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Sunday, October 5, 2025

कलाग्राम सोसाइटी का ‘अभयम’ संगीतमय अनुभव बना सुर, साधना और संवेदना का संगम

कलाग्राम सोसाइटी का ‘अभयम’ संगीतमय अनुभव बना सुर, साधना और संवेदना का संगम
गुरुग्राम : जिला  प्रशासन गुरुग्राम तथा नगर निगम गुरुग्राम के संयुक्त तत्वावधान व चाय चौपाल के सहयोग एवं कलाग्राम सोसाइटी द्वारा संगीत संध्या का आयोजन किया गया। ‘अभयम’ शीर्षक आधारित यह कार्यक्रम शनिवार की शाम चिन्मय ऑडिटोरियम में  आयोजित किया गया था। संगीत संध्या में विभिन्न कलाकारों ने आस्था और आत्मबल जैसे मानवीय मूल्यों पर आधारित कलात्मक प्रस्तुति देते हुए हर श्रोता के हृदय में एक गहरी छाप छोड़ी।
कार्यक्रम की शुरुआत में मंच पर जब विदुषी रमा सुंदर रंगानाथन ने अपने सधे हुए स्वर में निर्भयता की अनुभूति को स्वरबद्ध किया, तो वातावरण भक्ति और साहस की अनोखी ऊर्जा से भर उठा। उनके साथ संगति कर रहे कलाकारों — पं. भारत भूषण गोस्वामी (सारंगी), उस्ताद अख्तर हसन (तबला), पं. हरीश चंद्र पति (पखावज) और प्रशांत कुमार (चरखा) — ने अपनी वादन-कला से एक ऐसा रागमय संसार रचा, जहाँ परंपरा और नवाचार का अद्भुत संगम महसूस हुआ। अभयम ने न केवल गुरुग्राम के सांस्कृतिक परिदृश्य में एक नई ऊँचाई जोड़ी, बल्कि यह सिद्ध किया कि जब कला और आत्मा का संगम होता है, तो संगीत केवल सुना नहीं, बल्कि अनुभव किया जाता है।
कार्यक्रम का निर्देशन कलाग्राम सोसाइटी की निदेशक शिखा गुप्ता ने किया, उन्होंने कहा कि ‘अभयम’ सिर्फ एक प्रस्तुति नहीं, बल्कि मनुष्य के भीतर बसे उस साहस को जगाने का प्रयास है, जो कठिन समय में भी उसे स्थिर रखता है। कार्यक्रम का संचालन मीनाक्षी पांडे और प्रीति मिश्रा ने किया।

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