पाकिस्तान की सीक्रेट चीनी हथियार को भारत करेगा जाम
नई दिल्ली : 11 एयरबेस और नौ आतंकी ठिकानों के तबाह होने के बाद भी पाकिस्तान, भारत-विरोधी प्रोपेगेंडा से बाज नहीं आ रहा है. खबर है कि चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडनोट के जरिए पाकिस्तान, भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर फेक-न्यूज का प्रचार कर रहा है. राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा होता देखकर भारत की इंटेलिजेंस एजेंसियों ने रेडनोट ऐप को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है.
Haryana Bulletin News को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, देश की खुफिया एजेंसियों ने सरकार को रेडनोट ऐप को बैन करने की सिफारिश की है. क्योंकि पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसियां, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से जेनरेट होने वाली अवांछित जानकारियों को पोस्ट कर रही हैं. इन जानकारियों में ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी फर्जी खबरों से लेकर उत्तर-पूर्व और भारत के दूसरे हिस्सों के बीच भेदभाव वाली सामग्री को अपलोड किया जा रहे हैं. इस तरह की जानकारियों के जरिए उनका उद्देश्य भारत की सामाजिक सामंजस्य को नुकसान पहुंचाना है.
*भारत के उत्तर-पूर्वी इलाके में युवाओं के बीच पॉपुलर है* रेडनोट ऐप
हालांकि, रेडनोट चीन का ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, जिस पर लाइल-स्टाइल से जुड़े सामान की खरीद-बिक्री के साथ ही इंस्टाग्राम और टिकटॉक की तरह सोशल मीडिया पोस्ट करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. भारत के उत्तर-पूर्व के राज्यों में युवाओं के बीच ये रेडनोट ऐप तेजी से पाप्लुर हुआ है.
*सिंगापुर में आयोजित शांगरी-ला डायलॉग में बोले CDS जनरल अनिल चौहान*
शुक्रवार (30 मई, 2025) को ही चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारतीय सेना का 15 प्रतिशत ऑपरेशनल समय फेक-न्यूज को काउंटर करने में लगा था.” जनरल चौहान ने कहा, "हमारी रणनीति में तथ्य-आधारित कम्युनिकेशन (संचार) पर जोर दिया गया, भले ही इसका मतलब धीमी प्रतिक्रियाएं देना हो." सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग 2025 से इतर बोलते हुए CDS ने कहा कि भारत में इंफॉर्मेशन वॉरफेयर के लिए एक अलग यूनिट खड़ी करने की जरूरत है.
*ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान सोशल मीडिया पर फैलाया प्रोपेगेंडा*
पहलगाम हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई से घबराए पाकिस्तान की मीडिया और आईएसआई (ISI) ने सोशल मीडिया पर प्रोपेगेंडा फैलाना शुरू कर दिया था. फर्जी अकाउंट्स के जरिए भारत के सैन्य अधिकारियों के बारे में अफवाहें फैलाई जानी शुरू कर दी थी. हाल ही में जितने भी सीनियर मिलिट्री कमांडर का तबादला हुआ या रिटायरमेंट हुआ, पाकिस्तान ने उन्हें पहलगाम हमले की नाकामी से जोड़कर फर्जी प्रचार-प्रसार करने की कोशिश की.
*DIA चीफ के ट्रांसफर को काला पानी बताने की चला प्रोपेगेंडा*
डिफेंस इंटेलिजेंस चीफ (DIA) के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राणा के अंडमान-निकोबार कमान ट्रांसफर को कालापानी की सजा से जोड़कर दिखाना शुरू कर दिया है, जबकि हकीकत ये है कि लेफ्टिनेंट जनरल राणा, अंडमान-निकोबार में देश की प्रतिष्ठित ट्राई-सर्विस कमान की जिम्मेदारी संभालने के लिए गए थे.
*पाकिस्तान के फेक प्रोपेगेंडा पर भारत ने किया डिजिटल स्ट्राइक*
PIB-फैक्ट चेक सोशल मीडिया अकाउंट पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा की लगातार पोल खोल रहा है. फिर भी पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें और बेबुनियाद बातें उड़ा रही है. यही वजह है कि भारत ने पाकिस्तानी न्यूज चैनल और फर्जी प्रोपेगेंडा फैलाने वाले सोशल मीडिया अकाउंट्स को लगातार बैन कर रहा है. भारत ने डिजिटल स्ट्राइक करते हुए कई बड़े पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.
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