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Thursday, April 11, 2024

April 11, 2024

साहित्यकार मंजू 'मानव' की पुस्तक " अतीत डोर " का हुआ विमोचन

साहित्यकार मंजू 'मानव' की पुस्तक " अतीत डोर " का हुआ विमोचन
जींद : साहित्यकारा मन्जु मानव द्वारा लिखित कहानी संग्रह अतीत डोर का विमोचन चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में वी.सी. डॉ .रणपाल सिंह, हरियाणा अकेदमी निदेशक पंचकुला डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी , रोहतक से डॉ. सीताराम व्यास,  हिन्दी विभाग प्रमुख डॉ. मन्जुता रेढू के करकमलों से सम्पन्न हुआ। यह लेखिका मन्जु मानव की चौथी पुस्तक और प्रथम कहानी संग्रह है, जिसमें उनकी आठ कहानियां नारी मन की संवेदनाओं से अवगत करवाती हैं। नारी स्मृतियों के साथ स्वयं को संजोती, चुनौतियों को संबल बनाती छोटे-छोटे लम्हे सहेजती कटाक्ष सहती परिवार को जोड़े रखना चाहती है और कहीं भीतर पीड़ा का तूफान लिए भविष्य विभोर की आस में  वर्तमान में सहज नेपथ्य करती दिखाई देती है। पुस्तक समीक्षा में रोहतक से  डॉक्टर अंजना गर्ग ने अपने भाव समर्पित किए हैं।  
आयोजन अखिल भारतीय साहित्य परिषद और यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। कार्यक्रम में साहित्यकार मनोज भारत, डॉक्टर जगदीप राही यशकीर्ति डॉ.क्यूटी डॉ . पुष्पलता आर्य डॉ मन्जु रेढू है और प्रो.सिन्हा डॉ.अनुपम भाटिया डॉ.ब्रिजपाल इत्यादि गणमान्य लोग  उपस्थित रहे।

Wednesday, April 10, 2024

April 10, 2024

दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद का इस्तीफा, नवंबर में ED ने मारी थी रेड

दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद का इस्तीफा, नवंबर में ED ने मारी थी रेड
नई दिल्ली : दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने इस्तीफा दे दिया है। राजकुमार आनंद दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री के पद पर थे। नवंबर 2023 में राजकुमार आनंद के घर ED की रेड पड़ी थी।  अब उन्होंने आम आदमी पार्टी और मंत्री पद दोनों से इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के लिए बता दें कि साल 2020 में राजकुमार आनंद आम आदमी पार्टी के टिकट पर पटेल नगर से विधायक बने थे।आम आदमी पार्टी से इस्तीफे के बाद राजकुमार आनंद की प्रतिक्रिया
पार्टी से इस्तीफा देते हुए मंत्री रहे राजकुमार आनंद ने बताया, 'मैं दिल्ली सरकार में मंत्री हूं और मेरे पास सात पोर्टफोलियो हैं लेकिन आज मैं बहुत व्यथित हूं और अपना दुख बांट रहा हूं. मैं राजनीति में तब आया था जब अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि राजनीति बदलेगी तो देश बदलेगा। हालांकि, आज बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि राजनीति तो नहीं बदली लेकिन राजनेता बदल गया। राजकुमार आनंद ने कहा, 'आम आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से हुआ था, लेकिन आज यह पार्टी खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंस चुकी है। मेरे लिए मंत्री पद पर रह कर इस सरकार के लिए काम करना असहज हो गया है। मैं अब इस पार्टी, इस सरकार और मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं क्योंकि मैं इनके भ्रष्टाचार में अपना नाम नहीं जुड़वाना चाहता। 
*इस्तीफे से एक हफ्ते पहले सीएम केजरीवाल के समर्थन में किया था पोस्ट*

बता दें, राजकुमार आनंद ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट से सीएम अरविंद केजरीवाल के समर्थन में पोस्ट किया था। उन्होंने संजय सिंह की प्रेस कांफ्रेंस का एक वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा था, 'कितनी हास्यास्पद बात है कि एक चुने हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान और एक सांसद को मुलाकात के लिए टोकन नंबर दिया जाता है। फिर मुलाकात को कैंसिल कर दिया जाता है। तिहाड़ जेल के अधिकारी मोदी सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं.' इस पोस्ट के एक घंटे बाद राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

Monday, April 8, 2024

April 08, 2024

हरियाणा सरकार का ऐलान; इन 7 प्रदेशों के कर्मचारियों को वोटिंग के लिए पेड लीव मिलेगी

हरियाणा सरकार का ऐलान; इन 7 प्रदेशों के कर्मचारियों को वोटिंग के लिए पेड लीव मिलेगी, सरकारी के साथ प्राइवेट कर्मियों को भी राहत
चंडीगढ़ : लोकसभा चुनाव-2024 के लिए पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल से शुरू होने वाली है। ऐसे में हरियाणा सरकार ने कर्मचारियों के लिए पेड लीव ऐलान की है। सरकारी की तरफ से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि, हरियाणा के विभिन्न सरकारी विभागों में कार्यरत जो कर्मचारी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और यूटी चंडीगढ़ से संबंध रखते हैं। वहां के वह वोटर हैं तो उन्हें अपने लोकसभा क्षेत्र में वोटिंग वाले दिन वोट डालने के लिए पेड लीव दी जाएगी।
*हरियाणा के प्राइवेट कर्मियों को भी राहत*

हरियाणा सरकार की अधिसूचना में निजी क्षेत्र के कर्मियों को भी राहत देने की बात भी की गई है। अधिसूचना में कहा गया है कि, हरियाणा से संबंध रखने वाले जो भी कारखाने और दुकाने हैं या कोई भी संस्थान हैं। वह भी इन सात प्रदेशों के अपने कर्मियों को वोट डालने के लिए पेड लीव देंगे। अधिसूचना में यह भी साफ कहा गया है कि, कर्मियों के लिए पेड लीव सिर्फ उनके लोकसभा क्षेत्र के चुनाव वाले दिन के लिए है। कर्मी पेड लीव पर अपने संबंधित लोकसभा क्षेत्र में ही जा सकते हैं।