किसानों को कम लागत पर अधिक मुनाफे के लिए परम्परागत खेती के बजाय बागवानी अपनानी चाहिए - कृषि मंत्री जेपी दलाल
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जयप्रकाश दलाल शनिवार को कुरुक्षेत्र के लाडवा स्थित उष्णकटिबंधीय फल केंद्र में तीन दिवसीय फल उत्सव के समापन समारोह पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को परम्परागत खेती की बजाए बागवानी की खेती पर अधिक करनी चाहिए। किसान गेहूं व धान की अपेक्षा फलों के बागों से अधिक मुनाफा ले सकता है। सरकार द्वारा बागों के क्षेत्रफल को बढ़ाने के लिए विशेष अनुदान योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत अनुदान राशि दी जा रही है। किसान विभिन्न फलदार पेड़ों के बाग लगाकर इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि यह योजना विशेष रूप से राज्य में धान के स्थान पर फलों के क्षेत्र को बढ़ाने के उद्देश्य से लागू की गई है। सरकार का उद्देश्य है कि धान की फसल को कम करके पानी की बचत की जा सके। इस मंशा के चलते बागों की स्थापना पर जोर दिया जा रहा है। किसानों की जोत दिनों-दिन कम होती जा रही है ऐसे में किसान बाग लगाकर ही अच्छा मुनाफा ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि फल उत्सव जैसे आयोजन किसानों के लिए काफी मददगार साबित होते हैं । इस प्रकार के आयोजनों से किसानों को बागवानी फसलों से संबंधित नवीनतम तकनीकी प्रदर्शन का ज्ञान प्राप्त होता है। विभाग द्वारा केन्द्रों को बागवानी पर्यटन के रूप में विकसित करना चाहिए ताकि शहरी बच्चों को बागवानी फसलों का ज्ञान हो सके। उन्होंने किसानों को जागरूक करने के विभागीय प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की तरफ से गन्नौर में 550 एकड़ में देश की सबसे बड़ी मंडी बनाई जा रही है। इस मंडी में लगभग 40 हजार करोड़ का सालाना व्यवसाय होगा। इस मंडी से उतर भारत के व्यापारियों को फायदा होगा। वर्तमान सरकार ने किसानों को लगभग दस हजार करोड़ रुपए का मुआवजा देने का काम किया है। किसानों को साहूकारों से छुटकारा दिलाया है। पिछली सरकारों ने पिछले 70 सालों में किसानों के लिए कुछ भी नहीं किया। अब विपक्षी दल किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं । लेकिन किसान उनकी बातों में आने वाले नहीं हैं ।
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में सरकार किसानों के हित की योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का काम कर रही है। इस सरकार ने कृषि विभाग के बजट को 800 करोड़ से बढ़ाकर 4 हजार करोड़ करने कार्य किया। इसी तरह पशुपालन विभाग सहित अन्य विभागों के बजट में पांच गुणा बढ़ोतरी करने का काम किया है।
हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि प्रदेश सरकार की तरफ से लाडवा हलका के लोगों को फल केंद्र की अनोखी सौगात देने का काम किया। हरियाणा पशुधन एवं डेयरी विकास निगम के चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर ने कहा कि प्रदेश सरकार हमेशा किसानों के हित के बारे सोचती है और किसानों की आशा अनुसार योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का काम कर रही है। उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक जोगिंदर सिंह ने कहा कि फल उत्सव में लगभग 1500 किसानों को आम के जीर्णोद्धार, उच्च घनत्व पौधा रोपण, टपका सिंचाई के प्रयोग, आम का गुच्छा-मुच्छा रोग का प्रबंधन, लीची में कैनोपी मैनेजमेंट, नर्सरी प्रबंधन एवं आड़ू, आलूबुखारा एवं नाशपाती फसलों के सघन प्रबंधन एवं किसानों तक नई अंतरराष्ट्रीय स्तर की तकनीकों को पहुंचाने के उद्देश्य से नवीनतम तकनीकी प्रदर्शन के माध्यम से किसानों को जानकारी प्रदान की गई। तीन दिवसीय इस फल उत्सव में किसानों को बागों से संबंधित दिए गए तकनीकी ज्ञान का प्रदर्शन किसान अपने खेतों में कर सकेंगे जो फलों की पैदावार बढ़ाने एवं उन्हें कीटाणु मुक्त करने के लिए बहुत आवश्यक है।
इसके अतिरिक्त कृषि मंत्री द्वारा आयोजन में विभागों एवं फॅर्मों द्वारा स्टॉल लगाकर किसानों को ज्ञानवर्धक जानकारी देने के उद्देश्य से विभागों एवं फर्मो के अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि इस बार 22 स्कूलों के करीब 15 सौ विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
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