जंतर-मंतर पर रेसलर्स का धरना:खाप के अल्टीमेटम को बचे 2 दिन, गिरफ्तारी नहीं; बृजभूषण ने पहलवानों के मेडल को 15 रुपए का बताया
नई दिल्ली : भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर पर बैठे पहलवानों के धरने का आज 27वां दिन है। खापों द्वारा महापंचायत कर सरकार को दिए गए अल्टीमेटम के अब सिर्फ 2 ही दिन बचे हैं। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। ऐसे में 21 मई के बाद इस धरने व आंदोलन को बड़ा रूप दिया जा सकता है।
धरने पर आज कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट खिलाड़ियों से मिलने व उनका समर्थन करने आएंगे।
वहीं, एक यू-ट्यूबर को दिए इंटरव्यू में बृजभूषण ने खिलाड़ियों को लेकर कई तरह की बातें कही हैं। बृजभूषण ने खिलाड़ियों के मेडल लौटाए जाने की बात पर कड़ी टिप्पणी की ही है। उन्होंने कहा है कि मेडल की कीमत तो 15 रुपए हैं। अगर वापस करना ही है तो करोड़ों रुपए का नकद पुरस्कार करें।
उन्होंने कहा कि जो पैसा फेडरेशन, सरकार, जनता ने उन्हें दिया है। गांव-गांव में मान-सम्मान हुआ है। जिसकी कीमत कई करोड़ रुपए है। ये वापस करें, तब मेडल वापस माने जाएंगे। इस खेल के बदौलत नौकरी मिल गई है, मेडल लौटा भी देंगे तो क्या होगा। सारा पैसा ब्याज समेत वापस लौटाए।
WFI को कोई भंग नहीं कर सकता: बृजभूषणइसके साथ बृजभूषण ने कहा कि WFI को कोई भंग नहीं कर सकता है। यह गलत न्यूज चल रही है। IOA ने चुनाव करवाने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। जिसमें दो सदस्य IOA के हैं। एक जज का नाम आना है, जोकि अभी आया नहीं है।
पहलवानों के मेडल को 15 रुपए का बताने पर इस पर साक्षी मलिक ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि गुड्डे-गुड़िया से खेलने की उम्र से अखाड़े की मिट्टी को दोस्त बनाया। जिस मेडल को 15 रुपए का बताया, उसके लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया। शर्म की बात है हमारे देश में चैम्पियंस का ये हाल हो रहा है। मैंने ये मेडल देश के लिए जीता है, कोई इसकी कीमत नहीं लगा सकता।
वहीं बजरंग ने कहा कि ये मेडल सालों की मेहनत और करोड़ों देशवासियों की दुआओं की वजह से आया है। जब हम मैदान में उतरते हैं तो देशवासी काम छोड़कर हमारे लिए प्रार्थना करते हैं। हमारे गले में मेडल डलता है तो हर देशवासी का सीना चौड़ा होता है। ये मेरे भारत देश का मेडल है, इसकी कीमत कोई क्या लगाएगा भाई !
उधर, भाजपा नेत्री एवं दंगल गर्ल बबीता फोगाट ने फिर से ट्वीट वार छेड़ दिया है। उन्होंने ट्विटर पर 3 ट्वीट किए हैं।
*पहला ट्वीट*- एक किसान पिता द्वारा सभी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद 6 बेटियों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कुश्ती के अखाड़े तक पहुंचाने का सफर और संघर्ष कितना कठिन होता है इसका मुझे अच्छी तरह से ज्ञात है इसलिए मैं सभी महिला खिलाड़ियों के संघर्ष के साथ थी, हूं और रहूंगी
*दूसरा ट्वीट*- और भारतीय न्याय व्यवस्था में विश्वास होने के नाते न्यायिक तौर पर उनके लिए हमेशा लड़ती रहूंगी। जो मुझ पर राजनीतिक आरोप लगा रही है उन्हें बताना चाहूंगी की मुझे गर्व है की मैं एक राष्ट्रवादी विचारधारा BJP से जुड़ी हूं और जुड़ी रहूंगी।
*तीसरा ट्वीट*- परंतु मुझे लगता है कि आप जरूर जंतर-मंतर से अपनी राजनीति कैरियर की तलाश कर रही हैं। जहां पर आपने खिलाड़ियों के मंच को सभी विपक्षी राजनेताओं का मंच बना दिया है। प्रियंका गांधी का गले लगाना आपके भविष्य की राजनीतिक मनसा की कहानी कह रहा है।
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