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Thursday, June 22, 2023

*बिजली का संकट:गर्मी बढ़ते ही फॉल्ट बढ़े, दिन में कई बार बिजली गुल, डीई बोले- चोरी नहीं रुक रही*

*बिजली का संकट:गर्मी बढ़ते ही फॉल्ट बढ़े, दिन में कई बार बिजली गुल, डीई बोले- चोरी नहीं रुक रही*
गर्मी बढ़ते ही फॉल्ट बढ़े, दिन में कई बार बिजली गुल, डीई बोले- चोरी नहीं रुक रही|
लोड अधिक होने के कारण बिजली के खंभे पर जलता बॉक्स।
पारा चढ़ते ही डीपी पर बढ़ने लगा लोड, टूटने लगे डीओ और केबल, मेंटनेंस की वजह से कटौती
गर्मी के मौसम में जैसे- जैसे तापमापी का पारा ऊपर चढ़ रहा है, वैसे- वैसे शहर में बिजली का संकट गहराने लगा है। दिन में कई बार पावर कट के हालात बनने से लोग बेहाल होने लगे हैं। इस प्रकार के हालात डीपी पर लोड बढ़ने के कारण बन रहे हैं। इससे कभी केबल टूट रही हैं तो कभी डीओ जल रहे हैं। इनके मेंटेनेंस के लिए दिन में कई बार पावर कट हो रहा है। इसके पीेछे बिजली कंपनी के अधिकारियों का तर्क है कि लोग चोरी से एसी का प्रयोग कर रहे हैं इस कारण ऐसे हालात बन रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि ऐसे लोगों पर बिजली कंपनी के कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।

यहां बता दें सप्ताह भर से शहर के कई इलाकाें में न केवल दिन बल्कि रात में भी बिजली गुल हो रही है। 10- 20 मिनट तक के लिए बिजली गुल होने की गिनती ही नहीं है। समस्या तब बढ़ जाती है जब यह कभी घंटे भर तो कभी दो घंटे लिए गुल हो जाती है। शहर के बीटीआई रोड सब स्टेशन से निकले आर्य नगर फीडर से संबद्ध इलाके हाउसिंग कॉलोनी, नयापुरा, वनखंडेश्वर रोड पर तीन दिन से जबरदस्त बिजली संकट चल रहा है।

सोमवार को आठ बार पावर कट हुआ। जबकि मंगलवार को पहले सुबह से शाम तक और इसके बाद रात में तीन- चार बार बिजली आने जाने की स्थिति रही। आज भी सुबह से शाम को 6 बजे तक पांच बार बिजली गुल हुई। इसी प्रकार वॉटर वर्क्स इलाका जहां बिजली कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के ऑफिस हैं उस इलाके में भी इसी प्रकार के हालात चल रहे हैं। कमोवेश इस प्रकार की स्थिति शहर के अधिकांश इलाकों में है।

शहर में 39 हजार मकान और बिजली कनेक्शन 30 हजार: जीवन के लिए जितनी जरूरत ऑक्सीजन की है उतनी ही वर्तमान समय में बिजली की हो गई है। लेकिन शहर में बिजली के कनेक्शन 30 हजार के करीब है जबकि भवनों की संख्या 39 हजार के आसपास है। इस प्रकार 9 हजार घरों में मुफ्त में बिजली का उपभोग हो रहा है। इस बात से बिजली कंपनी के अधिकारी भी वाकिफ है। लेकिन इस चोरी को रोक पाने में असफल साबित हो रहे हैं।

महामारी में चिकित्सकों की सलाह भी नहीं मान रहे लोग
कोरोना काल में चिकित्सा विशेषज्ञ एसी का प्रयोग न करने की सलाह दे रहे हैं। इसके बाद भी लोग धड़ाधड़ एसी लगवाते जा रहे हैं। जबकि बिजली का भुगतान कम लोग करते हैं। जब मुफ्त में एसी की सुविधा मिल रही हो तो लोग कूलर के बजाए एसी खरीद रहे हैं। बगैर कनेक्शन बिजली का उपभोग करने वाले तो खाना पकाने के लिए हीटर का प्रयोग करने में भी नहीं हिचकिचा रहे हैं।

एक एसी 6 घंटे रोज चलने से महीने का 2880 का बिल, यहां लोग भरते नहीं
डेढ़ टन का एसी 6 घंटे रोज चले तो 12 यूनिट प्रतिदिन बिजली की खपत होगी। इस प्रकार 30 दिन में 360 यूनिट बिजली खर्च होगी। इसका बिल करीब 2880 रुपए का होगा। जबकि कई घरों में तीन- चार तक एसी लगे हुए हैं। इनमें बिजली की खपत बढ़ने से डीपी और केबल पर लोड बढ़ रहा है। कंपनी के लोगों की मानें तो शहर में 50 फीसदी लोग सिंगल फेज कनेक्शन पर दो से तीन एसी का उपयोग कर रहे हैं ।
5 घंटे चले अभियान में 60 कनेक्शन काटे, चोरी के 20 प्रकरण बनाए
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस, एसपी मनोज कुमार सिंह के निर्देशन में शुरू की गई मुहिम में बुधवार को नबादा बाग में 5 घंटे में 12 लाख 38 हजार रुपए बकाया होने से 60 कनेक्शन काटे गए। जबकि बिजली चोरी के 20 प्रकरण भी बनाए गए। कार्रवाई में सात लाख रुपए बकाया राशि की वसूली भी की गई। कार्रवाई में सहायक कलेक्टर विवेक केवी, डीएसपी मोतीलाल कुशवाहा, डीई शुभम कुमार शामिल थे।

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