हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (एचबीएसई) की 12वीं का परीक्षा परिणाम 81.65% व 10वीं का 65.42% रहा। बतौर बोर्ड चेयरमैन डॉ. वीपी यादव के नेतृत्व में यह पहला रिजल्ट घोषित किया गया। दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि लाखों बच्चों के भविष्य से जुड़ा मामला होने से यह हमेशा ही जिम्मेदारी भरा काम है।
वे पहले बोर्ड के वाइस चेयरमैन रहते हुए यहां की व्यवस्था से काफी हद तक परिचित थे। हमने रिजल्ट को फुल प्रूफ बनाने का प्रयास किया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि बोर्ड ने 12वीं की परीक्षाओं के बाद फिर परीक्षाएं कराई और डेढ़ हजार से अधिक बच्चों का एक साल बचा लिया। तकनीक का इस्तेमाल कर नकल रोकने में भी काफी हद तक सफल रहे। आगे और सुधार का प्रयास रहेगा।
डॉ. यादव बताते हैं कि बोर्ड की ओर से फरवरी-मार्च-2023 में परीक्षाएं संचालित की गई थी। हर वर्ष ऐसा होता है कि कई विद्यार्थी किसी कारण से परीक्षा फार्म नहीं भर पाते। इस बार हमने 12वीं की मूल परीक्षाओं से 15-20 दिन बाद ही इन विद्यार्थियों को मौका दिया तथा डेढ़ हजार से अधिक विद्यार्थियों का एक साल बचाया। परीक्षाओं के तुरंत बाद परीक्षाएं आयोजित कराकर एक साथ परिणाम जारी करने का संभवत: यह देशभर में बोर्ड का रिकार्ड है।
चेयरमैन का कहना है कि महेंद्रगढ़ जिला मेरी जन्म स्थली तथा रेवाड़ी कर्म स्थली है। 12वीं में दोनों ही जिले पहले व दूसरे पायदान पर हैं। जबकि 10वीं में रेवाड़ी अव्वल व महेंद्रगढ़ तीसरे नंबर पर रहे। निश्चिततौर पर दोनों जिलों ने गर्व से सिर ऊंचा किया है। यहां के विद्यार्थियों में प्रतिभा की कमी नहीं है। सुधार की दिशा में निरंतर प्रयास होना चाहिए।
पहले प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्र से बाहर जाने पर नकल होती थी। बाहर से प्रश्न पत्र हल कर बच्चों को नकल कराने लोग केंद्रों के बाहर जुटे नजर आते थे। इस बार हमने प्रश्न पत्र बाहर ही नहीं जाने दिया। पहले पेपर से ही ऐसा करने वालों के खिलाफ नामजद एफआईआर कराई। एल्फा-न्यूमेरिकल कोड व क्यू आर कोड जैसे छुपे हुए फीचर डाले थे। इससे नकल को रोक पाने में काफी हद तक कामयाब रहे।
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