आपसी तालमेल से काम करेंगे तभी हम जानमाल का नुकसान बचा सकेंगे - दुष्यंत चौटाला
चण्डीगढ़- यमुना का जलस्तर बढऩे के बाद फरीदाबाद में भी यमुना के साथ लगते हुए गांवों को काफी नुकसान हुआ है। यमुना का जल स्तर बढऩे के बाद पानी यमुना से लगते हुए गांव के घरों और खेतों में घुस गया। प्रशासन ने भी मुस्तैदी दिखाते हुए पानी में फंसे लोगों को निकालते हुए सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। वहां पर उनको खाने-पीने रहने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला आज फरीदाबाद जिला के बाढग़्रस्त गांवों में प्रभावित क्षेत्र का जायज़ा लेने पहुंचे।
श्री दुष्यंत चौटाला स्वयं ट्रेक्टर लेकर मंझावली बाढग़्रस्त क्षेत्र में लोगों का हाल-चाल जानने पहुंचे। इसके पश्चात मोहना-बागपत पुल और बागपत के बाढग़्रस्त इलाके का दौरा किया।
उन्होंने बताया कि बाढग़्रस्त इलाकों में एनडीआरएफ की टीमें और दो जगह पर आर्मी की टीमों को लगाया हुआ है। हमारा पहला लक्ष्य है कि जो लोग खेतों में बने घरों में बाढ़ के पानी के कारण फसे हुए हैं उनको सही सलामत वहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर लेकर जाया जाए। फरीदाबाद और पलवल जिलों के 16 गांव यमुना नदी के पानी से प्रभावित हुए हैं। एनडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन निरंतर चल रहा है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ पर राजनीति करना छोटी मानसिकता के लोगों का काम है। अभी समय है सबको मिलकर एकजुट होकर काम करते हुए आगे बढ़ना है। मिलजुल कर आपसी तालमेल से काम करेंगे तभी हम जानमाल का नुकसान बचा सकेंगे। उन्होंने कहा कि किसी के भी घर को, जानमाल को, पशु को , फसल को नुकसान हुआ है तो उसके लिए नई गाइडलाइन तीन महीने पहले ही जारी कर दी थी। उसके तहत पीडि़त को जल्द से जल्द मुआवजा देंगे।
उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित लोगों को नाव से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए और जहां नाव नहीं जा सकती, वहां से हेलीकॉपटर से लिफ्ट करके लाया जाए। इसके अलावा, आवश्यकता अनुसार बाढग़्रस्त क्षेत्र में फंसे लोगों तक सर्वप्रथम सूखा राशन, खाना और पीने का पानी, दवाई पहुंचाई जाए।
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