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Tuesday, July 1, 2025

सीआईए झज्जर व थाना मछरौली पुलिस ने डेढ़ माह बाद सुलझाई पत्रकार धर्मेन्द्र ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी, आरोपी गिरफ्तार

सीआईए झज्जर व थाना मछरौली पुलिस ने डेढ़ माह बाद सुलझाई पत्रकार धर्मेन्द्र ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी, आरोपी गिरफ्तार
झज्जर :  पत्रकार लुहारी निवासी धर्मेंद्र की हत्या के मामले की गुत्थी को पुलिस कमिश्नर डॉक्टर राजश्री सिंह के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में सीआईए झज्जर की पुलिस टीम ने डेढ़ माह बाद सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी गांव लुहारी निवासी अंकित को गिरफ्तार किया है जबकि एक अन्य आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पकडे़ गए आरोपी अंकित को पुलिस ने कोर्ट में पेश करके पूछताछ के लिए 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।
सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पुलिस कमिश्नर डॉक्टर राजश्री सिंह ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए बताया कि सीआईए झज्जर निरीक्षक विवेक मलिक व थाना माछरौली प्रबंधक उप निरीक्षक प्रवीन कुमार की संयुक्त पुलिस टीम की कड़ी मेहनत और सूझबूझ से लुहारी गांव में हुई ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी को सुलझाने में झज्जर पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है।प्राथमिक जांच में सामने आया है कि अंकित ने अपने साथी के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस आयुक्त डॉ. राजश्री सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक धर्मेंद्र व हत्यारोपियों का क्षेत्र में ही किसी कंपनी में लेबर सप्लाई करने का काम था। इसी को लेकर इनका विवाद भी रहता था। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वारदात में प्रयोग किया गया हथियार उसका साथी लेकर आया था।        
अंकित को पहले से ही पता था कि धर्मेंद्र हर रोज घूमने के लिए बाहर जाता है। इसी बात का फायदा उठाते हुए अंकित अपने साथी के साथ खेत के रास्ते धर्मेंद्र के मकान से कुछ दूरी पर एचपी पेट्रोल के कार्यालय के नजदीक सड़क के किनारे पेड़ों में छुपकर बैठ गए। जैसे ही धर्मेंद्र वहां पर आया तो अंकित ने उस पर गोलियां चला दी। पहली ही गोली धर्मेंद्र के सिर में लगी थी।
          मामले पर कार्रवाई करते हुए सीआईए झज्जर और थाना माछरोली की संयुक्त पुलिस टीम ने गांव के ही एक आरोपी अंकित पुत्र राकेश निवासी लुहारी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। जिसे अदालत झज्जर में पेश करके पूछताछ के लिए 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
           पुलिस कमिश्नर डॉक्टर राजश्री सिंह ने यह भी बताया कि इस मामले में अभी सुमित नामक एक युवक की गिरफ्तारी होनी बाकी है। पूछताछ के दौरान अंकित ने धर्मेंद्र की हत्या किए जाने की बात स्वीकार की है। उसने कहा है कि दूसरा आरोपी सुमित अंकित का दोस्त है और उसने ही धर्मेंद्र की हत्या का प्लान बनाया था और वही पिस्टल लेकर आया था। सुमित की गिरफ्तारी के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी। फिलहाल पुलिस दूसरे आरोपी सुमित की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है, जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
18 मई को हुई थी हत्या
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मृतक के लड़के आशीष ने पुलिस को सूचना दी थी कि हमारा घर लुहारी पटौदी सड़क पर है। 18 मई की शाम को उसके पिता खाना खाकर सड़क के किनारे घूमने के लिए गए हुए थे। उसके ही गांव के एक व्यक्ति ने बताया था कि उसके पिता धर्मेंद्र घायल अवस्था में गिरे हुए हैं।
              आशीष के अनुसार सूचना पर जब वह तुरंत गांव की तरफ हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेट लिमिटेड के पास पहुंचा तो उसने देखा कि उसके पिता के सिर से खून बह रहा है, जिसे हम इलाज के लिए पहले हेलीमंडी लेकर आए, जहां से उन्हें तुरंत मानेसर के निजी अस्पताल में भेज दिया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
             सूचना मिलते ही पुलिस के उच्च अधिकारियों और फॉरेंसिक टीम द्वारा मौका घटनास्थल का मुआयना किया गया और मौके से साक्ष्य उठाए गए और आरोपियों के खिलाफ थाना माछरौली में हत्या का आपराधिक मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने इस मामले में हत्या का आपराधिक मामला दर्ज किया था।

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