शीट्स धुली नहीं होने के कारण टालने पड़े मरीजों के ऑपरेशन|*
सिविल अस्पताल की लॉन्ड्री में कंडम वाशिंग मशीन।
सिविल अस्पताल में साेमवार काे चार मरीजाें के ऑपरेशन टालने पड़े। बताया जाता है कि मरीजाें काे कवर करने के लिए ओटी शीट्स उपलब्ध नहीं थी। रविवार की छुट्टी हाेने की वजह से लाॅन्ड्री बंद थी, जिसके कारण कपड़े नहीं धाेये गए। साेमवार काे कर्मचारियाें ने पहुंचकर कपड़े धाेकर उपलब्ध करवाए।
ऐसे में सवाल उठता है कि अस्पताल प्रबंधन ने संसाधनाें की अतिरिक्त व्यवस्था क्याें नहीं कर रखी है? इस मामले में मंगलवार काे अस्पताल प्रबंधन ने संज्ञान लेकर लाॅन्ड्री कर्मचारियाें व ओटी स्टाफ की मीटिंग ली। दाेनाें पक्षाें काे आपस में तालमेल बनाकर रखने के निर्देश दिए। चेताया कि दाेबारा ऐसी समस्या पैदा हुई ताे जिम्मेदार पर एक्शन हाेगा।
इसके अलावा सर्जन का राेस्टर बनेगा जिसके तहत विभाग से एक टाइम में एक ही सर्जन थियेटर में जाकर सर्जरी करेगा। आपात स्थिति में दूसरे सर्जन की मदद लेंगे। इससे ओपीडी सेवाएं प्रभावित नहीं हाेंगी। सर्जन काे निर्देश दिए कि वे राेज दाेपहर 1 से 2 बजे के बीच अगले दिन हाेने वाले ऑपरेशन की लिस्ट मुहैया करवा देंं, ताकि उसके अनुसार ओटी स्टाफ एडवांस व्यवस्था रख सकें।
अव्यवस्था... एक वाशिंग मशीन हो चुकी कंडम, कपड़े सुखाने का ड्रायर चला नहीं और स्टीम प्रेस भी खराब
समय पर कपड़ाें की धुलाई न हाेने के लिए जिम्मेदार अस्पताल की कंडम लाॅन्ड्री है। यहां छह कर्मचारी कार्यरत हैं लेकिन संसाधनाें की काफी कमी है। बेड शीट्स, ओटी शीट्स, कुर्ता-पाजामा, आई शीट्स, गाउन इत्यादि कपड़ाें धाेये जाते हैं। अकेले ओटी के 200 के लगभग राेज कपड़ाें की धुलाई हाेती है। इसके अलावा अन्य वार्डाें के कपड़े भी धुलने आते हैं। यहां 2 वाशिंग मशीन हैं लेकिन एक कंडम है। दूसरी मशीन की हालत खस्ता है। कपड़े सुखाने की मशीन ताे एक दशक से प्रयाेग में नहीं है। स्टीम प्रेस भी खराब है। ऐसे में कर्मचारियाें काे हाथ से कपड़े निचाैड़कर सुखाने व प्रेस करके देने पड़ते हैं। इस प्रक्रिया में घंटाें का समय लगता है। अगर मशीनें ठीक हाें ताे यह काम और भी जल्दी हाेने की संभावना है।
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