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Thursday, June 1, 2023

*अमेरिका में राहुल फोन उठाकर बोले- हैलो मोदी जी:कहा- मेरा फोन टैप किया जा रहा; मैंने नहीं सोचा था मेरी सासंदी चली जाएगी*

*अमेरिका में राहुल फोन उठाकर बोले- हैलो मोदी जी:कहा- मेरा फोन टैप किया जा रहा; मैंने नहीं सोचा था मेरी सासंदी चली जाएगी*
बुधवार शाम को राहुल गांधी स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि भारत में सभी संस्थाएं किसी एक के हाथ में हैं। ये लोकतंत्र नहीं है।
कांग्रेस लीडर राहुल गांधी 6 दिन के अमेरिका दौरे पर गए हैं। उन्होंने सिलिकॉन वैली में बुधवार को AI क्षेत्र में स्टार्ट-अप शुरू करने वाले कई बिजनेसमैन से मुलाकात की। इस दौरान पेगासस स्पाईवेयर पर चर्चा करते हुए राहुल ने कहा- मुझे पता है कि मेरा फोन टैप हो रहा है। इसके बाद उन्होंने अपना फोन उठाया और बोले- हैलो, मोदी जी।

यात्रा के दौरान बुधवार शाम को राहुल गांधी स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी पहुंचे। यहां उन्होंने छात्रों से कहा- भारत में लोकतंत्र को लेकर जंग छिड़ी हुई है। कोई भी संस्था अपने मुताबिक काम नहीं कर पा रही है। लोकतंत्र का मतलब सिर्फ विपक्ष का होना नहीं होता, बल्कि लोकतंत्र का मतलब होता है कि संस्थाएं विपक्ष का साथ दें। लेकिन हमारे देश में संस्थाएं किसी और के हाथ में हैं।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में छात्रों से रूबरू होते कांग्रेस नेता राहुल गांधी।
राहुल बोले- सरकार के पास मुझसे जुड़ी हर जानकारी
सिलिकॉन वैली के प्लग एंड प्ले ऑडिटोरियम में राहुल के साथ IOC चेयरमैन सैम पित्रोदा और कई कांग्रेस नेता मौजूद थे।

राहुल ने कहा- अगर आपको देश में टेक्नोलॉजी का विस्तार करना है तो एक ऐसा सिस्टम होना चाहिए, जहां पावर किसी एक के पास नहीं बल्कि सबके पास हो। भारत में डेटा की सेफ्टी को लेकर भी नियम बनाने की जरूरत है। मुझे लगता है कि मेरा आईफोन टैप किया जा रहा है। अगर कोई देश ये तय कर ले कि आपका फोन टैप करना है तो फिर इसे रोका नहीं जा सकता। मुझे लगता है कि मैं जो भी करता हूं सरकार को उसकी पूरी जानकारी होती है।

राहुल गांधी ने कहा- देश में लोकतंत्र पर जंग छिड़ी
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में राहुल ने अपनी सांसदी जाने पर कहा कि मैं 2004 में राजनीति में आया था। तब मैंने ये नहीं सोचा था कि कुछ बोलने भर से सांसदी जा सकती है। मैं शायद पहला इंसान हूं जिसे अवमानना की इतनी बड़ी सजा मिली है, लेकिन अब मुझे लगता है कि संसद में बैठे रहने के मुकाबले अब ज्यादा मौके मिलेंगे। राहुल ने कहा- लोकतंत्र में संस्थाओं को खतरे में देखकर हमने भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी।*
राहुल गांधी ने कहा- मैं शायद पहला इंसान हूं जिसे अवमानना की इतनी बड़ी सजा मिली है।
125 लोगों से शुरू हुआ सफर लाखों तक पहुंचा- भारत जोड़ो पर राहुल
राहुल ने कहा- 125 लोगों से शुरू हुआ सफर लाखों तक पहुंचा। कई लोगों ने मुझसे पूछा कि इस यात्रा से क्या सीखा। ये मेरी जिंदगी का सबसे सुखद अनुभव रहा है। हमने खेती से लेकर, हेल्थकेयर, शिक्षा तक के बारे में लोगों को बताया। हमारे देश में राजनीति और आम लोगों में एक बड़ा फासला है।

राहुल ने कहा- सत्ता के पास पुलिस, मीडिया जैसी सभी संस्थाएं हैं, लेकिन फिर भी वो हमें रोक नहीं पाए। हमसे कहा गया कि कश्मीर की सड़कों पर आप चलेंगे तो 4 दिन में मार दिए जाएंगे। मैंने कहा, ओके, नो प्रॉब्लम। महात्मा गांधी ने भी अकेले बिना किसी फोर्स के अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी थी।
राहुल गांधी ने छात्रों से कहा कि वो किसी विदेशी सपोर्ट की उम्मीद में वहां नहीं पहुंचे हैं। उन्हें पता है कि ये उनकी लड़ाई है और वो इसे खुद लड़ेंगे। वो सिर्फ विदेश में भारतीय छात्रों से बात करके उनसे बेहतर रिश्ते बनाना चाहते हैं

सिलिकॉन वैली में राहुल गांधी ने AI क्षेत्र में स्टार्ट-अप शुरू करने वाले कई बिजनेसमैन से मुलाकात की।
चीन भारत पर दबाव नहीं डाल सकता
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक भारतीय छात्र ने राहुल से पूछा कि आप अगले 5-10 साल में भारत-चीन के रिश्तों को कहां देखते हैं। इस पर राहुल ने कहा- दोनों देशों के बीच रिश्ते मुश्किल रहेंगे। उन्होंने हमारे कुछ क्षेत्रों पर कब्जा कर रखा है, लेकिन वो हम पर दबाव नहीं डाल सकते। साथ ही उन्होंने रूस-यूक्रेन जंग पर मोदी सरकार की नीतियों का समर्थन किया।
उन्होंने कहा- रूस से हमारे पुराने संबंध हैं। हम कुछ मामलों में उस पर निर्भर हैं। भारत को अपने हितों को सबसे आगे रखना है। हम किसी एक से रिश्ते सुधारने की वजह से बाकियों से बातचीत बंद नहीं कर सकते। ऐसे में जंग को लेकर सरकार सही रणनीति अपना रही है। मैं भी ऐसा ही कुछ करता।

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी ने भारतीय मूल के छात्रों के साथ सेल्फी ली।
भारतीयों के बीच कहा था- मोदी जी भगवान को भी सिखा सकते हैं
इससे पहले राहुल मंगलवार को अमेरिका पहुंचे थे। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने उन्हें रिसीव किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल को इमिग्रेशन क्लियरेंस के लिए एयरपोर्ट पर 2 घंटे इंतजार करना पड़ा। बाद में कहा- मैं अब आम आदमी हूं, सांसद नहीं हूं।
इसके बाद राहुल गांधी ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीयों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और RSS पर तंज कसे थे। उन्होंने कहा था- कहा- कुछ लोगों को लगता है कि वो सब जानते हैं और हमारे प्रधानमंत्री उनमें से एक हैं। मोदी भगवान को भी दुनिया चलाना सिखा देंगे, भगवान भी चौंक जाएंगे कि ये मैंने क्या बना दिया। वह वैज्ञानिकों को विज्ञान सिखा सकते हैं। इतिहासकारों को हिस्ट्री सिखा सकते हैं। आर्मी को जंग लड़ना और एयरफोर्स को उड़ना सिखा सकते हैं।

वो बोले, "भारत कभी भी किसी भी विचार को दरकिनार नहीं करता है। जो भी भारत आता है, उसका खुले दिल से स्वागत किया जाता है और उसके विचारों को हम आत्मसात करते हैं। इसी भारत का आप प्रतिनिधित्व करते हैं। अगर आप गुस्से, घृणा और घमंड में भरोसा करते हैं तो आपको भाजपा की मीटिंग में बैठना चाहिए।"
राहुल मंगलवार सुबह अमेरिका पहुंचे थे। यहां इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने उनका स्वागत किया।
मोदी सरनेम वाले बयान पर गई थी राहुल की सांसदी
13 अप्रैल 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था, ‘चोरों का सरनेम मोदी है। सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है, चाहे वह ललित मोदी हो या नीरव मोदी या चाहे नरेंद्र मोदी।’ इसके बाद सूरत पश्चिम के बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल के खिलाफ मानहानि का केस किया था। उनका कहना था कि राहुल गांधी ने हमारे पूरे समाज को चोर कहा है और यह हमारे समाज की मानहानि है।

इस केस में सूरत की कोर्ट ने 23 मार्च 12.30 बजे राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई थी। हालांकि, 27 मिनट बाद उन्हें जमानत मिल गई थी। 24 मार्च दोपहर करीब 2.30 बजे राहुल की संसद की सदस्यता रद्द कर दी गई। वह केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य थे। लोकसभा सचिवालय ने पत्र जारी कर इस बात की जानकारी दी। लोकसभा की वेबसाइट से भी राहुल का नाम हटा दिया गया।

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