Breaking

Tuesday, April 1, 2025

मिशन मुस्कान के दौरान जींद जिले में 69 बच्चों के चेहरों पर लौटी मुस्कान

मिशन मुस्कान के दौरान जींद जिले में 69 बच्चों के चेहरों पर लौटी मुस्कान 

मानव तस्कर विरोधी इकाई एवं एम. डी. डी. ऑफ़ इंडिया ने बाल-श्रम के विरुद्ध चलाया सयुंक्त अभियान 

बाल-श्रम एवं भिक्षाव्रती के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किये गए 
जींद– राष्ट्रीय बाल अधिकार सरंक्षण आयोग के निर्देश पर बाल श्रम के विरुद्ध राष्ट्रव्यापी अभियान के अंतर्गत चलाए गए  “मिशन मुस्कान” के दौरान जींद जिले से कुल 69 बच्चो को रेस्क्यू करके उनके चेहरों पर मुस्कान लौटाई गई l 
आज यहाँ जारी एक बयान में गैर सरकारी संगठन एम् डी डी ऑफ़ इंडिया के जिला समन्वयक नरेंद्र शर्मा ने बताया कि आयोग के निर्देश पर 1 मार्च से 31 मार्च तक यह राष्ट्रव्यापी अभियान हरियाणा सहित पुरे देश में चलाया गया l जिला पुलिस की मानव तस्कर विरोधी इकाई एवं एम् डी डी ऑफ़ इंडिया द्वारा इस सयुंक्त अभियान के तहत एक माह के दौरान जींद शहर के साथ-साथ नरवाना, उचाना एवं सफीदों ब्लाक में भी रेड करके 64 बाल श्रमिको एवं 5 गुमशुदा बच्चो को रेस्क्यू किया गया l मानव तस्कर विरोधी इकाई के इंचार्ज ASI  संदीप के नेत्रत्व में गठित इस सयुंक्त टीम में ASI कुलदीप,  ESI वेद प्रकाश, हेड कांस्टेबल संदीप तथा एम् डी डी ऑफ़ इंडिया के जिला समन्वयक नरेंद्र शर्मा एवं पीड़ित सहायक समन्वयक सुश्री मनीष शामिल थे l 
बयान के अनुसार रेस्क्यू किये गए 5 गुमशुदा बच्चो के परिजनों को तलाश करके उन्हें उनके सुपुर्द करके इनके मासूम चेहरों पर मुस्कान लौटाई गईl रेस्क्यू किये गए अन्य 64 बाल श्रमिको में 43 लड़के एवं 21 लडकिया शामिल थी l इनमे 47 बच्चो को विभिन्न शहरो एवं पिंडारा में सोमवती अमावस्या मेले तथा सरदा गाँव में काला पीर पर लगने वाले मेले से भिक्षाव्रती करते हुए रेस्क्यू किया गया जबकि 17 बच्चो को विभिन्न रेहडियो एवं दुकानों से बाल श्रम करते हुए रेस्क्यू किया गया l 
प्रेस नोट के अनुसार मिशन मुस्कान के दौरान रेस्क्यू किये गए कुल 69 बच्चो में 32 जींद शहर से एवं 17 बच्चे सफीदों ब्लाक से तथा 11 बच्चे उचाना से जबकि 9 बच्चे नरवाना से रेस्क्यू किये गएl  इन सभी बच्चो को जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गयाl इसके पश्चात उन्हें उनके परिजनों को सौंपने से पूर्व अपने बच्चो को स्कूल भेजने की सख्त हिदायत दी गई l इसके साथ-साथ बच्चो एवं उनके परिजनों की जिला बाल सरंक्षण अधिकारी कार्यालय में काउन्सल्लिंग भी करवाई गईl
प्रेस नोट के अनुसार एक माह तक चले इस अभियान के दौरानजा सयुंक्त दल के सदस्यों ने जिले में विभिन्न स्थानों पर भट्टा मजदूरों और उनके बच्चो के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किये गएl इन जागरूकता कार्यक्रमों में बच्चो और उनके अभिभावकों को पढाई का महत्व समझाते हुए अपने बच्चो को भीख मांगने के लिए भेजने की बजाय स्कूल भेजने का आग्रह किया गयाl अभिभावकों को केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा गरीब बच्चो के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओ की जानकारी देते हुए बताया गया कि वे इन सभी योजनाओ का लाभ अपने बच्चो को सरकारी स्कूल में दाखिला करवाकर ही उठा सकते है l

No comments:

Post a Comment