भाजपा-जजपा नेताओं में बयानबाजी के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा प्रभारी से मुलाकात की।
हरियाणा BJP और जननायक जनता पार्टी (JJP) में खटपट बढ़ गई है। दोनों पार्टियों के नेता एक-दूसरे के खिलाफ खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे में गठबंधन सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इसके अलावा सरकार को सूरजमुखी के MSP को लेकर किसानों के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। इसे देखते हुए CM मनोहर लाल खट्टर और हरियाणा BJP प्रभारी बिप्लब देब की मुलाकात हुई। माना जा रहा है कि इसमें JJP से संबंधों की खटास और सूरजमुखी पर MSP को लेकर चर्चा हुई।
इससे पहले कल सरकार को चुनाव से एक साल पहले कोई खतरा न हो, इसके लिए हरियाणा BJP प्रभारी बिपल्ब देब ने दिल्ली में 4 निर्दलीय विधायकों से मीटिंग की।
देब से मुलाकात करने वाले निर्दलीय विधायकों में धर्मपाल गोंदर, राकेश दौलताबाद, रणधीर सिंह और सोमवीर सांगवान शामिल हैं। मीटिंग के बाद बिप्लब देब ने कहा-'' मीटिंग में निर्दलीय विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर भरोसा जताया है। हरियाणा को समृद्ध बनाने की प्रतिबद्धता को भी दोहराया।
इस बीच शुक्रवार को हलोपा विधायक गोपाल कांडा भी दिल्ली में प्रभारी बिप्लब देब से मिले। उन्होंने भी भाजपा को समर्थन देने की बात दोहराई।
CM मनोहर लाल के बयान के बाद दुष्यंत चौटाला और बिप्लब देब एक-दूसरे को लेकर इशारों में खूब बयानबाजी कर रहे हैं।
CM मनोहर लाल के बयान के बाद दुष्यंत चौटाला और बिप्लब देब एक-दूसरे को लेकर इशारों में खूब बयानबाजी कर रहे हैं।
पहले पढ़िए... भाजपा और जजपा में विवाद वाले 5 बयान
1. CM मनोहर लाल ने सार्वजनिक तौर पर कहा-'' हरियाणा में BJP की सरकार है, जजपा की नहीं। जजपा तो बस एक सहयोगी पार्टी है''। इसके जवाब में जजपा प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह कहने लगे-'' प्रदेश में हमारी सरकार नहीं, सिर्फ सहयोगी हैं, दुष्यंत चौटाला को मजबूत करें।''
2. इसके बाद BJP के हरियाणा प्रभारी बिप्लब देब जींद जिले के कार्यक्रम में गए थे। वहां देब ने कहा कि यहां की उचाना सीट से भाजपा की प्रेमलता अगली विधायक होंगी। मौजूदा समय में यहां से डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला जजपा से विधायक हैं।
3. डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने इसके जवाब में कहा-'' किसी के पेट में दर्द है, दर्द की दवाई तो मैं दे नहीं सकता। न तो मेरे पेट में दर्द है और न ही मैं डॉक्टर हूं। मेरा काम अपनी पार्टी को मजबूत करना है। मैं उचाना से ही चुनाव लड़ूंगा।
4. इस पर बिप्लब देब ने कहा- जजपा ने हमें समर्थन देकर कोई अहसान नहीं किया, बदले में उन्हें मंत्री पद दिए हैं। अभी गठबंधन सरकार चल रही है लेकिन निर्दलीय विधायक भी हमारे संपर्क में हैं।
5. फिर गठबंधन में चुनाव लड़ने पर दुष्यंत चौटाला ने कहा-'' भविष्य में क्या है, मैं भविष्यवाणी करने वाला ज्योतिषी नहीं हूं। क्या अपने संगठन (JJP) को हमें 10 सीटों तक सीमित करना है, ऐसा बिल्कुल नहीं। BJP सिर्फ 40 सीटों को लेकर चुनाव लड़ेगी, बिल्कुल नहीं?। दोनों पार्टियां 90 सीटों की तैयारी कर रह
निर्दलीय समर्थन में तो BJP को जजपा की जरूरत नही
हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं। बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए। इस समय भाजपा के पास 41 और जजपा के 10 विधायक हैं। पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर जजपा समर्थन वापस लेती और निर्दलीय साथ आते हैं तो सरकार को खतरा नहीं है।
हरियाणा में 7 निर्दलीय विधायक पंडूरी से रणधीर गोलन, महम से बलराम कुंडू, रानियां से रणजीत चौटाला, बादशाहपुर से राकेश दौलताबाद, दादरी से सोमवीर सांगवान, नीलोखेडी से धर्मपाल गोंदर, नयनपाल रावत है। इनमें से कुंडू को छोड़ बाकी सब सरकार के साथ हैं। रणजीत चौटाला तो सरकार में बिजली मंत्री भी हैं। हलोपा विधायक गोपाल कांडा का भी सरकार को समर्थन है।
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