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Sunday, October 1, 2023

सामाजिक सरोकार परिवार संस्था ने 7650 मेधावी छात्रों को किया सम्मानित

सामाजिक सरोकार परिवार संस्था ने 7650 मेधावी छात्रों को किया सम्मानित

जिला स्तर पर प्रथम तीन स्थान पाने वाली तीन छात्राओं को भेंट की ई-स्कूटी
जींद : जुलाना की नई अनाजमंडी में सामाजिक सरोकार परिवार संस्था की पढ़ाई दवाई और कमाई रैली का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले के 201 गांवों के 7650 छात्रोंए अभिभावकों और शिक्षकों को सम्मानित किया। जिले में प्रथम तीन स्थान पाने वाली तीन छात्राओं को ई स्कूटी देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी जिसे देखकर सामाजिक सरोकार परिवार संस्था के सदस्य गदगद हो गए। भीड़ ने आज तक के जुलाना में हुई सभी रैलियों रिकार्ड तोड़ दिए।
*रैली में लगभग 20 हजार लोगों की भारी भीड़ उमड़ी।*

लोगों को संबोधित करते हुए जनसेवक डा सुरेंद्र लाठर ने कहा कि सामाजिक सरोकार परिवार संस्था की मेहनत के दम पर जुलाना खंड के हर गांव में पुस्तकालय खोलें है। जोकि पूरे भारत वर्ष में एक रिकार्ड है। इसके अलावा रैली की भीड़ ने भी रिकार्ड तोडऩे का काम किया है। आज तक पूरे प्रदेश भी में इतनी बड़ी सामाजिक रैली नही हुई है। उन्होंने कहा कि अबकि बार एक ओर रिकार्ड 2024 में टूटेगा जब हलके की जनता पूरे देश के रिकार्ड को तोड़ते हुए भारी वोटों से अपने उम्मीदवार को जिता कर विस में भेजने का काम करेगी। रैली में लोगों को संबोधित करते हुए डा. सुरेंद्र लाठर ने कहा कि अबकि बार जुलाना की जनता एक विधायक नही बल्कि सीएम चुनने का काम करेगी।
*रधाना की ताई किताबो बोली : वोट लेकर गांव में नहीं आते विधायक और सांसद*

लोगों को संबोधित करते हुुए डा. सुरेंद्र लाठर नेे कहा कि उन्हें कार्यक्रम के निमंत्रण के दौरान रधाना गांव की ताई किताबो बोली कि बेटा वोट लेने के बाद कोई भी विधायक गांव में नही आता तो ताई किताबो को बताया कि संस्था ने 50 पुस्तकालय खुलवाए हैं। अगर जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधी विधायक, सासंद और राज्यसभा सांसद खुलवाएं तो पूरे प्रदेश में हर गांव में पुस्ताकालय खुल सकता है। जनप्रतिनिधी हमारी वोट तो ले लेते हैं लेकिन काम नही करते। प्रदेश की जनता को चाहिए कि 2024 में चुनाव के समय जो भी चुना हुआ प्रतिनिधी वोट के लिए आए तो उससे पांच साल का रिपोर्ट कार्ड जरूर मांगे जोकि हर वोटर का हक है। अगर विधायकों और सांसदों के बजट की बात की जाए तो लगभग 10 हजार करोड़ से उपर है जिस लिहाज से हर वोट की कीमत लगभग 5 लाख रूपये बनती है।
*अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए 105 विधायकों व सांसदों से मांगा जवाब*

डा. लाठर ने कहा कि संस्था अभी तक 50 पुस्तकालय खोल चुकी है। इनमें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर 164 युवा सरकारी नौकरी हासिल कर चुके हैंए जबकि संस्था के प्रयासों से 503 युवाओं को उनकी योग्यता के अनुसार निजी क्षेत्र में नौकरी दिलवाई जा चुकी है। बेटियों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए लाडो सरस्वती योजना शुरू की गई है। जिसके तहत बूढ़ा खेड़ा लाठर और ब्राह्मणवास गांव की 1203 बेटियों को हर महीने 100 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है। ये राशि स्कूल, कॉलेज जाने वाली प्रत्येक बेटी को दी जा रही है। डा. लाठर ने कहा कि आज के आयोजन समेत 17650 छात्र, छात्राओं, अभिभावकों व शिक्षकों को सम्मानित किया जा चुका है। जिसमें से 7650 को तो आज ही सम्मानित किया गया है। पानी की किल्लत को देखते हुए और लोगों को बीमारी मुक्त रखने के इरादे से बूढ़ाखेड़ा लाठर, किलाजफरगढ़ व करसौला गांव में तीन बड़े आरओ प्लांट स्थापित किए गए हैं। जहां से ग्रामीण स्वच्छ पेयजल लेकर पी रहे हैं। गरीब परिवारों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए 7सात परिवारों को ई-रिक्शा दी गई हैं ताकि वे अपने परिवार की जरूरतों को सम्मानजनक तरीके से पूरा कर सकें।
डा. सुरेद्र लाठर ने कहा कि सामाजिक सरोकार परिवार देश की ऐसी पहली सामाजिक संस्था है, जिसने लाखों लोगों के सामने अपना रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया गया। ऐसे में अब सभी ग्राम सभाओं को अपने-अपने विधायक व सांसद से रिपोर्ट कार्ड मांगने का प्रस्ताव पारित करना चाहिए। जो जनता की वोट हासिल कर विधानसभा व संसद पहुंच हैं उन सभी को बताना चाहिए कि उन्होंने क्या-क्या किया है। जब एक संस्था इतना कुछ कर सकती है तो पक्ष-विपक्ष के सभी विधायक, लोकसभा सांसद, राज्यसभा सदस्य तो इससे भी कई गुणा ज्यादा कर सकते हैं। अगर वे संस्था जितना भी करें तो प्रदेश में 5250 पुस्तकालय खुल सकते हैं। 70035 युवाओं को रोजगार दिला सकते हैं। 126315 बेटियों को हर महीने लाडो सरस्वती योजना की तरह प्रोत्साहन राशि मिल सकती है। 1853250 छात्र, छात्राओं, अभिभावकों व गुरुजन सम्मान पा सकते हैं। 315 गांवों में बड़े आरओ प्लांट लगा कर स्वच्छ पेयजल के सहारे लोगों को बीमारियों से बचाया जा सकता है। 735 परिवारों को ई-रिक्शा देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। ये ऐसे कार्य हैं, जिन्हें कोई भी विधायक, सांसद थोड़ी सी संवेदनशीलता दिखाए तो तुरंत अमलीजामा पहना सकता है। इस दौरान एडीजे जसबीर कुंडू, योगी संजीव नाथ, योगी देवेंद्र नाथ, योगी बैदनाथ ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। इस अवसर पर सेवानिवृत्त आईएएस जिस अहलावत,  सेवानिवृत्त आईएएस आरआर फूलिया, योगी कैलाश नाथ, श्रीश्री 1008 महंत भले गिरी, योगी सोमनाथ, योगी अरबिंद नाथ, हर्षवर्धन ढुल, विनय फौगाट, विरेंद्र सिवाच, उदयवीर दूहन, आलोक जैनए आदि मौजूद रहे।

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