेश गर्ग,पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य,पूर्व विधायक जसबीर सिंह देशवाल,कली राम पटवारी,अमरपाल राणा, विजयपाल एडवोकेट,सुलेख डिडवाडा,नगर पालिक की चेयरपर्सन प्रतिनिधि संजय बिटटा,सक्षम भाटिया,सतीश मंगला तथा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त निदेशक मुनिष नागपाल, सफीदों के एसडीएम सत्यवान मान, कृषि एवं किसान कल्याण जींद कार्यालय के उपनिदेशक सुरेन्द्र मलिक के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी किसान मौजूद रहे।कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2023 को मोटा अनाज वर्ष घोषित किया है, जिसके तहत राज्य सरकार द्वारा बाजरा जैसे मोटे अनाज की गुणवत्ता की जानकारी दी जा रही है। सरकार किसानों के बाजरा जैसे मोटे अनाज का निर्यात करने की योजना पर काम कर रही है, जल्द ही बाजरा जैसा मोटा अनाज विदेशों में निर्यात करने का भी प्रावधान किया जाएगा, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ाई जा सके। उन्होंने कहा कि अबकि बार जी 20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी हमारा देश करेगा जिसमें सभी सम्बंधित देशों के मुखिया/प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। इस अवसर पर मोेटे अनाज की गुणवत्ता के बारे में भी उनको अवगत करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान परम्परागत खेती की बजाय सब्जी,फल,फूल,बागवानी उत्पादन,पशुपालन व मछली पालन जैसे व्यवसाय को अपनाए, ताकि किसान समद्ध बन सकें इन सभी कृषि संबंधि व्यवसायों पर सरकार द्वारा अनुदान भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों को बाजरा,कपास तथा धान जैसी फसलों का भाव सबसे ज्यादा दिया है।उन्होंने कहा कि प्रतगतिशील किसान जैविक खेती के साथ अपनी अलग पहचान बना रहे है। एक तरफ जहां जैविक खेती से कमाई हो रही है, वहीं दूसरी तरफ लोगों की सेहत भी बेहतर रहती है। सरकार की हिदायत अनुसार समय-समय पर जैविक खेती को करने के लिए कृषि विभाग द्वारा किसानों को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ फसलों में ज्यादा पेस्टिसाईड/ किटनाशकों के प्रयोग से होने वाले नुकशान के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है।  उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री प्रगतिशील किसान सम्मान योजना 2023 को खेती के क्षेत्र में आधुनिक तरीके से बेहतर प्रदर्शन करने वाले किसानों को नकद राशि देकर सम्मानित करने के लिए शुरू किया है। इस योजना के तहत पुरस्कार के रुप में किसानों को लाखों रुपए दिये जाएगें।उन्होंने कहा कि पिछले दिनों आमजन के साथ-साथ सरकार ने भी कोरोना व लम्पी जैसी बीमारियों को झेला है। लम्पी बीमारी गौवंश में ज्यादा दिखाई दी। अन्य प्रदेशों की अपेक्षा हरियाणा सरकार द्वारा गौ वंश को इस बीमारी से निजात दिलवाने के लिए कारगर कदम उठाए गए, गौवंश को लम्पी बीमारी से बचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा समय पर दवाई का निर्यात कर सभी गौवंश को मुफ़्त उपचार दिया गया। जिससे किसानों को पशुधन का नुकशान कम से कम झेलना पडा। उन्होंने कहा कि बरसाती पानी से किसानों की फसल खराब न हो इसके लिए अबकि बार 1200 करोड रूपए के बजट का प्रावधान किया है, इस राशि से बरसाती पानी के जलभराव क्षेत्र से पानी निकालने व उसका स्थाई समाधान करने पर काम किया जाएगा। इसके अलावा गत वर्ष में भी हमने बरसाती पानी के जलभराव क्षेत्र से पानी निकालकर किसानों की धान की फसल बचाने व रबि सीजन की बुआई करवाने पर कार्य किया है।उन्होंने किसानों से आहवान किया कि जहां पर खारा पानी है वहां किसान झींगा मछली पालन का व्यवसाय कर सकते है। आज दुनिया के लाखों लोग झींगा पालन के व्यवसाय से जुडे हैं और अच्छा खाशा मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 6 से 7 लाख एकड जमीन पर खारा पानी है,जिसके परिणास्वरूप यहां खेती करने में नुकशान होता है, इस जमीन पर झींगा पालन करने से काफी फायदा मिल सकता है। उन्होंने कहा कि अढाई एकड जमीन में झींगा मछली पालने से 15 से 20 लाख रूपए का फायदा हो जाता है। इसके लिए मत्स्य पालन विभाग द्वारा किसानों को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ व्यवसाय के बारे में पूर्ण जानकारी दी जाती है।

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