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Monday, August 14, 2023

हरियाणा के 509 स्कूलों की पहचान बदलेगी:आज से शहीदों के नाम से जाने जाएंगे; सबसे ज्यादा रेवाड़ी के 94 विद्यालयों का स्टेट्स चेंज होगा

हरियाणा के 509 स्कूलों की पहचान बदलेगी:आज से शहीदों के नाम से जाने जाएंगे; सबसे ज्यादा रेवाड़ी के 94 विद्यालयों का स्टेट्स चेंज होगा
हरियाणा के 509 स्कूलों की आज पहचान बदल जाएगी। इन स्कूलों को अब शहीदों के नाम से जाना जाएगा। सबसे ज्यादा रेवाड़ी जिले के 94 स्कूलों के नाम बदले जाएंगे। डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने पिछले साल जम्मू में शहीद हुए निशांत मलिक के नाम पर हांसी क्षेत्र के ढंढेरी गांव के स्कूल का नाम बदलवा दिया था।
आज 14 अगस्त की मध्यरात्रि से राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के सभी रिकॉर्ड में और वेबसाइट पर इन सरकारी स्कूलों का नामकरण बदलकर शहीदों के नाम पर हो जाएगा।
2022 में शुरू हुई थी मुहिम
15 अगस्त 2022 को हांसी क्षेत्र के ढंढेरी गांव के निशांत मलिक जम्मू कश्मीर में शहीद हुए। डिप्टी CM शहीद के घर उनके गांव ढंढेरी गए। उसी दिन शाम तक गांव के स्कूल के बोर्ड पर नया नाम लिखवा दिया था। इसके बाद कई अन्य अवसरों पर उप-मुख्यमंत्री और सरकार की तरफ से कई गांवों में स्कूलों के नाम वहां के शहीदों के नाम पर रखे जाने की घोषणा की।
नूंह में एक शहीद के नाम होगा स्कूल

राज्य के 358 हाई या सीनियर सेकेंडरी स्कूल और 151 मिडिल या प्राइमरी स्कूलों के नाम उन गांवों के बहादुर जवानों के नाम पर होंगे, जिन्होंने देश के लिए सर्वोत्तम बलिदान दिया। इनमें सबसे ज्यादा रेवाड़ी जिले के 94, भिवानी जिले के 85 और जींद जिले के 61 स्कूल शामिल हैं।
पलवल जिले में 38, रोहतक में 36, चरखी दादरी में 28, झज्जर में 28, गुरुग्राम में 25, कैथल में 21, महेंद्रगढ़ में 16, हिसार में 13 और फतेहाबाद में 10 स्कूलों के नाम शहीदों के नाम पर रखे गए हैं। अंबाला, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, सोनीपत में 8-8, यमुनानगर, पंचकूला, पानीपत में 5-5, सिरसा में 4, करनाल में 2 और नूंह जिले में 1 सरकारी स्कूल का नाम शहीद के नाम पर होगा।
कल से सरकारी रिकॉर्ड होंगे अपडेट

डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने कहा कि शहीदों का देश के लिए बलिदान और उनके परिवारों का राष्ट्रसेवा में योगदान अतुलनीय है और देश उनका कर्ज़ कभी नहीं चुका सकता। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि 509 सरकारी स्कूलों के नए नामकरण को 15 अगस्त को सभी जगह सरकारी रिकॉर्ड में अपडेट कर दिया जाएगा और भविष्य में सभी सूचनापट्ट और सरकारी दस्तावेजों में यही नए नाम लिखे जाएंगे।

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