परिवहन मंत्री ने फसल अवशेष प्रबंधन जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखा किया रवाना
गांव-गांव जाकर किसानों को किया जाएगा पराली न जलाने के लिए जागरूक - परिवहन मंत्री
चंडीगढ़, 15 सितम्बर - हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन के प्रति किसानों को जागरूक करने के उद्देश्य से कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के तत्वावधान में दो मोबाइल वैन चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मोबाइल वैनों के माध्यम से किसानों को गांव-गांव जाकर फसल अवशेष प्रबंधन के लिए जागरूक किया जाएगा, ताकि कोई भी किसान अपनी धान के अवशेषों को जलाने की बजाए उसे कृषि मशीनों के माध्यम मिट्टी में ही मिला सके।श्री मूलचंद शर्मा ने आज सोनीपत में फसल अवशेष प्रबंधन किसान जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए लक्ष्य की प्राप्ति के लिए शुभकामनाएं दी।
परिवहन मंत्री ने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन के प्रति किसानों को जागरूक करने के उद्देश्य से कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के तत्वावधान में दो मोबाइल वैन चलाई जा रही हैं।
परिवहन मंत्री ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय तथा केंद्र व प्रदेश सरकार के स्पष्ट निर्देशानुसार कोई भी किसान फसलों के अवशेष न जलाएं। ऐसा करने से प्रदूषण बढ़ता है, जिसका दुष्प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ता है। विशेष रूप से सांस से पीड़ित रोगियों के लिए समस्या बढ़ जाती है।
परिवहन मंत्री ने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन के लिए प्रदेश सरकार प्रति एकड़ की दर से 1000 रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है। उन्होंने किसानों को आह्वान किया कि सभी किसान संकल्प लें कि वे अपनी धरती मां की रक्षा के लिए पराली या धान के अवशेष नहीं जलाएंगे और उसका उचित प्रबंधन कर सरकार की इस योजना का फायदा उठाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही किसान फसल अवशेष प्रबंधन से किसान पराली से कमाई भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार फसल प्रबंधन के लिए सब्सिडी पर कृषि यंत्र उपलब्ध करवा रही है, जिनकी सहायता से अवशेषों का प्रबंधन सरल हो जाता है। औद्योगिक इकाइयों में भी पराली का उपयोग होता है जो कि स्वयं इसकी खरीद करती है। उन्होंने कहा कि ये दोनों मोबाइल वैन प्रत्येक गांव में तीन अलग-अलग चरणों में पहुंचकर किसानों को लीफलेट एवं उद्घोषणा द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर जागरूक करेंगी।
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