चण्डीगढ़/नारनौल : नारनौल के नजदीकी गांव नूनी कलां में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां सरकारी स्कूल की छुट्टी के बाद पहली कक्षा में पढ़ने वाला छह साल का बच्चा स्कूल के कमरे में ही बंद रह गया। मामला वीरवार का है, लेकिन जानकारी शुक्रवार को सामने आई, जिसके बाद गांव में बैठक भी हुई।
मिली जानकारी के मुताबिक, राजकीय प्राथमिक पाठशाला नूनी में पढ़ने वाला यह बच्चा उत्तर प्रदेश के एक मजदूर का बेटा है। गुरुवार को कक्षाओं के दौरान उसे नींद आ गई और वह डेस्क पर ही सो गया। दोपहर करीब दो बजे जब स्कूल की छुट्टी हुई तो सभी बच्चे अपने घर चले गए, लेकिन बच्चा नींद में ही रहा। इस बीच महिला चपरासी ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और स्कूल से चली गई।
करीब दो घंटे बाद, एक राहगीर स्कूल के पास से गुजरा तो उसे अंदर से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। उसने तुरंत गांव के सरपंच और डायल 112 को सूचना दी। कुछ समय बाद चपरासी मौके पर पहुंची और करीब 4 बजे दरवाजा खोलकर बच्चे को बाहर निकाला गया। बच्चे के माता-पिता मजदूरी करते हैं, इसलिए घटना के समय वे घर पर नहीं थे।
इस घटना को लेकर 15 अगस्त को गांव में बैठक हुई, जहां ग्रामीणों ने कड़ी नाराजगी जताई। उनका कहना था कि सौभाग्य से स्कूल गांव के बीच में था, जिस कारण बच्चे की आवाज सुन ली गई, वरना बड़ी अनहोनी हो सकती थी। ग्रामीणों ने स्कूल स्टाफ और चपरासी को चेतावनी दी कि यदि ऐसी लापरवाही दोबारा हुई तो सख्त कार्रवाई होगी।
No comments:
Post a Comment