*साइबर ठगी से बचने के लिए ध्यान से करें मोबाइल का प्रयोग : डीएसपी गीतिका जाखड़*
जींद : जाइट कान्वेंट स्कूल में वीरवार को साइबर क्राइम पर पुलिस की पाठशाला का आयोजन किया गया। इसमें अर्जुन अवार्डी एवं डीएसपी गीतिका जाखड़ ने कहा कि साइबर ठगी से बचने के लिए लोगों को अपने मोबाइल का प्रयोग बड़ी सावधानी से करना चाहिए। कार्यक्रम में नौंवी से लेकर 12वीं कक्षा तक के 300 बच्चों ने भाग लिया। स्कूल के डायरेक्टर एनएन शर्मा, वाइस चेयरमैन श्रुति जिंदल, प्राचार्य आशुतोष शर्मा समेत पूरा स्कूल स्टाफ मौजूद रहा।डीएसपी गीतिका जाखड़ ने कहा कि आजकल साइबर अपराध बहुत अधिक बढ़ रहा है। इसका मुख्य कारण है कि हम बिना सोचे-समझे मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। कोई भी व्यक्ति अपने आपको हमारा परिचित बताकर हमें मीठी-मीठी बात करता है और हमारे बारे में पूरी जानकारी हासिल करके हमें अपना शिकार बना लेता है। बहुत से मोबाइल ऐप हम बिना कारण के अपने मोबाइल में इंस्टॉल कर लेते हैं, जोकि बहुत खतरनाक साबित होते हैं। डीएसपी ने कहा कि हमें अपनी फेसबुक आईडी पर अपरिचित लोगों को अपना फ्रेंड नहीं बनाना चाहिए। यदि हम किसी ठगी का शिकार हो जाते हैं तो तुरंत पुलिस से संपर्क करना चाहिए। एएसआई प्रवीण कुमार ने कहा कि बच्चों को इसके बारे में खुद भी तथा अपने माता-पिता को भी जागरूक करना चाहिए। कोई भी व्यक्ति मोबाइल पर आपसे खाता संख्या, ओटीपी या अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड का नंबर पूछे तो बिल्कुल भी नहीं बताना चाहिए। बहुत से लोग लॉटरी का लालच देकर भी ठगी का शिकार बना लेते हैं। यदि युवा इस बारे में जागरूक होंगे तो वह अन्य लोगों को भी इसके बारे में जागरूक कर सकेंगे। एसआई नरेश कुमार ने सभी बच्चों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई। उन्हाेंने कहा कि यदि अपने आसपास कोई व्यक्ति नशा करता है तो उसको जागरूक करके नशे से दूर किया जा सकता है। इसके अलावा अपने माता-पिता से अपनी हर बात शेयर करनी चाहिए। पुलिस पीआरओ अमित खर्ब ने देशभक्ति पर एक कविता सुनाई। स्कूल प्राचार्य आशुतोष शर्मा ने कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला बच्चों के लिए बहुत उपयोगी होती है। बच्चों को काफी कुछ सीखने को मिलता है।
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स्कूली बच्चों ने कहा कि वह पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे। अपराधियों को पकड़ने के लिए जितना दायित्व पुलिस का बनता है, उतना ही दायित्व अपराध को रोकने के लिए नागरिकों का भी बनता है। बच्चों ने कहा कि वह पहले अपने परिवार के लोगों को इस बारे में जागरूक करें, उसके बाद अपने आसपास के लोगों को। बच्चों ने यातायात के नियमों के बारे में भी उनका पालन करने की शपथ ली।
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