किसानों के प्रदर्शन के चलते बदला कार्यक्रम; टिकरी बॉर्डर से कैथल तक था शक्ति प्रदर्शन|
हरियाणा में 14 जून को होने वाला राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला का टिकरी बॉर्डर से कैथल तक निकाले जाने वाले रोड शो स्थगित कर दिया गया है। हरियाणा किसान कांग्रेस के युवा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र जागलान ने बताया कि किसान और खाप संगठनों के हरियाणा बंद ऐलान के चलते यह फैसला लिया गया है। कुरुक्षेत्र में सुरजमूखी पर MSP की मांग को लेकर किसानों का धरना चल रहा है।
बता दें कि हरियाणा में चुनावी सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं। हरियाणा कांग्रेस के नेता इसी बहाने अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदेश में पूर्व सीएम भूपेंद्र और उनके बेटा दीपेंद्र हुड्डा कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के माध्यम से विरोधियों को अपनी ताकत का अहसास करा रहे हैं। जबकि कुमारी सैलजा भी छत्तीसगढ़ से आकर अपने समर्थकों की मीटिंग लगातार ले रही हैं।
वहीं कर्नाटक विधानसभा चुनावों में जीत के बाद हरियाणा पहुंचने पर सुरजेवाला के समर्थकों ने 14 जून को रोड शो निकालने का कार्यक्रम बनाया था। शक्ति प्रदर्शन के माध्यम से वह हरियाणा कांग्रेस में अपने विरोधियों को चुनौती देने की तैयारी में थे।
हुड्डा के लिए रणदीप और कुमारी सैलजा चुनौती
हरियाणा कांग्रेस में हुड्डा गुट सबसे हैवी है। उनके समर्थक हुड्डा ही कांग्रेस का नारा दे चुके हैं। जनसभाओं में तीसरी बार हुड्डा को भावी सीएम पेश कर रहे हैं। हुड्डा के समक्ष हरियाणा में छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला सबसे बड़ी चुनौती है। कैप्टन अजय यादव और किरण चौधरी भी हुड्डा की परस्पर विरोधी रहे हैं।
गुटबाजी के चलते राजस्थान से लड़ा चुनाव
रणदीप सुरजेवाला 2004 की हुड्डा सरकार में बिजली मंत्री थे। प्रदेश कांग्रेस में हुड्डा के हावी होने और गुटबाजी के चलते ही उन्होंने राजस्थान से राज्यसभा का चुनाव लड़ा था। सुरजेवाला पिछले काफी समय से केंद्र की राजनीति में हिस्सेदारी कर रहे थे। हरियाणा की खट्टर सरकार को घेरकर वे प्रदेश की राजनीति में अपनी दिलचस्पी जाहिर करते रहे हैं। रणदीप ने हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन के अटैची कांड से खट्टर सरकार को घेरा।
प्रदेश में कांग्रेस के पास 30 विधायक
हरियाणा में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा और रणदीप सुरेजवाला की गांधी परिवार तक सीधी पहुंच है। हाल ही में राहुल गांधी जब विदेश यात्रा पर गए थे तो दीपेंद्र हुड्डा उनके साथ थे। फिलहाल राहुल गांधी हरियाणा के सभी दिग्गज नेताओं को बराबर तवज्जों दे रहे हैं।
हरियाणा में इस समय कांग्रेस के 30 विधायक हैं। जिसमें से सबसे अधिक हुड्डा समर्थक हैं। कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस छोड़ दी थी। आदमपुर उपचुनाव में कांग्रेसी उम्मीदवार जयप्रकाश की हार हुई थी। भव्य की जीत से भाजपा विधायकों की संख्या 41 हो गई है।
ओपी चौटाला दे चुके हैं मात
हरियाणा में 2005 के चुनावों में रणदीप सुरजेवाला ने पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला को नरवाना सीट से हराया था। हालांकि वे इससे पहले ओपी चौटाला से हार भी चुके हैं। हुड्डा सरकार के 10 साल के कार्यकाल में वे मंत्रिमंडल के सदस्य रह चुके हैं।
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