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Sunday, October 27, 2024

*जीन्द में 'दीप संवाद' का आयोजन: दीपावली के संदेश का समाजिक विस्तार*

*जीन्द में 'दीप संवाद' का आयोजन: दीपावली के संदेश का समाजिक विस्तार*
जीन्द : दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में हरियाणा के जीन्द में 'दीप संवाद' नामक एक विशेष आयोजन किया गया। यह बैठक समाज में वैचारिक जागरूकता बढ़ाने और दीपावली के आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व को समझाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। कार्यक्रम ने दीपों के पर्व को अंधकार से प्रकाश की ओर एक यात्रा के रूप में प्रस्तुत किया, जो एकता, सद्भावना और सामाजिक समृद्धि का संदेश देता है।
'दीप संवाद' का नेतृत्व माननीय डॉ. रमेशचन्द्र ने किया, जिनकी मार्गदर्शक अध्यक्षता ने आयोजन को एक नई दिशा दी। हरियाणा प्रान्त के महामंत्री डॉ. मनोज भारत ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया और अपने विचारों से कार्यक्रम को वैचारिक समृद्धि प्रदान की। जीन्द इकाई की अध्यक्ष श्रीमती मंजु मानव ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
जीन्द इकाई के महामंत्री डॉ. ब्रजपाल, सचिव डॉ. पूनम बिडलान, डॉ. सुनील कुमार, और संजय तिरंगाधारी ने आयोजन में अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराई। भिवानी इकाई के महामंत्री विनोद आचार्य और डॉ. भामा अग्रवाल ने भी अपने विचार साझा किए और दीपावली के अवसर पर समाज को सकारात्मक दिशा देने का आह्वान किया।
बैठक में वक्ताओं ने दीपावली को अंधकार पर प्रकाश की विजय का पर्व बताया, जो आत्मिक और सामाजिक दोनों ही स्तरों पर जागरूकता का संचार करता है। दीपावली केवल घरों में दीप जलाने का पर्व नहीं है, बल्कि यह समाज में उज्ज्वलता, समरसता और समृद्धि फैलाने का अवसर है। 'दीप संवाद' ने इस विचार को विस्तारित करते हुए, यह सुनिश्चित करने की पहल की कि दीपों का प्रकाश उन सभी वर्गों तक पहुँचे जो अब तक अंधकार में रहे हैं।
'दीप संवाद' के दौरान यह निर्णय लिया गया कि दीपावली पर्व पर समाज के जरूरतमंद वर्गों के लिए विशेष गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम का उद्देश्य केवल त्योहार मनाना नहीं था, बल्कि इसके माध्यम से नैतिक, आध्यात्मिक, और सामाजिक मूल्यों को सुदृढ़ करना था। वक्ताओं ने सामाजिक समृद्धि को बढ़ाने के लिए जिम्मेदारी का आह्वान किया और जरूरतमंदों की मदद करने के संकल्प को दोहराया।
इस आयोजन ने वैचारिक मंथन के रूप में समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की। 'दीप संवाद' ने समाज के प्रति जिम्मेदारी को समझते हुए लोगों को एकजुट होने का आह्वान किया, जिससे दीपावली का वास्तविक संदेश, जो अंधकार से प्रकाश की ओर यात्रा है, समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुँच सके।
'दीप संवाद' का यह आयोजन न केवल एक औपचारिक बैठक थी, बल्कि यह समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने की दिशा में एक सार्थक पहल थी। कार्यक्रम ने दीपावली को केवल उत्सव के रूप में नहीं, बल्कि एक सामाजिक परिवर्तन के साधन के रूप में प्रस्तुत किया। उपस्थित सदस्यों ने सामाजिक समृद्धि के लिए प्रयासरत रहने का संकल्प लिया, जिससे यह संदेश दिया कि दीपावली का पर्व केवल घरों की चारदीवारी तक सीमित नहीं, बल्कि समाज के हर कोने में उज्ज्वलता और एकता का संदेश फैलाने का पर्व है।

इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि समाज की भलाई के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं और दीपावली का वास्तविक उद्देश्य तभी पूरा होगा जब हम सभी मिलकर सामाजिक उत्थान के लिए कार्य करें।

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