सिरसा, करनाल और यमुनानगर में 4.50 लाख टन के बनाए जाएंगे 14 साइलो|
14 साइलो हरियाणा के हिस्से में आए
हरियाणा में खाद्यान्न को सुरक्षित रखने के लिए गोदामों की संख्या को और बढ़ाया जाएगा। इसी साल 14 नए साइलो बनेंगे। इनकी क्षमता 4.50 लाख टन की होगी। ये 3 जिलों सिरसा, करनाल और यमुनानगर में बनाए जाएंगे।
इनमें सिरसा में 50 हजार, रानिया में 25 हजार, डबवाली में 37500, चौटाला में 25 हजार, ऐलनाबाद में 37500 टन क्षमता के साइलो शामिल हैं। करनाल में 50 हजार टन, जुंडला में 25 हजार टन, निसिंग में 25 हजार टन, तरावड़ी में 25 हजार और इंद्री में 25 हजार टन, यमुनानगर के मुस्तफाबाद में 50 हजार टन, छछरौली में 25 हजार, खिजराबाद और जगाधरी में 25-25 हजार टन क्षमता के साइलो का निर्माण होगा। केंद्र ने 66 स्थानों पर 30.75 लाख क्षमता के साइलो बनाने का निर्णय लिया है। इनमें 14 साइलो हरियाणा के हिस्से में आए हैं।
हरियाणा में 180 लाख टन से अधिक होता है साल में खाद्यान्न
हरियाणा में सालभर में रबी व खरीफ सीजन की फसलों का कुल खाद्यान्न 180 लाख टन से ज्यादा है। हरियाणा का केंद्रीय पूल में हिस्सा 14% है। हरियाणा में गेहूं की 25 लाख हेक्टेयर व धान की 15 लाख हेक्टेयर रकबे में खेती होती है। इसके अलावा बाजरा की 6 लाख हेक्टेयर, साढ़े 7 लाख हेक्टेयर में सरसों सहित अन्य फसलों की खेती होती है।
हरियाणा में सारे खाद्यान्न को गोदामों में रखा जाएगा। इसके लिए योजना बनाई है। इसी साल 4.50 लाख मीट्रिक टन क्षमता के साइलो का निर्माण शुरू होगा। यही नहीं ओपन गोदामों को भी कवर्ड में तबदील किया जाएगा। इससे अनाज को गोदामों में सुरक्षित भंडारण किया जा सकेगा।-दुष्यंत चौटाला, डिप्टी सीएम।
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