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Sunday, May 28, 2023

*एचएसएससी ने सरकार को लिखा:लो विजन के फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर पहुंचे अभ्यर्थी, राइटर खुद गोले भरने लगे तो फड़े गए*

*एचएसएससी ने सरकार को लिखा:लो विजन के फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर पहुंचे अभ्यर्थी, राइटर खुद गोले भरने लगे तो फड़े गए*
लो विजन के फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर पहुंचे अभ्यर्थी, राइटर खुद गोले भरने लगे तो फड़े गए|
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग
सरकारी नौकरी के लिए कुछ युवा नई-नई जुगत भिड़ा रहे हैं। कुछ युवा जिले के चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) से लो विजन या एक्सीडेंट में फ्रैक्चर का सर्टिफिकेट बनवा भर्ती परीक्षाओं में राइटर लेते हैं। राइटर खुद ही परीक्षा के दौरान गोले भरते हैं। ऐसे 3 केस सामने आए हैं, जिनमें परीक्षार्थी के कहे बिना राइटर ने गोले भरने शुरू कर दिए।

जब परीक्षा शुरू हुई तो हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) के कंट्रोल रूम में बैठी टीम ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए देखा तो एक्शन लिया गया। एक युवा ने तो बाजू पर नकली प्लास्टर लगाया था। जब जांच हुई तो मामला पकड़ में आया। अब आयोग ने सरकार को पत्र लिखकर मांग की है कि सर्टिफिकेट बनाने से पहले चिकित्सक पूरी जांच करें, ताकि परीक्षा में पारदर्शिता बनी रहे।

एचएसएससी ने निर्णय लिया है कि जो भी अभ्यर्थी अपने साथ राइटर लेकर आएगा, उसके सर्टिफिकेट की गहनता से जांच होगी। एचएसएससी के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने कहा किसरकार को पत्र लिखा जाएगा कि जो युवा सीएमओ से लो विजन का सर्टिफिकेट बनवाते हैं, उनकी नजर को चेक कर ही सर्टिफिकेट बनाएं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को इस बारे में निर्देश दिए जाएं।

*1 राइटर खुद लिखने लगा तो बदला गया1 राइटर खुद लिखने लगा तो बदला गया*

टीजीटी की परीक्षा में एक युवा अपने साथ राइटर लेकर आया। उसके पास सीएमओ से जारी लो विजन का सर्टिफिकेट था। परीक्षा शुरू होते ही राइटर खुद गोले भरने लगा। कंट्रोल रूम में बैठी एचएसएससी की टीम की नजर राइटर पर पड़ी तो तुरंत मौके पर पहुंची। पंचकूला के जिस स्कूल में परीक्षा हो रही थी, वहां के प्रिंसिपल से संपर्क कर स्कूल के 12वीं पास कर्मचारी को राइटर के रूप में साथ बैठाया गया। उसने अभ्यर्थी से पूछकर ही गोले भरे।

*2 राइटर हटाया तो खुद दे दी परीक्षा*

पंचकूला के ही सेंटर में टीजीटी परीक्षा में एक अभ्यर्थी लो विजन सर्टिफिकेट लेकर आया था। साथ में जो राइटर था, वह खुद पेपर हल करने लगा। आयोग की टीम ने सीसीटीवी से यह देखा तो तुरंत मौके पर पहुंची। टीम ने राइटर से कहा कि अभ्यर्थी जो कहेगा, वही जवाब लिखने हैं। राइटर बीएससी फाइनल का स्टूडेंट निकला। जबकि यह नीचे की कक्षा का होना चाहिए था। इसके बाद अभ्यर्थी ने खुद पेपर हल कर लिया।

3 नकली प्लास्टर बांध आया, पकड़ा गया
फतेहाबाद के सेंटर में क्लर्क भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थी ने बाजू पर प्लास्टर बांध रखा था। उसके साथ राइटर था। राइटर खुद परीक्षा देने लगा। आयोग की टीम ने सख्ती से पूछा तो अभ्यर्थी मान गया कि उसका कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ है। उसने डॉक्टर से फर्जी सर्टिफिकेट बनवा लिया। उसे माफ कर दिया जाए, वह खुद ही परीक्षा देगा और उसे राइटर की जरूरत नहीं है। माफी मांगने के बाद अभ्यर्थी को परीक्षा देने का मौका दिया गया।

ऐसे केसों पर आयोग की पैनी नजर
भर्ती परीक्षाओं में सीसीटीवी कैमरे लगने से नकल के चांस कम हुए हैं। एचएसएससी ने निर्णय लिया है कि जो अभ्यर्थी अपने साथ राइटर लेकर आएगा, उसके सर्टिफिकेट की गहनता से जांच होगी। राइटर को कैमरे से देखा जाएगा कि वह अभ्यर्थी के कहने से पेपर हल कर रहा है या खुद ही उत्तर लिख रहा है।

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